नीता की चूत की चुदाई 1
Neeta ki chut ki chudai-1
दोस्तो, मेरा नाम विकास है और मैं दिल्ली की जे जे कॉलोनी (मैट्रो विहार) का रहने वाला हूँ।
मेरे लण्ड कि लम्बाई 7 इंच है। मैंने यहाँ पर लगभग सारी कहानी पड़ी हैं।
मैंने भी सोचा क्यूँ ना मैं भी अपनी कहानी लिखूँ। यह कहानी आज से लगभग तीन साल पहले की है, जब मैं एक कोस्मेटीक की दुकान पर काम किया करता था।
दुकान एक आंटी की थी और आंटी की उमर लगभग 30-35 साल के बीच की होगी।
आंटी के पति की मृत्यु हो चूकी थी। उनके घर में वो और उनकी लड़की थी, जो 19 साल की थी। उसका नाम पूजा था।
दुकान के सामने एक लड़की रहती थी, जिसका नाम नीता (बदला हूआ) था। वो दिखने में एक दम गोरी-चिट्टी थी। वह किसी परी से कम नहीं लगती थी। उसका फ़िगर 34-26-34 का था।
जब वो अपनी छ्त पर आती तो वो ऊपर से मुझे देखा करती थी और जब मैं भी ऊपर देखता तो वो स्माइल देकर चली जाती और मैं ऊपर देखता रह जाता।
एक दिन मैं दुकान पर अकेला था। वो दुकान के सामने से जा रही थी तो मैंने उसे आवाज लगाई – नीता, इधर आओ।
वो यह कह कर चली गई कि थोड़ी देर में आती हूँ, अभी मैं जल्दी में हूँ।
मैंने कहा कि ठीक है पर थोड़ा जल्दी आना।
वो ठीक है, कह कर चली गई।
फिर थोड़ी देर बाद वो आई और मेरी तरफ़ एक कागज फेंक कर चली गई।
मैंने वो कागज उठा कर रख लिया, उस पर उसका मोबाईल नम्बर लिखा था।
फिर थोड़ी देर बाद दुकान पर आंटी भी आ गईं। मैं फिर अपने काम पर लग गया।
रात को मैं खाना खा कर अपने बिस्तर पर लेटने चला गया और करीब 11 बजे थे तब मैंने नीता के नम्बर पर फोन किया।
नीता – हेलो, कौन?
मैं – विकास।
नीता – हाँ बोलो, क्या कह रहे थे दोपहर में?
मैं – यही कि तुम मुझे देख कर स्माईल क्यूँ करती हो?
नीता – क्यूँ? मैं स्माईल करती अच्छी नहीं लगती क्या?
मैं – मैंने ऐसा तो नहीं कहा, मैं यह कह रहा हूँ कि जब मैं तुम्हारी तरफ़ देखता हूँ तो तुम वहाँ से चली क्यूँ जाती हो?
नीता – बस ऐसे ही, क्यूँ क्या हुआ?
मैं – कूछ नहीं, जब भी मैं तुम्हे देखता हूँ तो मेरा दिल धक-धक करने लगता है और अजीब सी बेचैनी होती है।
नीता – मुझे पता है कि तुम्हे क्या हुआ है।
मैं – क्या हुआ है मुझे?
नीता – तुम्हे मुझसे प्यार हो गया है।
मैं – तो क्या तुम्हे मुझसे प्यार नहीं हुआ?
नीता – पता नहीं।
मैं – पर मुझे पता है।
नीता – क्या पता है?
मैं – यही की तुम्हे भी मुझसे प्यार हो गया है।
नीता – रात बहुत हो गई है सो जाओ अब।
मैं – ओ के, गुड़ नाईट बाए, आई लव यू और मैंने फ़ोन काट दिया और फिर मैं सो गया।
इस तरह हमारी बातें शुरू हो गई।
हम हर रात को बात करते और धीरे-धीरे हम सेक्सी बातें भी करने लगे।
एक दिन हमने कहीं घूमने का प्लान बनाया। मैं सुबह जल्दी दुकान पर गया और आंटी से कहा कि आज मुझे घर के काम से कहीं बाहर जाना है इसलिए मैं आज दुकान पर नहीं आ पाऊँगा।
आंटी ने मुझे कहा – जा, लेकिन शाम को दुकान पर जरुर आ जाना।
मैं ठीक है कह कर निकल गया।
मैंने नीता को फोन कर के कहा कि आगे मिले, मैं घर से बाईक लेकर निकला।
मैंने उसे देखा और बाईक उसके पास रोक कर मैं उसे देखता ही रह गया। उसने नीले रंग की जिन्स और काले रंग का टॉप पहना था और थोड़ा-बहुत मेकअप किया हुआ था।
वो क्या गजब की लग रही थी, दिल कर रहा था कि साली को यहीं पकड़ कर चोद दूँ।
उसने कहा कि चलना नहीं है क्या?
उसकी आवाज सुनकर मैं सपनों की दुनिया से बाहर आया।
फिर हम वहाँ से निकल गए। वो बाईक पर शायद कभी बैठी नहीं थी इसलिए उसे थोड़ा ड़र लग रहा था।
मैंने उसे कहा कि अगर डर लग रहा है तो वो मुझे पकड़ सकती है, उसने मुझे कस कर पकड़ लिया।
पीछे से उसके चूचे मेरी पीठ पर इस तरह चिपके थे कि बीच से हवा भी निकल नहीं पा रही थी।
थोड़ी देर में हम जेपनिश पार्क में पहुंच गए, वहाँ पर हम एकांत में जाकर बैठ गए। थोड़ी देर हम बस एक-दूसरे को देखते रहे।
फिर मैंने अपने हाथों को उसके हाथों पर रख दिया और उसे किस करने लगा। वो भी किस करने मे मेरा साथ देने लगी।
धीरे-धीरे मैंने उसकी जांघों पर हाथ फेरना शुरू कर दिया। उसके मना ना करने पर मेरी हिम्मत और बड़ गई।
मेरा हाथ धीरे-धीरे उसकी चूत तक जा पहुंचा। जैसे ही मेरा हाथ उसकी चूत से टच हुआ उसने मुझे अपनी बाहों मैं भर लिया और उसके मुँह से निकली सी… आह… की आवाज़ें मेरे कानों में गुजानें लगीं जो मुझे पागल बना रही थी।
मैंने देर ना करते हुए उसकी चूत में उंगली अंदर ड़ालने लगा तो उस ने मेरा हाथ पकड़ कर बाहर कर दिया।
फिर मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लण्ड पर रख दिया। वो धीरे-धीरे अपना हाथ मेरे लण्ड पर चलाने लगी। मैंने अपनी पैंट की चेन खोल कर लण्ड बाहर निकाल कर उसके हाथ में दे दिया।
इतने में उसके फोन पर उसके पापा का फोन आ गया। उसने कहा – पापा दोस्त के घर पर हूँ आधे घंटे में आ रही हूँ।
फोन पर बात ख़त्म करने के बाद उसने कहा – हमें चलना चाहिए।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।
कैसे मैंने उसे चोदा ये मैं आपको अगले भाग में बताऊंगा।