ग्रुप सेक्स स्टोरीहिंदी सेक्स स्टोरी

पति के सामने चुदाई का मजा

नमस्ते दोस्तों, जैसा कि राजीव ने आपको बताया था, मैं रतन जी से कैसे चुदाई करवाई और गर्भवती हुई, मैं राजनी हूँ। मेरी उम्र 26 साल है, मैं तीन बच्चों की माँ हूँ। मेरा साइज 34-28-38 है, यानी सब मस्त हैं। अब तक आपने मुझे रतन जी से चुदाई करवाकर गर्भवती बनाया है। आगे क्या होगा? अब मैं और मेरे पति राजीव जयपुर आ गए हैं। हमारी सेक्स लाइफ ठीक चल रही है।

लेकिन मुझे रतन जी का 7 इंच का लंबा लंड बहुत याद आता है, उनका लंड करीब 2 इंच मोटा है, घोड़े जैसा। एक दिन मैंने राजीव को कहा, क्यों न हम उदयपुर चले? उसने मुझसे पूछा, क्या रतन जी की याद आ रही है? मैंने कहा हाँ। उसने कहा कि कहीं तुम बड़े लंड का मजा लेना नहीं चाहती हो? मैं शर्मिंदा हो गई और कुछ नहीं बोली। वो समझ गए कि मुझे रतन जी की चुदाई याद आ रही है। उसने कहा, मैं ऑफिस में लीव एप्लीकेशन दे दूंगा और टिकट करवा दूंगा। यह कहकर वो चले गए। मैंने रतन जी को फोन किया कि हम आ रहे हैं। रतन जी बोले राजनी, तुम भी मुझे बहुत याद आ रही थी। अच्छा है आ जाओ। इस बार मैं तुम्हारी अच्छी चुदाई करवाऊंगा। मैंने कहा किससे? रतन जी ने कहा, जानू नायना के कॉलेज में एक लड़का है, उसका लंड का साइज मेरे लंड जितना ही है।

नायना का बॉय स्टूडेंट है, अभी 21 साल का है। नायना भी चुदाई करवाएगी। मैंने कहा क्या कह रहे हो? वो ही उसे लाएगा। मैं सोच में पड़ गई। नायना भाभी कब से चुदाई चुदाई रही रहे हैं? मैंने फोन रख दिया और तैयार होने लगी। चुत के बाल शफ किया और ब्यूटीपार्लर जाकर वैक्सिंग करवा दी। सोन को खाना खिलाकर तैयार हो गई। रात 10 बजे ट्रेन थी। हम ट्रेन में बात करते हुए उदयपुर सुबह पहुँचे। रतन जी घर पर ही बोला था।

रतन जी ने गुड मॉर्निंग बोला और गले लगा लिया। पीछे नायना भाभी बोली, रतन यार तुम आते ही सूरू हो गए? मैं भी हूँ। मुझे पता नहीं था। नायना भाभी को पता है। मैंने कुछ नहीं बोला। नहा धोकर फ्रेश होकर मैं नायना भाभी के पास किचन में चली गई और बातें करते हुए नायना ने मुझसे कहा, यार राजनी तुम एकदम परफेक्ट हो। चुदाई में मुझे समझ नहीं आ रहा है। मैंने कहा कि तुम्हारे सब बच्चे रतन के हैं ना? मैं चुप रही। उसने कहा कि मुझे उस दिन ही बता दिया था जब तुम गलियारे में नहा रही थीं और उसने तुम्हारी जमकर चुदाई और गांड भी चुदवा ली थी क्योंकि मैं माँ नहीं बनना चाहती थी, इसलिए मैंने उसे कहा था बच्चा गोद ले लो। उसने तुम्हारी चुदाई कर मुझे बताया कि मुझे बच्ची की माँ मिल गई है और पूरी बात बताई।

नायना भाभी ने मुझे चाय की ट्रे दी और बोली जाकर अपने दोनों पतियों को दे आओ। फिर हम हंस पड़ी। मैंने दोनों को चाय दी और वही बातें हुईं। रतन जी ने मुझे अपनी गोदी में बिठाया और कमरे में चले गए। मेरी चुत गीली हो गई थी। तभी नायना भाभी आई और बोली, यार रतन अब मुझे भी माँ बना दो। देखो राजनी तुम्हारी चुदाई से कितनी सुंदर हो गई है।

Hot Sex Story :  Me or mera pati ke sare dost

राजीव चौक गया। नायना क्या कह रही है? तभी नायना भाभी ने राजीव की गोदी में बातें कर ली और राजीव को बोली, हाँ राजीव मुझे सब पता है कि राजनी कैसे माँ बनी है। आज मैं और रतन ने छुट्टी ली है। अभी राजेंद्र आता ही होगा आप लोग नाश्ता कर लो। हम नाश्ता कर रहे थे कि राजीव ने रतन जी से पूछा ये राजेंद्र कौन है? रतन जी बोले नायना का स्टूडेंट है और आज इन दोनों को चोदेंगे। राजीव ने रतन जी से कहा यार यह ठीक नहीं है। रतन जी बोले देख राजीव, राजनी भी तैयार है चुदाई से कोई घिस तो जाएगी नहीं। राजीव ने मुझे देखा और बोला राजनी तुम सच में चाहती हो? मैंने कुछ नहीं बोला। वो समझ गए कि मुझे जरूरत है। कुछ देर बाद दरवाजा बज गया।

नायना भाभी ने दरवाजा खोला। सामने एक हैंडसम, हॉट लड़का खड़ा था। शायद वो राजेंद्र था। मेरी चुत सोच सोच कर ही गीली हो रही थी। नायना भाभी ने लड़के का परिचय हम सब से करवाया। राजेंद्र को देखकर मेरी चुत पूरी गीली हो चुकी थी। तभी रतन जी ने मुझे कमरे में बुलाया और चुदाई शुरू कर दी। मैं सिस्कीया लेने लगी। उधर राजेंद्र नायना भाभी पर टूट पड़ा। नायना भाभी बोली, राजीव आज मुझे दोनों मिलकर माँ बना दो। राजीव ने नायना भाभी को पकड़कर नग्न कर दिया। नायना भाभी एकदम नग्न थी। इधर रतन जी भी नग्न हो चुके थे।

इधर नायना भाभी ने राजीव और राजेंद्र को नग्न कर दिया था। राजेंद्र का लंड दिखा तो मैंने बोला, राजेंद्र पहले मुझे चोदो। मैं गरम हो चुकी थी। रतन जी बोले आज जान को रंडी बना लो। राजेंद्र आज दोनों को पूरा दिन चोदेंगे। इतना कहते ही राजेंद्र और रतन जी ने मुझे पकड़कर बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी चुत चाटने लगे। बोला यार इसकी चुत तो बहुत गीली है।

रतन जी बोले जान बहुत गरम है, इसको राजीव सही से नहीं चोदता है। उधर राजीव को नायना भाभी अपने कमरे में ले जा चुकी थी। अब रही सारी शर्म भी नहीं बची थी। मैं राजेंद्र से बोली चुत को चाट लो। रतन जी मुझे मुंह में दे दो। रतन जी मेरे ब्रेस्ट्स को दबा रहे थे। तुरंत रतन जी ने मुझे लंड मुंह में दे दिया। मैं “आaaaaaaaaaa.. ooooooooo….. माaaaaaa… sssssss… uuuuiiiii……..” की आवाज निकाल रही थी। राजेंद्र बोला भाभी तुम तो कमाल की औरत हो। मैंने कहा तुम दोनों मिलकर मुझे अपनी औरत बना लो।

अब मैं चुदाई आग से सहन नहीं कर पा रही थी। मैंने राजेंद्र को बोला अब तड़प मत, चुदाई में लंड डाल दो। रतन जी का लंड मुंह में चुस रही थी। तभी राजेंद्र ने एक झटका दिया और मेरी चुदाई में लंड डाल दिया। मैं सिस्कीया ले रही थी। राजेंद्र बोला भाभी तुम्हारी चुत पहले ही खुली हुई है। मैंने कहा ये रतन जी के लंड का कमाल है और जोर जोर से गांड उठाकर उसका शत्र धोने लगी। कुछ ही देर में रतन जी ने मेरी मुंह में पिकारी छोड़ दी और राजेंद्र का भी हो चुका था। मैं तुरंत उठी और भाई भागी बाथरूम की ओर।

Hot Sex Story :  एक साथ चार माल की चुदाई का मजा पाया-8

चुदाई से राजेंद्र का माल टपक रहा था। जंगो पर फेल गया था। रतन जी का माल रिसकर मेरी गले और ब्रेस्ट तक आ गया था। मैं गर्भवती नहीं होना चाहती थी इसलिए चुत को पानी से धो लिया। अब मैं बाहर आई तो रतन जी और राजेंद्र दोनों नहीं थे। मैंने समझा कि नायना भाभी की चूदाई हो रही है।

मैं नायना भाभी के कमरे गई तो नायना भाभी की चुदाई जोर से हो रही थी। राजेंद्र और रतन जी ने नायना भाभी की चुदाई में एक साथ दो लंड डाल दिए थे। नायना भाभी चीख उठी। राजीव ने नायना के मुंह में दे दिया था। मुझे भी जोस आ चुका था। मैंने नायना भाभी के ब्रेस्ट्स को दबाने लगी। नायना भाभी चीख रही थी पर राजेंद्र और रतन जी को कोई दया नहीं दिखाई। रतन जी बोले राजेंद्र आज जान को नहीं छोड़ेंगे। इसको आज चुदाई करके माँ बना दो। जान का फिगर खराब हो जाता है। आज तुमको माँ बनाकर छोड़ेंगे। नायना भाभी सिसकारियां लेकर चीख रही थी। अब नायना भाभी को भी मजा आ रहा था। उसने बोली सालो आज फाड़ दो मेरी चुत को। इतना कहते ही राजेंद्र और रतन जी ने नायना भाभी को जोर जोर से चूदाई करने लगे। कमरा “ओओओओiii……… माaaaaaa……ssssss …… .. .. uuuuuiiiii.. . .” की आवाज से गूंज उठा।

थोड़ी देर में रतन जी और राजेंद्र नायना भाभी की चुत में झड़ गए। मैं भी देखकर ही दोबारा झड़ चुकी थी। राजीव का भी हो चुका था। सब निडाल होकर पड़ गए। इस तरह हम दोनों ने 5,6 बार चुदाई का मजा लिया। साम को मार्केट घूमने निकल गए। कैलिब्रेशन मौल में घूम रहे थे कि दो लड़के मुझे देखकर कुछ बातें कर रहे थे। वो मुझे घूर रहे थे। मुझे उतना बुरा लग रहा था। मैंने राजीव को कहा, राजीव तुम फिल्म देखो मैं थोड़ा सामान कपड़े आदि ले आती हूँ।

राजीव शांत घूमने में आलसी था इसलिए वो मना गया और फिल्म हॉल चला गया। मैं गुस्सा होकर सीढ़ियों पर चढ़ने लगी। मेरी गुस्साई हुई गांड किसी को भी घायल कर सकती थी। लड़के मेरी पीछे आने लगे, सीढ़ियों में एक बार मेरी गांड पर हाथ भी लगा दिया था। मैंने कुछ नहीं कहा, उनकी हिम्मत बढ़ गई थी। मैं टॉयलेट चली गई। मेरी चूत गीली थी। मुझे लड़कों के लंड को खाने का मन था।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

टॉयलेट से निकलते ही सामने दो लड़के खड़े थे। उन्होंने मुझे पकड़कर कमर में चुभो लिया। मैंने कहा, “क्या कर रहे हो तुम?” बोले, “जान, तुम तो एक डम फ्रेश माल हो।” मैंने कहा, “नहीं, मैं तीन बच्चों की माँ हूँ।” उन्होंने कहा, “इतना छोटा स्कर्ट और टॉप क्यों पहना है? तुम्हारी गांड और फिगर देखकर नहीं लगता कि तुम तीन बच्चों की माँ हो।” फिर बोले, “चलो जान, जितने पैसे चाहिए देंगे, हमें खुश कर दो।” मैंने कहा, “यहाँ नहीं। चलो, मैं उनके साथ फिल्म में चली गई। फिल्म तीन चार घंटे की है, तब तक मजा लूंगी।”

वे मुझे कार में बिठाकर एक फार्महाउस ले गए। वहाँ हम तीन ही थे। तुरंत ही राज, एक लड़का, और दूसरा विजय ने मेरी गांड पकड़कर पैंटी निकाल दी। विजय ने मेरी टॉप और स्कर्ट निकाल दिया और भूखे बच्चे कि तरह करने लगे। अब ब्रा भी निकाल दिया। मैं मदहोश हो गई थी। राज मेरे स्तनों को दबा रहा था और विजय चूत पर चढ़ रहा था। मैं “आaaaaaaaaaa… oooOoooooooo… maaaaaaaaa…” राज ने मेरी चूत फाड़ दी और आज मेरी गांड में भी डालेंगे।

Hot Sex Story :  आलिया की रंडियो वाली ठुकाई

विजय मुझे जोर-जोर से झटका दे रहा था। मुझे जैसे जन्नत मिल गई थी। मैं बहुत जोर से चिल्ला रही थी। अब राज ने मुझे अपने ऊपर बिठाया और पीछे से विजय ने मुझे चुभकर अपनी लंड मेरी चूत में डालने लगा। मैंने कहा, “नहीं विजय, मेरी चूत फट जाएगी।” राज बोला, “विजय जान की चूत में डाल दे, हल्के से चोद जान की चूत!” विजय ने मुझे धक्का मारा और लंड को एक झटके में मेरी चूत में डाल दिया। मैं जोर से चिल्लाई, लेकिन वहाँ कोई नहीं था जो सुन सके। अब आराम हो गया था। मुझे भी मजा आने लगा। मैंने कहा, “सालो फाड़ दो मेरी चूत, मुझे सब जगह चुदाई करो!” और फिर दोनों ने मेरी गांड मारी।

अब मैं बुरी तरह से थकी हुई थी। वे भी थके हुए थे। कुछ देर बाद दोनों ने अपने लंड मेरे मुंह में दिए और दोनों का माल टपका गया। मैं पूरी तरह से उनके माल से भिगो गई थी। मुझे दोनों मिलकर बाथरूम ले गए और साफ किया और मुझे एक लाख रुपये दिए और मॉल में छोड़ आए। बोले, “यार तुम कब वापस आओगी?” मैंने अपना नंबर दिया और कहा, “मैं साल में एक बार उदयपुर जरूर आती हूँ बच्चों को उनके पिता से मिलवाने के लिए।” राज बोला, “जान तुम एक नंबर की औरत हो।” मैं हंसते हुए मॉल से सामान और कपड़े खरीद रही थी। तब राजीव भी आया। हम चार दिन रुके और रात-दिन खूब चुदाई करवाई। अब हम जयपुर आ रहे थे। राजीव बोला, “यार तुमने बहुत चुदाई की है, तुम्हारे पूरे शरीर पर चूमने के निशान हो गए हैं।” मैं मन में सोच रही थी कि ये सब राज और विजय का कमाल है। मैंने मुस्कुरा दिया और जयपुर आ गए। दोस्तों यह मेरी असली कहानी है। सचमुच मुझे चुदाई करने का शौक लग गया है।

तो कृपया ज़रूर कमेंट लिखें। मैं कोशिश करूंगी आपको जवाब देने के लिए।