हिंदी सेक्स स्टोरी

पति, पत्नी और दोस्त की चुदाई कहानी

Pati patni aur dost ki chudai kahani

मेरे पति की फैंटेसी थी कि वह मुझे किसी दूसरे से चुदते हुए देखना चाहते थे। हम दोनों बहुत ही रंगीन सेक्स करते थे और सेक्स की नई नई चीजें अजमाया करते थे। हम कभी कामसूत्र के स्टाइल में सेक्स करते थे तो कभी नई-नई पोजीशंस बनाकर चुदाई करते थे।

कहानी को पूरा पढ़े तभी समझ मे आएंगी और मज़ा आएगा।

मुझे अपने पति से चुदवाना बहुत ही पसंद है, क्योंकि उनकी बहुत सारी सेक्स की फैंटेसी होती थी और वह सब मेरे ऊपर ट्राई करते थे। लेकिन उनकी सबसे बड़ी फेंटेसी यह थी कि वह मुझे किसी दूसरे मर्द से चुदते हुए देखना चाहते थे।

उस रात जब वह मेरी चुदाई कर रहे थे तो मुझे चोदते चोदते हैं वह बोल रहे थे कि – मैं 1 महीने के लिए बाहर जा रहा हूं।

मैंने कहा – मैं 1 महीने तक आपके और आपके लंड के बिना कैसे रहूंगी।

हम चुदाई करते हुए ऐसे ही गंदी गंदी बातें करते थे और हम गंदी गंदी हरकतें भी करते ही थे।

पति बोले   – अले मेला चुधक्कड़ बेबी… बस 1 महीने की तो बात है मैं आ जाऊंगा तब तक नकली लंड से काम चला लेना।

मैंने कहा – नहीं! नहीं! नहीं! मुझे असली लंड चाहिए!!!

उन्होंने कहा – असली लंड चाहिए तुम्हें तो लो मेरा असली लंड और वह मेरी गांड पकड़कर मेरी चूत की चुदाई करने लगे।

वह जितनी बार भी मेरी गांड पर चोट मारते थे उतनी बार मेरी गांड गुब्बारे की तरह हिलती थी। क्योंकि मैं घोड़ी बनी हुई थी तो मेरे नीचे लटक रहे दूध भी आगे पीछे को हिलते थे। उनकी चुदाई से मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और मुझे बार-बार चरम सुख की प्राप्ति हो रही थी।

वह मुझे हनक कर चोद रहे थे और मेरी चुदाई करते करते बोल रहे थे – मजा आ रहा है ना तुम्हें बताओ मुझे मजा आ रहा है तुमको?!!

मैंने कहा – हां पतिदेव मुझे बहुत मजा आ रहा है ऐसे ही चोदो अपनी बीवी को

और वह और जोर-जोर से मेरी चुदाई करने लगे वह घचाघच मेरी चुदाई कर रहे थे थप्पड़ थप्पड़ मेरी गांड के ऊपर चोटे मार रहे थे अपने लंड से।

बस फिर कुछ ही देर में मेरा झड़ने वाला था और उनका भी झड़ने वाला था उन्होंने अपनी रफ्तार और बढ़ा दी और वह दबा दबा कर चोदने लगे।

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मैं – हां चोदो… हां… ऐसे ही चोदो अपना सारा माल झाड़ दो मेरे अंदर और मुझे मां बना दो

और मेरे पतिदेव ने मेरे अंदर सारा का सारा वीर्य झाड़ दिया और मेरी चूत की जड़ तक भर दिया। जब उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला तो भरा हुआ वीर्य मेरी चूत से बाहर निकलने लगा और मेरी जांग पर लगने लगा।

हम दोनों बहुत जोर जोर से सांस लेने लगे और इतनी चुदाई करने के बाद इतनी बढ़िया रोमांटिक सेक्स करने के बाद हम दोनों थक गए थे।

और मैं पति की बाहों में लेटी हुई थी हम दोनों नंगे पड़े थे और एक दूसरे के बदन को सहला रहे थे।

मैंने कहा – अब एक महीने तक हम प्यार नहीं कर पाएंगे

पति – अरे पगली परेशान क्यों होती है बस एक ही महीने की तो बात है।

एक महीने बाद,

मेरे प्यारे पति परमेश्वर अपनी बीवी की बाहों में आने वाले थे। मैं बहुत ज्यादा खुश थी और उस रात को स्पेशल बनाना चाहती थी। मैं अपनी पहली सुहागरात की तरह तैयार हो गई और अपने पति का इंतजार करने लगी।

पति के साथ सेक्स करने से ही मैं बहुत ज्यादा गरम हो रही थी और मेरी अंतर्वासना चरम सीमा पर पहुंच रही थी।

जैसे ही दरवाजे की घंटी बजी तो मैं अपना पल्लू ढककर दरवाजा खोलने के लिए गई। लेकिन मेरी सारी चढ़ी हुई चुदाई की गर्मी वहां उतर गई जब मैंने देखा पति अपने दोस्त को लेकर आए हैं।

मैंने मन में ही सोचा आज का चुदाई का प्लान कैंसिल अभी अपने दोस्त को ले आए

उनका दोस्त बोला भाभी जी नमस्ते आप बहुत ही सुंदर लग रही हैं

मैंने कहा – नमस्ते नमस्ते आइए अंदर आइए

मन में ही मैंने यह भी कहा – भोसड़ीके… तेरी वजह से आज मेरा प्लेन खराब हो गया!!!

खाना खाने के बाद उनका दोस्त सामने वाले दूसरे कमरे में चला गया।

और हम पति पत्नी अपने कमरे में आ गए। कमरे में आते ही उन्होंने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मेरे बदन को चूमने लगे। वह मेरे गालों को चूमने लगे उनका चुंबन पाते ही मुझे एक अलग सा शारीरिक सुख मिला।

वह जिस कदर रोमांटिक अंदाज में मुझे चुनते थे उसे महसूस करे हुए 1 महीना हो गया था और अब मुझे वह वासना आनंद मिल रहा था।

और उन्होंने धीरे धीरे मुझे नंगा कर दिया यह कहने लगे – तुम आज बिल्कुल हमारी पहली सुहागरात जैसी सुंदर लग रही हो, तुम्हारा बदन कितना ज्यादा गोरा और चिकना लग रहा है।

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मैंने कहा – यह सब तैयारी मैंने आपके लिए ही की थी लेकिन आपका दोस्त आ गया जिसने सारा मूड खराब कर दिया।

उन्होंने कहा – उस चुटिया को भूल जाओ और मेरी बाहों में समा जाओ।

वह मेरे ऊपर चढ़ गए और उन्होंने अपना लंड मेरी प्यासी चूत में डाल दिया। जब उनका लंड और मेरी चूत का मिलन हुआ तो मुझे बहुत ही ज्यादा शारीरिक सुख मिला और वासना आनंद का मजा आ रहा था।

वह मेरी चुदाई कर रहे थे और बोल रहे थे – इस चूत को रखे हुए 1 महीना हो गया पूरा। मैं तुम्हारी बहुत जबरदस्त चुदाई करना चाहता हूं एक महीने की कसम मैं आज की रात सारी निकाल दूंगा।

चोदते चोदते हुए उनको यह ख्याल आया कि उनकी एक फेंटेसी थी मुझे दूसरे से चोदते हुए देखने की।

उन्होंने चोदते चोदते ही मुझसे कहा चुना मैं अपने दोस्त को भी बुला लो और उसको तुम से चुदवाई।

मैं तो वासना के आनंद में डूबी हुई थी मुझे तो कुछ भी नहीं समझ में आ रहा था और मैंने कह दिया – हां बुला लो… और तुम्हारी सपनो की चुदाई इच्छा भी पूरी कर देते हैं!!

और वह मजाक नहीं कर रहे थे वह सच में अपने दोस्त को बुलाने के लिए चले गए।

मैंने सोचा यह मैंने क्या बोल दिया मुझे तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा था मैं बिल्कुल सुध बुध हो गई थी। वह अपने दोस्त को बुला कर ले आए और वह उनका हरामि दोस्त साला आ भी गया।

मैंने जल्दी से अपने आप को चादर में ढक लिया और अपने नंगे बदन को छुपा लिया। उनका दोस्त मेरे पड़ोस में ही आकर बैठ गया और मेरे पति उधर दूर कुर्सी लगाकर मेरे सामने बैठ गए।

मुझे तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा था मेरा दिमाग बिल्कुल खाली हो चुका था और उनका दोस्त मेरी जान पर हाथ मार रहा था।

उसके हाथ मारने के अंदाज से मैं गर्म होने लग गई क्योंकि मैं पहले से ही अपनी चरम सीमा की वासना पर थी।

और वह बोला – भाभी किसी को कुछ भी नहीं पता चलेगा यह बस एक खूबसूरत पल है जो हम तीनों एक साथ बिता रहे हैं।

और उसने मुझे देखते ही देखते मेरे होठों को चूम लिया और मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे चूमने लगा। चुनते चुनते उसने मेरी चूत में उंगली डाल दी जिससे मैं और भी ज्यादा गरम हो गई।

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उस वक्त मुझे कुछ भी सही या गलत समझ नहीं आ रहा था मुझे बस एक ही चीज समझ आ रही थी वह है चुदाई करनी।

फिर उसने अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया और मेरी चुदाई करने लगा। वह मुझे बहुत जोर जोर से चोद रहा था और मेरे बड़े बड़े दूध ऊपर नीचे ही रहे थे।

भाभी – मजा आ रहा है ना मेरी जुदाई से क्या मैं आपको आपके पति के बराबर चोद पा रहा हूं

मैं कुछ बोलना तो नहीं चाहती थी लेकिन मेरे मुंह से निकल गया – हां मुझे मजा आ रहा है मुझे उनकी जितना ही मजा आ रहा है।

आज मेरे पति की फैंटेसी पूरी हो रही थी और मुझे एक दूसरे आदमी से चुदवाने को भी मिल रहा था। वह मुझे चोदे जा रहा था, मेरे बड़े बड़े बूब्स को खूब जोर जोर से दबा रहा था। जितनी जोर से वह दबाता था इतनी जोर से मुझे चोदता भी था।

और उतनी ही जोर से वह मुठ मारते थे। मेरे पति यह सब देख कर इंजॉय कर रहे थे और उन्हें मुझे सुनने में देख कर बहुत मजा आ रहा था।

मेरे पति और चोदो मेरी बीवी को और जबरदस्त तरीके से चोदा बहुत ज्यादा वासना की प्यासी रहती है यह

और उनका दोस्त मुझे और जोर जोर से चोदने लगा उसने मेरी दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखकर पूरा दम लगा कर मुझे चोद रहा था।

उस की चुदाई से मुझे चरमसुख मिलने वाला था और उसका झड़ने वाला था साथ में मेरे पति का भी झड़ने वाला था।

हम तीनों को एक साथ चरम सुख की प्राप्ति हुई और हमें वासना सुकून मिल गया। मैं बहुत-बहुत जोर-जोर से सांस भरने लगी और उनका दोस्त बहुत ज्यादा थक गया था मेरे पति भी खूब जोर-जोर से सांसे ले रहे थे।

सच में मेरे पति बड़े ही क्रिएटिव और खतरनाक आदमी है नीचे चुदाई फेंटेसी तो मुझे अलग ही स्तर का वासना सुख देती है।