हिंदी सेक्स स्टोरी

फ़ोन-सेक्स

(Phone Sex)

प्रेषक : शशांक

यह कहानी मेरे अनुभव और भावनाओं को व्यक्त करती है। मैं शशांक, उम्र 25 वर्ष, कद 5’11”, दिल्ली का रहने वाला हूँ।

मेरे मन में हमेशा सेक्स करने की इच्छा रहती है सबकी तरह, पर मैं रोज उसमें कुछ नया और अच्छा करने की कोशिश करता रहता हूँ।

मैं देखने में पता नहीं कैसा लगता हूँ पर हाँ, लड़कियाँ हमेशा मुझे पर नजर गड़ाए रहती हैं। मुझे अब तक यही सुनने को मिला है कि मैं सबसे सेक्सी लड़का हूँ।

यह कहानी मेरी गर्लफ्रेंड की है जिसकी अब किसी और से शादी हो चुकी है, उसी ने मुझसे प्रथम प्रणय-निवेदन किया था। तब वो 22 साल की और मैं 23 का था।

और मैंने हाँ बोल दिया था क्योंकि मेरे मन में भी उसके लिए भावनाएँ थी पर ग़लत नहीं। वो देखने में बहुत ही सुंदर है, कद 5’5″, रंग गोरा चेहरा परी की तरह और तनाकृति 32-28-32

वो मुझ पर जान देती थी। मैं उससे फोन पर घंटों बात करता पर मिलना कम ही हो पाता था। हम दोनो अपने अपने परिवारों के कारण बस दूर से ही एक दूसरे को देख पाते थे पर एक दूसरे से ना मिल पाने के कारण हम दोनों के मन में आकर्षण बढ़ता जा रहा था।

और एक दिन उसने व्रत रखा करवा चौथ का।

शाम को फोन पर बोली- मैं व्रत कैसे खोलूँ?

मैंने कहा- तुम्हारे पास मेरा फोटो है, उसे देख कर !

वो बोली- वो तो कर लूँगी पर पानी कैसे पिलओगे?

मैंने कहा- तुम फोन करना मैं कुछ करूँगा।

उसने शाम को फोन किया और मैंने दिन भर सोचा था पर मुझे कुछ समझ नहीं आया था।

तब तक उसका फोन आ गया- वो फोटो मैंने देख लिया है ! अब मुझे पानी कैसे पिलाओगे?

मैंने फिर सोचा, अचानक मेरे दिमाग़ की बत्ती जली और मुझे एक आइडिया आया, मैंने कहा- तुम्हारा मुँह ही तो जूठा करना है आज ! मैं तुम्हें चूम लेता हूँ ! तुम अपना व्रत खोल लो।

वो शरमा गई और कुछ नहीं बोली।

और हमने फोन पर ही अपना पहला चुम्बन किया। उसके बाद पता नहीं मुझे और उसे क्या हो गया कि हम दोनों एक दूसरे के लिए तड़पने लगे।

एक दिन आख़िर हमें मौका मिला और हम मिले और सिर्फ़ एक दूसरे का हाथ पकड़ कर एक दूसरे की आँखों में देखते रहे। तब उसकी मम्मी आने वाली थी, सो वो चली गई।

फिर फोन पर हमारी बात हुई, उसने पूछा- आपने मुझे बाहों में क्यों नहीं लिया?

मैंने कहा- तुम्हारी मम्मी आने वाली थी ना ! तो मुझे तुम्हें जल्दी ही छोड़ना पड़ता। मैं तुम्हें हमेशा अपने से चिपकाए हुए रखना चाहता हूँ।

वो शरमा गई। फिर हम दोनो इसी तरह बातें करते रहे और बातों में ही बहुत खुल गये। वो अपनी निजी बातें भी मुझसे करने लगी।

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एक दिन वो बहुत गर्म हो रही थी और मेरे से मिलकर सेक्स करने की इच्छा (शादी के बाद) जता रही थी पर साथ में अफ़सोस भी कि हम अभी नहीं मिल सकते।

उसी वक़्त मैंने उससे उसके बदन का नाप पूछा और चुचूकों का रंग भी।

उसने कहा- आप खुद ही देख लेना..

अचानक हम दोनों को पता नहीं क्या हुआ, हमने बातों में ही फोन सेक्स शुरु कर दिया।

जो इस प्रकार था…

शशांक : मैं तुम्हें हग करना चाहता हूँ…..

वो : करो ना…. पूछो मत…… मैं आपकी ही हूँ।

शशांक : मेरी आँखो में देखो….महसूस करो…

वो : देख रही हूँ….

शशांक : मैं तुम्हारे होठों को देख रहा हूँ…

वो : हाँ…

शशांक : मैं तुम्हें कंधों से पकड़ रखा है। अब मैं तुम्हारे बाल चेहरे से हटा रहा हूँ और धीरे से अपने होंठ तुम्हारे होंठों की तरफ ला रहा हूँ, फील इट, युअर आइज हस बिन क्लोस्ड…न माई लिप्स आर गोयिंग टू मीट विद यूअर लिप्स…

वो : ह्म्‍म्ममममम करो ना प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़

शशांक : बॅट मैंने किस नहीं किया…

वो : करो नाआआआअ…

शशांक : मैंने सिर्फ़ अपनी जीभ को बाहर निकाल कर उसकी टिप से तुम्हारे होंठो को छुआ। लिक कर रहा हूँ….

वो : उमौमौममौमौमा……. आइयी कॅन फील यू शशंकककक

शशांक : अब मेरे हाथ तुम्हें हग कर चुके हैं ! मैं तुम्हारी कमर पर टॉप के ऊपर सहला रहा हूँ…फील कर रही हो नाआआ माइ लाइफ माइ जान……….

वो : हाँ….

शशांक : अब तुमने अपने हाथ से मेरी शर्ट को जींस से निकाल कर मेरी कमर पर सहलाना शुरु कर दिया है।

वो : और मैँने तुम्हे ज़ोर से हग कर लिया है और स्मूच कर रही हूँ ! मैं मर जाऊँगी शशाआआआन्क्क्क्क !

शशांक : ऐसे नहीं मरने देंगे अपनी जान को ! हम साथ में मरेंगे… मैंने धीरे से तुम्हारी आइज पर किस किया और तुम ने अपनी आँखें खोली और अब शरमा रही हो

वो : मुझे कुछ हो रहा है…

शशांक : अब मैंने तुम्हारे लिप्स पर एक छोटा सा किस किया और अपने हाथ से तुम्हारी गर्दन पर से बाल पीछे कर दिए कान के ऊपर से और अपने लिप्स तुम्हारे गले पर रख दिए

वो : मेरे रोए खड़े हो रहे हैं ! मैं मर जाऊँगी.. प्लज़्ज़्ज मेरे पास आ जाओ नाआआ….

शशांक : मैं वहीं हूँ तुम्हारे पास……अब मैंने तुम्हारे पीछे जा कर हग कर लिया है…और अब मैं तुम्हारे कान की लटकन को चूस रहा हूँ….

वो : उम्म्ममम शाआ शाआअंकक

शशांक : मेरा हाथ तुम्हारे दिल के पास हैं मैं तुम्हारी गरदन और कान को चाट रहा हूँ ! मेरा दूसरा हाथ तुम्हारी नाभि के पास है…. और मैं टॉप को थोड़ा सा ऊपर कर पेट पर हाथ फ़िरा रहा हूँ ! अब धीरे धीरे ऊपर करके बूब्स को अपने हाथों से ढक लिया है ! होंठों से गले को लगातार किस कर रहा हूँ….

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वो : मुझे तुम्हारे कपड़े तो निकालने दो ! तुमने मेरा टॉप तो निकाल दिया है……

शशांक : हाँ निकालो ना प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़

फिर उसने बातों से मेरे कपड़े निकाल दिए

फिर मैंनें आगे कहा- और अब मेरे तुम्हारे बीच सिर्फ़ ब्रा है, मैंनें पीछे से हग किया हुआ है और तुम्हारी कमर को चाट रहा हूँ ! पर यह ब्रा की हुक स्ट्रीप बीच में आ रही है…

वो : उसे निकाल दो ना प्लज़्ज़्ज़

शशांक : मेरे हाथ तुम्हारे कंधे पर हैं ! मैं पीछे और मैंने धीरे से हाथ बूब्स की ओर बढ़ाने शुरु कर दिए हैं और वक्ष की उंचाइयों पर अपने हाथ ले जा रहा हूँ….

वो : ह्म्‍ममम उम्म्म्म

शशांक : मैं तुम्हारे दिल की धड़कन को फील कर सकता हूँ ! अब मैं सामने आकर तुम्हारे कंधे को चूम रहा हूँ ! पर यह ब्रा की स्ट्रीप बीच मे आ रही है…. मैंने दातों के बीच इसे फंसा कर कंधे से नीचे उतार दिया पर सिर्फ़ एक तरफ़ का… फिर अपने लिप्स को तुम्हारे बूब्स के ऊपर ला रहा हूँ लिक करते हुए

वो : उफ्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्ह

शशांक : मैंने बूब निकाल लिया है दूसरे को ब्रा के अंदर ही हाथ से पकड़ लिया है अब जीभ से तुम्हारे चुचूक को खोज रहा हूँ, उधर उंगली से….

वो : देखो… ये रहे….. जानुउउउउउ…..

शशांक : अहहह मिल गये निप्पल……मैंने सिर्फ़ ज़ीभ की टिप से निपल को छुआ है।

वो : ये कड़ा हो रहा है…………..ह्म्‍म्म्ममममम उम्म्म्मम जन्नन टच इट विद योर फिंगर प्लज़्ज़्ज़्ज़

शशांक : फिर मैंने झीभ से ही उसे ऊपर मोड़ दिया, फिर नीचे….. फिर लेफ्ट और फिर राइट…. और फिर गोल गोल घुमा रहा हूँ …. अब मैंने इसे चूसना शुरु कर दिया….

वो : लिक इट बेबी…. उम्म्म्मम

मैं चूसता जा रहा था और वो मस्त हुई जा रही थी !

शशांक : अब मैंने पीछे से ब्रा की स्ट्रीप खोल दी और दूसरे बूब को भी मुँह में भर लिया है….

वो : दबाओ दूसरे को… उम्म्म्म इसको भी चूस लो…

काफ़ी देर हम ऐसे ही मज़ा लेते रहे, मुझे उसकी वासना भरी आवाज़ मस्त कर रही थी तो उसे उसे मेरी किस और लिक करने की आवाज़ गरम कर रही थी….

कुछ देर बाद उस ने मुझे कहा….फक मी शशांकककक अब नहीं रुका जा रहा….. फक मी वेरी हार्ड……

शशांक : (पर मैं तो और भी कुछ करना चाह रहा था) रूको मेरी जान…… अभी तो बहुत कुछ करना है…….

अब मैंने टोपलेस तुम्हें हग कर लिया है और तुम्हारे निपल्स मेरे चेस्ट पर निपल्स से रब हो रहे हैं…… और रब करो…..

वो : उम्म्म्मम ह्म्‍म्म्ममम ऊएईईईईईमाआआअ शशांकककक यू आर सो सेक्सीईई फक मी प्लज़्ज़ज़्ज़

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शशांक : वेट…… जान, आज मैं तुम्हें जन्नत की सैर करा रहा हूँ… अब मैं नीचे जा रहा हूँ और नाभि को लिक कर रहा हूँ… अब और नीचे… मैंने लोअर को लिप्स से पकड़ कर पूरा उतार दिया है…

वो : निकाल दो …. पेंटी भी निकल दो… उम्म्म

शशांक : अब मैं तुम्हारे पैर क अंगूठे को चूस रहा हूँ और लिक करते हुए ऊपर आ रहा हूँ….. अब मेरे लिप्स तुम्हारी जाँघो पर हैं… बहुत सुंदर हो तुम मेरी जान… मुझे आज इस पूरी सुंदरता को भोगने दो..

वो : उम्म्म्मम ह्म्‍म्म्ममम ऊएईई मैं तिईईई हूँ….. जो चाहे कर लो ! मुझे इतना सुख कभी नहीं मिला….(उसकी आवाज़ मे वासना घुली थी)

शशांक : अब मैं जन्नत की खुशबू ले रहा हूँ, कौन से रंग की पेंटी पहनी है?

वो : पिंक….

शशांक : बहुत सुंदर है.. अब मैंने लिप्स से पकड़ कर पेंटी नीचे कर दी….

वो : पूरी निकाल दो ना आआ…

शशांक : पूरी निकाल दी… अब मैं ज़ीभ की टिप से तुम्हारी चूत को सहला रहा हूँ, और लिप्स को ज़ीभ से खोलने की कोशिश कर रहा हूँ…… कैसा लग रहा है…. जान….?

वो : उईईई मममम्ममी….. बहुत्त्त्त मस्त लग रहाआआ हैईईइ… करते रहो…

शशांक : (थोड़ी देर बाद…….) जान क्या रेडी हो ? अब डाल दूं?

वो : पूछो मत अब फाड़ दो इसे पर धीरे से करना शुरू में… फकक्क्क मीईईईई प्लज़्ज़्ज़

शशांक : लो जान अब ले लो…….. ये देखो कितना तड़प रहा है अंदर जाने को…..

वो : डाल दो नाआआआ अब प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़

शशांक : लो… ये लो….

वो : ह्म्‍म्म्मममम ऊएईईईईईई मममयययी

शशांक : अहहह धप्प…….लो जनंननन्

वो : फक्क मीईई जानुउ हार्ड वेरी हार्ड

इस तरह हम तीस मिनट तक लगे रहे वो सीत्कार करती रही।

वो कह रही थी मुझे आज मम्मी बना दो और मैं कह रहा था कि मेरी आज तुम बनोगी हमारे बच्चों की मम्मी….

फिर वो बोली क़ि जो चरम सुख मैंने उसे दिया वो उसे कभी नहीं भूलेंगी और मुझसे मिलने के लिए कहने लगी और बोली- प्लीज़ मुझ ही शादी करना ! मैं तुम्हारा दिया सुख रोज पाना चाहती हूँ…

इस तरह हम आगे बढ़ते रहे।

और एक दिन मेरे घर पर कोई नहीं था, मैंने उसे घर बुला लिया और उसे जम कर चोदा ! वो तो मुझ पर निहाल हो गई। मैंने उस दिन आइस क्यूब और शहद भी प्रयोग किया। उसे उस दिन चरम सुख की प्राप्ति हो गई और मुझे भी…

उसने मुझे कैसे गर्म किया और कैसे मेरा साथ दिया, उसके ही शब्दों में अगली कहानी में…

तब तक आपकी मेल का इंतज़ार रहेगा।