हिंदी सेक्स स्टोरी

रिंकी बुआ के जाने के बहाने अपने दोस्त के यहाँ रुकी

Rinki bua ke jane ke bahane apne dost ke yaha ruki

रिंकी बुआ के जाने के बहाने अपने दोस्त के यहाँ रुकी

शाम के 5 बज चुके थे और रात होने में बस थोड़ी से ही देर थी
मेने रिंकी से कहा की आओ तुम्हे थोड़ा बाजार घुमा लाउ
वो एकदम से मान गई थी
पास में ही मार्किट थी !
में और रिंकी मार्किट चले गए थे और रिंकी अभी भी घुटनो से थोड़ा उप्पर तक की स्कर्ट और टीशर्ट में ही थी
स्कर्ट के अंदर फैंसी मिनी कच्छी जो की मेने उसको एक साल पहले बर्थडे में गिफ्ट दिया था उस दिन उसने वही वाली पहन रखी थी और उसके अंदर अभी भी बैगन फसा हुआ था और टीशर्ट के अंदर से उसके नोकीले निप्पल चूचिया के उप्पर उठे हुए थे जो की बिना बिना ब्रा के उसके मुंह पर चार चाँद लगा रहे थे
उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़फ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़

में रिंकी को जान बुझ कर एक भीड़ भाड़ वाले मार्किट में ले कर गया था जहाँ पर बहुत भीड़ थी और लोग आपस में भीड़ भीड़ क्र चल रहे थे ! ताकि जब लोगो के हाथ रिंकी को छेड़े तो ये आपने आप ही और भी ज्यादा सुपर हॉट हो जाये

मार्किट में जब हम घूम रहे थे तब रिंकी कभी कभी चुपके से अपनी कच्छी पर हाथ लगा क्र बैगन को एडजस्ट कर लिया करती थी क्यूंकि चलने से चुत में से बहुत पानी निकलने की वजह से बैगन इधर उधर हो रहा था ! रिंकी की चाल थोड़ी सी बदल गई थी
और एक बार रस्ते में रिंकी ने कहा भी था अतुलललल थोड़ा सा उनकंफर्टबले फील हो रहा हे
तो मेने उसको बोलै था की अगर ज्यादा हो तो किसी पब्लिक टॉयलेट में जा कर निकल लेंगे
ये सुन्न क्र रिंकी संतुष्ट हो गई थी

एक जगह एक फैंसी हेयर बैंड्स सड़क पर बैठा बेच रहा था और रिंकी उसको देखने के लिए झुक कर देख रही थी !
वह इस बात से बेखबर थी की उसके बैठने से उसकी कच्छी दिख रही थी और सामने वाले को उसकी छोटी से कच्छी से साइड की फांके दिख रही हे और दुकानदार उसकी कच्ची को ही देख कर लुफ्त ले रहा था
और दोस्तों ये सच था वो दूकानदार उसको हेयर बैंड कम दिखा रहा था और उसकी चुत ज्यादा देख रहा था
जब रिंकी ने उसकी आँखों को समझा तो वो शर्मा गई थी और बिना कुछ लिए एक दम से कड़ी हो गई थी
और मेरा हाथ पकड़ कर बोली चलो यहाँ से

रस्ते में मेने एक भीड़ भाड़ वाले एक स्नैक्स की दूकान पर उसको लाइन पर लगा दिया था की तुम इतने टोकन लो में दूसरी लाइन पर लगता हूँ

जहाँ मेने उसको लाइन पर लगाया था वहां एक अद्द्मी ने जो की लाइन में उसके पीछे खड़ा था बिलकुल चिपक कर खड़ा हो गया था और उसने कई बार रिंकी के बूब्स को भी छूने की कोशिश करि थी क्यूंकि रिंकी के बूब्स टेंट की तरह टी शर्ट में से चमक रहे थे जो किसी को भी पागल कर सकते थे !
ये बात वापसीमें रस्ते में रिंकी ने मुझे बताई थी के मेरे पीछे जो आदमी खड़ा था न वो जान बुझ क्र मुझसे चिपक रहा था और मेरे बूब्स पर भी हाथ लगाने की कोशिस भी क्र रहा था !
मेने पूछा लगाया की नही
रिंकी : कोशिश तो बहुत करि थी और एक बार तो उसने मेरे से आगे खड़े आदमी को हाथ लगाने के बहने मेरे बूब्स को ही पूरा हाथ से दबाता हुआ ले कर गया था और एक बार उसने पीछे से मेरी स्कर्ट के अंदर भी हाथ डालकर गांड पर हाथ फेरा था और और जब गांड पर पीछे से बिलकुल चिपका हुआ खड़ा था और हाथ बार बार आगे कर के मेरे बूब्स को छेड़ने की कोशिश कर रहा था
फिर मेने पूछा था की तुमने कुछ कहा नहीं
रिंकी : अगर में कुछ बोलती तो बेकार का तमाशा बनता इसलिए में चुप ही रही थी
और हम दोनों हंस दिए थे
हम करीब 7.30 बजे घर पहुंचे थे
बहन ने खाना तैयार कर लिया था
और बहन की सास आपने भाई के यहाँ गई हुई थी
जैसे ही हम घर पहुंचे बहन ने हमे मुंह हाथ धोने के लिए बोलै और खाना लगा दिया था
फिर हमने खाना खाया था ! खाना कहते कहते हमें रात के 9 बज गए थे
और बहन ने रात को सोने के लिए आज रिंकी को आपने दूसरा गाउन दिया था जो की आगे से थोड़ा सा खुला हुआ था और रिंकी के चूचियों की आधी लाइनिंग उसके अंदर से दिख रही थी, आप इसको ऐसे भी बोल सकते हे की रिंकी की आधे बूब्स उप्पर से बहार झांक रहे थे !
उस गाउन में एक डोरी थी जो बाहर से नॉट के द्वारा बाँधी जाती थी, अगर आपने नॉट खोल दिया तो गाउन बिलकुल चादर की तरह खुल जायेगा और अगर नॉट को बांध लोगे तो पूरा शरीर को कवर कर लेता था बिलकुल फैंसी था वो!
जब रिंकी अपनी ड्रेस बदल कर, वो पहन कर आई तब बहन ने उसको गले से हल्का सा हग किया था और गाल से गाल लगाया था
दोस्तों आपको बता दू की रिंकी ने जो नाईट गाउन पहना था उसके अंदर सिर्फ ब्रा ही थी
मतलब नो कच्ची ओनली ब्रा
मीन्स अगर आपने डोरी खोल दी तो समझो रिंकी नंगी ही हो
समझे कुछःह बहन की सपोर्ट भाई के लिये
अब रिंकी और मेने सोने की तैयारी कर रहे थे और बहन ने सबका बिस्तरा कमरे में जमीन पर लगा दिया था और तीन गद्दे और उनके उप्पर चादर बिछा दिया था पहला बिस्तरा बहन का फिर रिंकी का फिर मेरा !
सब एक दूसरे से जुड़े हुए थे यानि की कोई सरक कर किसी के भी बिस्तरे पर सो सकता था

क्यूंकि आज बहुत गर्मी थी और कूलर की हवा भी आज गर्म ही लग रही थी , बहन ने कहा था की अतुलललल आज बहुत गर्मी हे और सब कूलर में ही सो जायेंगे उप्पर छत पर भी बहुत उम्मस हे भाई
और फिर बहन आपने बेटे को ले कर सोने आपने बिस्टरो पर लेट गई थी
तभी उसका बेटा रोने लगा था और बहन दो मिनट तक तो चुप करवाने की कोशिस करि फिर बोली की अब ये दूध पिए बिना नहीं मानेगा ! रिंकी तू जरा इसको संभाल में टॉयलेट हो कर आ रही हूँ ! में उसको गॉड में लेने लगी तो वो और मचल गया था तो बहन बोली इसको चुकी से लगा ले 2 मिनट में अभी आई टॉयलेट से
और फिर रिंकी ने अपने गाउन की नॉट को खोल कर ब्रा उप्पर करने लगी थी तब बहन बोली
क्यों शर्मा रही हे
किस्से शर्मा रही हे
अतुल से या इस बचे से
चल जल्दी से पीला और रिंकी ने आपने गाउन आगे से पूरा खोल लिया था और अपने बूब्स ब्रा में से निकाल कर उसके बेटे के मुंह में लगा दिया था ! रिंकी का सीना अब आगे से पूरा नंगा था ! एक चची उसके बेटे के मुंह में थी और एक ब्रा के अंदर !

मे उन सब चीजों को बड़े आराम से चुप चाप बैठा हुआ देख रहा था
5 मिनट तक उसका बेटा रिंकी की चुचिओ को पिता रहा था ! बीच में ek baar तो मेने भी उसकी दूसरी ब्रा उप्पर करके दूसरी चूची अपने मुंह में ले ली थी ! रिंकी सिहर गई थी और जोर से मेरा सर पकड़ कर अपनी चुचिओ पर मेरा सर दबा दिया था !
शायद रिंकी चूची पिलाने से गर्म हो गई थी
5 मिनट बाद बहन टॉयलेट से आ गई थी और फिर उसने अपने बेटे को गोद में ले कर लेट गई थी
जब उसने दूध पिलाने के लिए आपने चूचियों की तरफ हाथ किया तो पाया की उस हाफ गाउन में उप्पर से दूध पिलाने का ऑप्शन नहीं हे और उसको गाउन थोड़ा उप्पर करने पड़ेगा तभी वो दूध पीला पायेगी !
बहन ने कहा की अतुल लाइट्स बंद कर दो मुझे दूध पिलाना हे और फिर उसने अपना गाउन नीचे से सरका कर थोड़ा सा उप्पर किया और अपने चुची को निकाल कर बेटे के मुंह में लगा दिया था !
उफ़ बहन अब चुची के निचे से पूरी नंगी थी सिर्फ कच्ची पहनी हुई थी वो भी फैंसी शार्ट वाली जो उसकी गांड और चुत को ढक नहीं पा रही थी
(दोस्तों कच्छी सिर्फ बोलने को ही था वर्ण आप बोल सकते हो की धागे वाली काची जिसमे सिर्फ धागा ही था चुत पर जो सिर्फ चुत की लाइन को धक् रहा था या यूँ बोलिये की चुत के अंदर धागा फसा हुआ था और बहन को गर्म कर रहा था)
(शायद जब बहन बाथरूम गई होगी तब कच्ची बदल कर आई होगी, हम दोनों को हॉट करने के लिए)
मेने और रिंकी दोनों ने ये देखा था और चुप चाप एक दूसरे की तरफ देख कर मुस्करा दिए थे
वो रिंकी के सामने ही बिना किसी शर्म के आपने बेटे को चूची पीला रही थी और हम लोगो से बाते भी क्र रही थी
चूँकि बाते हो रही थी इसलिए में रिंकी वाले बिस्टरो पर ही लेट कर बाते कर रहा था और मेरा हाथ रिंकी के कमर पर था और रिंकी का गाउन अभी भी आगे से खुला हुआ था और में पीछे से रिंकी से चिपका हुआ था !
मेने आपने हाथ सर खुजाने के बहाने उप्पर किया फिर वापस रखते समय खुले हुए गाउन की तरफ से उसके नंगे शरीर पर रख दिया था !
मेरी इस हरकत को बहन ने देख कर भी नजर अंदाज कर दिया था और मेने धीरे से आपने हाथ सरका कर रिंकी के बूब्स पकड़ लिए थे और दूसरे हाथ से उसके ब्रा पीछे से खोल दी थी!
आज मेने भी देखा था बहन की चूचिया तो रिंकी से भी बहुत बड़ी बड़ी और गुड्डाज थी
रिंकी की चूचिया बहन की चूचियों के आगे बिलकुल बचो जैसी थी
मेने एकदम से अपनी नजर वहां से हटाली थी
चूँकि कमरे में अंधेरा था और ये सब देख क्र में थोड़ा सा हॉट हो गया था और मेने धीरे से रिंकी का गाउन पीछे से उप्पर कर लिया था और पीछे की तरफ से में उसकी छूट में ऊँगली दाल रहा था और उधर रिंकी और बहन एक दूसरे से बाते कर रही थी और में भी !
बीच बीच में रिंकी अपनी गांड को पीछे की तरफ कर देती थी शायद उसको मजा आ रहा था और उस मजे में मेरी उंगलिया आराम से उसकी चुत में चली जाती थी !
कई दफा तो रिंकी ने मेरे हाथो को भी जो की उसके बूब्स पर थे को जोर से पकड़ा था

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शायद रिंकी भी बहन को नंगा देख क्र हॉट हुई पड़ी थी उसने कुछ नहीं बोला था और मेने उसको पीछे से पूरा गाउन उप्पर उठा कर नंगा कर दिया था और उसकी गांड से आपने आपको चिपका कर, हाथ कमर पर रख कर, में उसके उप्पर से बहन से भी बाते कर रहा था
5 मिनट बाद दूध पिलाते पिलाते बहन बाते करते करते बहन ने सोने की एक्टिंग करी और वो झपकी के बहाने सो गई थी
और बाहर रसोई के आगे एक नाईट बल्ब जो जल रहा था उसकी हलकी सी रौशनी ही बस आ रही थी
अब मेने रिंकी का गाउन के दोनों नाड़े खोल दिया थे और और मेने उसकी ब्रा भी उतरवा दी थी और ब्रा को तकिये के अंदर छुपा दिया था ! अब रिंकी बिलकुल नंगी हो गई थी और मेने भी आपने पायजामा उत्तर दिया था और अब सिर्फ में कच्चे में ही था उप्पर कोई बनियान और टीशर्ट नहीं था
और मेने रिंकी का नंगा बदन उठा कर अआपने ऊपर सीनेसे लगा लिया था! अब रिंकी की चूचिया और मेरी चूचिया आपस में मिल गई थी और रिंकी मेरे उप्पर आराम से आकर चिपक गई थी ! रिंकी आगे से नंगी थी लेकिन पीछे से देखने वाले को लगेगा की रिंकी ने गाउन पहना हुआ हे
और में रिंकी के हिप्स को दबा दबा कर आनंद ले रहा था
और कुछ ही देर में रिंकी गर्म हो गई थी और फिर मेने रिंकी का गाउन उसके शरीर से भी पूरा उतरवा दिया था और अब रिंकी के शरीर पर कोई कपडा नहीं था और वो रूम में बहन के होते हुए भी सारि शर्म लिहाज छोड़ कर बिलकुल नगी थी !
आप ऐसे देखिये
एक तरफ बहन एक करवट आधी नंगी
बीच में रिंकी बिलकुल नंगी इस तरह लेती हुई थी जैसे कमरे में कोई और हो ही नहीं
उसको कोई दर नहीं था की अगर बहन जाग गई तो क्या होगा इत्यादि इत्यादि

उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ में पागल हुआ जा रहा था क्यूंकि रिंकी को पूरा नंगा इस तरह देख कर मेरा लंड रोड की तरह हो गया था और वो मेने रिंकी के हाथ में पकड़वा दिया था जिससे रिंकी ने बड़े चाव से एकदम लपक लिया था
और शायद वो बहन से बिल्कुल कम्फर्ट जोन में थी

और शर्याद बहन भी रिंकी से क्यूंकि तभी तो उसने सब कुछ जानते हुए भी आपने बिस्तर बिलकुल हमरे पास ही लगाया था
बहन की चूचिया अभी भी दिख रही थी श्यादा वो दूध पिलाते पिलाते झपकी आ गई थी
थोड़ी हे देर में में और रिंकी गर्म हो गए थे
अब रिंकी बिलकुल नंगी थी और में एकदम तैयार उफ्फफ्फ्फ़
फिर मेने रिंकी को बिस्तरों से थोड़ा सा निचे किया था और वो अब उसका सर बहन के पेट के पास आ रहा था और उसके उसके सर के निचे का तकिया निकल कर उसके गांड के निचे लगा दिया था
एंगल इस तरह से बनाया था की हम बहन पर नजर रख सके और इस चक्र में रिंकी का सर बहन के पेट और बूब्स के पास था
और अब रिंकी की चुत खुल कर सामने आ गई थी
में उसकी चुत को देख कर पागल हो रहा था और मेने कई बार उसकी चुत को चाटा और हाथ भी फेरा और एक दो बार अपनी उंगलिया भी उसकी चुत के अंदर दाल दी थी

रिंकी बिलकुल गर्म हुई पड़ी थी और उसकी चुत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था
मेने उसकी टांगो को आपने कंधे पर रख कर आपने लंड धीरे से उसकी चुत में दाल दिया था और धीरे धीरे शॉट लगाना शुरू कर दिया था और रिंकी को कानो में धीरे से बोल दिया था की अपनी आवाज पर कण्ट्रोल रखना !
क्यूंकि रिंकी की आद्दत थी की जब उसको मजा आता था तब वो जोर जोर से सेक्स आवाजे निकालना शुरू कर देती थी
और फिर मेने धीरे धीरे अपनी स्पीड बढ़ा दी थी और थोड़ी ही देर में कमरे में फच फच्च की आवाजे आणि शुरू हो गई थी , मेने बहुत कोशिश करि थी की वो आवाज न आये पर वो आये ही जा रही थी (मुझे और रिंकी को उस समय इतना जोश चढ़ा हुआ था की फच फच की आवाज शांत कमरे में गूंज रही थी को नजर अंदाज कर के सेक्स करने में लगे हुए थे ) और फिर मेने उसको इग्नोर करते हुए अपनी स्पीड को कंटिन्यू रखा था और ५ मिनट बाद में झाड़ गया था और मेने आपने सारा विरया रिंकी की चूत में उड़ेल दिया था और में पूरा का पूरा रिंकी के उप्पर पड़ गया था और रिंकी मेरे लंड को अपनी चुत में जकड़े हुए उसका आखरी बून्द तक अपनी छूट में ले रही थी अरु जब आखरी बून्द भी उसकी छूट में टपक गया था तब उसने अपनी पकड़ ढीली कर ली थी ! तब मेने देखा की रिंकी का सर बहन की चुचो को छू रहा था और रिंकी का हाथ भी बहन की चूत के पास जांघ के उप्पर रखा हुआ था !
फिर रिंकी उठी और मेरे से चिपक कर मेरे सीने पर आकर लेट गई थी
इतने में बहन ने करवट बदली थी और करवट बदलने में उसका गाउन जो की पहले से ही उप्पर थी
अब वो कमर के बल सीधा लेती हुई थी और उसने आपने एक पैर फोल्ड किया हुआ था और सीधा होने की वजह से गाउन छातिओ से उप्पर हो गया था और चूचिया बिलकुल साफ़ साफ दिख रही थी
अब उसकी फैंसी छोटी सी कच्ची उसकी विशाल चुत को छुपा नहीं पा रही थी और चुत साफ़ साफ़ हलकी रौशनी में दिख रही थी जो की बिलकुल साफ़ थी और उस पर कोई भी बाल नहीं था ! चूचिया पहले से ही बहार थी अब बहन का मुंह छत की तरफ था पर वो सोइ पड़ी थी या जान बुझ कर एक्टिंग कर रही थी !
मेने और रिंकी दोनों ने ये सब देखा और रिंकी थोड़ा सा स्माइल दे कर मेरी तरफ देखा था और मेने भी उसकी तरफ एक छोटी सी स्माइल कर दिया था
रिंकी : तुम्हारी बहन कितनी सुंदर हे!
देखो ! उसकी चूचिया तो मेरे से भी सुंदर और कितनी भरी भरी और निप्पल्स कितने सुंदर और लाल लाल हे
और देखो तुम्हरी बहन की चुत उसकी कच्ची में से झाँक रही हे और उसकी चुत भी बिलकुल साफ़ और मेरी चूत की फाड़ से भी लम्बी लम्बी हे
वो फिर बोली वैसे आपकी बहन सोते हुए कितनी सुंदर लगती हे बिलकुल देवी की तरह !
रिंकी फिर बोली : मन्न करता हे आपकी बहन को किश कर लू और एक हग भी !
रिंकी फिर बोली : आपकी बहन इतनी छोटी कच्ची क्यू पहनती हे

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में बोला: क्यूंकि जीजाजी को ऐसे ही कपडे पसंद हे और उनको बहन को कम कपड़ो में ही रखना पसंद हे
अगर वो होते तो बहन को ये वाला ही गाउन पहनते हे जो तुमने पहना हुआ हे और सोते समय बहन नंगी ही सोती हे क्यूंकि जीजाजी को यही पसंद हे
पुराणी बात हे एक बार में दीदी के घर रुका था उस समय जीजा जी चुतियो में आये हुए थे ! उस समय तो दीदी कई दफा कच्ची ब्रा में ही आपने कमरे से निकल आती थी और मुझे देख कर शर्मा कर बोलती थी, अतुल थोड़ा जल्दी जल्दी में आ गयी सॉरी
या कई दफा बाथरूम से सिर्फ टॉवल पहन कर ही आती थी
या कई दफा सिर्फ पतला सा झीना सा हाफ गाउन में ही किचन में काम करती थी मेरे सामने भी
उस गाउन में से वो बिलकुल नंगी साफ़ साफ़ दिखती थी !
और रात १० बजे जीजा को लगा में सो गया उस समय मेने अपने कमरे से बहन को पुरे घर में नंगा ही घूमता देखा था और उस दिन शयद जीजाजी को रात को भूख लगी थी तो बहन ने रसोई में खाना भी नंगे ही बनाया था !
(में चुप चाप आपने कमरे से सब देख रहा था)

फिर मेने रिंकी को खेच कर आपने उप्पर लिटा लिया था और मेने आपने कच्चा थीक किया और बाथ्ररोम जाने के बहाने वो वाला बैगन ले कर आ गया था और छिपा कर आपने तकिये के निचे रख लिया था
अब मेने फिर से रिंकी को पकड़ कर आपने साइड पर लिटा लिया था और उसकी गांड और चूचियों पर हाथ फेर ता रहा था
और ऐसे ही फेरते फेरते मेने एक बार फिर रिंकी को कहा की चूस कर इसको तैयार करो प्लेसस्सस

और जैसे ही रिंकी झुक कर चूसने के लिए झुकी मेने अपनी २ उंगलिया उसकी छूट के अंदर दाल दी थी , और उसका ग स्पॉट को रगड़ने लगा था
रिंकी ने कोई ऑब्जेक्शन नहीं किया था
फिर मेने चुपके से बैगन जसिका साइज मेने आप लोगो को पहले ही बता दिया था (११ इंच और करीब ३.५ इंच मोटा) उसकी वीर्य से भरी छूट में धीरे धीरे दाल दिया था
पहले तो रिंकी थोड़ा सा आनाकानी करि फिर मेरे न मानने पर उसने पुरा बेगुन अपनी छूट में डलवा लिया था
अब रिंकी की छूट में पूरा बैगन घुसा हुआ था
रिंकी मेरा लंड चूस रही थी

मेने रिंकी को इशारा किआ की आओ और लेट जाओ मेरे सीने पर , जिसे रिंकी ने झट से मान लिया था और आणि छूट में बैगन को फंसे फंसे वो मेरे उप्पर आ कर लेट गई थी और मेने उसकी चुचिओ को पकड़ कर उसको अच्छे से आपने उप्पर खींच लिया था और उस्सकी चूचियों के निप्पल्स को बिलकुल आपने मुंह के पास रखा था ताकि में उनको पि पाउ

जैसे ही मेने उनको पीना शुरू किया था रिंकी बहुत गर्म हो गई थी और गर्म होने के बाद उसने मुझे बहन के दिन वाली बात जो उसने आपने बेटे को दुधु पिलाने वाली बात करि थी शेयर करि थी
और ये भी बताया की दिन में बहन का बीटा बहुत रो रहा था और बहन किसी काम से बिजी थी तब बहन ने कहा था की रिंकी जरा इसको आपने दूध पीला दे !
पहले तो मेने इंकार किया था पर जब बहन ने अधिकार से डांटा था और कहा था की अतुल को पीला सकती हे इस मासूम को नहीं ! तो में शर्मा गई थी और फिर मेने अपना निप्पल इस बच्चे के मुंह में डाल दिया था ! दुधु पिलाने से उस समय मेरी चुत बहुत गीली हो गई थी! और तुम मुझे बहुत याद आ रहे थे !
में समझ गया था की बहन भी हमारे इस सेक्स गेम में फुल एन्जॉय कर रही हे
तभी तो वो भी indirectly इतना सब सपोर्ट कर रही हे और
जान बुझ क्र आज भी हमारे कमरे में ही सोइ हे
और जान बुझ कर उसने रिंकी को अपनी नंगी चूचिया और सेक्सी चुत दिखाई हे
ये साब सोचते सोचते में रिंकी के बूब्स जोर जोर से पिने लगा था और रिंकी आपने गांड को हिला हिला कर अंदर घुसे बैगन से मजे ले रही थी
ऐसा लग रहा था मूझे जैसे रिंकी पहले भी कुछ अपनी छूट में दाल कर मजे लेती रही होगी
क्यूंकि उसने जयादा ऑब्जेक्शन नहीं किया था और उसको पता था की अंदर बैगन डालने के बाद कैसे कैसे हिल कर उससे मजे लेने हे

फिर थोड़ी देर बाद मेने रिंकी की गांड के निचे २ तकिये लगाए और एक बार फिर मेने रिंकी की छूट में आपने मोटा लम्बा लंड दाल दिया था और रिंकी निचे से गांड उचका उचका कर एक बीवी की तरह मेरे लम्बे लंड की मार सेह रही थी
और अब तो बहन की चुत बिलकुल साफ़ साफ़ नंगी दिख रही थी क्यूंकि शायद उसकी कच्ची का धागा खुल गया था और मेरा और रिंकी का सर बहन की तरफ था ताकि हम उसपर निगाह रख सके !
रिंकी का सर अब भी बहन की चूची और चुत के बीच में ही था और जब में रिंकी को चोद रहा था तब रिंकी धक्को के कारन बहन के करीब पहुंच गई थी क्यूंकि रिंकी ने अपना एक हाथ उचे कर रखा था और सरक सरक कर उसका हाथ बहन के साथल को छू रहे थे और जब मेने दुबारा देखा तो रिंकी के हाथ बहन की चूत पर रखे हुए थे और बहन ने उसका हाथ हटाने की कोशिस भी नहीं करि थी और न ही हिल डुल रही थी !
मेने रिंकी के कान में कहा भी था की आपने हाथ हटाओ वह से वरना बहन जाग जाएगी
पर रिंकी के कुछ भी असर नहीं हुआ था और में आपने धक्के मरने में एक बार फिर लग गया था और रिंकी ने अब बहन की चुत
को अच्छे से पकड़ लिया था और उसका अगूंठा बहन की छूट के अंदर करके बाकी चार उंगलियों से बहन की छूट को पकड़ा हुआ था ! ( और रिंकी का दूसरा हाथ बहन की छाती पर था !

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फिर में और रिंकी डिस्चार्ज हो गए थे और मेने आपने सारा विरया रिंकी के कुँए में भर दिया था

और २ मिनट तक हम ऐसे ही चिपके रहे थे और फिर नार्मल होते ही जैसे ही रिंकी ने आपने हाथ बहन की चुत के उप्पर से हटाया तो मेने पाया की रिंकी की उंगलिया गीली हे
मेने उससे धीरे से पूछा की तुम्हारी उंगलिया गीली कैसे हो गई तो वो बोली पता नहीं

फिर रिंकी को समझ आया की उसने जब पीछे हाथ किया था और बहन की चुत पर जब उसका हाथ था तब बहन की चुत गीली होने के कारन उसका हाथ गिला हो गया होगा! और बहन की काची की डोरी भी खुली पड़ी थी यानि बहन अब बिल्किल नंगी सो रही थी ! बिलकुल नंगी !
बहन की चुत और चूचिया दोनों बिलकुल नंगी !
आज पहली बार बहन की चुत देखि थी
माँ कसम इतनी बड़ी चुत की फांक तो रिंकी की भी नहीं थी जितनी बड़ी बहन की थी
और बिलकुल क्लीन shaved
और बिलकुल चमकती हुई

हमने आपने सेक्स राउंड खत्म कर लिया था और ऐसे ही पड़े हुए थे
और रिंकी फैट से चढ़ क्र मेरे सीने पर आ गई थी और अपनी नंगी चूचिया मेरे सीने पर रखते हुए वो लेट गई थी
हम थोड़ी देर तक ऐसे ही पड़े रहे थे

फिर हमने दूसरा राउंड शुरू किया था और इस बार मेने रिंकी को घोड़ी बनने के लिए बोलै था और रिंकी ने बहन की तरफ मुंह किये किये घोड़ी बन गई थी और जब हमारा धयान बहन की तरफ गया तो बहन नींदो के कारन उसकी टांगे मुड़ी होने के कारन फेल गई थी और उसकी चुत पूरी खुल गई थी और उसकी चुत की लाइनिंग चमक भी रही थी ! इसका मतलब बहन की चुत गीली थी जो रौशनी लगने के कारन चमक रही थी ! और बहन के बूब्स पहले से ही नंगे थे जैसे मेने आप सबको उप्पर बताया था की बेटे को दूध पिलाने के लिए
में और रिंकी ने एक दूसरे की तरफ देखा और स्माइल किया था !
मेने रिंकी को घोड़ी बनाया और रिंकी के पीछे से आपने लंड दाल दिया था और पुश करना शुरू क्र दिया था
१५-२० धक्को के बाद रिंकी थोड़ा सा फेल गई थी और अब सिर्फ उसके हिप्स ही ऊँचे थे वरना वो पूरा का पूरा लेट गई थी और उसने एक बार फिर उसने अपना हाथ बहन की चुत पर पूरा का पूरा रख लिया था !

और इस बार उसने अपनी चारो उंगलिया बहन की चुत के अंदर भी दाल दिया था ( ये सब रिंकी ने मुझे बाअद में बताई थी ) और मेरे ढको के कारण रिंकी हिल रही थी और उसके हिलने के कारन उसका हाथ भी हिल रहा था और बहन की चुत में फिंगरिंग हो रही थी
और जब मेरा ध्यान थोड़ी देर में गया तो देखा की रिंकी का दूसरा हाथ भी बहन के निप्पल्स पर था और वो घोड़ी बनी बनी उनको भी मसल रही थी
बहन यही मदहोस पेरो को खोले हुए पड़ी थी और रिंकी की उंगलिया उसकी खुली चुत के अंदर थी
मेरा लंड रिंकी की चुत के अंदर था
और फिर से हम दोनों डिस्चार्ज हो गए थे और रिंकी ने आपने हाथ बहन की चुत से बाहर निकल लिया था
हम आपने में इतना मस्त थे की ये भी नहीं देख पाए की बहन भी उधर सिसकिया ले रही थी या नहीं
अब हम दोनों एक दूसरे के उप्पर लेट गए थे और लेते लेते कब हमे नींद आई पता ही नहीं चला था
जब पता चला तब सुबह के 5 बज रहे थे और बहन करवट ले कर हमरे तरफ ही उसका मुंह था
और इस समय उसकी चूचिया अंदर थी पर निचे से पूरी नंगी ही थी

मीने रिंकी की तरफ देखा तो रिंकी भी पूरी नंगी ही सो रही थी और इस समय रिंकी की एक पैर मुड़ा हुआ था और झोल खा कर दूसरी तरफ गिर गाय था जिसकी वजह से उसकी भी चुत इस समय पूरी फेल गई थी !
उसकी फैली हुई चुत बिलकुल कमल की तरह खिली हुई थी और उसकी महक कमरे में फैली हुई थी जो मेरे अंदर भी बस गई थी
रिंकी की फैली चुत देख कर में एक्साइट हो गया था और मेने एक बार फिर रिंकी को थोड़ा हिलाया डुलाया जो की रिंकी आराम से हो गई थी और जब मेने उसको हिप्स उठाने को बोलै तो वो चुप चाप अपनी गांड उठा लिया था और फिर मेने उसकी गांड के निचे तकिया लगाया और एक बार फिर उसको सोते सोते छोड़ लिया था
रिंकी सोते सोते भी चिपक गई थी और धीरे से मेरे कान में बोली थी
अतुल अच्छा लग रहा हे बहुत ाचा लग रहा हे
अरु फिर मेने उसकी चुत में अपना वीर्य डाल कर, रिंकी वैसे ही मदहोस सोती रही थी
और फिर मेने रिंकी और आपने उप्पर चादर ढकी और सो गया था

सुबह बहन ने हमें चाय के टाइम पर उठाया था और जब हम उठे थे तब रिंकी का गाउन हमें कहीं नहीं मिल रहा था ! और रिंकी बहुत परेशां हो रही थी !
इतने में बहन चाय ले आई थी और हँसते हुए बोली थी क्या हुआ रिंकी
रिंकी : दीदी गाउन पता नहीं कहाँ गया
बहन : अरे कोई नहीं जैसे सारि रात सोइ थी वैसे ही चाय भी पि लो
रिंकी : नहीं दीदी
बहन : तो फिर चादर ही ओढ़े रहो , मेने वो गाउन व्वाशिंग में दाल दिया हे
बहन वही रिंकी के सामने बेथ गई थी और मेरे साइड में
रिंकी और बहन आमने सामने थे और में साइड में था
बहन ने रात वाला ही हाल्फ गाउन पहना हुआ था

और वो जिस तरीके से बैठी थी रिंकी को उसकी चुत साफ साफ दिख रही थी क्यूंकि शायद बहन अपनी कच्ची भी वाशिंग में दाल आयी थी और फिर रिंकी शायद बहन की चुत को देख कर क्या हुआ चुप हो गई थी और चादर को ही आपने कंधो में दाल कर चाय पिने लगी थी
चाय पीते पीते रिंकी का पूरा ध्यान बहन की चुत की तरफ था और बहन अपनी आँखों से रिंकी को ताड़ रही थी
रिंकी चाय पीते पिता कई दफा चादर निचे गिर जाती थी तो उसके नंगे बूब्स दिखने लगते थे
तब बहन चुटकी लेती थी !
रहने दे क्यों शर्मा रही हे आराम से चाय पि
यहाँ सब तेरे आपने हे, और अतुल और बेटे ने तेरी चूचिया तो पि हुई हे तो इनसे कैसा शर्म
और जो तेरे पास हे वो मेरे पास भी हे
इसलिए कह रही हु आराम से चाय पि रहने दे क्यों शर्मा रही ही

इतना बोलते ही रिंकी को क्या असर हुआ उसने चादर उप्पर नहीं करि फिर और आराम से चाय पीती रही थी
चाय ख़त्म हुई और फिर रिंकी तैयार हो कर वापस घर जाने के लिए आपने कपडे पहन लिएए थे
और जाते जाते बहन और रिंकी आपस में गले मिले थे और बहन ने रिंकी से व्यादा लिया था की तुम जल्दी से जल्दी फिर आना
जाते समय बहन रिंकी को बोली अपनी अमानत तो लेती जाओ या ये अतुल को याद में देकर जा रही हो
और ये बोलते बोलते उसने उसकी ब्रा जो की रात को चुदाई के समय तकिये के अंदर रखी थी
रिंकी को दी
रिंकी शर्मा गई थी
और फिर दुबारा आने को बोल कर चली गई थी

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