रूचि की कुंवारी चूत 1
Ruchi ki kunwari chut-1
मैं “एच एस एस” का नियमित पाठक हूँ, आज मैं अपने कॉलेज के दिनों की यादों से मेरी लाइफ की पहली गर्ल फ्रेंड की कहानी लिख रहा हूँ!!!
ये कहानी मेरे प्रथम वर्ष, आर्किटेक्चर की है…
तो दोस्तो, कॉलेज का पहला दिन था और हम सभी थोड़े नर्वस और थोड़े डरे हुए थे, कारण रैगिंग का डर!!!
अचानक पार्किंग लॉट में एक लड़की दिखी, जो सिर से पाँव तक कपड़ों से ढकी हुई थी!!!
हमारे नागपुर में लड़की कैसी भी हो, वो अपना चेहरा बाँध कर ही चलती है। यहाँ सूर्य देव कुछ ज़्यादा ही प्रखर कृपा करते हैं, इसलिए… पर अचानक मेरी नज़रें उसकी नज़रों से मिलीं और उसने सामने देखा और चली गई!!!
दोस्तो, जब उसने अपना नक़ाब हटाया तो सारी दुनिया मानो एक पल के लिए रुक गई!! !!! 5।6 इंच हाइट… परफेक्ट फिगर और 32-26-34 की एक सुंदर सी लड़की सामने आई…
और मैं उसी वक़्त वहीं अपना दिल हार गया!!! !! सोचा, काश ये हमारी क्लास में हो तो मज़ा आ जाएगा!!! !! हुआ भी ठीक यही, जैसे ही मैं क्लास में पहुँचा तो देखा वो हमारी ही क्लास में है।
अपनी आदत के मुताबिक मैं लास्ट बेंच पर जा बैठा और उसे निहारने लगा…
पहले लेक्चर में सब का परिचय हुआ तो पता चला कि उसका नाम “रूचि रायजदा” है। मैंने भी अपना नाम “तुषार मान” बताया पर मराठी मीडियम का बैक ग्राउंड होने से मैं साला ये इंग्लीश बोलने वालो से मैं बात करने से कतराता था!!
ऐसे ही 2 महीने बीत गये!!
मैं हर दिन रूचि को देखता और आहें भरता, घर आ कर मूठ मरके सो जाता!!!
फिर एक दिन जब सितंबर के महीने में टीचर्स डे आया तो हमारी क्लास वालों ने ड्रामा में पार्ट लेने की बात की और मुझे एक रोल ऑफर किया। मैंने पहले मना कर दिया पर जब पता चला कि रूचि भी पार्ट ले रही है तो मैंने भी हाँ कर दी!!!
ड्रामा प्रैक्टिस में सब से परिचय हो गया और मुझे रूचि के (हज़्बेंड) पति का रोल मिल गया!!! !!
मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा!! !!!
ड्रामा के दौरान हम दोनों काफ़ी करीब आ गये, ऐसे ही काफ़ी दिन बीत गये…
फिर एक दिन दोस्तो के उकसाने पर मैंने रूचि को अपने दिल की बात बता दी और रूचि ने भी हाँ कर दी!! !!!
आग दोनों तरफ बराबर लगी थी!!…
हम “गर्लफ्रेंड-बाय्फ्रेंड” बन गये… !!!
पर हमेशा ग्रूप में होने के कारण कुछ भी बात नहीं बन पाई… …
बस कभी कभी रूचि का हाथ पकड़ लेता और कभी उसकी जाँघों पर हाथ फेर लेता, टेबल के नीचे से!!!
4 महीने के रीलेशन के बाद पहली बार हम एक दूसरे से गले मिले!!
मैंने उसके बूब्स को हाथ लगाया तो उसने आँखें बंद कर के ज़ोर से सिसकारी ली!!! !! मेरी हिम्मत बड़ी तो मैंने रूचि के बूब्स को दबाया, उसने कोई विरोध नहीं किया…
असल में रूचि को भी मज़ा आने लगा था!!!… पर जब मैंने उसे लीप किस करना चाहा, वो तैयार नहीं हुई!!!
हम लोग उसके घर पर थे, ये ध्यान आते ही हम लोग अलग हो गये और दोनों एक दूसरे से शरमाने लगे!!
फिर उसके बाद ऐसे ही हमें जहाँ जगह मिलती, हम हग कर लेते!!!…
यूँही ही एक दिन थियेटर में मूवी देखते हुए मैंने उसकी टी-शर्ट में हाथ डाला और पूरे 3 घंटे तक उसके बूब्स की मालिश की!!! !!
वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी पर कुछ आगे करने का मौका ही नहीं मिला… ऐसे ही काफ़ी दिन बीत गये।
फिर मुझे प्राइवेसी की तलाश में एक दोस्त ने इंटरनेट केफे का नाम बताया, जहाँ पूरा बंद केबिन है और कंप्लीट प्राइवसी है!! पूरे एक घंटे के लिए… पर हर घंटे के 100 रुपए देने थे, सो मैंने उसे वहाँ ले जाने के लिए तैयार कर किया!!!
केबिन में आते ही उसने अपना नक़ाब उतार लिया और मैंने उसे अपनी गोद में बैठा लिया!!! वो एक कटी पतंग की तरह मेरी बाहों में झूल गई!!! !!
मैंने उसके सिर पर आँखो पर, गालों पर, कानों पर और गले पर चुंबन की बौछार कर दी। रूचि पूरी तरह गरम हो गई थी पर मुझे लीप किस नहीं करने दे रही थी!!!
मैंने जब उसके टी-शर्ट में हाथ डाला तो पाया की उसने आज थोड़ी ढीली ब्रा पहनी हुई है जिससे मुझे उसके चुचों तक पहुँचाने में कोई दिक्कत नहीं हुई!!!
मैंने उसे चुंबन लेते हुए उसके बूब्स की काफ़ी मालिश की, रूचि उत्तेजना के कारण पागल हो रही थी पर प्राइवेट प्लेस ना होने से हम दोनों को डर था!!!
1 घंटा कैसे बीत गया पता ही नहीं चला, बाहर से हमे नोक किया गया की टाइम ख़तम होने में 5 मिनट रह गये हैं।
यह सुनते ही, जब मैंने उसे अपने से दूर करना चाहा तो अचानक रूचि ने मेरे लिप्स पर लिप्स रख दिए और मुझे मेरे अपर लिप्स पर काट लिया!! !! !!
मुझे यकीन है आप सोच रहे होंगे कि क्या किस्मत है बेचारे की, लड़की ने किस किया भी तो कब, जब समय खत्म हो गया… …
क्या करें, दोस्तो!! “एम स स” पढ़ने वाले, मेरे कई साथी इस बात से पूरी तरह सहमत होंगें कि ये लड़कियां हमें कितने पापड़ बिल्वाती हैं… !!
है की नहीं…??
लेकिन आप चिंता न करें दोस्तो, कहानी अभी बाकी है…
चूत तो चूद के ही रहेगी, बस मेरी तरह आप को भी करना होगा थोड़ा सा इंतज़ार और चुटकी भर सब्र!!!
हाँ!! मुझे यह जरूर बताएं की मेरी कहानी ने आपके लण्ड में और लड़कियों की चूत में खलबली पैदा की या नहीं…??
जवाब के इंतज़ार में…
आपका दोस्त –
तुषार… …