Teenage Girl Sex

सपना की सेक्सी चूत 1

Sapna ki sexy chut-1

सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।

मेरा नाम कुलदीप है।

मैंने यहाँ सारी कहानियाँ पढ़ी हैं।

मुझे सभी कहानियाँ अच्छी लगी।

मैं मुंबई से हूँ।

मैं इक्कीस साल का हूँ।

यह कहानी एक साल पहले की है।

बिल्कुल सच्ची घटना है।

आशा है आप लोगों को पसंद आएगी और आप लोगों के ढेर सारे ईमेल्स भी मिलेंगे।

उस समय मैं अपनी क्लास में सबसे पुराना स्टूडेंट था इसलिए सभी लड़कियों से मेरी अच्छी दोस्ती थी।

पर उस दिन जब मैंने क्लास मे एंट्री मारी तो मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी।

सीसे सा सफेद चेहरा मोटी-मोटी आँखें।

गुलाबी रंग के ड्रेस में वो किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी।

उसके बड़े-बड़े बूब्स ने मेरे अंदर एक अजीब सी खलबली मचा दी।

एक मिनिट तक वो मुझे और मैं उसे देखता रह गया।

फिर जाकर उसके सामने वाली बेंच पर बैठ गया।

अपनी दोस्त प्रिया से कानाफुसी करने पर पता चला की वो न्यू स्टूडेंट है उसका नाम सपना है।

उसका नाम सुनते ही मैं उसे पेलने के सपने में खो गया।

सपना भी लगता है मुझसे ही चुदवाने के ही मूड में थी।

कुछ समय बाद वो उठी और मेरे आगे वाली सीट पर बैठ गयी।

उसके उठते ही मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी।

क्या फिगर था।

34-24-32 के लगभग।

उसके उभार भरे चूतड अब मुझे दिवाना बना रहे थे।

अब क्लास में सर आ चुके थे।

उस दिन पढाई में मेरा मन बिलकुल ही नहीं लगा।

छुटृटी की बेल कब बज गयी पता ही नहीं चला।

जाते-जाते उसने मेरी तरफ एक स्माइल दे दी।

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मैं समझ गया कि बात की जाए तो काम आगे बढ सकता है।

अगले दिन मैं क्लास में जल्दी आकर बैठ गया और सपना का इंतजार करने लगा।

इतने में सपना आ गयी।

कल से ज्यादा सेक्सी तो वो आज दिख रही थी।

सफेद रंग का टि-शर्ट और काली जिन्स, होठों पर लाल रंग हल्की लाली, खुले बाल।

माँ कसम एक नंबर की माल।

आकर मेरे आगे वाली सीट पर अपनी मोटी गांड रखकर बैठ गयी।

मैंने प्यार भरी आवाज में उसे हाई बोल दिया धीरे-धीरे हम दोनों दोस्त बन गये।

एक दिन हम दोनों ऐसे ही बैठकर बातें कर रहे थे तभी सर क्लास में आये और पढ़ाने लगे।

मस्ती में मैंने अपना पैर उसके पैरों से रगड दिया।

उसने कुछ नहीं कहा बल्कि उसने भी वैसा ही किया।

दस मिनट तक पैर रगड़ने से शायद वो गरम हो गयी थी।

मैंने डरते हुए बेन्च के नीचे से हाथ डालकर हल्के से उसके चूतड सहला दिये।

इस बार भी उसने कोई प्रतिरोध व्यक्त नहीं किया।

मैं समझ गया कि रास्ता साफ है, तो अब मैं बिन झिझक अपने दोनों हाथों से उसकी गांड सहलाने लगा।

वासना का सैलाब उमड़ उठा था।

शायद इसी वजह से उसकी आँखें बंद हो गयी थीं।

अब मैंने अपना हाथ आगे बढाया और अपनी उंगलियों को उसकी नाभि पर घुमाया।

उसने अपना सिर बेँन्च पर रख दिया।

थोडा और ऊपर हाथ बढाया तो मेरे हाथों ने थोड़ा झनझनाहट महसूस की।

मेरा हाथ उसकी चूचियों को दबा रहा था।

ब्रा को ऊपर करके उसके काले दाने यानि निप्पल को अपनी उंगलियों के सहारे मसालने लगा।

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उसके दिल की धडकन मैं साफ महसूस कर रहा था।

इतने में बेल बज गयी।

बेल इंटरवल की थी।

उसने धीरे से अपनी ब्रा को सही किया और मुझे कैंटीन में मिलने को कहकर वहाँ से चली गयी।

कैटिन में बैठ कर हम दोनों बातें करने लगे।

मैंने उसे सौरी बोला तो उसने कहा – कोई बात नहीं, मैं आपसे प्यार करती हूँ।

बातचीत के दौरान पता चला कि उसका बडा भाई जो दुबई मे काम करता है।

माँ भी ब्युटी पार्लर मे काम करती है।

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तो वो अक्सर घर मे अकेले रहती है।

उसने मुझे अगले दिन कालेज ना आने के बजाये घर आने को कहा।

मैंने उसके घर का पता और फोन नंबर ले लिया। और फिर हम क्लास में चले गये।

मन में खुशी और सपना की चूत चोदने के उत्साह से मैं काफी खुश था।

घर पहूँचते ही बाथरुम मे जाकर मुठ मारी।

तब जाकर मेरे अदंर लगी सेक्स की आग शांत हुई।

जैसे तैसे दिन गुजारा।

शाम को ही मैंने स्ट्रावेरी फ्लेवर वाला कॉन्डोम लाकर अपनी बैग मे रख लिया।

सुबह जल्दी उठकर तैयार हुआ और अपनी बाइक पर सवार होकर चल पडा।

आधे घंटे में बोरिवली स्थित एक इमारत की पाचंवी मंजिल पर पहूँच गया।

सुबह के नौ बज रहे थे।

कमरा नंबर 504 की बेल बजाई।

सपना ने दरवाजा खोला और मुझे अंदर आने को कहा।

क्या कयामत लग रही थी वो नाइटी में।

मुझे अपने कमरे में ले गयी।

दस मिनट तक हमने बातें की फिर उसने टीवी चालू करके कहा कि आप तब तक टीवी देखो मैं स्नान करके आती हूँ।

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इतना कह कर मेरे पास आई और मुस्कुराते हुए मेरे गाल पर किस की और चली गयी।

कुछ समय बाद मेरे मन मे मस्ती सूझी।

मैं उठा और बाथरुम की ओर चल दिया।

मैं सपना के नग्न बदन को देखने के लिये दरवाजे के पास खड़ा हुआ कि उसने दरवाजा खोल दिया।

वो टावेल में थी उसे इस रुप मे देख मुझसे रहा नहीं गया मैंने उसकी कमर पर हाथ रखकर अपनी ओर खीँच लिया और अपने होँठ उसके होंठों से चिपका दिए।

मुँह मे मुँह डालकर उसके रस भरे होंठों को चूसने लगा।

वो अब गरम हो चूकी थी।

कहानी जारी है ..