माँ की चुदाई

जब एक माँ ने अपने ही सौतेले बेटे से काम वासना शांत की-3

मेरी जांघों के बीच में उसका गरम लिंग टकरा रहा था ,उसका लिंग काफी भारी था वो मेरी योनि को अपने लिंग से दबाने की कोशिश करने लगा ,मेने उसे फिर कहा विकास जो तू करना चाह रहा है वो मैं तुझे करने नहीं दूंगी। उसने मुझे कहा कि मम्मी प्लीज ,मुझे करने दो ना। तभी उसने मेरे ब्लाउज़ के बाकी बचे हुए दो बटन भी खोल दिए ,विकास ने मेरी दुद्दी अपनी हथेली से मसल दी। आज रात वो मुझे किसी भी कीमत पर हासिल करना चाहता था ,उसने मेरे कान में धीरे से कहा मम्मी मुझे तुम्हारी फ़ुद्दी मारनी है ,मैं सन्न रह गयी ये तो गुंडों वाली भाषा थी ऐसी बात नहीं थी कि मैने कभी ये शब्द सुने नहीं थे पर आज उसके मुँह से सुनकर मेरी तरसती बुर मचलने लगी और इसके साथ ही उसने मेरी योनि पर हाथ फेर दिया ,मेरा बुरा हल था मई कल्पनाओं में खो गयी ,

मैने रुची न दिखावे के लिए उसके लिंग को पकड़ लिया पर विकास का लिंग इतना मोटा होगा मैने सोचा भी न था ,मेरे पूरे जिस्म में काम वासना की लहरें उठने लगी,मैं दिखावे के लिएेे 3 -4 बार छेद के मुँह से हटाया पर विकास ने तेजी से मेरा हाथ छिटक दिया

विकास ने अपना हाथ हटा लिया और थोड़ी निराश हो गई कि सही जगह पहुँचने के बाद विकास पीछे क्यों गया? तभी मैने अपने पीछे के छेद यानि गुदा पर गरम अंगारा सा महसूस किया ,विकास ने अपना मोटा सुपाड़ा मेरी गुदा पर टिका दिया और धीरे धीरे मेरे चूतड़ हिलाने लगा ,मुझे इतना यकीं हो गया कि आज की रात विकास मेरे बदन से अपनी दो साल की हवस मिटायेगा ,उसका बड़ा सुपाड़ा मेरे पिछले छेद पर काफी दबाव बनाये हुए था मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई मोटा चिकना गरम डण्डा खुदाई कर रहा हो ,मैं इसके लिए कत्तई तैयार नहीं थी ,मुझे चूतड़ों में फटन सी महसूस हो रही थी मेने सोच लिया था कि अगर विकास जबरदस्तीपीछे घुसाने की कोशिश करेगा तो मैं दूसरे कमरे में भाग कर चटकनी मार् दूँगी ,पर जैसे विकास ने मेरा मन पढ़ लिया हो. थोड़ी देर बाद ही उसका मोटा लण्ड मेरी कटान के नीचे वाले हिस्से पर पहुँच गया ,

मेरा दिल धक धक करने लगा ,विकास ने अपना दायां हाथ मेरे कूल्हे पर रख दिया ,कमरे में पंखा फुल स्पीड पर था ,वो लण्ड से बुर के छेद को चौड़ा करने की कोशिश करने लगा ,अब मुझे मजा आने लगा था क्योंकि ये प्राकृतिक था और मैं विकास के मोटे लण्ड से चुदने को उत्सुक थी ,मैं कल्पनाओं में खोने लगी ,तभी मेरे हलक से हिचकी निकल गई असल में विकास ने एक जोर का धक्का मार दिया था मेरी बुर पहले से ही लार टपका रही थी इसलिए सुपाड़े ने अपनी जगह बना ही ली विकास ने अपने दाएं हाथ से मुझे जकड़ लिया और फिर वो करने लगा जो आज से 6 साल पहले उसके पापा ने किया था ,यानि की वो धीरे धीरे अपना लण्ड मेरी बुर में ठेलने लगा अब मेरी बुर मस्ताने लगी ,विकास मोटे लण्ड से जो खिंचाव बुर के मुंह परपड़ रहा था अब वो ज्यादा महसूस नहीं हो रहा था मेरी बुर के सलवट खुलने शुरू हो गए और मुझे एक बेहद अजीब सी मस्ती छाने लगी.

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मेरा मन हो रहा था कि विकास मुझे मुन्धा करके चोदे ,आज मैं अपनी जालिम बुर की जबरदस्त रगड़ाई करवाने को बेताब थी ,विकास ने कुछ धक्के मारने के बाद मुझे अपने ऊपर ले लिया उसका मोटा लण्ड मेरी टाइट चूत में फंसा हुआ था ,उसने मेरी दोनों जांघें अपनी जांघों तरफ फैला दी ,अब मुझे कुछ कुछ आईडिया हो गया था की वो क्या चाह रहा था ? और तभी विकास ने अपने चुत्तडों को धीरे धीरे ऊपर उछालना शुरू करा ,उसने मेरी दोनों दूदिया जोर से निचोड़ दी ,अब दर्द से मैं कराही उसने कहा मम्मी क्या हुआ ? मैने कह दिया विकास इतनी जोर से मत भींच। बस फिर तो उसने मुझे अपने लौड़े पर उछालना शुरू कर दिया मैं मस्ताने लगी और मुंह से अजीब सी आवाजें निकलने लगी थी जो अक्सर निकलती हैं। उसका सुपाड़ा मेरी बच्चेदानी की गाँठ को बुरी तरह बार बार पीछे धकेल रहा था ,विकास बार बार मेरी गाण्ड ऊपर उछाल रहा था ,उसका ज्यादा मोटा लौड़ा मुझे बेहद खुश करने में लगा था करीब 4 -5 मिनट चोदने के बाद उसने मुझे मुन्धा कर दिया और फिर से मेरे चूतड़ फैलाए और लौड़ा घुसा दिया ,विकास के जबरदस्त धक्कों से मेरा जिस्म बुरी तरह हिल रहा कुछ देर बाद उसकी जांघें मेरे चूतड़ों से भत्त भत्त करके टकराने लगी और उसके आंड मेरे दाने से ,

मैं खुद को एक तपती हुई भट्टी की तरह महसूस कर रही थी जिसमे मैं अपने ही बेटे की जवानी को झुलसाने में आनंद महसूस कर रही थी ,मेरी चूत पिछले 6 साल से प्यासी थी ,पर मैं अपने दिल की बात किसी से भी शेयर नहीं करती थी ,धीरे धीरे विकास ने अपनी रफ़्तार बढ़ानी शुरू कर दी ,कमरे में पंखें अलावा अगर कोई आवाज थी तो हमारे बदन के टकराने की ,
और तभी मेरी घुटी सी चीख निकल गई असल में उसने मेरी बुर में पूरी ताकत से अपना मोटा लिंग पेल दिया था जो शायद करीब 5 इंच तक घुस गया था ,मैने अपनी जिंदगी में कभी भी इतना मोटा लिंग न तो देखा था और और ना कभी अंदर लिया था। मेरे अंदाज से उसका लिंग किसी भी सूरत में करीब सवा 2 इंच व्यास से कम नहीं था.

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मेरी चीख सुनते ही उसने कहा ,मम्मी बहुत साल बाद गया न इतना मोटा गुल्ला ? मेरे मुँह से जल्दी से निकला हाँ मेरे राजा। उसने तुरंत ही मेरे गाल चूमे और कहा कि मम्मी आज की रात तुम मेरी और सिर्फ मेरी हो ,वो बहुत नशे में था और इसके साथ ही उसने धक्का मारा और इतने इतने मोटे लण्ड को एडजस्ट करने के लिए मेरी टाँगें कब उठ गई मुझे पता ही नहीं चला ,बस इसके साथ साथ अपनी जांघें चौड़ी कर ली। जैसे ही मैने टाँगें उठाई उसने मेरी टाँगें टखनों के पास से कस कर पकड़ ली और मेरे सिर तरफ कर दी ,उसका मोटा लण्ड मेरी गीली फुद्दी में जगह बनाने में लगा था और आनंद के मारे मैं अपनी गर्दन इधर उधर हिला रही थी विकास अपने चुत्तडों से बार बार धक्के मार कर मेरी फुद्दी को रौंद रहा था उस वक़्त मेरी जबरदस्त इच्छा होने लगी कि विकास मुझेे अपने मोटे विशालकाय लण्ड से गर्भवती कर दे। और उधर विकास मुझे चोदने के लिए पुरे जोर लगा रहा था पता नहीं कब से उसका टैंक भरा पड़ा था ,?

ये हम दोनों के लिए अच्छी बात थी की कमरे में अँधेरा था वरना न वो मजे ले पाता और न मैं। अब विकास का लण्ड मेरी नाभि के करीब पहुँचने लगा था और बेहद मीठा मीठा दर्द मेरी बच्चेदानी के अंदर महसूस हो रहा था उसके बड़े सुपाड़े से मेरी बच्चेदानी का मुंह की गाँठ को मजा आने लगा था विकास ने करीब 7-8 मिनट तक किसी बेरहम जानवर की तरह मेरी चुदाई करी और फिर उसके लण्ड ने 8 -9 बार तेज गरम फुहारों से मेरी तरसती फुद्दी अच्छी तरह से रौंद दिया था ,मेरी चुदाई के लिये तरसती फुद्दी शांत होती जा रही थी विकास मेरे ऊपर पसर गया था और मेरे गर्दन को चूम रहा था ,उसे भी शायद बहुत अच्छा लगा ,उसका मजबूत मोटा लण्ड धीरे धीरे सिकुड़ कर बाहर निकलने की कोशिश करने लगा ,
विकास को शायद झपकी आने लगी ,मैने उसके चुत्तडों पर प्यार से थपथपाया उसकी नींद खुल गई तभी मैने उसके चेहरे पर जल्दी जल्दी 4 -5 चुम्मियां ली,उसने कहा मम्मी मुझे पेशाब आ रही है वो पेशाब करके जैसे ही कमरे में आया मैने तुरंत लाइट ऑन कर दी। वो नंगा तो था ही ,उसका बड़ा लौड़ा झूल सा रहा था ,और ढिल्ला हो गया था ,

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उसके बड़े लौड़े पर हाथ लगाने के लिए मेरी इच्छा जोर मारने लगी और मैने इससे पहले की वो बिस्तर पर चढ़ता उसका लौड़ा अपनी हथेली में ले लिया ,न तो पूरा तना हुआ था न हि शिथिल ,हाँ लौड़े का साइज करीब करीब करीब वो ही था ,मई नीचे फर्श पर उकड़ू बैठ गई और झुक कर उसके आंड की चुम्मिया ली ,बड़े लौड़े से चुदने का मजा तो आता ही है पर मर्द की मर्दानगी को छूकर अलग ही नशा सा छाने लगता है मैने हथेली में लेकर धीरे धीरे लण्ड को हिलाना शुरू किया और विकास के चेहरे पर कामातुर भाव से देखा , वो शायद समझ गया और उसने नीचे झुक कर मेरे होंठ चूम लिए ,इसके साथ ही उसके लौड़े में सख्त पन दुबारे से आता चला गया ,हमारी माँ बेटे वाली झिझक मिट चुकी थी ,उसने मेरे सिर के बाल अपनी मुट्ठी में जकड लिए और मेरे मुँह में अपना मजबूत लण्ड घुसा दिया ,बड़ी मुश्किल से मैने मुंह में लण्ड को एडजस्ट किया और जैसे ही अपनी जीभ चलायी विकास ने अपने मोटे मोटे चूतड़ आगे पीछे हिलाने शुरू कर दिए ,
मेरा मन भी फिर से विकास की मर्दानगी देखने को लालायित हो उठा ,

करीब २ मिनट भी नहीं हुए होंगे की विकास ने मुझे अपनी बाँहों में उठा लिया उसका लौड़ा फुंकार लगा था वो मुझे सीधे ड्राइंग रूम में सोफे पर ले गया और मुझे मुन्धा कर दिया ,मैने घबराई नजरों से उसे देखा उसने कहा मम्मी आज की रात मैं तुम्हारे कुँवें की ऐसी मरम्मत करूँगा कि तुम भी पिछला सब भूल जाओगी। और इसके साथ ही उसने हिमाचली पीले आड़ू जितना बड़ा सुपाड़ा मेरी फ़ुद्दी पर टिकाया और धीरे धीरे इधर उधर हिला कर छेद में डाल दिया.