शादी से पहले सेक्स का अनुभव
हैलो दोस्तों, आप सबको मेरा सेक्स से भरा प्यारा सा नमस्ते! मेरा नाम कुमार है, उम्र 28 साल, और मैं जोधपुर का वो शख्स हूँ जो औरतों के दिल और जिस्म की हर ख्वाहिश को पूरा करने का हुनर रखता हूँ। मैं एक प्राइवेट प्ले-बॉय हूँ, जो ना सिर्फ असंतुष्ट लेडीज़ की चूत की गर्मी को शांत करता है, बल्कि उनकी गांड की खुजली, चूचियों की मसालेदार मस्ती, और मेरे लंड को चूसकर वीर्य का रस पीने का लाजवाब मज़ा भी देता हूँ। ये मज़ा वो है जो उन्हें पहले कभी नसीब नहीं हुआ, और हाँ, मुझे इसके बदले कुछ पैसे और ढेर सारा सुख भी मिलता है। लोग मुझे “सेक्स कुमार” के नाम से जानते हैं, क्योंकि मेरा 7 इंच लंबा और 4 इंच मोटा लंड औरतों के हर सपने को सच कर देता है, वो भी बड़े प्यार और जोश के साथ।
ये कहानी है जोधपुर की एक हसीन और गर्म लड़की, पूजा की, जो MCA की स्टूडेंट थी। उसकी उम्र 22 साल, फिगर 34-32-34, और रंग इतना गोरा कि चाँद भी शरमा जाए। वो किसी बड़े बिजनेसमैन की बेटी थी, और उसकी खूबसूरती देखकर कोई भी पागल हो जाए। बात उस गर्मी के दिन की है जब मैं जोधपुर यूनिवर्सिटी के रास्ते से अपने घर जा रहा था। दोपहर का वक्त था, सड़क सुनसान, और तपती धूप में मैंने देखा कि एक लड़की अपनी बाइक के पास नीचे बैठी कुछ कर रही थी। मैंने सोचा, इस गर्मी में ये क्या कर रही है? बस, मैंने अपनी बाइक रोकी और उससे पूछा, “मैडम, क्या प्रॉब्लम है?” उसने बताया कि उसकी बाइक स्टार्ट नहीं हो रही।
मैंने बाइक चेक की तो पेट्रोल पाइप में कचरा फंसा था। मैंने पाइप निकाला, थोड़ा पेट्रोल बहाया, और फिर बाइक स्टार्ट हो गई। धूप में थकान होने की वजह से मैं थोड़ा रुक गया। मैंने उससे उसका नाम-पता पूछा, तो उसने बताया कि वो पूजा है। उसने भी मुझसे मेरे बारे में पूछा, और बातों-बातों में उसने सेक्स अनुभव की इच्छा जताई। मुझे तो बस यही चाहिए था! मैंने अचानक उसकी चूत में उंगली डाल दी। वो जोर से चिल्लाई, “आआहह!” लेकिन मैंने उंगली हिलानी जारी रखी और पूछा, “मेरे स्टाइल में प्यास बुझाना चाहती हो, जो बिल्कुल हटके है, या सिर्फ लंड डालकर हिला दूँ?” वो बोली, “आज मैं तुम्हारी हूँ, मेरे जिस्म के साथ जो चाहे करो। मैं बस पूरा सेक्सी एक्सपीरियंस चाहती हूँ, जो मेरे जिस्म को सुख की सैर कराए।”
मैंने उसे वहीं खड़ा करके पूरा नंगा कर दिया। उसकी चूचियाँ इतनी टाइट थीं कि मेरा मन ललचा गया। मैंने उन्हें मसलना शुरू किया और अपने होंठ उसके होंठों से मिला दिए। वो इतनी प्यासी थी कि पागलों की तरह मुझे किस करने लगी। उसकी साँसें गर्म थीं, और उसका जिस्म मेरे स्पर्श से कांप रहा था। मैंने कहा, “अब मेरे कपड़े उतारो।” उसने झट से मेरी पैंट, बनियान, और अंडरवियर उतार दी। मेरा लंड देखकर वो चौंक गई और बोली, “हाय, ये तो बहुत मोटा है! मैंने आज तक सिर्फ एक बार चुदवाया है। तुम तो मेरी चूत फाड़ दोगे!” मैंने हंसकर कहा, “इसे पकड़ो।” मैं सोफे पर बैठ गया, और वो मेरे पैरों के बीच बैठकर मेरा लंड हिलाने लगी।
मैंने कहा, “मुँह खोलो और आँखें बंद करो।” जैसे ही उसने ऐसा किया, मैंने अपना पूरा लंड उसके मुँह में घुसा दिया और उसके बाल पकड़कर उसके सिर को आगे-पीछे करने लगा। मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था, और वो “आह्ह्ह” की सिसकारियाँ ले रही थी। थोड़ी देर बाद मैंने लंड निकाला और उसे अपने कंधों पर उठाकर बेडरूम में ले गया। वहाँ मैंने उसकी गांड को सहलाते हुए उसे बेड पर लिटाया और उसके जिस्म को सिर से पाँव तक चूमना शुरू किया। जब मैं उसकी चूत के पास पहुँचा, तो उसकी साँसें तेज हो गईं। मैंने उसकी चूत को सहलाया, और वो सिसकारियाँ लेने लगी।
मैंने उसकी चूत में एक उंगली डाली और उसे चोदने लगा। फिर धीरे से दूसरी उंगली भी डाल दी। वो चीख रही थी, लेकिन थोड़ी देर में वो झड़ गई। मैंने कहा, “अब मेरा लंड चूसो।” मैं उसके सिर के पास बैठ गया और लंड उसके मुँह में दे दिया। वो बड़े मज़े से चूस रही थी, और मैं उसके बूब्स को जोर-जोर से मसल रहा था, उसके निप्पल खींच रहा था। करीब 10 मिनट तक मैंने उसे लंड चुसवाया। फिर मैंने कहा, “अब घोड़ी बन जाओ।” उसने तुरंत पोजीशन ले ली। मैंने उसकी गांड को सहलाया, थोड़ा थूक उसकी चूत और अपने लंड पर लगाया, और लंड को उसकी चूत पर सेट किया। जैसे ही मैंने सुपाड़ा अंदर डाला, उसका जिस्म झटके से हिल गया।
वो “आआहह” चिल्लाने लगी, क्योंकि उसे दर्द हो रहा था। मैंने थोड़ा रुककर उसके बूब्स सहलाए और फिर उसके कंधे पकड़कर एक जोरदार झटका मारा। मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया। वो चीख रही थी, “हाय, मेरी चूत फट गई! छोड़ दो!” लेकिन मैंने उसकी बात अनसुनी की और चोदना शुरू कर दिया। थोड़ी देर में उसका दर्द मजे में बदल गया, और वो भी मेरे साथ ताल मिलाने लगी। मैंने उसे अलग-अलग पोजीशन में चोदा—कभी उसे पीठ के बल लिटाकर, कभी उसके ऊपर चढ़कर। इस बीच वो एक बार झड़ चुकी थी, और मैं उसे चोदे जा रहा था।
जब मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूँ, मैंने उसकी पीठ के नीचे हाथ डालकर उसे जोर से गले लगाया और अपनी स्पीड बढ़ा दी। वो मजे से चिल्ला रही थी, “वाह, और चोदो! मेरी चूत फाड़ दो!” और हम दोनों एक साथ झड़ गए। थोड़ी देर बाद हम बाथरूम गए, वॉश लिया, और बिना कपड़ों के खाना खाया। खाने के दौरान उसकी गोल-मटोल गांड देखकर मेरा मन फिर डोल गया। मैंने उसे बेडरूम में बुलाया और तेल की बोतल देकर कहा, “मेरे लंड की मालिश करो।” उसने पहले मेरा लंड जोर-जोर से चूसा, फिर ढेर सारा तेल लगाया।
मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी गांड के छेद पर लंड सेट किया। एक हल्का झटका मारा, और वो तड़पने लगी। मैंने उसे कसकर पकड़ा और पूरा लंड उसकी गांड में घुसा दिया। वो चीख रही थी, “नहीं, मेरी गांड मत फाड़ो! मेरी चूत चोद लो, प्लीज!” लेकिन मैंने उसकी गांड मारना जारी रखा। करीब 15 मिनट बाद मैं उसकी गांड में ही झड़ गया। जब मैंने लंड निकाला, तो उसके साथ खून भी निकला। वो रो रही थी, लेकिन मैंने उसे समझाया कि सुबह तक ठीक हो जाएगा।
उस रात मैंने उसे अलग-अलग पोजीशन में 5 बार चोदा। अगले दिन हम कोर्ट गए, और रात को वापस आकर फिर पूरी रात चुदाई की। उस दिन से पूजा महीने में दो बार लखनऊ आती है, कोर्ट की तारीख का बहाना बनाकर, और हम जमकर चुदाई करते हैं। वो मेरी सबसे प्यासी क्लाइंट है, जो मेरे लंड की दीवानी हो चुकी है। तो दोस्तों, कैसी लगी मेरी ये सेक्सी कहानी? अगर कोई लेडी जोधपुर में मुझसे मिलना चाहे, तो मैं तैयार हूँ, बस आपकी प्यास और मेरे लंड का मेल होना चाहिए!