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शहरी छमिया की गावं में चुदाई-2

(Shahar ki chhamiya ki gaao me chudai-2)

फिर मैंने उसे हाथ देकर उठाया तो वो उठ गयी लेकिन वो ठीक से चल नहीं पा रही थी तो मैंने कहा कि शायद आपको चोट ज़्यादा लग गयी और अगर आपको बुरा ना लगे तो क्या में तुम्हे अपनी गोद में उठाकर ले चलूं और उस कमरे में पैर पर थोड़ा सा तेल मसल दूँगा तो ठीक लगेगा.

फिर उसने दर्द से कराहते हुए हाँ में अपना सर हिला दिया और जब मैंने उसको अपनी बाहों में उठाया तो मुझे ऐसा एहसास हुआ कि जैसे उसने लोवर के अंदर अपनी पैंटी नहीं पहनी है और में उसको कमरे की और लेकर चल दिया और कमरे में ले जाकर उसको ज़मीन पर ही लेटा दिया और उसका लोवर थोड़ा सा ऊपर करके उसके पैर पर तेल से मालिश करने लगा.

तभी जैसे उसको करंट सा लगा हो और वो ज़ोर से कराह उठी तो मैंने पूछा कि क्या हुआ लेकिन मेरे इतनी बार पूछने पर भी उसने कुछ नहीं कहा और मैंने अपनी थोड़ी सी हिम्मत दिखाई और उससे कहा कि तुम अपना लोवर ऊपर से थोड़ा नीचे कर दो तो में ठीक तरीके से मालिश कर सकता हूँ.

तो उसने एकदम से चकित होकर मना कर दिया और में समझ गया कि मेरा अनुमान बिल्कुल सही है.. उसने अंदर पेंटी नहीं पहनी हुई है तो मैंने कहा कि ठीक है कोई बात नहीं.. में तो केवल मालिश करने के लिए कह रहा था तो उसने थाड़ा सा शरमा कर जवाब दिया कि नहीं ऐसी कोई बात नहीं है.. वो अंदर मैंने पेंटी नहीं पहनी हुई है तो मैंने मुस्कुराकर कहा कि कोई बात नहीं.. में अपनी आँखें बंद कर लूँगा और वैसे भी अब तो धीरे धीरे अंधेरा होने वाला है तो उसने कहा कि ठीक है, तुम अब अपनी आँख बंद करो और में अपना लोवर उतार देती हूँ और मैंने अपना सर पलट लिया.

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तभी उसने अपना लोवर पूरा नीचे उतार दिया और अपनी गांड को टी-शर्ट से छुपाते हुए बोली कि क्या अब ठीक है और अब क्या तुम मालिश कर सकते हो, तो मैंने अपना सर घुमाया तो वो पेट की तरफ से लेटी हुई थी और उसकी गांड तक टी-शर्ट थी लेकिन मेरा काम हो चुका था और मैंने धीरे से उसके पैर पर अपना हाथ घुमाना शुरू किया और उसके पैर को सहलाने लगा. तभी अचानक वो पलटी और उठकर मुझसे चिपक गयी तो मैंने कहा कि क्या हुआ तो उसने कहा कि शायद किसी ने काट लिया और मैंने तुरंत अपना मोबाईल ज़ेब से बाहर निकाला और उसकी टॉर्च में देखा तो वहाँ पर कुछ नहीं था लेकिन उसकी मस्त जवानी देखकर में तो निढाल हो गया और अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था..

मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और उसके होंठो को अपने दांतो में दबा लिया और पहले तो उसने बहुत ज़ोर लगाया मुझसे छुटने के लिए.. लेकिन थोड़ी ही देर में उसकी पकड़ ढीली पड़ गयी और वो भी मुझे अपना समर्थन देने में जुट गई तो मैंने भी सही टाईम देखकर अपनी एक उंगली उसकी चूत की दरारों पर ले जाकर एकदम घुसा दी तो वो फिर से चीख पड़ी और बोली कि क्या करते हो?

फिर मैंने कहा कि प्यासे को कुए तक लाकर पानी नहीं पिलाया तो बहुत पाप लगता है और धीरे से उंगली उसकी दरार के अंदर कर दी तो वो मेरी बाहों में झूल गयी तो मुझसे नहीं रहा गया और मैंने उसको ज़मीन पर लेटा दिया और उसको माथे से लेकर धीरे धीरे उसके पैर के अंगूठे तक चूम लिया.. वो तो बस मस्त हो गयी थी और अब पूरी तरह जोश में आ चुकी थी तो उसने भी धीरे से मेरी ज़िप खोलकर मेरा हथियार बाहर निकाल लिया और धीरे धीरे उसे सहला रही थी और अब तो आलम यह था कि उससे भी रहा नहीं गया और वो धीरे से बोली कि अब तुम क्यों पाप कर रहे हो? मुझे अब शांत क्यों नहीं करते तो मैंने झट से अपना बैचेन लंड उसकी गीली बैताब योनि पर रखा और एक जोरदार धमाका किया.. बस एक ही धमाके में मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर और उसकी चीख बाहर.. उसकी तो मानो शायद दोनों आँखे ही बाहर निकल आई हो और उसने मुझे ज़ोर से एक थप्पड़ मारा और फिर जैसे ही होश आया तो मुझसे सॉरी बोलने लगी.

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फिर मैंने कहा कि इसकी अभी कोई ज़रूरत नहीं और फिर मैंने अपने धक्को में धीरे धीरे से तेज़ी लानी शुरू की और अब शायद उसको भी मज़ा आने लगा था.. क्योंकि वो भी नीचे से अपनी गांड को उठा उठाकर सहयोग देने लगी और करीब 5 मिनट के बाद ही वो मुझसे ज़ोर से चिपक गई तो में समझ गया कि यह तो गई काम से लेकिन मैंने अपनी स्पीड कम नहीं की और में ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाता रहा. 10 मिनट के बाद तो वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगी तो मैंने उसके मुहं पर अपना मुहं रख दिया और करीब 10 मिनिट बाद में भी उसके ऊपर निढाल होकर लेट गया और मैंने अपने गरम गरम वीर्य को उसकी चूत में डाल दिया लेकिन जैसे ही मैंने अपनी पकड़ उस पर से ढीली की तो वो मुझसे दूर जाकर खड़ी हो गयी.. उसने जल्दी से अपने कपड़े पहने.

तभी मैंने देखा कि उसकी आँखे एकदम लाल हो गयी और फिर मैंने उसके पास जाकर सॉरी बोला लेकिन वो कुछ नहीं बोली और फिर वो आगे और में उसके पीछे हो गया.. जैसे ही गावं की सीमा शुरू हुई में रुक गया और वो अपने चाचा के घर निकल गयी और मेरी कभी भी उससे मुलाकात नहीं हो पाई और कुछ दिनों के बाद मुझे पता चला कि उसकी शादी हो गयी.