शो रूम की नौकरी
मै मंगलवार को दोपहर करीब एक बजे उसके घर पहुंचा और डोर बेल बजाई। थोड़ी देर में दरवाजा खुला और वो मेरे सामने थी। मै उसको देखता ही रह गया। वो काले रंग की साड़ी में थी और उसका हुस्न मुझ पर कयामत ढा रहा था। मै उसके साथ अन्दर आया तो उसने पूछा- क्या लोगे? ठन्डा या गर्म? मैने कहा दोनो। उसने कहा ऐसे तो तुम्हारी तबीयत खराब हो जायेगी। मैने कहा- यही तो मै चाहता हूं। यह सुनकर वो धीरे से मुस्कराई और बोली-उसके लिये तो तुम्हें मेरे बेडरूम में चलना होगा। मैने कहा ठीक है, चलो, और हम उसके बेडरूम में आ गये।
काफ़ी देर हम बातें करते रहे। बात करते करते उसने अपना पल्लू गिरा दिया। उसकी चूचियां ब्लाउज से बाहर झांक रही थी। मैने उसे बेड पर लिटा लियाऔर उसके होठों को चूमने लगा। करीब १५ मिनट के बाद मै उसके ब्लाउज के हुक खोलने लगा। जैसे ही मैने उसका ब्लाउज उतारा, आगे का नज़ारा देख मै पागल हो गया और ब्रा के उपर से ही जोर जोर से उसकी चूची दबाने लगा। फ़िर ब्रा उतार कर चूचियां चूसने लगा. अब वो भी गर्म हो गयी थी। मैने उसकी साड़ी और फ़िर पेटिकोट उतार दिया। वो सिर्फ़ पैन्टी में बहुत मादक दिख रही थी। उसने मेरे कपड़े भी उतार दिये। हम पूरे नंगे हो गये। उसने मेर 8” लम्बा लन्ड मुंह मे ले लिया और मै ६९ कि पोजिशन मे उसको मजा देने लगा। वो एकदम पागल हो चुकी थी।
अब मै उसके उपर लेट कर अप्ना लन्ड उसकी चूत में घुसाने को तैयार हो गया। टांगें फ़ैला कर उसने मेर स्वागत किया। चूंकि वो एक बच्चे की मां थी इसलिये काफ़ी अनुभवी थी। जैसे हि मैने अपना लन्ड उसकी चूत पे रखा, वो मुझे अपनी ओर खींचने लगी। लन्ड अन्दर जाते ही वो सिसकारियां लेने लगी। थोड़ी देर झटके देने के बाद मै उसका दूध पीने लगा। अब दूध पीने में ज्यादा मजा आ रहा था। फ़िर मै झटके देने लगा और थोड़ी देर में मैं झड़ने लगा। अब तक वो भी झड़ चुकी थी। उसके बाद हम दोनो काफ़ी देर लिपटे ही रहे।
अब तक मै उसको कम से कम दस बार चोद चुका हूं।