सोनिया रंडी की गोवा में चुदाई-1
Soniya randi ki goa me chudai
हैल्लो दोस्तों, में आपके लिए एक स्टोरी लेकर आई हूँ. दोस्तों ये घटना मेरे साथ में दिसम्बर में हुई, जब क्रिसमस की और न्यू ईयर की छुट्टियाँ थी. तो दोस्तों मैंने सोचा कि क्यों ना इस बार कुछ अलग टाईप की मस्ती की जाए? तो क्या था? में अकेले ही गोवा निकल पड़ी. वहाँ आप नंगे भी घूमो तो कोई दिक्कत ही नहीं है और मुझे तो कपड़े पहनना वैसे भी पसंद नहीं है. तो दोस्तों में 27 दिसम्बर को नाईट में अपने रिज़ॉर्ट पहुँची और मैंने पहले ही अपना रूम बुक करा लिया था.
अब दोस्तों जैसे ही में रूम में अंदर गई तो मैंने दरवाजा बंद किया और एक लंबी साँस ली, ओह माई गॉड, अब में गोवा में थी. फिर मैंने अपना गाउन उतारा और अपनी अंडरवियर भी उतार कर साईड में फेंक दी. फिर मैंने टावल लिया और वॉशरूम में चली गयी, वहाँ के शीशे में अपने नंगे बदन को देखकर में अपने आपसे ही जलने लगी और अपने प्राइवेट पार्ट्स को सहलाने लगी और शॉवर चालू कर दिया. ओह माई गॉड अब मेरे गर्म जिस्म पर ठंडा-ठंडा पानी मेरी प्यास को और बढ़ाने लगा था. अब मेरी उंगलियाँ अपने आप ही मेरी सेक्सी चूत की तरफ चली गई और उसे सहलाने लगी. अब मेरे मुँह से सिसकियां निकलने लगी आह आह आह फुक मी दोस्तों आह, क्योंकि में यहाँ पर अपनी पसंदीदा पोज़िशन में चुदने आई थी, लेकिन पता नहीं कैसे में एक साथ तीन मर्दो से चुदूंगी? मुझे पता नहीं था, लेकिन ये पता था कि में चुदूंगी ज़रूर.
फिर में अपनी उंगलियों से अपनी चूत को चोदने लगी और न जाने क्या-क्या बोलने लगी? आह फुक, फुक मी, ओह यस, कीप फुक्किंग मी, आह आह आह आह ओह माई गॉड, फुक मी आह, यस आ आह आह फुक मी. अब मानों में सपने में अपनी पसंदीदा स्टाइल में चुद रही हूँ, तभी मेरी चूत से लावा निकला और में झड़ गई. ओह माई गॉड, पता ही नहीं चला कि रात के 2 बज़ गये, फिर में नंगी ही बेड पर लेटी रही, लेकिन मुझे नींद ही नहीं आ रही थी, क्योंकि ये चूत तो लंड माँग रही थी, लेकिन रात के 3 बज़े कौन मेरी प्यास बुझाता? तभी मैंने सोचा कि चलो कहीं घूमकर आते है, लेकिन फिर डर लगा और सोचा कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा? जो होगा वही करने के लिए तो में यहाँ आई हूँ.
फिर पहले तो मैंने सोचा कि क्यों ना नंगी ही घूमकर आऊं? लेकिन फिर मैंने अपनी वही ब्रा और पेंटी जो साईड में पड़ी थी, वो पहनी और अपनी सैंडल पहनकर चल पड़ी. अब होटल से बाहर निकलकर में चलने लगी. फिर करीब 15 मिनट तक चलने के बाद मुझे एक बीच सा दिखाई दिया जहाँ दूर-दूर तक कोई नहीं दिख रहा था, तो मैंने सोचा कि इस ब्रा और पेंटी को भी अलग कर दूँ और मैंने उन्हें अपने हेण्डबैग में उतार कर रख लिया और में वहाँ दौड़-दौड़कर जैसे कोई परी उड़ रही हो उड़ने लगी और में कहीं खो गई.
तभी अचानक एक रोशनी सी आई, फिर मैंने एक बाइक को आता देखा तो में डर गई और सोचा कि कपड़े पहन लूँ, लेकिन फिर सोचा कि हटाओ देखा जायेगा, देखते है किस्मत वाला कौन है? तभी वो बाइक मेरे पास आकर रुकी और उसने मुझे बुलाया, जब करीब 4 बजे थे और सुबह का टाईम था. फिर में पास गई, वो हेलमेट पहना हुआ था, लेकिन उसकी ड्रेस पुलिस वाली थी. में समझ गई और डर भी गई. तभी उसने अपना हेलमेट उतारा और मुझे देखा तो देखता ही रह गया और वो मेरे 36 इंच के बूब्स को निहारने लगा.
तभी मैंने कहा कि क्या हुआ सर? तो उसने कहा कि तुम यहाँ बिना कपड़ो में क्या कर रही ही? तो मैंने कहा कि सर मुझे नींद नहीं आ रही थी तो सोचा कि थोड़ा घूम आऊं. फिर उसने कहा कि कुछ पहन तो लेती और वैसे ही गोवा का माहौल अच्छा नहीं है, कुछ हो जायेगा तो अभी रिपोर्ट लिखवाने आ जाओगी. फिर उसने पूछा कि कपड़े कहाँ है?
मैंने झूठ कह दिया कि सब तो रूम में ही है. फिर उसने कहा कि कुछ देर में यहाँ लोग आ जायेंगे, तो क्या करोगी? तो मैंने उसे ऐसे दिखाया कि जैसे में डर गई हूँ. तब उसने बोला कि इससे पहले कोई आ जाए आप यहाँ से अपने रूम में चली जाओ. फिर मैंने कहा कि सर में आज ही गोवा आई हूँ और मुझे सही से रास्ता भी नहीं पता. तो उसने पूछा कि तुम्हारा कौन सा होटल है? फिर मैंने होटल का नाम बताया, तो उसने कहा कि में आपको छोड़ सकता हूँ.
फिर मैंने सोचा कि यही चुदने का अच्छा मौका है. फिर में उसके पीछे बैठने लगी, तो उसने कहा कि रूको और अपनी पुलिस वाली शर्ट उतारकर मुझे दे दी. ओह माई गॉड जब उसने अपनी शर्ट उतारी तो में उसके सिक्स पैक्स देख सकती थी. अब उसके पैक्स देखकर तो मेरी चूत पागल हो गई थी. अब मैंने ना चाहते हुए भी उसकी शर्ट पहनी और पीछे बैठ गई.
अब में उससे चिपक कर बैठी थी और जब भी वो ब्रेक लगाता तो मेरे बड़े बड़े सेक्सी बूब्स उसकी पीठ से टकराते. अब मुझे बहुत मज़ा आने लगा था और ऐसा कई बार हुआ. तभी उसने अचानक से बाइक रोकी और कहा कि लो मेडम आपका रिज़ॉर्ट आ गया. तो फिर मैंने कहा कि मेरा नाम सोनिया है, आपका नाम क्या है? तो उसने अपना नाम राज बताया. फिर मैंने उससे कहा कि आप मेरे रूम में आइए ना कॉफी या चाय कुछ लेंगे, तो उसने कहा कि सॉरी मेम में लेट हो रहा हूँ शायद उसे कहीं जाना था.
फिर मैंने कहा कि में आपका शुक्रिया अदा कैसे करूँ? तो उसने कहा कि आप मेरी शर्ट दे दीजिए, शायद उसे पुलिस स्टेशन जाना था. फिर मैंने शर्ट के बटन खोलने स्टार्ट कर दिए और अब में उसकी आँखों को देख रही थी. अब वो मेरे जिस्म को मानो अपनी आँखों से नोच रहा हो और फिर मैंने उसे जाकर शर्ट दी और नंगे ही उसके होंठो पर एक किस की और थैंक्स कहा और उससे कहा कि मेरा रूम नंबर 203 है.
फिर में चली गई और मुझे पक्का विश्वास है कि वो मेरी चूत को निहारने के बाद ही वापस गया होगा. अब में अपने रूम में जा कर नंगी ही सो गई और फिर में करीब 12 बज़े उठी. अब मुझे बहुत भूख लगी थी तो मैंने होटल सर्विस को कॉल किया और सैंडविच ऑर्डर किया. कुछ ही मिनट में दरवाजे की बेल बज़ने लगी. अब में नंगी ही थी तो मैंने टावल पहना और दरवाजा खोला, तो देखा सैंडविच के साथ वेटर हाज़िर था. फिर मैंने कहा कि अंदर रख दो, तो वो रखकर जाने लगा. उसका नाम सुरेश नाम था, मैंने उसकी नेम प्लेट पर देखा था, फिर मैंने उसे पर्स से 50 रुपये निकाल कर टिप दी और एक स्माइल भी दी, फिर वो चला गया.
फिर मैंने नाश्ता किया और सोचा कि कुछ नई ड्रेस खरीद लूँ, क्योंकि गोवा के हिसाब के कपड़े में दिल्ली में नहीं पहन सकती थी, तो मैंने एक स्कर्ट और टी-शर्ट पहनी और शॉपिंग करने चली गई. अब में अंडरवियर पहनना भूल गई थी, लेकिन चिंता कि कोई बात नहीं थी.
फिर में एक शोरुम में गई, मैंने थोड़ा नीचे तक की स्कर्ट पहनी थी, नहीं तो आज मेरी चूत दार्शनिक स्थल बन जाती. अब शॉप में मैंने एक ड्रेस देखा जो कि एक ब्रा और पेंटी थी, उसे नाइलॉन बिकनी बोलते है मुझे ये चाहिए थी और मैंने ब्लेक कलर में वो ले ली. अब में उसमें एक सेक्सी रंडी लगती, लेकिन ग़लती से में साईज़ देखना भूल गई और में रूम में आकर उसे ट्राई करने लगी.
फिर मैंने पहले पेंटी पहनी तो उसने आगे सिर्फ़ मेरी चूत को कवर किया और उसके बाद मानो एक रस्सी बस, अब आप लोग समझ गये होंगे, लेकिन अब प्रोब्लम ये थी कि ब्रा शायद छोटी थी तो मैंने सोचा कि जा कर वापस कर दूँ, लेकिन मुझे देखना था कि में इसमें कैसी दिखती हूँ? और इसके लिए में कुछ भी करने को तैयार थी. फिर मैंने सोचा कि क्यों ना सुरेश को बुला लूँ? वो शायद हुक भी सही से लगा देगा और उसे कुछ पैसे भी दे दूँगी, तो किसी को पता भी नहीं चलेगा.
अब मैंने होटल सर्विस को कॉल किया और एक वाईन की बोतल ऑर्डर की और कहा कि प्लीज़ सुरेश को ही भेजे और वैसा ही हुआ. फिर मैंने दरवाजा खोला और वो मुझे देखकर देखता ही रह गया. तभी मैंने बोला कि सुरेश इसे अंदर रखो और मैंने दरवाजा बंद कर दिया और उसे बैठने को कहा और उससे बोला कि तुम वाईन पीते हो, तो उसने बोला मेम साहब ग़रीब वाईन क्या पियेगा? में बियर से ही काम चला लेता हूँ.
फिर मैंने उसे एक गिलास बनाने को कहा और उससे बोला कि मेरा एक काम करोगे, तो उसने हाँ बोल दिया. फिर मैंने कहा कि ये देखो ना मैंने नई ब्रा खरीदी है, लेकिन ये बहुत टाईट है, क्या तुम मुझे पहनाने में मेरी मदद करोगें? तुम सिर्फ़ बैक वाला हुक लगा देना. उसने ओके बोला और फिर मैंने अपनी टी-शर्ट उतारी, अब मेरी नंगी पीठ उसके सामने थी.
अब मैंने ब्रा पहनी और उससे हुक लगाने को कहा, ओह माई गॉड वो ब्रा मेरे बड़े बूब्स के लिए बहुत टाईट थी. लेकिन उसने हुक लगा ही दिया और फिर में पलटी और अपने आगे के भाग को ठीक किया. अब में उसकी पेंट में एक सांप देख रही थी. अब मेरे अंदर की रंडी जाग गई थी और में हर हाल में सुरेश से चुदना चाहती थी, तभी में उसके पास गई और उससे पूछा कि क्यों सुरेश में कैसी लग रही हूँ? तो वो बोलते हुए लड़खड़ा रहा था.
फिर में जाकर सोफे पर बैठ गई और अपनी दोनों टांगो को उठाकर अपनी पेंटी को उतार दिया और उससे कहा कि सुरेश देखो ना ये मेरी चूत कब से तड़प रही है, प्लीज़ इसकी प्यास बुझा दो. अब वो पागलों की तरह मेरी गीली चूत को घूर रहा था और अब मेरी नशीली आँखों के जादू ने उसे मज़बूर कर दिया था और फिर वो मेरे नीचे आकर मेरी सेक्सी शेव चूत को चूमने लगा. ओह माई गॉड, वो ऐसे चाट रहा था जैसे कि उसने पहली बार कोई चूत देखी हो, उसका पूरा थूक मेरी चूत को और गीला कर रहा था. फिर वो मुझे अपनी जीभ से चोदने लगा आह आह आह आह ओह सुरेश फुक मी, आह चोदो मुझे सुरेश, में बहुत प्यासी हूँ, चोद दो मुझे, में रंडी हूँ सुरेश, प्लीज़ फक मी.
फिर कुछ देर के बाद में उठी और उससे बैठने को कहा और मैंने उसकी पेंट को उतारा और उसकी चड्डी को भी उतार दिया और फिर तो में पागल हो गई. उसका लंड ज्यादा बड़ा तो नहीं था, लेकिन मोटा था. अब में उसके सुपाड़े पर किस करने लगी आह और फिर मैंने उसके लंड के चारों तरफ अपने होंठो का चुंबन दिया और अपने मुँह के अंदर बाहर करने लगी. अब उसका लंड छोटा होने के कारण में उसका पूरा लंड अपने मुँह में आसानी से अंदर तक ले सकती थी. अब वो तो सिसकारियां मार रहा था, ओह माई गॉड पता ही नहीं चला कि कब वो मेरे मुँह में ही झड़ गया. फिर मैंने कहा कि सुरेश प्लीज़ मुझे चोदो और में उसके लंड को पकड़कर अपनी चूत में डालने लगी.
अब मुझे थोड़ा दर्द हुआ, लेकिन ज्यादा नहीं क्योंकि में पहले से ही इससे बड़े लंड खा चुकी हूँ. फिर में उसके लंड के ऊपर कूदने लगी और अब वो मेरे बड़े-बड़े बूब्स को अपने हाथों से सहला रहा था. वो कभी-कभी उन्हें चूसता भी. ओह दोस्तों क्या बताऊँ? मुझे ये तो पता था कि में गोवा में चुदूंगी, लेकिन एक वेटर से, ये नहीं सोचा था, लेकिन दोस्तों लंड तो आख़िर लंड ही है ना, अमीर ग़रीब से क्या मतलब? अब में घोड़ी बन गई थी और वो मुझे पीछे से चोदने लगा था.
अब मुझे कुछ दर्द भी हो रहा था, लेकिन दोस्तों मज़ा भी आ रहा था. अब वो बहुत तेज-तेज झटके दे रहा था. फिर कुछ देर तक चोदने के बाद वो मेरी चूत के अंदर ही झड़ गया. दोस्तों ये तो मेरी दिन में चुदाई थी. फिर में नंगी ही बेड पर सो गई और मेरी चूत से सुरेश का वीर्य गिरकर वहीं पर सूख गया था.
अब मेरी हिम्मत इतनी नहीं थी कि चुदाई के बाद में अपने आपको साफ कर लूँ. फिर करीब रात में अचानक मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि 8 बज़ रहे थे. तभी अचानक मेरा दरवाजा खुला, तो मैंने देखा कि ये तो राज है, वही पुलिस ऑफीसर. फिर मैंने सोचा कि अब ये बिना लॉक किए दरवाजा खोलकर आया है, तो में सोने का नाटक करने लगी. उसने मुझे देखा और अपने कपड़े उतारने लगा. अब में चुपके चुपके उसकी हॉट बॉडी को निहार रही थी, अब वो पूरा नंगा हो गया, उसका लंड 9 इंच का था.
अब वो वाईन की बोतल जो वहाँ टेबल पर रखी थी, वो उससे वाईन पीने लगा और कुछ वाईन मेरी चूत के ऊपर डाल दी और मेरी चूत पर सूखे हुए वीर्य को उसने वाईन से साफ किया और फिर एक गिलास वाईन मेरी चूत के ऊपर डाली और अपनी उंगली मेरी चूत में डाल दी. अब वो बहुत तेज तेज मेरी चूत को अपनी उँगलियों से मसल रहा था.
तभी मैंने नाटक किया और कहा कि कौन हो तुम? और तुम मेरे रूम में क्या कर रहे हो? तो उसने कहा कि चुप हो जा रंडी, में हूँ राज. मन तो कर रहा था कि तुझे आज सुबह बीच में ही चोद देता, लेकिन वहाँ भीड़ लग जाती, नहीं तो तुझे वहीं अपनी रंडी बना लेता और जब तेरे ये बड़े-बड़े बूब्स को देखा तो मेरा बुरा हाल हो गया था, ऐसा लग रहा था कि वहीं तेरी मटकती हुई बड़ी गांड को चोदकर और बड़ी कर दूँ, लेकिन उस समय टाईम नहीं था.
फिर वो मेरी चूत को अपने होंठो से चूमने लगा, ओह राज फुक मी, आह राज आ अहह. अब वो मेरी सिसकियों से और तेज हो गया और मुझे उठने को कहा और मेरे गाल पर एक थप्पड़ मार दिया. मैंने कहा कि ये क्या कर रहे हो? तो वो बोला आज में तुझे अपनी रंडी बनाऊंगा और मेरे बालों को खींचकर पकड़ लिया और मेरे होंठो पर एक किस दे दिया.
फिर हम दोनों एक दूसरे को स्मूच करने लगे, फिर उसने अपना लंबा लंड मेरे होंठो के अंदर दे दिया, ओह माई गॉड राज प्लीज़, आराम से करो. वो मेरे बालों को पकड़कर मेरे मुँह को चोदने लगा, ओह आह आऊ और रप्प उरप्प उर्रप गुपप गुपप गुपप की आवाज़े मेरे मुँह से निकल रही थी. तभी अचानक उसने मेरे मुँह में अपना पूरा लंड दे दिया और वहीं रुक गया. ओह माई गॉड दोस्तों अब ऐसा लग रहा था कि मेरी आँखे ही बाहर निकल जायेंगी, लेकिन कुछ देर के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाल दिया.
अब में थूकना चाहती थी, लेकिन उसने कहा कि मेरा पूरा रस पी जा और मैंने वही किया. अब उसने कहा कि बता किस पोज़िशन में चोदूं? तो मैंने कहा कि मुझे अपनी गोद में उठाकर चोदो. तो उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और ऊपर चढ़ा दिया. फिर मैंने अपने दोनों हाथों से उसके कंधो को पकड़ लिया, अब मेरे बड़े-बड़े बूब्स उसकी छाती पर मसल रहे थे. तभी उसने अपने लंड को मेरी चूत में सेट किया और झटके देने लगा, ओह आह आह यस जस्ट लाइक राज, आह आह आ. अब जैसे जैसे मेरी सिसकारियाँ बढ़ रही थी वैसे वैसे वो अपनी स्पीड बढ़ा रहा था. ओह माई गॉड अब में तो उसी पोज़िशन में झड़ गई, तो वो समझ गया और रुक गया और मुझे बेड पर फेंककर मेरी चूत के रस का रसपान करने लगा.
फिर उसने मुझे उठाया और ज़मीन पर लेटा दिया. फिर उसने मेरे दोनों पैरो को उठाया और मेरी चूत के छेद में थूक दिया. दोस्तों उसका थूक मेरे अंदर तक आया और उसने अपना लंड मेरी चूत में पेलना शुरू किया. ओह दोस्तों क्या जोश था उसका? अब में तो दर्द से कराह रही थी, आह राज, आ आह प्लीज़ फुक मी राज, आह राज आह आह आह और कुछ देर के बाद उसका लंड मेरी चूत में फूलने लगा. अब में समझ गई कि ये झड़ने वाला है और फिर कुछ देर के बाद वो सिसकियां लेते हुए मेरे अंदर ही झड़ गया, अब तो में चलने लायक भी नहीं बची थी.
फिर राज भी कुछ देर के बाद चला गया. फिर मैंने सुरेश को फोन करके कुछ खाने का मंगवाया और में अभी भी नंगी ही थी तो सुरेश ने फिर से चोदने को कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया, क्योंकि में बहुत थक गई थी.