तड़पते हुए जिस्म की भूख-2
Tdapte hue jism ki bhukh-2
फिर मैंने उससे कहा कि उसमें भी तो बहुत रिस्क है और वहां पर हमे बाहर के सभी लोग देख सकते है और अब मैंने उससे बोला कि क्या आपके पास कोई और जगह है तो वो बताओ? फिर उन्होंने बोला कि उनके घर पर तो करना बहुत मुश्किल है और किसी पड़ोसी ने देख लिया तो क़यामत आ जाएगी और उन्होंने आखिरकार बोला कि ठीक है तुम्हारा घर ही सुरक्षित रहेगा और उन्होंने मुझसे बोला कि देखो में तुम पर अपने से भी ज्यादा विश्वास कर रही हूँ प्लीज तुम मेरे विश्वास को मत तोड़ना. फिर मैंने उनसे वादा किया कि में कभी भी आपके विश्वास को नहीं तोड़ूँगा और इतनी बात करके कुछ देर बाद हम दोनों वहां से अपने अपने घर की तरफ चले गए.
फिर अगले सप्ताह सोमवार का दिन हमने सेक्स करने के लिए तय किया. उस पूरे सप्ताह से बहुत जोश में था और श्रेया के ख्याल को सोच सोचकर मेरा 6.5 इंच का लंड बार बार खड़ा हो जाता था और में हर बार सोचता कि उसके साथ में यह करूँगा वो करूँगा और सोमवार के दिन मैंने अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली. फिर मैंने अपने ऑफिस में अपनी बीमारी का झूठा बहाना बना दिया और वैसे भी मेरे पास बहुत छुट्टी पड़ी हुई थी. फिर करीब 10:30 बजे श्रेया मेरी बिल्डिंग में आ गई. में 7th मंजिल पर रहता हूँ और उसने बिल्कुल नीचे पहुंचकर मुझे कॉल कर दिया और मैंने तुरंत बाहर की तरफ देखा कि कोई मेरी मंजिल पर बाहर खड़ा तो नहीं है तो मैंने देखा कि बाहर कोई भी नहीं खड़ा था और अब मैंने श्रेया से बोला कि तुम जल्दी से ऊपर आ जाओ.
दोस्तों में तो उस दिन मन ही मन बहुत अच्छा महसूस कर रहा था और मेरा लंड बार बार खड़ा हो रहा था. मैंने अपने घर का दरवाज़ा खुला रखा तो श्रेया चुपचाप अंदर आ गई और मुझे देखकर उसने हाए कहा और मैंने जाकर दरवाज़ा बंद किया. दोस्तों वो आज चेहरे से बिल्कुल भी परेशान नहीं लग रही थी. फिर मैंने पास जाकर उसे हग किया. दोस्तों आज मेरे अंदर ग़जब का आत्मविश्वास था और उसके मुलायम बूब्स मेरे सीने पर दब गये. आज उसने लाल रंग का सूट पहना हुआ था और उस पर सफेद रंग की एक जालीदार चुन्नी थी.
अब श्रेया ने मुझसे बोला कि मुझे अपना घर दिखाओ तो श्रेया मेरे पूरे घर को बहुत ध्यान से देख कर रही थी. फिर मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ? तो वो बोल रही थी कि में देख रही हूँ कि तुमने कहीं कोई कैमरा तो नहीं छुपाया है जिससे मेरी ब्लूफिल्म ना बन जाए. फिर मुझे उसकी इस बात पर बहुत हंसी आई. फिर मैंने कहा कि हाँ अच्छी तरह से देख लो और अपनी सहूलियत कर लो. फिर उसने कुछ देर देखकर वो मुझसे बोला कि सब ठीक है तुम वाकई में बहुत शरीफ लड़के हो. फिर मैंने उससे बोला कि मैंने आपको अपनी इंजिनियरिंग की डिग्री तक दिखा दी. फिर भी आप मुझ पर इतना शक करती हो.
फिर उसने मुझसे कहा कि प्लीज मुझे माफ़ कर दो और अब वो मेरे बिल्कुल करीब आकर बैठ गई और फिर उसने मुस्कुराते हुए मुझसे कहा कि लो आज से में तुम्हारी हुई और फिर मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया. दोस्तों उसके जिस्म से बहुत ही प्यारी खुशबू आ रही थी और उसके बूब्स मेरी छाती पर छू रहे थे.
फिर मैंने उसके गाल पर एक किस किया और मैंने महसूस किया कि उसकी साँसे अब धीरे धीरे तेज़ हो रही थी. फिर धीरे धीरे हमने एक दूसरे के होठों से होंठ मिला लिए और मैंने अपनी जीभ को उसके मुहं की तरफ बड़ाई तो उसने भी अपना मुहं खोलते हुए उसे अंदर ले लिया और अपनी जीभ से मिलाने लगी और जिसकी वजह से हमारा सलाइवा एक दूसरे से मिल रहा था और हमने एक दूसरे के साथ बहुत देर तक जीभ से जीभ मिलाई और कुछ देर बाद उसने मुझसे बोला कि में एक बहुत अच्छा किसर हूँ और वो बोल रही थी कि उनके पति के दांत थोड़े खराब है तो उनको किस करना उन्हें पसंद नहीं है, लेकिन मेरे साथ उनको बहुत मज़ा आ रहा है और उन्होंने मुझसे बोला कि तुम अब बिल्कुल भी शरमाओ मत और मेरे बूब्स पर अपने हाथ रखो और इन्हें ज़ोर ज़ोर से दबाओ, मसलो.
अब में उन्हें किस करते करते उनके बूब्स को मसल रहा था और मुझे यह सब करने में बहुत मज़ा आ रहा था, उनके बूब्स बहुत ही मुलायम थे और करीब 20-25 मिनट तक हमने एक दूसरे को किस किया और जीभ से जीभ मिलाई और बूब्स दबाए, जिसकी वजह से अब मेरा लंड पूरा तनकर खड़ा हो चुका था. फिर मैंने तुरंत उन्हें बोला कि चलो हम बेडरूम में चलते है, वहाँ पर ए.सी. भी लगा हुआ है.
फिर बेडरूम में पहुंचकर वो एक बार फिर से कैमरा ढूंढने लगी तो मैंने बोला कि हाँ कर लो चेक तो उन्होंने फिर से मुझे माफ़ कर दो बोला और मेरे पास आकर फिर एक किस मुझे दिया और उनके किस करने के अंदाज़ से ही पता चल रहा था कि कितनी प्यास उन्होंने कई सालों से दबाई हुई थी? अब उन्होंने मेरी टी-शर्ट को उतारा और फिर बनियान को भी उतारा. मैंने उनका कुर्ता निकाला और फिर उनके पजामा को उनके शरीर से अलग किया और अब वो सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी, लेकिन वो दिखने में एक अप्सरा से कम नहीं थी.
मैंने तुरंत उनकी गुलाबी कलर की ब्रा और पेंटी को अलग कर दिया, उन्होंने भी मेरा लोवर उतार दिया और मेरी अंडरवियर को भी उतार दिया और में तो उनके बूब्स पर टूट पड़ा. उनके निप्पल एकदम अच्छे आकार के थे और वो हल्के गुलाबी कलर के थे, में तो उन्हें अब लगातार चूसने लगा और मैंने बोला कि श्रेया मुझे तुम्हारा दूध पीना है. फिर श्रेया मेरी यह बात सुनकर हंसने लगी और वो मुझसे बोली कि हाँ पी लो, तुम भी आज से मेरे पति हो और यह सब तुम्हारे लिए ही है चूसो और ज़ोर से चूसो.
फिर मैंने उनके बूब्स को करीब पांच दस मिनट तक बहुत ज़ोर से चूसे. वो सेक्स की देवी की तरह सुंदर लग रही थी. मैंने उनकी बगले भी सूँघी जिसकी एकदम मादक मदहोश करने वाली खुशबू थी. फिर मैंने उनकी चूत जो कि बिल्कुल साफ थी और उसमें दो उंगलियाँ डाली तो वो बहुत ही सुंदर लग रही थी, मेरा तो उसे चाटने का मन कर रहा था और उनकी चूत को खाने का बहुत मन कर रहा था, लेकिन श्रेया ने एक शर्त रखी थी कि हम पहली बार सेक्स में ओरल सेक्स नहीं करेंगे.
वैसे मेरा लंड देखकर श्रेया से भी अब रहा नहीं जा रहा था और वो बार बार उसे अपने हाथ में लेकर हिला रही थी और कह रही थी कि वाह कितना बड़ा है, उसके पति का तो सिर्फ़ पांच इंच का ही है और वो बोल रही थी कि प्लीज तुम इसे थोड़ा धीरे धीरे मेरे अंदर डालना वरना मुझे इसको अपने अंदर लेने में बहुत दर्द होगा. फिर मैंने बोला कि हाँ ठीक है.