18 साल की बहन की कुंवारी चूत की चुदाई
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम सुशील है। आज मैं तुम्हें अपनी सच्ची कहानी बताने वाला हूँ, जो मुंबई से गांव जाने पर हुई थी। मेरी बहन की शादी के लिए मैं वहाँ गया था। मेरी चचेरी बहन तीन साल छोटी थी, उस समय मैं 21 वर्ष का था और वो 18 वर्ष की थी। उसकी शादी तय हो चुकी थी। शादी से बीस दिन पहले ही मैं उनके घर पहुँच गया था क्योंकि उसके पिताजी नहीं थे और सारा काम उसकी मौसी को करना पड़ता था।
मैंने सोचा कि मेरा रहना उन्हें बहुत मदद करेगा, इसलिए मेरे चाचा ने मुझे पहले ही भेज दिया था। शादी की तैयारी में मैं जुट गया – सामान लाना, लोगों को निमंत्रण देना, सब कुछ अपनी बैंक से कर रहा था। मेरी मौसी चार दिनों के लिए अपने माँ के घर गई थी और बोली थी कि सबका ध्यान रखना। मेरी बहन जिसकी शादी थी, उसके बारे में मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था। वो थोड़ी फिट थी लेकिन बहुत ही सुंदर चेहरे वाली थी। उसका फिगर 30-26-32 था। उसके ब्रेस्ट काफी बड़े थे और उसकी लंबाई कम से कम पाँच फीट होगी।
मेरी मौसी ने उसका रिश्ता किसी बड़े उम्र के लड़के के साथ कर दिया था, मुझे शादी के दिन पता चला कि वो 36 साल का था। शायद यही वजह थी कि मेरी बहन मेरे पास खिंचाई गई जब मेरी मौसी उस दिन सुबह दस बजे चली गई। मेरी बहन जिसका नाम पूजा था, उसने मुझसे पूछा भैया आप क्या खाओगे? आज मैं कह भी नहीं जाना था। शादी एक हफ्ते बाकी थी मैंने बोला तुमको जो अच्छा लगे बना लो। मेरी मौसी के चार लड़के और एक बेटी है जो सबसे छोटा है, लगभग दस साल का होगा। पूजा सबसे बड़ी थी।
फिर उसने खाना दिया हम सब ने साथ में खाया और धूप बहुत ज़्यादा थी तो मैं अंदर कमरे में बिस्तर पर सो गया। सभी लोग बाहर खेलने चले गए। मेरी बहन मेरे पास आकर मेरी बगल वाली बेड पर सो गई और जब मैं उठा तब वो सो रही थी। उसने ड्रेस पहना हुआ था, उसका दुपटा हटने की वजह से उसके बोब्स बाहर की तरफ़ आधे निकल आए थे। मेरी तो हालत खराब हो गई फिर वो अचानक से उठ गई और मुझे देख कर शर्मिंदा हुई फिर मैं चला गया।
शाम को कुछ रिश्तेदार आ गए। मौसी का घर काफी छोटा है और मैंने भी मार्केट से सब्जी लाकर दी और अपने सभी रिश्तेदारों से बातें करना शुरू कर दिया। फिर सब ने खाना खाया और सोने की तैयारी करने लगे लेकिन इतने लोग कहा सोएंगे? पूजा और मैंने सबको किसी तरह व्यवस्थित किया।
और मैं और पूजा ने सोचा कि हम तीनो लोग छत पर सो जाते हैं। उसका छोटा भाई और पूजा, हम लोग छत पर गए बिस्तर लगाए। मैं अपने बगल में पूजा का छोटा भाई फिर पूजा सोने की तैयारी कर रही थी। तभी छोटा भाई बोला दीदी मुझे बीच में नहीं सोना है तो पूजा ने बोला कि तू वहाँ सो, मैं बीच में सोती हूँ। मेरा मन फिर डोल गया दोपहर का सीन याद आ गया फिर मैं जल्दी ही सो गया और रात में पेशाब करने को उठा। चांदनी रात थी इसलिए सब कुछ साफ दिख रहा था। जब मैं लौटा तो पूजा ने नाईट ड्रेस पहनी थी और वो ऊपर घुटनों तक सरक गई थी। गोरे गोरे पैर देखकर मेरा तो बाबू राम खड़ा हो गया। मैंने फिर सोने की कोशिश की लेकिन नींद नहीं आई। फिर अचानक पूजा ने करवट ली और मेरी कमर में एक पैर रख दिया। मेरी तो कुछ समझ नहीं आया क्या करूं? फिर मैं धीरे से सीधा लेट गया और उसका पूरा आधा शरीर का हिस्सा मेरे बदन पर आ गया और मेरे होठों में उसके बोब्स आ गए। मैं न चाहे हुए भी धीरे-धीरे उसे सहलाने लगा और मेरा तंबू तनकर मेरी टावल से बाहर हो गया। मैंने उसको धीरे-धीरे सहलाते हुए दबा दिया।
जब कुछ हलचल नहीं हुई तो फिर उसके बोब्स को ड्रेस के ऊपर से ही दबाने लगा। क्या कड़क बोब्स थे उसके? फिर धीरे से उसकी ड्रेस को ऊपर कर दिया और अब उसके चूतड़ को भी सहलाने लगा। जब मैंने उस की चूत की तरफ हाथ किया तो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। मैं समझा कि पूजा सोई नहीं है जाग रही है। फिर मैंने थोड़ी हिम्मत कर के उसके कान में बोला जब वह जाग रही हो तो सोने का नाटक क्यों कर रही हो? वो बोली भैया मैंने सोचा भैया अगर मैं उठ जाती तो आप मुझे नहीं छुएंगे? फिर मैं तो आपको दोपहर से ही घास डाल रही हूँ।
लेकिन आप मेरी तरफ देखते ही नहीं। मैंने बोला मैं भी तो तुम को देखकर पागल हो गया था लेकिन ये रिश्ता की दीवार बीच में है ना भैया? माँ मेरी शादी जिसके साथ करना चाहती है वो मेरे से उम्र में 15 साल बड़ा है और मुझे पसंद भी नहीं है। लेकिन क्या करू सब का सोचना है ना, लेकिन मैं ये नहीं चाहती कि मैं कोई बड़ी उम्र का आदमी मेरी कुवारी सील तोड़े। मैं चाहती हूँ कि आप मेरी कुवारी चूत का स्वाद चखें और फिर क्या पता उस ब्लड में अब जवानी बच भी हो। अब वो पूरी तरह से खुले कर बात कर रही थी बस मैं तो उस को पागलो की तरह उसे चूमने लगा।
लगभग 15 से 20 मिनट तक मैंने उसके होठों का रसपाना किया। मैंने बोला पूजा आज तेरी सुहागरात है। फिर हम लोग थोड़ी दूर पर जो एक स्टोर रूम था, वहाँ चल गए और फिर उसके सारे कपड़े एक एक कर के उतार दिए और उसकी गांड बोबे को देखने लगा तो पूजा बोली मेरे राजा बस देखते ही रहोगे या फिर सुहागरात भी मनवाओगे? मैंने उसके बदन के हर हिस्से को छूना शुरू किया और वो इतनी गरम हो गई कि मेरा लंड पकड़ के मुहँ में ले लिया और ज़ोर ज़ोर से चाटने लगी। फिर हम ने 69 की पोज़ीशन में एक दूसरे को चाट के झाड़ दिया।
फिर थोड़ी देर मैं पूजा फिर से गरम हो गई और मैंने उसको पूरी तरह से गरम किया और वो बोली मेरे राजा अब बजो मेरा बाज़ा मुझसे जोर्जोर से चोदो और अपना बना लो…
आआआ लो प्लीज भैया अब डाल दो ना अब बर्दाश नही होता है ओह ओह आहह प्ल ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल डालो ना आआहह। फिर मैंने अपने लोड़े का सूपाड़ा उसकी गीली चूत के मुंह पर रख कर एक ज़ोरदार झटक़ा मारा, एक झटक़े मैं आधे से ज्यादा लंड चला गया। उसकी कुवारी चूत ने एक ज़ोरदार फव्वारा फेक दिया खून ही खून हो गया और वो बेहोश हो गई।
मैं तो डर गया फिर मैं थोड़ी देर ऐसे ही था। फिर पानी का छीटा मारा तो वो बोली भैया बहुत जलन हो रही है निकालो ना। मैंने उसे प्यार से गले लगा लिया। जैसे ही वो थोड़ी सामान्य हो गई तो बोली अब करो। मैं धीरे-धीरे अंदर बाहर किया और उसके होठों का रस पाना करते करते एक झटक़े में पूरा 6 इंच का लंड अंदर चला गया और धीरे-धीरे दर्द कम हुआ और अब काम चालू था। ज़ोर जोर से पूरा कमरा हमारी सुहागरात से खुश था। मैंने उसको जी भर के चोदा पूरे 1 घंटे मैं वो 3 बार झड़ चुकी थी पर मैं अब मेरे भी आने वाला था। मैंने 15-20 झटक़ों के बाद सारा माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया।
और फिर उस रात हमने और 2 बार सुबह 5 बजे तक सुहागरात मनाई। और जब तक उसकी शादी नहीं हुई तब तक हर रात मैंने उसे जी भर के चोदा और उसका सक भी सही निकला। उसके पति का तो 3 इंच का ही था और 2 मिनट में ही झर जाता था। शादी के बाद जब मैं उसको लेने के लिए गया और जब हम रास्ता में थे तो उसने मुझे सारी बातें बताई बोली भैया अब मेरा क्या होगा? मैंने बोला तू चिंता मत कर, मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं आउंगा और तेरी कमी पूरी करूंगा। आज उसकी शादी को 5 साल हो गए हैं, उसको 2 बच्चे हैं और दोनों ही मेरे हैं। जब भी मैं उसके घर जाता हूँ तो उसे चोद कर ही आता हूँ क्योंकि उसका पति शहर में काम करता है।
गांव में उसकी माँ मेरी बहन ही रहती इसलिए जब भी मैं जाता हूँ तो अपनी बहन से पूछ लेता हूँ तुमहारे पति शहर में है या घर पर और उसकी सास तो बेचारी नीचे ही रहती है, ऊपर छत पर जा भी नहीं पाती। उसके पैर में तकलीफ़ है। और हम जी भर के चुदाई का खेल ऊपर के रूम में करते हैं। कभी-कभी तो दिन में भी उसको 2 बार चोद देता हूँ। और मैं अब गांव सिर्फ उसके लिए ही जाता हूँ और उसके ससुराल में 10 दिन तक रहकर मज़े करता हूँ।