चुदाई का उद्घाटन
हाय दोस्तों, मेरा नाम शहज़ाद है। आज मैं HotSexStory.xyz पर अपनी sacchi kahani लेकर आया हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड पूजा एक राजपूत फैमिली से है, और उसका फिगर ekdum mast है। उससे मिलन नये साल की पार्टी में हुआ था। आज मैं बताऊँगा कि कैसे मैंने उसकी चुदाई का उद्घाटन किया। पूजा की beauty और hotness ने मुझे दीवाना बनाया, और जब मौका मिला, मैंने उसकी चूत को जमकर चोदा। ये कहानी मेरे pyaar aur hawas की है, तो तैयार हो जाइए इस spicy aur sexy राइड के लिए।
नये साल की पार्टी और दोस्ती की शुरुआत
मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ। नये साल की पार्टी में मैं अपने दोस्त के साथ गया था। वहाँ पूजा अपनी फ्रेंड्स के साथ आई थी। उसकी tight dress में उसका फिगर killer लग रहा था। मैंने अपने दोस्त से कहा, “Bhai, koi ladki set karwa de।” उसने अपनी गर्लफ्रेंड से बात की, और उसने मुझे पूजा से मिलवाया। मैंने पार्टी का खर्चा उठाया था, तो दोस्त ने मेहनत कर दी। पूजा से बात शुरू हुई। हमने नंबर और घर का पता शेयर किया। पता चला वो मेरे मकान के पीछे वाली गली में रहती है। मैं khushi se pagal हो गया। उस रात हमने खूब डांस किया। पार्टी खत्म हुई, तो उसने स्पेशल “बाय” बोला। हमने अगले दिन कॉलेज के पास रेस्टोरेंट में मिलने का वादा किया।
दूसरे दिन हम रेस्टोरेंट में मिले। ढेर सारी बातें हुईं। उसकी हँसी, उसका अंदाज—dil chura liya। अगले दिन फिर मिलने का प्लान बनाकर घर लौटे। पूजा 20 साल की थी—गोरी, 34-28-35 का फिगर, 5 फीट 4 इंच की हाइट, और naughty smile। उसकी beauty के आगे मेरे पास शब्द नहीं थे। मेरी हालत bekabu थी। हमारी बातें रोज होने लगीं।
पतंगबाजी और छत की मुलाकात
एक दिन मैं छत पर पतंग उड़ा रहा था। मेरे मकान के पीछे 5 फीट ऊँची दीवार थी, जो दोनों छतों को अलग करती थी। एक कटी पतंग आई। मैं दीवार पर चढ़ा, पतंग पकड़ी। नजर पीछे गई—वहाँ पूजा थी। मैंने जानबूझकर उसकी पतंगें काटीं। उसके भैया बोले, “Humari patang mat kaato!” मैं नहीं माना। पूजा ने दीवार से झाँककर कहा, “प्लीज, हमें उड़ाने दो।” मैंने पीछे देखा, वो छुप गई। फिर वापस आई, पतंग माँगी। उसने भैया को दी, और मुझसे बात शुरू की। पता चला उसका रूम ऊपर है। मैंने अभी तक galat baat नहीं की थी, पर मन में था—कैसे भी उसे चोदूँ। डर था कि दोस्ती न टूट जाए।
रेस्टोरेंट की नजदीकियाँ और रात का वादा
अगले दिन मैंने उसे दूसरे रेस्टोरेंट चलने को कहा। वो बाइक पर बैठी। रास्ते में उसके बूब्स मेरी पीठ से टच हो रहे थे। Maza aa raha tha। रेस्टोरेंट में मैंने उसका हाथ सहलाया—नरम, मुलायम। वो विरोध नहीं की। मैं utejit हुआ। टेबल के नीचे उसके पैर दबाए। उसने नजरें झुकाईं। मैंने पूछा, “क्या हुआ?” वो मुस्कुराई, “कुछ नहीं।” मैंने कहा, “मेरी तरफ देखो।” उसने देखा, मैंने आँख मारी। वो शरमाई, “ऐसा मत करो।” मैं बोला, “Mera haq hai, मैं तेरा दोस्त हूँ।” उसे kiss कर दिया। मेरे घुटनों के बीच उसके घुटने थे। मैं सोच रहा था—ये चुदवाने को तैयार है।
उसने कहा, “चलें?” मैंने बोला, “रात 11 बजे मिलें।” वो बोली, “ठीक है।” दिनभर रात का इंतजार किया। 11 बजे छत पर गया। वो नहीं आई। 11:30 बजे निराश हुआ, तो वो आई। “सॉरी, डिनर में लेट हो गई।” हम देर तक बातें करते रहे। मैंने उसे ब्लैक पैंटी-ब्रा गिफ्ट दी। बोला, “20 अगस्त मेरा बर्थडे है, क्या दोगी?” उसने कहा, “Jo chahiye bolo।” मैंने कहा, “वादा?” वो बोली, “प्रॉमिस।” मैंने कहा, “बाद में बताऊँगा।” उसे kiss करके लौटा।
बर्थडे की रात और चुदाई का प्लान
हम रोज छत पर मिलने लगे। Kissing होती, मैं बहाने से उसके बूब्स दबाता। 20 अगस्त की रात मैं लंड झाड़कर छत गया। पूजा इंतजार कर रही थी। मैंने उसे जोरदार kiss की। उसने लाल गुलाब और shandaar kiss दी। बोली, “बताओ, गिफ्ट क्या चाहिए?” मैंने कहा, “मुझे पूजा चाहिए।” वो बोली, “वो तो पहले से तुम्हारी है।” उसने बताया, “कल घरवाले गाँव जा रहे हैं, दादाजी बीमार हैं।” मैंने कहा, “तो कल घर आ जाऊँ?” वो बोली, “क्यों नहीं? फोन करूँगी।”
अगले दिन 12 बजे उसका कॉल आया। मैं उसके घर गया। उसने लॉन्ग स्कर्ट और रेड टॉप पहना था। स्कर्ट से पैंटी दिख रही थी। मैं baichain हो गया। उसने कॉफी पूछी, किचन गई। मैं ड्रॉइंग रूम में गया—पुरखों की पेंटिंग्स लगी थीं। किचन में उसका पिछवाड़ा देखा, पैंटी साफ दिख रही थी। मेरा लंड kadak हो गया।
चुदाई का उद्घाटन
मैंने पीछे से कहा, “Pooja, I love you।” लंड उसके हिप्स को टच करने लगा। उसके बालों में हाथ फेरा, kiss किया। बूब्स सहलाए, कान काटा। उसने हल्का विरोध किया, फिर मस्ती में आ गई। उसने कहा, “घर दिखाऊँ?” मैं बोला, “रूम दिखाओ।” उसने गेट बंद किया। मैंने उसे बाँहों में उठाया, रूम में ले गया। Kiss pe kiss करता रहा। वो उत्तेजित थी। मैंने कहा, “मेरा गिफ्ट पहनकर दिखाओ।” उसने मना किया, पर मेरी जिद पर बाथरूम गई। ब्लैक ब्रा-पैंटी पहनकर आई। मैंने कहा, “सही नहीं लगी।” उसे बेड पर लिटाया, kiss किया, बूब्स दबाए।
मैं ऊपर लेट गया। उसने आँखें बंद कीं। मैंने कहा, “I want to fuck you, यही मेरा बर्थडे गिफ्ट है।” उसके जिस्म पर kiss ki bauchhaar की। वो सिसकने लगी—स्स्स्स, आह। टॉप उतारा—ब्लैक ब्रा में बूब्स gajab लग रहे थे। शर्ट उतारी, उसके बगल में लेटा। नाभि चूमते हुए स्कर्ट ऊँची की। पैंटी के नीचे उसकी चूत दिखी। मेरा 8 इंच का लंड utaawla था। पैंटी खींची, उसने चूत छुपाई। मैंने हाथ हटाए। उसकी शेव्ड चूत गीली थी।
पहली चुदाई और मजे
मैंने चूत kiss की, लंड रगड़ा। पूछा, “नाराज हो?” वो चुप रही। मैंने कहा, “खुशी से गिफ्ट दो। शादी के बाद तो होगा ही।” वो बोली, “शर्म आती है।” मैंने kiss किया, बूब्स सहलाए। उसने आँखें खोलीं। मैं जाँघों पर हाथ फेरने लगा। वो सिसकने लगी—ऊह, आह। टाँगों के बीच आया, लंड चूत पर सेट किया। पूछा, “डाल दूँ?” वो बोली, “हम्म।” मैंने हल्का दबाव डाला। वो चिल्लाई, “मम्मी!” सुपाड़ा अंदर था। उसने कहा, “Bahar nikalo, सहन नहीं होता।” मैंने कहा, “थोड़ा बर्दाश्त करो।” लंड अंदर घुमाया। उसका दर्द कम हुआ, मजा आने लगा।
6 इंच अंदर डाला। वो चिल्लाने वाली थी, मैंने होंठ दबाए। वो ह्म्म की आवाज निकाल रही थी। पूरा लंड घुसाया। वो काँप रही थी। मैं सहलाता रहा। धीरे-धीरे ऊपर-नीचे किया। 15 मिनट बाद हम एक साथ झड़े। उस दिन 3-4 बार चोदा। बाद में पूजा ने फिर सेक्स नहीं किया। अब इंतजार है कि कब मौका मिले। दोस्तों, ये थी मेरी hot sex kahani।