भाई की पत्नी बनी
मेरी उमर 24 साल है, मेरा भाई 26 साल का है.ये कहानी मेरे और भाई के बीच प्यार की दास्तान है…मैं महाराष्ट्र के छोटे शहर अमरावती में अपने परिवार में रहती थी..जहाँ मैं भाई मम्मी, पापा रहते थे.हम मिडिल क्लास फैमिली से हैं.मैं उस समय 12वीं क्लास में थी.मैंने अभी-अभी जवानी की दहलीज़ पर कदम रखा था.मेरे बूब्स कितने दिन बड़े होते थे जो कि मोहल्ले के और लड़के के लड़के से देखे नहीं जाते थे.सभी लड़के मुझे प्यासी नज़र से देखते थे..कमेंट पास करते थे..मुझे डर भी लगता था.पर अच्छा भी लगता था…
जैसे हर लड़की को लगता है, कोई हमें नोटिस तो कर रहा है…इसी बिच में भी सेक्स की तरफ से आकर्शी होती जा रही थी..मुझे भी सेक्स के बारे में लड़कों के बारे में जानकारी लेना अच्छा लगता था. मैंने सेक्स की जानकारी लेना शुरू किया..इस भीच मेरी एक सहेली ने मुझे बताया हॉट सेक्स स्टोरी के बारे में तभी मेरी जिंदगी बदल गई. मैं दिन रात भाई के मोबाइल पर हॉट सेक्स स्टोरी कहानियां पढ़ती रहती थी..पहले मैंने पारिवारिक सेक्स की कहानी पर ध्यान नहीं दिया. मुझे सब झूठ लगता था जब पढ़ना शुरू किया तो मुझे भी ओह फीलिंग होनी शुरू हुई.
इस भीच मैंने कॉलेज में जाना शुरू किया मेरा भाई इंजीनियर की पढ़ाई के लिए मुंबई चला गया था..ओह साल में 2 महीने की छुट्टियाँ पे आता था. मैंने उसके मोबाइल पर चुपके से ब्लू फिल्म देखी थी ठीक उसी दिन मेरी सहेली ने बताया कि रिश्ते में सेक्स की कहानियाँ भी ऐसी होती हैं, उसने कुछ सफल उदाहरण बताए तो मैं शॉक ही हो गई।
मैंने सोचा क्या था और मेरा भाई सूरज हम दोनों में वैसा प्यार हो सकता है..क्या मैं भैया के साथ सेक्स कर सकती हूँ…ओह.. नहीं.ये मैंने क्या सोचा था.. लेकिन मेरे अंदर की सेक्स की प्यास ने मेरे दिमाग को सुन बना दिया था.. मैं अब हर वक्त भाई के बारे में सोचती रहती हूँ.. मुझे भाई से प्यार हो गया था. ये प्यार और भी गहरा हो गया जब भैया घर आया था और मैं बाइक पर घूमने जाते थे,मूवी देखते थे,और फ्री बात करते थे.. ना जाने क्यों मैं भैया की तरफ से आकर्षक होती जा रही थी.. भैया को मगर कुछ भी पता नहीं था ,, मैंने भैया से नजदीकी बढानी शुरू की.बा इक पर उसे चिपक के बैठने पर उसे हग करना,,मैं उसे फ्री करना चाहती थी..उसे शायद थोड़ा अजीब लग रहा था मगर आज कल के बच्चे ओपन माइंडेड होते है ओह ऐसा सोचता था..
उसका शक यकीन में बदल गया जब मेरी कार्ड मेरे पल्ले पड़ गई..मैंने अपने मोबाइल में भैया की और मेरी फोटो मिक्सिंग करके रखी थी..फोटो ऐसी बनाई थी कि मानो भैया मुझे किस कर रहा है और मुझे जोर से मसल रहा है…पता नहीं भैया के हाथ में मेरे मोबाइल पासवर्ड कैसे लगा उसने ओह फोटो देख ली. मगर मुझे कुछ नहीं बताया मैं उसे जानबूझ कर अपने बूब्स दिखाती थी, उसे सटकर बैठती थी।
इधर मेरा उसे लुभाना जारी था। एक दिन मम्मी पापा हमारे गाँव में खेती के काम पर गए थे। घर पर मैं और भाई हम दोनों ही रहे..मैंने यह अच्छा मौका समझा। मैंने भैया से मटकते हुए लालची नजरें मिलाईं, अजीब सी मुस्कान देते हुए कहा भैया मैं नहाने जा रही हूं, मेरी नजर में कामुकता की आग जल रही थी। तभी तो जिसका मुझे यकीन था, थोड़ी देर बाद भैया मेरे पीछे-पीछे बाथरूम तक आया था जब दरवाजे की चाबी के छेद में अंधेरा दिखा तो मैं समझ गई के भैया मुझे देख रहा है..मैंने अपने ऊपर उतार दिए। मैं उत्साहित हो गई थी और मेरी चूत मैंने उगली करना शुरू किया..यह जानते हुए भी कि मेरा अपना सागा भाई मुझे नंगी देख रहा है..मैं इसी सोच से और उत्साहित हो गई..और जोर से उगली करना शुरू किया मेरे लिए एक अजीब और रोमांस करके देने वाला भाव था..
मैं वहीं पे झड़ गई और की होल की तरफ देखकर मुस्कुराई..दोपहर को भैया और मैं खाना खाने बैठ गए भैया मुझसे नजर नहीं मिला रहे थे.. शर्म तो मुझे भी आ रही थी पर क्या करती..खाने के बाद भैया के पास टीवी देखने बैठी. भैया ने बात छेड़ी कहा मोनिका कॉलेज में कैसे चल रहा है .मैंने कहा ठीक है, भैया:तुम्हारे कॉलेज में लड़के हैं के नहीं? मैं:हा है तो, भैया: तो कुछ अफेयर भी होंगे।
मैं:हा है, भैया:तुमने कोई देखा नहीं क्या हमारे लिए जीज्जू.. मैं:भैया आप भी ना,, मैं शर्मा के भैया के गले लग गई मेरी मंसल्स चुचिया भैया के सीने से टकरा गई मैं रोमांस कर गई। मैंने आपको संभालो..भैया से पूछ आपकी कोई गर्लफ्रेंड तो जरूर होगी कॉलेज में? अरे नहीं रे भैया बोले..मेरे टाइप की लड़की अभी तक मिली ही नहीं..मै:भैया कैसी लड़की पसंद है तुम्हे..मुझे बताओ..हा बताओ भैया:ऐसे,,मै:हा बताओ ना..भैया: तू डर तो नहीं जाएगी मम्मा:मैं भला क्यों डरूंगी? भैया: तो बता देता हूँ तुम्हारे मोबाइल में मेरे साथ जो लड़की है ना.. मुझे बिल्कुल वैसी लड़की चाहिए… मैं शोक हो गई..मेरा भंडा फूट गया था..मेरे भैया के प्रति प्यार और काम की भावना ओपन हो गई थी। अब मेरे पास कुछ भी चारा नहीं था…सिवाय इसके के भैया को सब ऐसे ऐसे बता दूं….
मैंने हिम्मत बढाई…और बोली हां तो भैया आखिर आपने ओह फोटो देख हिली..भैया:हा मेरी प्यारी बहना..मुझे सब पता चल गया है तू मुझे कितना चाहिए है…और मोनिका मैं भी तुमसे उतना ही प्यार करता हूं जितना तुम करती हो…मैं बहुत खुश हो गई और भैया के गले पड़ गई,,,ओह्ह…मेरे प्यारे भैया..मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं…पर बता नहीं पा रही थी आखिर उस मोबाइल ने मेरी सुन ली
और तुम्हे सब कुछ बता दिया मैंने तुमसे बहुत प्यार किया मेरे भाई…आई लव यू भैया….मेरे छुछु भैया के साइन में गढ़ी थी मैंने आँखे बंद कर ली.भैया:ओ.ओह मेरी प्यारी बहना मैं तो कबसे जानता था और तुम्हे चाहने लगा…आई लव यू बहना…आई लव यू टू मच…मगर हमारा प्यार ऐसा ही चलता रहेगा क्या??हमारे भाई..ये प्यार जिंदगी भर,,,,अगले सात जन्मो तक ऐसा ही चलता रहेगा..भैया मैं तुमसे सिर्फ सेक्स ही नहीं बल्कि तुमसे शादी करना चाहती हूँ मेरे भाई…मैं अपने भाई को खुश करना चाहती हूँ चाहती हूँ…उसके चरणों कि दासी बनना चाहती हूँ…उसकी पत्नी बनना चाहती हूँ..भैया:ओह मेरी प्यारी बहना समाज इस रिश्ते को मान्यता नहीं देगा..मै:मुझे समाज से कुछ लेना देना नहीं है भैया मुझे तो बस तुमसे मतलब है..भैया:ठीक है बहनें मैं शादी का करूँगा तो बस तुमसे…मेरी प्यारी बहना से…
मै:हा भैया मेरा भाई ही मेरा पति होगा,,,ओह्ह्ह्ह..और मेरे बच्चों का पिता भी..ऊऊऊ भैया मुझे ये कहते हुए शर्म आ रही है…मै भैया से कस के पकड़े थे भैया मेरी पीठ को सहला रहे थे …ओहहोहोहोहाआआ क्या अनुभव था अपने भाई के साथ…मैं उसकी बहो उलझ रही थी…उसने मेरी कमीज की ज़िप खोलना शुरू किया…मैं झट से हट गई और बोली भैया नहीं, यह सब पहले आप मुझसे शादी करने का वचन दे दो…भैया:तुझे मुझपे विश्वास नहीं है?.मैं:जान से भी ज्यादा..
लेकिन मैंने अपनी प्यारी चूत अपने पति के लिए ही रखी है..मैं अपने पति हो हि सोपूंगी…भैया..ठीक है मेरी जिद्दी बहन मैं अभी इसी वक्त तुझसे शादी करूंगा…और..अपनी बहन की मांग भरूंगा…अपनी पत्नी से बनाऊंगा…ऊऊओह्हाआआआ मैं ये बाते सुन कर रोमांटिक हो गई औए बोली हा भैया बनालो मुझे अपनी पत्नी अभी इसी वक्त…भैया झट से उठ गए अंदर के कमरे में मिस्टर चले गए और अलमारी में से मम्मी का मंगलसूत्र निकाला और सिंदूर उतार दिया…अते ही मैं शर्मा के भैया के गले लग गई..भैया बोले..अरे बहन शर्मति क्यों है तेरा भाई तुझे अपनी पत्नी बनने जा रहा है,,तेरा पति तेरा चूत का मालिक बनने जा रहा है..शर्मा मत..भैया ने झट से मेरी उम्र कर ली और मेरी मांग में सिंदूर भर दिया…मै ख़ुशी से पागल हो गई मुझे भैया ने मंगलसूत्र बंधा…
अब मैं उसकी पति बन गई थी…भैया बोले..चलो अब सुहागरात मनाते हैं..मैं खुशी से झूम उठी..मेरा सागा भाई अब मेरा पति बन चुका था और अब मेरे साथ सुहागरात मनाना चाहता था..मेरी चूत में अपना मोटा लंड डालने वाला था अपनी बहन को अपने लंड की रांड बनाने वाला था…मैं इसी विचार से कामुक हो गई मेरी चूत का रस मेरी जंगो से बह रहा था..
मुझे भैया ने धीरे से उठाया और बिस्तर पर रख दिया…मैं शर्म से चूर हो गई थी भैयाने मेरी चुनरी मेरे सरपे ओढ़ ली मैं नई नवेली दुल्हन की तरह बिस्तर पर बैठ गई…शर्म से मेरी नजर झुक गई…ओहहोओओआआआहहाआ मैं अब अपने सेज भाई की दुल्हन बन गई थी…मेरे सेज भाई का लंड मुझे चोदने वाला था…
भियाने धीरे से चुनरी उठाई मैं शर्मा गई…भैया:ओहहोओ ओहो क्या लग रही है मेरी रानी…मेरी जान..मैं रोमांस हो गई भाईने एक एक करके सभी कपड़े उतार दिए…ओहहोओ … मैंने पेंट की ज़िप खोल के उसे नंगा किया,,,और उसके मोटे लंड से खेलने लगी भैया मुझे लंड मु में लेने को कहा…अपने पति कीआज्ञा कैसे ना मानती मैने झटके से उसे मु में लेकर चूसना शुरू किया भैया मेरी चूत चाटते मेरी चुची दबादे..ऐसी भीच भाईयाने मुझे आज्ञा दी मोनिका चलो अब वो पाम आनंद लेते है और हम भाई बहन एक दूसरे में समा जाते ही..
भाई बहन ही नहीं भैया पति पत्नी कहो मै बोली…बहने मुझे पीठ पे लिटा दिया अपना लंड मेरी कोमल चूत पर टीका दिया मै डर गई…ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् मगर आज एक भाई बहन का मिलन होने वाला था..मै तैयार हो गई..भैया बोले मेरी रानी मेरी जान…मेरा प्यार..मेरी पत्नी क्या तैयार है? मैं बोली हूँ भैया आपकी बहन,,आपकी पत्नी तैयार है अपने पति का लंड अपनी चूत में लेने के लिए भैया आजो मुझे समझाओ.भैया ने एक जोरदार झटका मारा भैया का आधा लंड मेरी चूत में समझा मैं दर्द से कहारा उठी भैया ने मेरे होठों को अपने होठों में दबा कर मेरी सिसकारी रोक दी अब भैया ने जोरदार झटके मारना शुरू किया..मैं चिल्लाती गई भैया जोर दर धक्के मारते गए मैं बिगड़ती रही,,ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ….मेरी चूत के मिलिक जोर से चोदो और अपनी बहन को बनाओ उसे अपने बच्चों की माँ कर दे मेरा सपना पूरा अपने भाई की पत्नी रांड बनाने का. चोदो मुझे मेरे भाई चोदोओचोददोओह्हाहा…..हाहा..
मैं जोर से सांस लेने लगी..भया जोर से चोद रहा था अपनी पत्नी को ले मेरी प्यारी बहना ले अपने भाई का लंड बना उसकी रखैल..उसकी रांड…ओहहोओभैयाने बड़ी देर तक मुझे चोदना जारी रखा,,,एक वक्त के बाद भैया..बोला ले बहन मैं आ रही हूँ..तेरी चूत में झड़ना,,,ओहहाआआ मेरे भाई मेरे पति बना दे अपने बच्चों की माँ मुझे गिरादे तेरे लंड का रस मेरीचुत में भर दे मेरी कोंख…ओह मेरे मालिक…ओह मेरे पति मेरीचुत के राजा ओह भैया ने अपना फवारा मेरी चुत में चोद दिया और अहं वही जरूरतल हो कर सो गे
ई इस चार पांच सालों में हमने घरवालों से छुपने कई बार चुदाई की..मैंने दो बार अपना बच्चा भी गिराया..अब मेरा कॉलेज खत्म होने वाला था..मेरी शादी की बात घर पे चल रही थी..हमें डर लगने लगा..भैया को मुंबई में जॉब मिली थी हमने भाग के जाने का प्लान बना दिया..
मैंने के दिन घर से भाग जाने की चिट्ठी लिख दी और भैया के साथ उसकी पत्नी बन कर रहने लगी। हम यहां अब पति पत्नी की तरह रहते हैं मुझे भाई से 1 लड़का और एक लड़की है…हम यहां मुंबई में अंधेरी में एक फ्लैट में रहते हैं…हम अब खुश हैं..
इस तरह दोस्तो मैं अपने भाई की पत्नी बनी…आपको मेरी कहानी कैसी लगी मुझे मेल जरूर करें…