नखरे वाली भाभी की चूत फाड़ दी अपने लंड से
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम जगदीप है, मेरी उम्र 22 साल है और मैं पंजाब का रहने वाला हूँ। ये कहानी मेरे भाई की है, जो बहुत नखरे करते हैं। मेरे भाभी का नाम सोना है, उनकी उम्र 28 साल है। उनका फिगर इतना खूबसूरत है कि कोई भी उन्हें देख ले तो उसका दिल धड़कने लगे। मेरी भाभी एक हाउसवाइफ हैं और मैं अक्सर उनके घर जाता रहता हूँ। एक दिन ऐसा हुआ कि मैं उनके घर गया था। उस वक्त वो किचन में खाना बना रही थीं। मैं उनके पास गया और नॉर्मल बातें करने लगा। फिर मैं अंदर टीवी देखने चला गया। तभी मुझे भाभी की एक चीख सुनाई दी। मैं भागकर किचन में गया तो देखा कि भाभी नीचे गिर गई थीं। मैंने उन्हें उठाया और बेडरूम में ले आया।
उनके पैर में चोट लग गई थी, तो मैंने मालिश शुरू कर दी। इसके बाद मैं अपने घर आ गया। अगले दिन भाभी ने कहा कि उन्हें शहर में डॉक्टर के पास जाना है। मैं उन्हें अपनी बाइक से ले गया। मजाक में मैंने कहा, “भाभी, जरा नजदीक से लगकर बैठ जाइए।” वो बैठ गईं और मुझे लगा कि शायद बात बन गई। लेकिन जब घर पहुँचे तो उन्होंने मुझे पीछे से पकड़ लिया और कहा, “मुझे छोड़ दो, नहीं तो तेरे भैया को बता दूँगी।” मैंने भाभी को छोड़ दिया और घर आ गया। दो महीने बाद भैया का वीजा ऑस्ट्रेलिया के लिए लग गया और वो चले गए। अब भाभी अकेली रह गई थीं। मैं उनसे डबल मीनिंग में बातें करने लगा। वो भी अकेलेपन की वजह से मेरे साथ खुलकर बातें करने लगी थीं।
एक दिन ऐसा आया कि भाभी बहुत बीमार हो गईं। उन्होंने मुझे कहा, “आज रात मेरे घर सो जाओ।” मैंने अपने घर पर बता दिया कि मैं भाभी के घर सोने जा रहा हूँ। वहाँ मैं सोफे पर सोने लगा तो भाभी बोलीं, “तेरे भैया के जाने के बाद मुझे अकेले नींद नहीं आती।” फिर मैं उनके साथ बेड पर सो गया। आधी रात को मुझे अपने लिंग पर कुछ महसूस हुआ। मैंने एक आँख खोलकर देखा तो भाभी मेरे लिंग के साथ पैंट के ऊपर से खेल रही थीं। मैंने कहा, “भाभी, आप क्या कर रही हैं?” वो बोलीं, “तेरे को गए दो महीने हो गए, मुझे तेरे साथ सेक्स करना है।” मैंने भाभी को किस करना शुरू कर दिया और उनके निपल्स को कपड़ों के ऊपर से दबाने लगा। तभी मेरे दिमाग में ख्याल आया कि क्यों न आज भाभी को थोड़ा तड़पाया जाए, क्योंकि वो बहुत नखरे करती हैं। मैंने उन्हें लिप किस करना शुरू किया और उनके कपड़े उतारने लगा। उन्हें ब्रा और अंडरवियर में ला दिया। भाभी ने मेरे भी कपड़े उतार दिए। अब मैं भी सिर्फ अंडरवियर में था। मैंने उनकी ब्रा के ऊपर से उनके निपल्स को दबाना शुरू किया। भाभी सिसकियाँ लेने लगीं, उन्हें बहुत मजा आ रहा था।
इसके बाद मेरा लिंग भी खड़ा हो गया, जो 7.5 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है। जब भाभी ने अपना हाथ मेरे लिंग पर रखा तो वो चौंक गईं और बोलीं, “ये क्या है? इतना बड़ा लिंग मैंने पहली बार देखा है।” मैंने कहा, “भाभी, अब ये आपका हो गया।” वो खुश हो गईं। मैंने उनका अंडरवियर उतार दिया और उनकी चूत को देखने लगा। उस पर एक भी बाल नहीं था। मैंने अपनी जीभ उनकी चूत पर लगाई तो वो तड़प उठीं और मेरे बालों में हाथ फेरने लगीं। फिर मैंने कहा, “भाभी, मेरा लिंग अपने मुँह में लो।” पहले तो उन्होंने मना किया, लेकिन मैं 69 पोजीशन में आ गया और जबरदस्ती उनका मुँह में अपना लिंग डाल दिया। मोटा होने की वजह से उन्हें तकलीफ हो रही थी। 30 मिनट तक मैं उनकी चूत चाटता रहा, अलग-अलग पोजीशन में। तब तक भाभी एक बार झड़ चुकी थीं और बोलीं, “अब मत तड़पाओ।”
“प्लीज मेरी चूत में अपना लिंग डाल दो।” मैंने भाभी की टाँगें अपने कंधों पर रखीं और लिंग को उनकी चूत की क्लिट पर रगड़ने लगा। 10 बार रगड़ने के बाद भाभी फिर मinnट करने लगीं, “प्लीज मेरी चूत फाड़ दो, क्यों तड़पा रहे हो?” मैंने अपने लिंग पर थूक लगाया और उनकी चूत पर भी, फिर जोर का झटका मारा। मेरा 3 इंच लिंग उनकी चूत में चला गया। वो चिल्लाने लगीं। मैंने अपने होंठ उनके होंठों पर रख दिए। भाभी मेरी पीठ पर नाखून मारने लगीं और छटपटाने लगीं। मैं मन ही मन बहुत खुश था कि आज मुझे भाभी की चूत मिल रही थी। उनकी चूत बहुत टाइट थी। जब मैंने लिंग डाला तो मुझे गर्माहट महसूस हुई, जैसे मैं स्वर्ग में चला गया हो। 2 मिनट रुकने के बाद मैंने फिर एक जोर का झटका मारा। इस बार 6 इंच अंदर चला गया। भाभी बोलीं, “मुझे मार ही डालेगा क्या? धीरे कर, बहुत दर्द हो रहा है।” लेकिन मैंने उनकी एक न सुनी और धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था और अब भाभी को भी मजा आने लगा था।
वो मुझसे पूछने लगीं, “तुम्हारा लिंग पूरा अंदर जा रहा है?” मैं हँसकर बोला, “भाभी, अभी 2 इंच बाहर है।” धीरे-धीरे करने के बाद मैंने फिर एक जोर का झटका मारा। भाभी ने बेडशीट को जोर से मुट्ठी में भींच लिया और अपना सिर इधर-उधर करने लगीं। फिर बोलीं, “तेरा लिंग है या घोड़े का लिंग?” 20 मिनट बाद मैंने भाभी को डॉगी स्टाइल में कर लिया और एक ही झटके में लिंग उनकी चूत में डाल दिया। भाभी मुझे गाली देने लगीं, “कुत्ते, मैंने कहा था धीरे डालो।” मैंने उनकी बात अनसुनी कर दी और उनके निपल्स को हाथ से मसलने लगा। जोर-जोर से उनकी चूत में झटके मारने लगा। अब उनकी चूत में मेरे लिंग ने अपनी जगह बना ली थी।
भाभी को बहुत मजा आने लगा था। 10 मिनट तक चूत मारने के बाद मैंने लिंग बाहर निकाला और उनके मुँह में डाल दिया। तब तक भाभी दो बार झड़ चुकी थीं, लेकिन मैं अभी तक नहीं झड़ा था। 5 मिनट उनके मुँह में लिंग देने के बाद मैंने उनके निपल्स के बीच में लिंग रखकर रगड़ना शुरू किया। भाभी बोलीं, “इतना मजा तो तेरे भैया ने कभी नहीं दिया।” फिर उन्होंने कहा, “तेरी घरवाली कितनी खुशकिस्मत होगी।” इसके बाद मैंने भाभी को खड़ा किया और बेड से लगाकर आगे झुकने को कहा। फिर एक ही झटके में लिंग अंदर डाल दिया। 15 मिनट तक चूत मारने के बाद भाभी बोलीं, “मैं झड़ने वाली हूँ।” फिर उन्होंने कहा, “इतने देर हो गए, तू अब तक क्यों नहीं झड़ा?” इसके बाद मैं उनकी गांड पर हाथ मारने लगा। भाभी समझ गईं और बोलीं, “प्लीज ऐसा मत करना, मैं मर जाऊँगी।” मैंने कहा, “आज नहीं, आपकी गांड किसी और दिन मारूँगा।” भाभी खुश हो गईं। फिर मैं उनकी चूत मारने लगा। 30 मिनट बाद मैंने कहा, “भाभी, मैं झड़ने वाला हूँ।” भाभी बोलीं, “मेरे अंदर ही छोड़ दे।” मैंने अपना वीर्य उनकी चूत में छोड़ दिया। हम दोनों की साँसें तेज थीं और मैं वैसे ही भाभी के ऊपर सो गया।
30 मिनट बाद भाभी बोलीं, “चलो फ्रेश हो आते हैं।” मैंने उन्हें अपनी बाहों में उठाया और वॉशरूम ले गया। हमने एक-दूसरे को साफ किया। उस वक्त रात के 2 बज रहे थे। फिर हम सो गए। सुबह भाभी ने मुझे गुड मॉर्निंग विश किया और लिप किस करने लगीं। पूछने लगीं, “कैसा रहा?” मैंने कहा, “बहुत मजा आया।” वो हँसने लगीं, “तूने तो मेरी चूत का बुरा हाल कर दिया। तू तो जानवरों जैसा चोदता है, लेकिन फिर भी मुझे बहुत अच्छा लगा। आज के बाद जब तेरा मन करे, आ जाना।” इसके बाद जब भी हमें मौका मिलता है, हम सेक्स करते हैं।
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