भाई-बहन की चुदाई

हॉट बहन श्वेता की चुदाई कहानी – भाई के लंड से चूत फाड़ दी

पढ़ें करण और उसकी सेक्सी बहन श्वेता की हॉट चुदाई कहानी। आगरा में एक रूम शेयर करते हुए भाई-बहन की प्यास बेकाबू हो गई। श्वेता ने कहा, “मुझे अपनी बीवी समझकर चोद!” फिर शुरू हुआ चूचियों का मसलना, चूत चाटना और लंड से चुदाई का खेल।

हाय दोस्तों, मेरा नाम करण है और मेरी बहन श्वेता, उम्र 22, एकदम कातिलाना हसीना है। उसका फिगर 38-24-38, गोरी-चिट्टी स्किन, लंबे काले बाल, और हाइट 5 फुट 5 इंच। देखो तो बस लंड खड़ा हो जाए! हम दोनों आगरा में एक रूम शेयर करके पढ़ते थे। वहाँ अकेले रहते हुए मेरे लंड और उसकी चूत की प्यास कंट्रोल से बाहर हो गई।

एक दिन श्वेता बोली, “करण, मैं तेरी वाइफ बन जाती हूँ। मुझे अपनी बीवी समझकर चोद डाल।” फिर वो टाइट जींस और शर्ट में आई, और बोली, “चल, स्टार्ट हो जा!” उसने मुझे किस करना शुरू किया। उसकी रसीली लिप्स मेरे होंठों पर टूट पड़ीं। मैं भी जोश में आ गया, उसे कसकर बाहों में लिया और चूमने लगा। फिर मैंने उसे खींचकर बेड पर लिटाया, उसके ऊपर चढ़ गया, और उसकी लिप्स, गाल, गर्दन—सब चूम डाला। 10 मिनट तक उसकी बॉडी को चूमता रहा।

मैंने उसकी शर्ट फाड़ दी, फिर ब्रा भी उतार फेंकी। जैसे ही ब्रा खुली, उसके मस्त बूब्स उछलकर बाहर आ गए। मैं तो पागल हो गया। उनके सॉफ्ट अनारों को दबाने लगा। इतने दिनों बाद उसके नंगे बूब्स देखने और मसलने का मौका मिला था। मैंने उसके निप्पल मुँह में लिए और चूसने लगा। श्वेता सिसकारियाँ ले रही थी—आह्ह… आह्ह्ह…—और मैं चूसता ही गया।

फिर मैंने उसकी जींस खोली, पैंटी में ला दिया। उसकी चूत गर्मी से तप रही थी, पैंटी गीली हो चुकी थी। मैंने पैंटी उतारी और उसकी चूत को फैलाकर चाटना शुरू किया। वो आह्ह… ऊह्ह… करते हुए मेरे लंड को पकड़कर मसलने लगी। उसने कमर उठाई और मेरा तना लंड अपनी जाँघों के बीच रगड़ने लगी। फिर करवट लेकर लेट गई, ताकि मेरा लंड अच्छे से पकड़ सके। उसकी चूची मेरे मुँह के पास थी। मैंने उन्हें कसकर दबाया। अचानक उसने अपनी चूची मेरे मुँह में ठूंस दी और बोली, “चूस ले इन्हें!” मैंने उसकी लेफ्ट चूची मुँह में भरी और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा।

Hot Sex Story :  भाभी बोली मुझे चूत में जलन हो रही है

थोड़ी देर बाद मैंने चूची निकाली और बोला, “श्वेता, मैं हमेशा तेरी टाइट चूचियों के बारे में सोचता था। इन्हें छूने, चूसने का मन करता था। डरता था कि तू बुरा न मान जाए। तू नहीं जानती, तूने मेरे लंड को कितना तड़पाया है!” श्वेता हँसी और बोली, “तो आज अपनी ख्वाहिश पूरी कर ले। जी भरकर दबा, चूस, मज़े ले। मैं पूरी तेरी हूँ, जो चाहे कर!” बस फिर क्या था? उसकी हरी झंडी मिलते ही मैं उसकी चूचियों पर टूट पड़ा। मेरी जीभ उसके खड़े निप्पल्स पर नाचने लगी। मैंने दोनों अनारों को कसकर पकड़ा और बारी-बारी चूसने लगा।

मैं उन्हें ऐसे मसल रहा था जैसे सारा रस निचोड़ लूँगा। श्वेता भी फुल सपोर्ट दे रही थी। उसके मुँह से ओह… आह्ह… की सिसकारियाँ निकल रही थीं। वो मेरा लंड बुरी तरह मरोड़ रही थी। फिर उसने एक टाँग मेरे कंधे पर चढ़ाई और मेरा लंड अपनी जाँघों के बीच रख लिया। उसकी चूत की मुलायमियत मेरे लंड को छू रही थी। उसने पैंटी नहीं पहनी थी, और मेरा सुपाड़ा उसकी झाँटों में घूम रहा था। मुझसे अब रहा नहीं गया। मैंने कहा, “श्वेता, मुझे कुछ हो रहा है। मैं कंट्रोल नहीं कर पा रहा। बताओ क्या करूँ?” वो बोली, “क्या करेगा? चोद डाल मुझे! फाड़ दे मेरी चूत!”

मैं उसकी चूचियाँ मसलता रहा। उसने अपने होंठ मेरे होंठों से सटा दिए और फुसफुसाई, “अपनी श्वेता को चोद!” फिर उसने मेरा लंड हाथ से उसकी चूत पर सेट किया। एक धक्के में मेरा लंड अंदर घुस गया। वो संभल पाती, इससे पहले मैंने दूसरा धक्का मारा। मेरा पूरा लंड उसकी मक्खन-सी चूत में समा गया। श्वेता चिल्लाई, “उईई… हायyy… रुक जा थोड़ा! तेरा लंड बड़ा जालिम है। तूने मुझे मार डाला, राजा!” उसे दर्द हो रहा था, पहली बार इतना मोटा लंड उसकी चूत में घुसा था।

Hot Sex Story :  मेरी बहन की जवानी बड़ी मस्त मस्त है-1

मैं रुक गया, मेरा लंड उसकी चूत में फँसा रहा। उसकी चूत फड़क रही थी, मेरे लंड को अंदर ही अंदर मसल रही थी। उसकी चूचियाँ तेज़ी से ऊपर-नीचे हो रही थीं। मैंने दोनों चूचियों को पकड़ा और चूसने लगा। थोड़ी देर में उसे राहत मिली। उसने कमर हिलानी शुरू की और बोली, “अब चोदना शुरू कर!” मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अंदर-बाहर होने लगा। वो बोली, “बाहर निकाल!” लेकिन मैं धीरे-धीरे उसे चोदता रहा।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

श्वेता ने कहा, “स्पीड बढ़ा!” मैंने रफ्तार पकड़ी और तेज़ी से धक्के मारने लगा। उसे मज़ा आने लगा। वो नीचे से कमर उठा-उठाकर मेरे हर शॉट का जवाब देने लगी। उसने अपनी चूची मेरी छाती पर रगड़ी, होंठ मेरे होंठों पर रखे, और जीभ मेरे मुँह में डाल दी। मेरा लंड उसकी चूत में फुल स्पीड से ऊपर-नीचे हो रहा था। मुझे जन्नत का मज़ा आ रहा था। वो झड़ने के करीब थी, उसकी रफ्तार बढ़ती जा रही थी। कमरे में फच-फच की आवाज़ गूँज रही थी।

मैं श्वेता के ऊपर लेटकर दनादन शॉट लगा रहा था। उसने अपनी टाँगें मेरी कमर पर लपेटकर मुझे जकड़ लिया और चूतड़ उठा-उठाकर चुदाई में साथ देने लगी। मैं उसकी चूचियाँ मसलते हुए टकाटक चोद रहा था। कमरा हमारी चुदाई की साउंड से भर गया। श्वेता बोली, “आह्ह… ऊह्ह… मेरे राजा, मज़ा ले मेरी जवानी का!” वो ज़ोर-ज़ोर से गांड हिलाने लगी।

45 मिनट तक मैंने उसे चोदा। मैं भी बोला, “ले मेरी रानी, ले मेरा लंड! तूने मुझे तड़पाया, अब ये लंड तेरा है। तूने जन्नत दिखाई, आज से मैं तेरा गुलाम हूँ!” वो गांड उछाल-उछालकर मेरा लंड ले रही थी। फिर उसने ललकारा, “शॉट लगा, राजा!” मैंने जवाब दिया, “ले मेरी रानी, और ज़ोर से!” वो चिल्लाई, “हायyy… मैं गई!” और उसकी चूत ने लावा उड़ेल दिया। मैं भी बोला, “मैं भी आया, जान!” और मेरा लंड झड़ गया। हाँफते हुए मैं उसकी चूची पर सिर रखकर लेट गया।