अनजान औरत के साथ चुदाई का मजा
हाय दोस्तों, मेरा नाम संजय है। मैं चेन्नई का रहने वाला हूँ, उम्र 24 साल। आज मैं HotSexStory.xyz पर अपनी एक sacchi kahani शेयर कर रहा हूँ। ये कहानी एक अनजान औरत के साथ हुई hot chudai की है, जिसने मुझे फेसबुक पर ढूंढा और अपने मजे के लिए बुलाया। उसकी रहस्यमयी दुनिया और kaamukta ने मुझे mazaa dila diya। ये मेरे लिए एक अनोखा experience था, जो मैंने कभी सोचा नहीं था। तो चलिए, इस masaledar aur lambi kahani में आपको ले चलता हूँ।
फेसबुक से शुरू हुआ रहस्यमयी रिश्ता
मैं चेन्नई में अकेला रहता हूँ। जॉब करता हूँ, दोस्तों के साथ मस्ती, और फेसबुक पर टाइमपास—यही मेरी जिंदगी थी। एक दिन फेसबुक पर एक अनजान प्रोफाइल से मैसेज आया—“हाय, संजय।” मैंने जवाब दिया, “हाय, आप कौन?” उसने कहा, “बस एक दोस्त।” उसकी प्रोफाइल में फोटो नहीं थी, नाम भी फर्जी सा लगता था। फिर भी बात शुरू हुई। वो थोड़ी शरारती, थोड़ी रहस्यमयी थी। पहले दिन चैटिंग मजाक में बीती। अगले दिन उसका कॉल आया। आवाज भारी, सेक्सी। बोली, “Kal miloge? एक जगह बताती हूँ।” मैंने हाँ कह दी।
उसने एक सुनसान जगह का नाम बताया। मैं अगले दिन तैयार हुआ—काली शर्ट, जींस। टाइम पर पहुँचा। 5 मिनट इंतजार के बाद एक कार रुकी। काले शीशे, लग्जरी गाड़ी। एक औरत बाहर निकली—लंबी, स्लिम, साड़ी में लिपटी। उम्र शायद 30-35। चेहरा ढका नहीं था, पर उसकी आँखों में ajeeb si chamak थी। बोली, “Mister Sanjay?” मैंने कहा, “जी। हाय।” उसने मुस्कुराकर कहा, “Mere saath aaiye।” मैं उसकी कार में बैठ गया।
रहस्यमयी सफर और आँखों पर पट्टी
कार के सारे शीशे काले थे। अंदर ठंडक थी, AC की हवा। वो बोली, “Mister Sanjay, if you don’t mind, प्राइवसी के लिए आपकी आँखों पर पट्टी बाँध दूँ। घर पर खोल दूँगी।” मैं चौंका, पर उसकी आवाज में भरोसा था। मैंने कहा, “ठीक है।” उसने काला कपड़ा मेरी आँखों पर बाँधा। मैंने आँखें बंद कीं। कार स्टार्ट हुई। 20 मिनट तक चली। रास्ते में हल्की बातें हुईं। वो बोली, “कम्फर्टेबल हो?” मैंने कहा, “हाँ।” फिर कार रुकी। थोड़ी देर बाद फिर चली, थोड़ी दूर जाकर बंद हुई। उसने कहा, “Thodi der car mein baitho, मैं अभी आई।”
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। Main kahan hoon? कौन सी जगह? कौन है ये औरत? अंधेरे में सिर्फ उसकी आवाज सुनाई दे रही थी। 5 मिनट बाद वो आई। मेरा हाथ पकड़ा, “Aaram se chaliye।” मैं धीरे-धीरे चला। सीढ़ियाँ चढ़ने का एहसास हुआ। फिर एक कमरे में घुसा। उसने कहा, “Patti hata rahi hoon।” कपड़ा हटा। मैंने आँखें खोलीं। एक बड़ा, मॉडर्न बेडरूम—बड़ा बेड, डिम लाइट्स, महंगे फर्नीचर।
रहस्यमयी औरत का प्रस्ताव
वो मुस्कुराई, “Mister Sanjay, yeh mera bedroom hai। आराम से बैठिए। कुछ मत पूछिए—कहाँ हैं, कौन हूँ, नाम क्या है। बस इतना जानिए कि मैंने आपको अपने मजे के लिए चुना है। इसके लिए फीस लेंगे।” मैंने कहा, “Jaroor। मुझे फीस से मतलब है। आप मेरी क्लाइंट हैं। Privacy ka khayal रखूँगा।” वो हँसी। टीवी ऑन किया, एक सेक्सी मूवी लगाई। बोली, “Movie dekho, मैं खाने-पीने का इंतजाम करती हूँ।” वो बाहर गई। मैं मूवी देखने लगा—हॉट सीन, नंगे जिस्म। मेरा लंड हल्का-हल्का tight होने लगा।
10 मिनट बाद वो लौटी। हाथ में वाइन की बोतल, ड्राई फ्रूट्स। बोली, “Thoda drink kar lete hain, फिर मेरी सेवा शुरू करेंगे।” दो बड़े पैग बनाए। हम मूवी देखते हुए पीने लगे। वाइन का नशा, मूवी की गर्मी—हम दोनों garam ho chuke the। मेरा लंड kadak हो रहा था, पर वो चुप थी। मूवी खत्म हुई। मैंने कहा, “Madam, ab hukum? मैं आपका गुलाम हूँ।” वो मुस्कुराई।
मसाज से शुरू हुआ कामुक खेल
उसने कहा, “Massage tel lao। ड्रेसिंग टेबल पर है। मेरा बदन दुख रहा है।” मैंने सिर हिलाया। तेल की शीशी ली। बोला, “Aaram se let jaiye।” उसने साड़ी पहनी थी। मैंने धीरे-धीरे उतारी। ब्लाउज, पेटीकोट—सब निकाला। वो सिर्फ ब्रा-पैंटी में थी। स्लिम, सेक्सी जिस्म। बूब्स medium, perfect। मैंने पैरों से मसाज शुरू की। तेल लगाया, धीरे-धीरे ऊपर बढ़ा। जाँघें, कमर, पीठ—हर हिस्सा garam हो रहा था। वो सिसक रही थी—आह, ऊह।
20 मिनट मसाज की। बोला, “Pet ke bal let jaiye।” उसने पलटी। मैंने पीठ पर तेल डाला, मसाज की। फिर अपने कपड़े उतारे। उसे गोद में उठाया। उसके होंठों पर kiss की। बोला, “Bathroom kahan hai? साफ-सफाई कर दूँ।” उसने इशारा किया। मैं उसे बाथरूम ले गया। बाथटब था। उसे लिटाया, पानी भरा। मैं भी टब में बैठ गया। उसके बूब्स चूसने लगा। वो आँखें बंद कर मेरे लंड को सहलाने लगी।
बाथटब में चुदाई और मजा
मैं उसकी बॉडी को garam karta raha—गर्दन, बूब्स, पेट। वो मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगी। उसकी जीभ मेरे लंड पर नाच रही थी। मैं maza le raha tha। बाथटब में उसे नहलाया। पानी में ही चुदाई शुरू की। उसे टब के किनारे टिकाया, लंड उसकी चूत में डाला। वो सिसक रही थी—आह, ऊह, हाँ। मैंने धक्के मारे। उसकी चूत गीली और टाइट थी। 15 मिनट तक चोदा। वो झड़ गई। मैं भी उसके अंदर झड़ा।
हम फ्रेश हुए, बाहर आए। कपड़े पहने। उसने खाना परोसा—बिरयानी, सलाद। साथ खाया। फिर बेड पर लेट गए। थोड़ी देर सोए। उसने मुझे उठाया, “Chaliye, chhod deti hoon।” बाहर निकले। फिर आँखों पर पट्टी बाँधी। कार में बैठाया। जहाँ से उठाया था, वहाँ छोड़ा। पट्टी खोली। मेरे हाथ में फीस रखी—मोटी रकम। होंठों पर hard kiss की। बोली, “Phir milenge। जरूरत पड़ी तो कॉल करूँगी।” मैं कार से उतरा, उसे जाते देखता रहा।
6 घंटे का रहस्य और यादें
उसके साथ 6 घंटे बिताए। न उसका नाम पता, न जगह। वो एक rahasyamyi aurat थी। उसकी sexy awaaz, उसका जिस्म, उसकी चुदाई—सब मेरे दिमाग में बसा है। उस दिन का maza alag tha। दोस्तों, ये थी मेरी chudai kahani। आपको कैसी लगी? जरूर बताएँ।