Teenage Girl Sexचुदाई की कहानियाँ

अपनी गर्लफ्रेंड को घर पर बुला कर चोदा

नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम अर्पित है और मैं ग्रेजुएशन कर रहा हूँ। मैं अपने घर का एकमात्र बेटा हूँ। मेरे पास एक गर्लफ्रेंड है जिसका नाम कोमल है। वह 12वीं कक्षा में पढ़ रही है और वह मुझसे बहुत प्यार करती है, और मैं भी उससे प्यार करता हूँ।

अब मैं बताता हूँ कि मैंने कोमल को कैसे चोदा?

एक बार मैंने कोमल से मिलने को कहा, लेकिन उसे डर लग रहा था कि मैं उसे चोद दूंगा। आपको एक बात बता दूं, कोमल बहुत अच्छी लड़की है और उसे डर लगता था कि मैं उसे कभी न चोदू। क्योंकि एक बार कोमल ने मुझे अपने घर पर बुलाया था, तो मैंने उससे कहा कि मैं उसे किस करना चाहता हूँ। फिर हम दोनों बाथरूम में चले गए ताकि कोई हमें न देखे। जब मैं कोमल को किस कर रहा था, तो मेरे लिंग खड़े हो गए और मैं उत्साह में आकर कोमल के सामने अपना लिंग निकाल कर पकड़ लिया।

वह मेरा लिंग देखकर डर गई। मेरा लिंग सात इंच का है। फिर मैंने कहा कि इसे अपने हाथ से हिलाओ। वह शर्मा रही थी, लेकिन मेरे मनाने पर उसने मेरा लिंग हिला दिया। लिंग हिलाते-हिलाते मेरे मन में उसे चोदने का विचार आ गया। मैं उसे चोदने ही जा रहा था तभी उसके चाचा ने उसका नाम पुकारा “कोमल, कोमल, कोमल”। हम दोनों डर गए। मैंने जल्दी से अपनी चीजें बंद की और चुपके से बाथरूम से घर चला आया। मेरा मन बहुत घबराहट में था और मैंने ब्लू फिल्म की कल्पना करके मुठ मारी और शांत हो गया।

उस दिन से मैं कोमल को चोदने के बारे में सोचने लगा कि कब मुझे उसे चोदने का मौका मिलेगा। मैंने कई बार कोमल से मिलने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया क्योंकि उसे पता था कि मैं उसका काम पूरा कर दूंगा। वह डरती थी इसलिए मेरे पास नहीं आती थी कि मैं उसे चोद दूं और बाद में उसका शोषण न करूं। फिर मैंने उसे रोज़ मनाया कि वह मुझसे मिलने आए, तो एक दिन वह मुझे पार्क में मिलने आई। मैंने उसे किस भी नहीं किया, तो उसने समझा कि अब मैं बदल गया हूँ।

और फिर मैं जहाँ उसे बुलाता था, वह चुपचाप बिना किसी शर्त के आ जाती थी और मैं देखो कितना चालाक हूँ कि मैंने उस पर अपना भरोसा बनाए रखा। फिर एक दिन ऐसा हुआ कि मेरे घर पर कोई नहीं था। तो मैंने कोमल को फोन किया और उसे घर आने को कहा। पहले तो उसे घबराहट हुई, लेकिन मैंने उसे फोन पर बहुत प्यार से मनाया तो वह मान गई और थोड़ी देर में मेरे घर आई। उसने मेरे घर पर आकर बेल बजाई और मैंने दरवाजा खोला तो मैं उसे देखता रहा। वह एकदम नए कपड़ों में आई थी। उसने वो ड्रेस पहले नहीं पहनी थी। उसने नीले रंग की जींस और सफेद रंग का टॉप पहना था। सफेद टॉप होने के कारण उसके पीछे से ब्रा दिख रही थी। मैंने उसे बैठने को कहा और पूछा, क्या चाय पिएंगी? उसने हाँ कहा तो मैंने कहा जाओ किचन में और चाय बना कर लाओ।

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उसने वैसे ही किया। उसने दो कप चाय बनाई और खुद भी पीया और मुझे भी पिलाया। फिर हम दोनों प्यार-व्यापार की बातें करने लगे। थोड़ी देर बाद मेरा लिंग खड़ा हो गया। मैंने सोचा कि आज तो कोमल को चोद के ही रहूँगा। क्यों न कोशिश ही कर लूं? फिर मैंने टीवी चालू कर दिया और हम दोनों टीवी देखने लगे। मैंने मैच लगाया तो उसने कहा कि मुझे मैच पसंद नहीं है, कृपया इसे हटा दो। मैंने टीवी बंद कर दिया और फिर उससे सेक्सी बातें करने लगा।

मैं उससे सेक्सी बातें करते-करते ही था कि मेरा लिंग लोहे की तरह बहुत तंग हो गया। अब मुझे रोक नहीं रहा था। मैंने उसे कसकर पकड़ लिया। वह डर रही थी। पहले मैंने उसके सुंदर गालों पर किस किया, फिर धीरे-धीरे उसके होंठों पर एक चुंबन वाली पंच लगी ताकि उसे थोड़ा रोमांटिक लगे। फिर मैंने उसे कसकर उसके गाल को चूसने लगा। उसके गाल लाल हो गए। फिर मैंने उसके होंठों पर किस किया और जोर से उसके होंठों को चूसने लगा, लेकिन वह मेरा साथ नहीं दे रही थी। फिर मैं अचानक किस करते-करते हट गया और नाराज होने वाली एक्टिंग करने लगा। तो उसने कहा, क्या हुआ? गुस्सा क्यों हो गए? मैंने कहा कि मैं तुम्हें इतनी देर से किस कर रहा हूँ और तुम मेरा साथ नहीं दे रही हो। उसने कहा, दे रही हूँ।

मैंने कहा, अच्छा देखो, फिर मैं किस करने लगा और उसके होंठों को चूसने लगा। इस बार वह भी मेरा साथ देने लगी और मेरे होंठों को ज़्यादा तेज़ी से चूसने लगी। धीरे-धीरे उसे भी मज़ा आने लगा। फिर किस करते-करते मैंने उसके गर्दन पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और वह आहें भरने लगी। फिर मैं गर्दन से नीचे आ गया तो वह हाथ गयी। फिर मैंने उसे फिर अपनी तरफ खींच लिया और किस करने लगा। फिर अचानक मैंने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उसे सहलाया। इस बार उसने कुछ नहीं किया। शायद उसे मेरा धीरे-धीरे सहलाना अच्छा लग रहा था। फिर मैंने उसके गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया और उसके स्तनों को धीरे-धीरे दबाना भी शुरू कर दिया। अचानक मैंने उसके स्तनों को कसकर दबा दिया तो उसके मुंह से आवाज आई “ओह ओह ओह ओह”। फिर मैंने उससे उसी गति से उसके दोनों स्तनों को दबाया। वह मछली की तरह फड़फड़ा रही थी और अपने मुंह से आवाज निकाल रही थी “माँ… ओह अहा हाह….” आदि।

तो मैंने उसके टॉप को उतारना चाहा तो वह मुझे रोकने लगी। और मैं भी उसे देखते-देखते उसके टॉप को उतारने लगा। फिर अचानक उसने अपने दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाए और मैं एक ही झटके में उसके टॉप को उतार दिया। अब वह सिर्फ जींस और सफेद रंग के ब्रा में थी। मैंने उसके ब्रा के ऊपर से ही थोड़ी देर तक उसके स्तनों को सहलाया और दबाया। फिर मैंने धीरे-धीरे उसका ब्रा उतारा। वाह! क्या चूचियाँ थीं यार! छोटे-छोटे निप्पल और छोटी-छोटी चूचियाँ। ऐसा लग रहा था कि उसने अपने हाथों से कभी उन्हें नहीं छुआ था। बहुत सुंदर चूचियाँ थीं यार। मैंने उसकी चूचियों को चूसकर, चुभकर और अपने एक हाथ से उसके बट को भी जींस के ऊपर से ही सहला रहा था। क्या कहूँ यार? बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने अपनी जींस का बटन खोला और अपनी जींस उतारी। अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था और मेरा लिंग अंडरवियर से साफ-साफ दिख रहा था। वह मेरे लिंग को छू रही थी।

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मैंने उससे अपनी जीन्स उतारने को कहा तो उसने मना कर दिया। फिर मैंने उसे मनाने लगा और उसकी जीन्स का बटन खोल दिया। वह शर्मिंदा हो रही थी। मैंने धीरे-धीरे उसकी जीन्स उतारी और उसने अपनी जीन्स उतारने में मेरी मदद की। फिर मैंने उसे पूरी तरह से नंगा कर दिया और मैं भी पूरी तरह से नंगा हो गया। अब हम दोनों एक-दूसरे से चिपके हुए थे और एक-दूसरे को किस करने लगे। क्या कहूं यार, कैसा नज़ारा था जैसे ब्लू फिल्म चल रही हो। मैंने उसके हर हिस्से पर किस किया। फिर मैंने उसकी चुत को 15 मिनट तक चाटा और फिंगरिंग की। फिंगरिंग करते हुए ही उसे बहुत दर्द हो रहा था। मैं सोच रहा था कि जब मैं अपना 7 इंच का लंड डालूंगा तो उसका क्या हाल होगा? यह तो मर ही जाएगी। फिर मैंने उससे कहा कि अब तुम मेरा लंड अपने मुंह में लो और चूसो। उसने कहा मुझे गंदा लगता है। मैंने कहा एक बार लेकर देखो यार, बहुत मज़ा आता है।

मेरे कहने पर उसने मेरे लंड पर किस किया। वह सिर्फ मेरे लंड पर ही किस कर रही थी तो मैंने कहा यार कोमल, मुझे मज़ा नहीं आ रहा है। कहते हुए मैंने उसका सर पकड़कर अपना लंड उसके मुंह में डाल दिया और उसके सर को पकड़कर हिलाने लगा। अब वह मेरा लंड सही तरीके से मुंह में ले रही थी। मैंने 10 मिनट तक उसके मुंह से मुथ मारवाया और मेरा वीर्य उसके मुंह के ऊपर गिर गया। उसने मुझे देखकर हंसने लगी। फिर मैंने अपनी अंडरवियर से उसका मुंह साफ किया और अपना लंड भी अब मैं एक बार झड़ चुका था। मैंने अपने लंड को उसे हिलाने को कहा 2 मिनट।

बाद में मेरा फिर से लंड मुंह में आ गया। अब उसकी बारी थी। मैंने उसकी दोनों दंगों को फैलाया और उसकी चुत पर थूक लगाकर अपना लंड जड़ को उसके चुत के मुंह पर रखा और धीरे-धीरे अपना लंड उसके चुत में डालना शुरू कर दिया। उसका मुंह बनने लगा था। फिर मैंने अपना लंड अचानक उसके चुत में डाल दिया तो वो आश्चर्य से चिल्लाई “आहहाहा…मम्मीया…ह्ह्ह्ह…” बहुत दर्द हो रहा है, डियर निकालो प्लीज निकालो। मैंने कहा निकालने से दर्द कम नहीं होगा, करते-करते जाएगा। फिर मैंने उसे धकेले-धकेले देती रही और वह कस-कस कर चिल्लाती रही। फिर मैं थोड़ी देर रुका और उसे देखता रहा। फिर उसने कहा रुक क्यों गए जानू? करो ना। मैंने कहा तुम इतनी जोर से चिल्ला रही हो, मुझे नहीं दिख रहा है। तो उसने कहा कोई बात नहीं जानू, मैं बर्दाश्त कर लूंगी, तुम जारी रखो। मुझे बहुत मज़ा आ रहा है। तो मैंने फिर से शुरू किया।

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और इस बार मैंने उसे कस-कस के जोर-जोर से बहुत जल्दी धक्के दिए और वह मेरे हर धक्के का मज़ा ले रही थी। अब मेरा निकलने वाला था तो मैंने अपना लंड निकाला और उसके मुंह में डाल दिया। वह अपने मुंह से मेरा लंड हिलाने लगी। अब मेरा सारा माल उसके मुंह में गिर गया और उसने मेरा सारा माल पी लिया। फिर हमने कपड़े पहने। मैंने उससे पूछा कि मज़ा आया तो उसने कहा दर्द हुआ पर मज़ा बहुत आया। फिर उसने कहा कि 8 तारीख को मेरे भी खर पर कोई नहीं होगा तुम आना। मैंने पहले नोटंकी किया, फिर मान गया और 8 तारीख को उसके घर जाकर उसे और चोदा और उस दिन उसकी घर भी खूब चुदाई कि। अब जब भी हमें मौका मिलता है तो हम दोनों सेक्स करते हैं। इसके अलावा मैं एक लड़की और पता चला हूँ जिसका नाम सुबी खान है। इस लड़की को जब चोद दूंगा तो अपनी कहानी आप लोगों को सुनाऊंगा। तब तक बाये….