आंटी को चोदा अपने घर में
नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम राज है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ और मुझे इंडियन सेक्स स्टोरीज पढ़ना बहुत पसंद है। आज मैं आप सबको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मुझे बता दूं तो मैं 24 साल का हूँ और मेरा लिंग 6 इंच लंबा और मोटा है। अब आइए कहानी की शुरुआत करते हैं।
मेरे पड़ोस में एक अंटी रहती है। जब मैं उसे देखता हूँ तो मेरा लिंग हमेशा खड़ा हो जाता है। उसकी उम्र करीब 33 साल होगी और उसका नाम गीता है। उसके दो बच्चे हैं, एक 14 साल की लड़की और एक 12 साल की लड़की। उसकी बूब्स और पीठ बहुत ही आकर्षक हैं। हम अक्सर उनके घर कुछ काम से जाते थे और मैं उसे देखकर ही खड़ा हो जाता था।
एक दिन गीता ने कहा, “राज, जरा क्लीनर बदल दो।” मैं किचन गया और गीता भी मेरे साथ आई। उसने क्लीनर के पास रखे सामान हटाने शुरू कर दिए और अपना सूट फाड़ दिया था। वह नग्न थी और चूनी नहीं पहनी थी। मैंने उसके मोटे-मोटे, आकर्षक बूब्स को देखा और मेरा लिंग और भी खड़ा हो गया। मेरे पैंट से बाहर निकलने लगा और मुझे जल्दी से क्लीनर बदलकर खुद को नियंत्रित करना पड़ा। मैं घर वापस चला गया और उसकी सोच में मस्तिष्क घुमाते हुए खुद को संतुष्ट करने की कोशिश की, लेकिन मुझे नहीं पता था कि उस दिन गीता ने मेरा लिंग देखा था।
अगले दिन मेरे घर पर कोई नहीं था और मैं कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म देख रहा था। कुछ देर बाद मेरे घर का दरवाजा दस्तक दिया। मैंने कंप्यूटर स्क्रीन बंद कर दी, और मेरा लिंग खड़ा हो गया। मैं गेट की ओर गया और दरवाजा खोला तो देखा कि गीता आई है। मुझे देखकर खुशी हुई। गीता अंदर आई। मैंने कहा, “घर में कोई नहीं है।” उसने कहा, “मैंने तुम्हारी मौसी को कहा था?” मैंने कहा, “मौसी कहीं गई हैं और पता नहीं कब आएंगी।”
गीता के पास एक बहुत ही आकर्षक सूट पहना हुआ था, सुनहरा रंग का और चिकना। उसमें उसके बूब्स बहुत ही खूबसूरत लग रहे थे और उसकी पीठ भी बहुत ही आकर्षक थी। मैंने उसे बैठाया और पानी लाया। फिर गीता ने कहा, “राज, तुम क्या कर रहे थे?” मैंने कहा, “कुछ नहीं गीता, मैं कंप्यूटर पर काम कर रहा था।” गीता मुस्कुराई और बोली, “राज, तुम मुझे अलग नजर से देखते हो।” उस समय मैं चौंक गया और चुप हो गया। फिर गीता ने कहा, “राज, सच बोलो, तुम मेरे बारे में क्या सोचते हो?”
शर्मिंदा होकर मैंने गीता को कहा, “अंटी, मैं आपसे बात करना चाहता हूँ लेकिन कृपया किसी को नहीं बताना।” गीता ने कहा, “ठीक है, मतलब नहीं बताऊंगी।” फिर मैंने कहा, “अंटी, मैं आपसे प्यार करता हूँ, आप मुझे बहुत अच्छी लगती हैं।”
गीता हंसने लगी और बोली, “मैं तुम्हारी मौसी को बता दूंगी।” मैंने गीता से माफ़ी मांगी और कहा, “अंटी, कृपया मौसी को मत बताओ।” गीता हँसते हुए बोली, “मैं मज़ाक कर रही हूँ। अच्छा, तुम मुझे कितना प्यार करते हो?” मैंने कहा, “अंटी, मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ।”
मैंने गीता के होंठों को किस किया और क्या मजा आया दोस्तों! मैं आपको बता नहीं सकता। गीता ने मुझे पीछे खींच लिया और बोली, “ये क्या कर रहे हो?” मैंने कहा, “गीता अंटी, मैं आपसे प्यार करता हूँ।”
गीता ने कहा, “रुको, बाद में।” लेकिन मैं नहीं मानने वाला था। फिर मैंने गीता को किस करना शुरू कर दिया। गीता बोली, “राज, रुको यहाँ नहीं। आइए अंदर बिस्तर पर चले जाएं और वहाँ प्यार करते हैं। मैं भी तुम्हारे प्यार का मजा लेना चाहती हूँ।” फिर हम दोनों कमरे में चले गए।
गीता मेरे साथ बिस्तर पर बैठी। मैंने गीता को अपनी बाहों में लिया और उसके होंठों को किस किया और चूसने लगा। उसके बूब्स को भी दबाया। करीब 10 मिनट तक ऐसा ही रहा, उसे मजा आ रहा था। फिर गीता ने कहा, “राज, मैंने कल तुम्हारे खड़े लिंग को देखा था और मैं तुमसे प्यार करने लगी हूँ और आज उसका मजा लेने आई हूँ।” मैंने कहा, “गीता डार्लिंग, अब यह लिंग तुम्हारा ही है, जो चाहोगी वैसा ही होगा और मैं तुम्हें जन्नत की शर देना चाहता हूँ।”
गीता हंसने लगी। मैं गीता को अपनी बाहों में लेकर उसके होंठों को किस कर रहा था और उसके बूब्स को दबा रहा था। फिर गीता ने कहा, “राज, अब मुझे जन्नत की शर करो।” मैंने कहा, “डार्लिंग, अभी थोड़ा प्यार तो कर लेते हैं।” उसने कहा, “सामने ही कर लो।”
गीता ने मेरी पैंट उतारी और मैंने गीता के सूट को भी उतार दिया। वह सिर्फ पैंटी और बरा में मेरे सामने खड़ी हो गई। मैंने उसकी चूत को किस किया और उसके ऊपर से पैंटी हटा दी। हम दोनों नग्न हो गए। फिर उसने मेरे लिंग को हाथ में लेकर कहा, “राज, तेरा तो अंकल से भी मोटा और बड़ा है।” मैंने कहा, “तुम्हारे लिए ही हैं।” फिर वह हंसने लगी। मैंने कहा, “गीता डार्लिंग, मुंह से इसको चूस लो।” उसने मना कर दिया लेकिन मैंने थोड़ी ज़ोर से कहा तो वह मान गई और मेरे लिंग को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। क्या मजा आ रहा था दोस्तों! मैं बता नहीं सकता। उसने कम से कम 5 मिनट तक मेरे लिंग को अपने मुंह में चूसते रहे। मैं पागल हो गया।
मैंने उसे थोड़ा देर के लिए चोदा और उसके बालों को हटाने लगा। उसकी चूत बहुत ही अच्छी थी। मैंने उसे अपने मुंह से चूसना शुरू कर दिया और उसके मुंह से आवाज निकलने लगी, “हाला, उहा, उआ!” आवाज सुनकर मैं और भी उत्तेजित हो गया और मैं चूसता रहा। उसने मेरे बालों को पकड़ लिया और मजा ले रही थी। मैंने अपने हाथों से उसके मोटे-मोटे बूब्स को दबाया और वह खुश हो रही थी।
फिर उसने कहा, “राज, जल्दी से मुझे अपना लिंग दिखा दो।” मैंने कहा, “रुको डार्लिंग, आज मजा लेते हैं।” उसने कहा, “मुझे इतना मत तड़पो।” मैंने कहा, “ठीक है।” मैंने उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया और उसे थोड़ा सा पीना शुरू कर दिया। फिर मैं उसके ऊपर खड़ा हो गया और उसकी चूत पर अपना लिंग डाल दिया। उसकी चूत बहुत ही तंग थी, लग रहा था कि मेरा लिंग अंदर नहीं जा रहा है। फिर मैंने अपने लिंग को थोड़ा ज़ोर से उसमें डाल दिया और उसकी चिकनी निकल गई। मैंने उसे अपने मुंह से किस किया और चूसना शुरू कर दिया। उसके आवाज कम हो गई और मैंने अपनी गति बढ़ा दी। उसकी आवाजें मुझे पागल बना रही थीं, “उुुु, अााा, कस कि और कस कि मजा दे अपनी डार्लिंग को तु मुझ से प्यार करता है आज मुझे चोद दे और पागल कर दे अपने लिंग से।”
मैंने कहा, “डार्लिंग, आज देखूँगा तुम कैसे चुदाती हो।” फिर मैंने अपनी गति बढ़ा दी। वह अपनी कमर ऊपर-नीचे कर रही थी और मेरी मदद कर रही थी। करीब 20 मिनट बाद मेरे निकलने लगा। मैंने उसे अपनी चूत से बाहर निकाल दिया और उसके मुंह पर निकाल दिया। मेरा लिंग अपने मुंह से साफ कर रहा था। करीब हम दोनों को 2 घंटे हो गए।
फिर हम दोनों बाथरूम गए और नहाने लगे और फिर प्यार करने लगे। फिर उसने अपना कपड़े पहने। मैंने उसे किस किया और गीता ने कहा, “डार्लिंग, आज तुमने मुझे जन्नत की सैर कर दी” और किस करके चली गई। लेकिन मैं उसको छोड़ना नहीं चाहता था। उसने कहा, “राज अब जब भी हम दोनों अकेले होंगे तो यही प्रोग्राम बनाएंगे। अगर किसी और को मेरी जरूरत हो तो वो मुझे मेल कर सकती है।”