First Time SexTeenage Girl Sex

बहन की सहेली को अपने बेडरूम में चोदा

Bahan ki saheli ki chudai hindi sex kahani story

मेरा नाम अरविंद है और मैं हिसार का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 28 वर्ष है और मैं बैंक में जॉब करता हूं। मुझे बैंक में जॉब करते हुए 4 साल हो चुके हैं। मेरे पापा भी बैंक में है इसलिए मुझे पहले से ही बैंक की ही नौकरी करनी थी और फिर मैंने बैंक की नौकरी पकड़ ली। मैं सुबह अपने घर से ही जाता हूं और शाम को अपने घर लौट आता हूं। मेरी एक छोटी बहन भी है जो कॉलेज कर रही है।

हम दोनों के बीच में बहुत ही अच्छा रिश्ता है हम दोनों एक दूसरे के साथ दोस्त के तरीके से व्यवहार करते हैं। मैं उससे हर चीज शेयर करता हूं और वह भी मुझे हर एक चीज बता देती है। मेरी बहन का नाम मंजू है और वह घर में छोटी है इसलिए उसकी बात को सब मानते हैं। हम लोग कभी भी उसे किसी भी चीज के लिए मना नहीं करते और वह भी इसी चीज का बहुत फायदा उठाती है। वह खुलकर खर्चा करती है।

कई बार पापा उसे इस बात को लेकर समझाते हैं पर वह नहीं समझती और कहती है कि अभी मेरी उम्र है तो मैं अपनी उम्र को अच्छे से जीना चाहती हूं इसलिए वह बिल्कुल भी बात नहीं मानती। उसे शॉपिंग का बहुत ही शौक है वह हर दिन कुछ ना कुछ खरीदती ही रहती है। जब मेरी छुट्टी होती है तो वह मुझे अपने साथ मॉल ले कर चली जाती है और कहती है कि तुम मुझे आज क्या गिफ्ट दे रहे हो।

मैं उसे समझाता हूं कि हमेशा मैं तुम्हें कहां से गिफ्ट देता रहूंगा। लेकिन वो मुझे कुछ ना कुछ लेने के लिए मजबूर कर ही देती है और मैं उसे कुछ न कुछ खरीद कर दे ही देता हूं इसी वजह से मेरे पापा मुझे भी कहते हैं कि तुम इतना ज्यादा उसके बारे में मत सोचा करो लेकिन फिर भी मुझे उसे देख कर ना जाने क्या हो जाता है और मैं उसे कुछ ना कुछ दिलवा ही देता हूं। मेरी अभी शादी नहीं हुई है इस वजह से मैं सोचता हूं कि जितना भी खर्चा मुझे अपने ऊपर करना था मैं अपनी बहन के ऊपर कर देता हूं। वह पढ़ने में बहुत ही अच्छी है और बचपन से ही उसके हमेशा ही अच्छे नंबर आते थे।

मैं पढ़ने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं था जब मैं एक बार फेल हो गया तो मेरे पापा ने मुझे बहुत ही डांटा और कहने लगे कि तुम अभी से फेल हो रहे हो तुम्हारे लिए यह बिलकुल अच्छा नहीं है इस बात को लेकर मेरी बहन अक्सर मुझे छेड़ती रहती है। वह कहती है कि पापा ने तुम्हें कितना डांटा था जब तुम फेल हो गए थे। मैंने उसे कहा कि वह कुछ और समय था लेकिन अब समय बदल चुका है।

Hindi Sex Story :  मम्मी ने मेरी चूत का उद्घाटन करवाया

अब मैं नौकरी कर रहा हूं और बड़ा हो चुका हूं। अब पापा मुझे बिल्कुल भी नहीं डांटते। बचपन में तो वह मुझे बहुत ही डांट लगाते थे। जिस दिन मेरी छुट्टी होती है उस दिन पापा की भी छुट्टी होती थी इसलिए मैं उन्हें कह देता था कि हम लोग कहीं घूमने चलते हैं। हम लोग एक महीने में एक बार तो कहीं ना कहीं घूमने चले ही जाते थे और उस दिन का पूरा प्लान मेरी बहन ही बनाती थी क्योंकि वह बहुत ही ज्यादा घूमने वाली है, उसे सब कुछ पता रहता है कि कहां पर जाना चाहिए इसलिए वह हर हफ्ते अलग-अलग जगह पर लेकर जाती थी। उसे नई नई चीज खाने का भी बहुत शौक है। वह घर भी बहुत सारी चीजें बनाती रहती है और हमें वह अपने हाथ से टेस्ट कराती है। वह खाना बहुत ही अच्छा बनाती है इसलिए मेरी मां को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है क्योंकि वह घर का खाना खुद ही बना देती है। मेरी बहन घर में खाना खुद ही बना देती है और मां को कहती है कि तुम आराम कर लिया करो, मैं अपने आप खाना बना दूंगी। मैंने एक बार उससे पूछा तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। वह कहने लगी कि नहीं मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं है।

मैंने उसे कहा कि अब तो तुम बड़ी हो चुकी हो और तुम्हारे कॉलेज में बहुत सारे लड़के होंगे वो कहने लगी लड़के तो बहुत है लेकिन मैंने किसी को भी बॉयफ्रेंड नहीं बनाया। एक लड़का मुझे अच्छा लगता है लेकिन मैंने उसे कभी भी प्रपोज नहीं किया और ना ही उसने मुझे कभी कुछ बोला इसलिए मैं अपनी ही पढ़ाई में ध्यान देती हूं। हम दोनों के बीच में खुलकर बात हो जाती है इसलिए वह मुझे कहती है कि तुम मुझे बहुत ही अच्छे से समझाते हो। वह भी मुझे कहती थी कि अब तुम शादी कर लो। मैं उसे कहता था कि अभी थोड़ा समय और चाहिए उसके बाद मैं शादी कर लूंगा।

मैं उससे कहता रहता था कि यदि कोई तुम्हारी अच्छी दोस्त है तो तुम उससे मेरी बात करवा दो लेकिन वह कहती थी की मेरी तो बहुत सारे दोस्त हैं अब तुम्हें कौन पसंद आएगी। मैं तुम्हें कैसे बताऊं क्योंकि तुम्हारे पास तो समय ही नहीं होता है। तुम्हारी एक दिन तो छुट्टी होती है इसीलिए मैं तुम्हें किसी से भी नहीं मिला सकती। एक दिन मंजू की छुट्टी थी और मेरी भी उस दिन तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए मैं भी अपने ऑफिस नहीं गया और मैं घर पर ही था तभी उसकी एक सहेली का फोन आया और वह कहने लगी कि तुम कहां हो।

मेरी बहन कहने लगी कि मैं घर पर ही हूं। मंजू ने उसे घर पर ही बुला लिया। जब मैंने उसे देखा तो मुझे उसे देखकर बहुत ही अच्छा लगा क्योंकि वह दिखने में बहुत ही सुंदर थी। मैंने मंजू से उसका नाम पूछा तब मंजू ने मुझे उसने बताया, उसका नाम सरिता है और वह हमारे पड़ोस में ही रहती है। मैंने उसे कहा कि मैंने तो कभी भी उसे आज तक नहीं देखा। वो कहने लगी कि तुम्हें कुछ पता भी रहता है तुम अपनी ही दुनिया में खोए रहते हो और तुम्हे तो अपने काम से ही फुर्सत नहीं है। मैंने उसे कहा यह तो तुम सही बोल रही हो, मुझे अपने काम से वाकई में फुर्सत नहीं है। मुझे सरिता बहुत ही अच्छी लगने लगी और मैंने मंजू से इस बारे में बात की, कि तुम उससे मेरी बात करवा दो। वो कहने लगी ठीक है मैं तुम दोनों को एक दिन मिलवा देती हूं।

Hindi Sex Story :  सेक्सी कॉलेज गर्ल की सेक्सी मस्ती लाइब्रेरी में-2

एक दिन उसने सरिता को एक रेस्टोरेंट में बुला लिया और मैं भी उसी के साथ था। जब सरिता आई तो उसने मेरा इंट्रोडक्शन करवाया। सरिता मुझसे बहुत ही खुल कर बात कर रही थी और मैं भी उससे बहुत ही अच्छे से बात कर रहा था। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैं उससे पहली बार मिल रहा हूं, वह बात करने में बहुत ही खुले विचारों की थी और मंजू भी कभी हम दोनों के बीच में बात करवा देती। मैंने उस दिन सरिता के साथ बहुत ही अच्छा समय बिताया। सरिता बहुत ही खुश हो रही थी। अब हम लोग वहां से चले गए और कुछ दिनों बाद मैंने सरिता को फोन किया क्योंकि मैंने उसका फोन नंबर उससे ले लिया था। जब मैंने उसे फोन किया तो वह मुझसे बहुत ही अच्छे से बात करने लगी और मैं भी उससे काफी बात किया करता था।

मैं उससे उसके हाल चाल पूछने लगा और मैं उसे पूछने लगा की तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है। वह कहने लगी कि मेरी पढ़ाई बहुत ही अच्छी चल रही है। अब जिस दिन मैं अपने घर पर होता तो वह उस दिन हमारे घर पर आ जाती। मुझे भी लगने लगा था कि अब उसके दिल में मेरे लिए कुछ चल रहा है लेकिन हम दोनों ने एक दूसरे से इसके बारे में जिक्र नहीं किया था और मैं सोच रहा था कि मैं इस बारे में सरिता से बात करूं। मैंने एक दिन सरिता से इस बारे में बात कर ही ली और वह कहने लगी कि मैं तुम्हारे बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचती।

मैंने उसे कहा कि तुम झूठ मत बोलो, मुझे तुम्हारी आंखों में साफ दिखाई देता है कि तुम मुझसे प्यार करती हो। जैसे ही मैंने यह बात कही तो उसने अपनी नजर झुका ली और कहने लगी कि ऐसा कुछ भी नहीं है। अब मैं समझ चुका था कि उसके दिल में मेरे लिए कुछ चल रहा है। जब मैं उससे फोन पर बात करता था तो वह मुझसे बहुत ही अच्छे से बात करती थी और अब वह हमारे घर पर बहुत ही आती जाती थी।

Hindi Sex Story :  पगफेरे में मिली पूजा की चूत

जब सरिता हमारे घर पर आई तो उस दिन मेरी बहन की तबीयत खराब थी वह उसके पास ही बैठी हुई थी और काफी देर तक उसी के साथ ही बैठी रही। उसके बाद वह मेरे रूम में आ गई और मुझसे बात करने लगी। मैं जब उससे बात कर रहा था तो मेरी नजर उसके स्तनों पर पढ़ रही थी और मैंने उसके चूचो को जोर से दबा दिया जैसे ही मैंने सरिता के चूचो को दबाया तो वह खुश हो गई। उसके अंदर की उत्तेजना जाग गई मैंने उसके स्तनों को उसके सूट से बाहर निकालते हुए अपने मुंह के अंदर समा लिया। मै बहुत ही अच्छे से उसे चूसने लगा मै इतने अच्छे से चूस रहा था कि उसका शरीर पूरा गर्म होने लगा। अब उसने भी मेरे लंड को बाहर निकालते हुए अपने मुंह के अंदर समा लिया और बहुत अच्छे से चूसना जारी रखा। उसने जैसे ही मेरे लंड को चूसा तो मेरा पानी भी निकलने लगा।

मैंने उसे अपने बिस्तर पर लेटा दिया जैसे ही मैंने उसे अपने बिस्तर पर लेटाया तो मैंने उसके दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए उसकी योनि को चाटना शुरू कर दिया। उसकी योनि चिकनी और मुलायम थी उस पर एक भी बाल नहीं था। जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाया तो वह पूरी गीली हो चुकी थी और मैंने बड़ी तेजी से उसे धक्का मारना शुरू किया। जैसे ही मेरा लंड अंदर गया तो उसकी सील टूट गई और वह चिल्लाने लगी। मैंने उसके पैरों को कसकर पकड़ लिया उसे बड़ी तीव्रता से झटके देने लगा।

मेरा लंड उसकी चूत के अंदर तक जा रहा था और जब मैं उसे बाहर की तरफ निकलता तो वह पूरी मादक आवाज निकाले लग जाती। मैं उसे ऐसे ही धक्के दिया जा रहा था उसे भी अब बहुत मजा आने लगा और वह मेरा पूरा साथ देने लगी। मुझे उसकी टाइट चूत मार कर इतना मजा आ रहा था कि मुझसे बिल्कुल भी नहीं रहा जा रहा था। मैंने बड़ी तेज तेज झटके देने शुरू किए उन्हीं झटको के बीच में मेरा वीर्य उसकी योनि के अंदर जा गिरा। जैसे ही मेरा वीर्य उसकी योनि में गया तो वह कहने लगी आपने तो मेरी इच्छा पूरी कर दी।