आंटी को सेक्स डांस सीखा कर चुदाई की
Xxx आंटी सेक्स कहानी में रितेश और सेक्सी आंटी सुजाता की गर्मागर्म चुदाई की कहानी पढ़ें। पुणे में डांस क्लास से शुरू हुई ये उत्तेजक स्टोरी मसाज, चूत चाटने और ज़ोरदार चुदाई तक जाती है। आंटी की प्यास और रितेश के लंड की आग से भरी इस कामुक कहानी को मिस न करें।
हाय दोस्तों, मेरा नाम रितेश है। मैं पुणे का रहने वाला हूँ और HotSexStory.xyz का पुराना पाठक हूँ। सालों से मैं यहाँ की सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ, जो मेरे लंड को तान देने के साथ-साथ मेरे दिल में आग भी लगा देती हैं। ये मेरी पहली कहानी है, तो चलिए आपको अपने बारे में थोड़ा बता दूँ। मैं 24 साल का हूँ, 5 फीट 3 इंच का कद, ठीक-ठाक दिखता हूँ, और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है। पहली चुदाई में ही मैं किसी भी औरत को संतुष्ट कर देता हूँ—और ये कहानी उस आग की है, जो मेरे लंड और एक सेक्सी आंटी की चूत के बीच लगी।
मेरे पास पुणे में एक डांस क्लास है—खास तौर पर लेडीज़ के लिए। इसके अलावा मैं योगा, डांस और मसाज की प्राइवेट सर्विस भी घर पर देता हूँ। एक दिन मेरी ईमेल आईडी पर एक अनजान महिला का मेल आया। उसका नाम नीतू था, लेकिन बाद में पता चला कि उसका असली नाम सुजाता है। उसने लिखा कि उसे डांस की प्राइवेट ट्यूशन चाहिए। मैंने हाँ कहा, अपनी फीस बताई, और टाइम फिक्स करके उसका फोन नंबर और घर का पता ले लिया। तय वक्त पर मैं उसके घर पहुँच गया।
जब उसने दरवाज़ा खोला, तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गईं। सुजाता का फिगर 38-34-38 था—गोरी-चिट्टी, भरे हुए होंठ, कसी हुई कमर, और एक ऐसा जिस्म जो किसी को भी पागल कर दे। उसने टाइट जींस और छोटी टी-शर्ट पहनी थी, जो उसके कर्व्स को और उभार रही थी। उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। वो एकदम सेक्स की देवी लग रही थी। उसने मुझे अंदर बुलाया, सोफे पर बैठाया, और खुद मेरे पास बैठ गई। थोड़ी बातचीत के बाद वो किचन में ठंडा लेने चली गई। जब वो लौटी, तो उसकी चाल और उसकी हिलती हुई गांड देखकर मेरे मन में हलचल मच गई।
ठंडा पीते हुए मैंने पूछा, “आपको कौन सा डांस सीखना है?” उसने कहा, “बेली डांस।” मैंने बताया कि बेली डांस के लिए शरीर को पूरी तरह ढीला करना पड़ता है, तो पहले हम कुछ एक्सरसाइज़ करेंगे। हम उसके कमरे में गए और एक्सरसाइज़ शुरू की। उसे छूना मेरे लिए मजबूरी थी, लेकिन Xxx आंटी सेक्स कहानी में उसका गोरा, नर्म बदन मेरे हाथों से टकराते ही मेरे जिस्म में करंट दौड़ने लगा। उसकी कमर, उसकी जाँघें, उसकी पीठ—हर अंग मानो मुझे बुला रहा था। वो भी मेरे स्पर्श से सिहर रही थी। तभी मुझे एक कॉल आया—एक और महिला थी, जो मसाज करवाना चाहती थी। सुजाता हमारी बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी। कॉल खत्म होने के बाद उसने पूछा, “तुम मसाज भी करते हो?” मैंने हाँ कहा, तो उसके चेहरे पर एक शरारती चमक आ गई।
दो दिन तक हमारा यही सिलसिला चला—डांस की एक्सरसाइज़, हल्का-फुल्का छूना, और मन में उठती आग। तीसरे दिन सुबह उसका फोन आया। उसने कहा, “दो दिन की एक्सरसाइज़ से मेरा पूरा शरीर दर्द कर रहा है। क्या करूँ?” मैंने कहा, “ये नॉर्मल है, 5-6 दिन में ठीक हो जाएगा।” लेकिन उसने ज़िद की, “नहीं, मुझे बहुत दर्द है। क्या तुम आज मेरी मसाज कर सकते हो?” मेरा दिल जोर से धड़का। मैंने तुरंत हाँ कहा और मसाज का सामान—तेल, क्रीम—लेकर उसके घर पहुँच गया।
वहाँ पहुँचते ही उसने मुझे एक शरारती मुस्कान दी। मैंने पूछा, “कहाँ दर्द है?” उसने कहा, “पूरे शरीर में।” हम कमरे में गए। मैंने उसे बेड पर लेटने को कहा। वो पीठ ऊपर करके लेट गई। मैंने तेल निकाला और उसके पैरों से मसाज शुरू की। धीरे-धीरे मेरे हाथ ऊपर बढ़ते गए। उसकी जाँघों को छूते हुए मेरा हाथ उसकी चूत के पास पहुँच रहा था। वो जोश में सिसकारियाँ भर रही थी—“आह्ह… उफ्फ्फ…”। दस मिनट तक पैरों की मसाज के बाद मैंने कहा, “अब पीठ की मसाज के लिए गाउन उतारना पड़ेगा, वरना तेल के दाग लग जाएँगे।” उसने गाउन उतारा, और जो नज़ारा सामने आया, उसे देखकर मेरा दिमाग सुन्न हो गया। उसने काली ब्रा और पैंटी पहनी थी। उसका गोरा बदन, भरे हुए बूब्स, और कसी हुई गांड—मेरा लंड झटके मारने लगा।
मैंने कहा, “मैडम, ब्रा भी खोलनी पड़ेगी।” उसने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, तुम ही उतार दो।” मैंने बिना देर किए उसकी ब्रा खोली। अब मैं उसके ऊपर चढ़कर मसाज करने लगा। मेरे हाथ उसके बूब्स को छू रहे थे, और मेरा लंड उसकी गांड से टकरा रहा था। वो सिसकारियाँ ले रही थी—“आह्ह… उफ्फ्फ…”। मैं समझ गया कि वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी। कुछ देर बाद मैंने कहा, “अब उल्टा हो जाइए।” वो तुरंत पलट गई, जैसे मेरे इस आदेश का इंतज़ार कर रही हो। उसके बड़े, गोरे बूब्स और सख्त निप्पल देखकर मैं बेकाबू हो गया। जैसे ही मैंने मसाज के लिए उसके बूब्स पर हाथ रखा, उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगी।
मैंने भी उसका साथ दिया। मेरे हाथ उसके बूब्स को जोर-जोर से मसल रहे थे। हमारा चूमना-चूसना चालू था। दस मिनट बाद उसने मेरी टी-शर्ट और जींस उतार फेंकी। अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था। उसने मुझे नीचे लिटाया और मेरे सीने पर किस करने लगी। फिर उसने मेरा अंडरवियर भी उतार दिया। मैंने उसे रोका और पूछा, “घर में आइसक्रीम या चॉकलेट है?” उसने हाँ कहा और फ्रिज से आइसक्रीम ले आई। मैंने कहा, “इसे मेरे लंड पर लगाओ।” उसने वैसा ही किया और फिर मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया। ठंडी आइसक्रीम और उसकी गर्म जीभ का मिश्रण—मैं सिसकारियाँ लेने लगा—“आह्ह… उह्ह्ह…”। दस मिनट तक चूसने के बाद मेरा वीर्य उसके मुँह में निकल गया, और वो सारा पी गई।
फिर मैंने मिल्कशेक लिया और उसके पूरे बदन पर डाल दिया—चूत, गांड, बूब्स—सब जगह। मैं उसे चाटने लगा। उसका गोरा जिस्म मेरी जीभ के नीचे तड़प रहा था। फिर मैं उसकी चूत पर आया और उसे चाटने लगा। वो चिल्ला रही थी—“आह्ह… उफ्फ्फ… चाट मादरचोद, मेरी चूत चाट, तेरी माँ का भोसड़ा!” उसकी गालियाँ मुझे और उकसा रही थीं। पंद्रह मिनट तक चाटने के बाद वो झड़ गई। मैंने उसका सारा पानी चाटकर साफ कर दिया। उसने कहा, “अब और नहीं सहा जाता, बहनचोद, मेरी चूत में लंड डाल दे!”
मैंने उसे Xxx आंटी सेक्स कहानी में घोड़ी बनाया। उसकी चूत के छेद पर लंड रखकर एक ज़ोरदार धक्का मारा। उसकी गीली चूत और मेरे गीले लंड की वजह से पूरा लंड अंदर चला गया। वो चीख पड़ी—“आह्ह… माँ… मैं मर गई, निकाल इसे, मेरी चूत फट गई!” मैंने उसकी बातें सुनकर और जोश में आ गया। मैं भी गालियाँ देने लगा—“ले छिनाल, तुझे मेरा लंड चाहिए था ना, चख इसका मज़ा!” मैं ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। अब उसे मज़ा आने लगा। वो चिल्ला रही थी—“हाँ, फाड़ दे मेरी चूत, साले, ज़ोर से चोद! मेरा पति हिजड़ा है, दो धक्कों में पानी निकालकर मुझे प्यासी छोड़ देता है। चोद मुझे हरामी, आह्ह… उफ्फ्फ…”।
बीस मिनट की चुदाई के बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था। मैंने पूछा, “कहाँ निकालूँ?” उसने कहा, “मेरी चूत में छोड़ दे, तेरे वीर्य से मेरी प्यास बुझा!” दस-बारह धक्कों के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए। मैं उसके ऊपर लेट गया। आधे घंटे बाद हम उठे। मैंने उसे गोद में उठाया और बाथरूम ले गया। वहाँ मैंने उसके गीले, सेक्सी बदन को पानी से भिगोया और फिर से चोदा। उसकी चीखें और सिसकारियाँ बाथरूम में गूँज रही थीं।