Bhabhi SexFamily Sex Stories

भाई की रंडी बीवी को मोटा लंड चाहिए

भाई की रंडी बीवी को मोटा लंड चाहिए – हॉट चुदाई कहानी

मेरा नाम दिलीप है। मैं गोरखपुर का रहने वाला हूँ, पर 5 साल पहले दिल्ली आ गया। यहाँ मैंने अपना कारोबार शुरू किया, जो अब ठीक चल रहा है। उसी बीच मेरे छोटे भाई संदीप की शादी का मुहूर्त निकला। घर में बड़ा होने के नाते सारा काम मुझे संभालना था, तो मुझे गोरखपुर जाना पड़ा। वहाँ पहुँचा तो परिवार वाले बोले, “दिलीप, तुम बहुत देर से आए।” मैंने कहा, “काम इतना था कि छोड़ना मुश्किल था। जमाया हुआ धंधा छोड़कर आना आसान नहीं होता।”

भाई की शादी और स्नेहा की एंट्री

उन्होंने कहा, “कोई बात नहीं, हमने ज्यादातर काम कर लिया।” संदीप नौकरी करता है, पर ज्यादा कमा नहीं पाता। मैंने आर्थिक मदद की, पैसे दिए और कहा, “शादी के बाद खर्च बढ़ता है, जरूरत हो तो बताना।” संदीप मेरा बहुत सम्मान करता है और मुझसे प्रभावित रहता है। वो बोला, “भैया, आपने मेरी बहुत मदद की।” मैंने कहा, “बड़ा भाई हूँ, फर्ज नहीं निभाऊँगा?” शादी की तैयारियाँ पूरी हुईं। शादी के दिन सब खुश थे, लोग नशे में अजीब-अजीब डांस कर रहे थे, मुझे हँसी आ रही थी।

स्नेहा का सेक्सी नेचर

संदीप की शादी स्नेहा से हुई। मैं कुछ दिन घर रुका। स्नेहा और संदीप खुश थे। स्नेहा का स्वभाव अच्छा था, मुझे कुछ गलत नहीं लगा। दिल्ली लौटने से पहले संदीप बोला, “भैया, हम घूमने जा रहे हैं।” मैंने कहा, “अकाउंट नंबर भेजो, पैसे डाल दूँगा।” दिल्ली पहुँचकर काम में जुट गया। कुछ दिन बाद संदीप का फोन आया, “भैया, हम दुबई घूमने आए हैं, बहुत मजा कर रहे हैं।” मैंने कहा, “एंजॉय करो, मैं तो अपनी शादी में कहीं नहीं गया। तुम्हारी भाभी सीधी हैं, इन चीजों में यकीन नहीं रखती।”

Hot Sex Story :  Bhabhi ki gaand phadi-1

संदीप और स्नेहा का दिल्ली आना

मेरा काम बढ़ गया, तो मैंने संदीप को दिल्ली बुला लिया। वो मेरे साथ काम करने लगा। मैंने कहा, “स्नेहा को भी बुला लो।” वो बोला, “मम्मी-पापा अकेले हो जाएँगे।” मैंने कहा, “कोई बात नहीं, जगह है।” स्नेहा आ गई। मेरी पत्नी और स्नेहा की अच्छी बनने लगी। मैं कहता, “ऐसे ही रहो, मुझे खुशी होगी।” दोनों अच्छे से रहते थे। संदीप और मैं काम पर ध्यान देते थे।

स्नेहा के बदलते रंग

शादी को वक्त बीतने पर स्नेहा का व्यवहार बदलने लगा। संदीप से झगड़े होने लगे। मैंने संदीप से कहा, “झगड़ा क्यों करते हो?” वो बोला, “भैया, मैं नहीं चाहता, पर उसका व्यवहार बदल गया है।” मैंने सोचा, स्नेहा से बात करूँ। पर वो हमेशा फोन पर लगी रहती। एक दिन मैं जल्दी घर आया, वो किसी लड़के से बात कर रही थी। मैंने पूछा, “किससे बात कर रही हो?” वो बोली, “मम्मी से।” मैंने कहा, “झूठ मत बोलो, बर्दाश्त नहीं करूँगा।” वो अड़ी रही। मुझे गुस्सा आया, पर मैंने सोचा, रंगे हाथ पकड़ूँगा।

फोन की छीना-झपटी और हवस

एक दिन घर खाली था। मैं जल्दी लौटा। स्नेहा बिस्तर पर फोन पर बात कर रही थी। मैंने पूछा, “किससे बात कर रही हो?” वो बोली, “किसी से नहीं।” मैंने फोन छीना, उसने वापस लेने की कोशिश की। छीना-झपटी में उसके स्तन हिलते दिखे। मैंने उन्हें दबाया, मेरे अंदर उसे चोदने की चाहत जगी। मैंने लंड निकाला और कहा, “इसे मुँह में लो, वरना फोन नहीं दूँगा।” वो फोन के लिए पागल थी, उसने लंड चूसना शुरू किया।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।
Hot Sex Story :  माड़वाड़ी आंटी की बड़ी गाँड़ पैंटी निकाल के चोदी

लंड चूसने का मजा

स्नेहा ने मेरे लंड को शानदार तरीके से चूसा, पानी निकाल दिया। वो बोली, “अब खुश हैं, फोन दो।” मेरा मन नहीं भरा। मैंने उसकी साड़ी खोली, चूत चाटना शुरू किया। वो जोश में आ गई। बोली, “ऐसा मत करो।” मैंने कहा, “आज तेरी चूत मारूँगा।” लंड चूत पर रखा। वो बोली, “अजीब लग रहा है।” मैंने लंड अंदर डाला, उसे दर्द हुआ। वो चिल्लाई, “तेज हो रहा है, मत करो।”

जोरदार चुदाई और सच

मैंने उसके पैर उठाए, तेज धक्के मारे। उसके चूतड़ लाल हो गए। मैंने कहा, “बता, किससे बात करती थी?” वो बोली, “बॉयफ्रेंड से।” मैंने कहा, “आज से उससे बात नहीं करोगी, वरना चूत का भोसड़ा बना दूँगा।” वो बोली, “तो बना दो, अच्छा लग रहा है।” मैंने जोश में धक्के मारे। हम दोनों गर्म हो गए। मेरा वीर्य उसकी चूत में गिर गया। वो बोली, “अंदर क्यों डाला?” मैंने कहा, “मेरा हक है। अब बॉयफ्रेंड से बात नहीं करोगी।”