भाई ने बहन की चुत मारी
दोस्तों, Chut Marna और रिश्तों में चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे एक भाई ने अपनी बहन की चूत मारी। हमउम्र मौसेरे भाई-बहन माउंट आबू घूमने गए, और वहाँ उनकी वासना जाग उठी। मेरा नाम अतुल कुमार है, और मैं झाँसी का रहने वाला हूँ। ये कहानी मेरे और मेरी मौसी की लड़की अन्नु के बीच की है।
माउंट आबू का प्लान और अन्नु से मुलाकात
एक बार हमारा परिवार माउंट आबू घूमने का प्लान बना रहा था। मैं, मेरी माँ, और मेरी छोटी बहन—हम तीन लोग थे। माँ ने मौसी को भी साथ चलने के लिए कहा ताकि वो भी घूम लें। मेरी मौसी के तीन बच्चे हैं—दो लड़कियाँ (मिताली और अन्नु) और एक लड़का। मिताली और उनका बेटा नहीं गए, लेकिन मौसी और अन्नु हमारे साथ तैयार हो गए। वो हमें ग्वालियर स्टेशन पर मिले।
जब मैंने अन्नु को देखा, मेरी नज़र उसके जिस्म पर ठहर गई। अन्नु की उम्र 21 साल थी। उसका जवान जिस्म—34 Ke Boobs, 26 की कमर, और 36 के चूतड़—देखकर मेरे तन-बदन में आग लग गई। मेरा लंड तनकर 8 इंच का हो गया। मैंने पहले Rishton Mein Chudai Ki Kahani पढ़ी थी, और अब मौसी की लड़की को देखकर वासना भड़क उठी। मन कर रहा था कि उसके Jawan Doodh को अभी मसल दूँ, पर परिवार साथ था, और वो रिश्ते में मेरी बहन थी।
ट्रेन में पहला Hot Touch
हमारी ट्रेन टाइम पर थी, और सीटें बुक थीं। अन्नु मेरी सामने वाली बर्थ पर लेटी थी। रात हो गई, सब सो गए। मेरी वासना मुझे चैन नहीं लेने दे रही थी। मैंने देखा—सब गहरी नींद में थे, अन्नु भी। मैंने उसकी बर्थ की तरफ हाथ बढ़ाया। उसके हाथ को छूते ही मेरा लंड और सख्त हो गया। मैंने उसके नर्म गुलाबी होंठों को अंगूठे से मसला—हवस बेकाबू हो गई।
मुझसे रहा न गया तो मैंने उसके Boobs Par Haath रख दिया। उसके चूचों को छेड़ते हुए मज़ा आ रहा था। धीरे-धीरे मैंने उन्हें दबाना शुरू किया—सुखद अहसास था। 5-6 मिनट तक मैं उसके बूब्स सहलाता रहा। वो हिली तो मैं हट गया। मैंने सोचा, आज बस इतना ही ठीक है।
फिर मैं उसके ख्यालों में लेट गया। लंड अभी भी खड़ा था। मैंने पैंट की चेन खोलकर उसे बाहर निकाला, चादर से ढककर हिलाने लगा। उसके चूचों का पहला स्पर्श सोचते हुए मैंने वीर्य निकाल दिया। रुमाल से साफ करके सो गया।
माउंट आबू में नज़दीकियाँ
सुबह हम माउंट आबू पहुँचे। कई जगह घूमे। अन्नु अब मुझसे घुल-मिल गई थी। वो मेरा हाथ पकड़ लेती, और मुझे मज़ा आता। खाना खाते वक्त हम एक थाली में खाते, और मैं मौका देखकर उसके Urooj Ko Dabata था। उसे बुरा नहीं लगता था। शायद वो मेरे इशारे समझती थी या नहीं, पता नहीं। रिश्ते की वजह से उसे मेरी हवस का अंदाज़ा नहीं था।
किले में Chucho Ka Maza
एक दिन हम किला देखने गए। वहाँ लंबी लाइन थी। अन्नु मेरे पीछे खड़ी थी, उसके नर्म चूचे मेरी पीठ से टकरा रहे थे। मैंने पीठ खुजलाने के बहाने हाथ पीछे ले जाकर उसके चूचों को छेड़ा। वो चुप रही, न हाथ हटाया, न पीछे हटी। उसे भी मज़ा आने लगा था। मेरा लंड तन गया। तभी मौसी ने आवाज़ दी, और उसने मेरा हाथ हटा दिया। मुझे यकीन हो गया—उसके अंदर भी वासना थी।
किले में उसने मेरा हाथ नहीं छोड़ा। मैंने उसके हाथ को अपने लंड पर लगाने की कोशिश की, पर कामयाब न हुआ।
होटल में रात का Chudai Ka Khel
होटल में दो कमरे थे। एक में माँ और मौसी, दूसरे में मैं, मेरी बहन, और अन्नु। सोते वक्त मेरी बहन बीच में थी। बातें करते-करते बहन बोली, “बीच में नींद नहीं आएगी।” वो किनारे चली गई। अन्नु बीच में आ गई। मेरी लॉटरी लग गई।
थोड़ी देर बाद बहन सो गई। अन्नु भी चुप हो गई। सर्दी थी, सब कम्बल में थे, पर मेरे अंदर हवस की गर्मी थी। मैंने अन्नु के कम्बल में हाथ डाला। उसकी टी-शर्ट ऊपर करके उसके नर्म पेट और जाँघों को सहलाया। उसकी साँसें तेज हुईं।
मैं उसके कम्बल में घुस गया। टी-शर्ट में हाथ डालते ही उसके चूचे छू गए—कोई ब्रा नहीं थी। मुझे पक्का यकीन हुआ कि वो भी चाहती थी। उसके निप्पल तन गए। मैंने चूचों को मसला, फिर उसके होंठों को चूसा। वो मेरे बालों में हाथ फेरने लगी।
Bahan Ki Chut Chati और चुदाई
मैंने उसकी केपरी में हाथ डाला। उसकी चूत गीली थी। कम्बल हटाकर मैंने उसकी चूत चाटी। वो मेरे सिर को दबाने लगी। मैंने उसकी टी-शर्ट और केपरी उतार दी। उसकी नंगी चूत को चाटते हुए जीभ अंदर डाली। वो सिसकारियाँ रोक रही थी—बहन पास ही सो रही थी।
मेरा लंड बेकाबू था। मैंने लोअर उतारा। अन्नु ने मेरे लंड को सहलाया। मैंने उसकी टाँगें फैलाईं और लंड उसकी चूत पर रखा। पहली बार फिसला, तो उसने खुद लंड को छेद पर लगाया। धक्के से आधा लंड अंदर गया। वो मुझे गले लगाने लगी। दूसरा धक्का मारा—7 इंच अंदर। उसे दर्द हुआ, पर मैंने होंठ चूसकर उसे शांत किया।
धीरे-धीरे मैंने उसकी चूत में धक्के मारे। वो भी चुदवाने लगी। Bahan Ki Chut Chodne Ka Maza गज़ब का था। वीर्य निकलने को हुआ तो मैंने लंड बाहर निकाला। उसकी चूत फिर चाटी, और उसने मेरा लंड चूसा। दो मिनट बाद मैंने उसे फिर लेटाया और चूत में लंड पेल दिया।
उसकी चूत से पानी निकला, पच-पच की आवाज़ हुई। कुछ धक्कों बाद मैंने सारा वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया। हम हाँफते हुए अलग हुए, कपड़े पहने, और सो गए।
रात में दोबारा Chut Mari
रात 3 बजे आँख खुली। दोनों सो रही थीं। मैं फिर अन्नु के कम्बल में घुसा और उसकी चूत चोद डाली। उस रात एक भाई ने बहन की चूत दो बार मारी। ये मेरी पहली चुदाई थी। ट्रिप में हमने चोरी-छिपे और मज़े किए। बाकी किस्से अगली कहानियों में।
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