चचेरे भाई से पहली चुदाई
हे दोस्तों, ये मेरी कहानी है। यह तब की बात है जब मैं 18 साल की थी… गोरा रंग का शरीर, 36-28-36 फिगर। काले घने बाल स्टेप कट थे। अब भी बहुत लड़के मेरे दीवाने हैं। बाकी लड़कों के साथ मेरा चचेरा भाई भी शामिल था। तो शुरू करती हूँ कहानी…मेरा कॉलेज चाचा के घर के पास होने के कारण मैं दोपहर में रोज वही खाना खाती थी। और शाम में फिर पापा मुझे ले आते थे।
ऐसी एक दोपहर की बात है। मैं और मेरा चचेरा अकेले थे…चाचा-चाची किसी फंक्शन के लिए बाहर गए थे। भाई आया ही, कहा बहना आज मज़ा करेंगे हम अकेले हैं। मैंने समझ गया। मैंने हंसते हुए कहा ज़रूर भैया, मुझे भी मज़ा करना है।
यह सुनकर भाई खुश हो गया। खाना जल्दी में खाने के बाद हम दोनों बेडरूम गए। मैं सीधे जाकर बिस्तर पर लेट गई। भाई ने बिना समय गंवाए ही मुझे बांहों में भर लिया और मेरे होंठों को बुरी तरह चूसने लगे। मैं भी उनके होंठों को चूस रही थी। बहुत मज़ा आ रहा था। मैं अपने दोस्तों के साथ जो लड़के थे कभी-कभी किसिंग करती थी पर चुदवाया नहीं था किसी से। इसलिए आज मैं बहुत खुश थी कि आज कोई लड़का मुझे नंगी देखेगा।
भाई मेरे ब्रेस्ट को दबाने लगे…मसल रहे थे एक साथ दोनों ब्रेस्ट बुरी तरह मसल रहे थे। मैंने कहा भैया आज चोद दो मुझे…मुझे औरत बना दो। तो भाई बोला हाँ बहना तुझे चोदने का तो मेरा सपना है मैं आज पूरा करूंगा, तुझे चोद-चोद के तेरी चूत फाड़ दूंगा। हम दोनों फिर किस करने लगे। भाई ने अब मेरे कपड़े उतारने शुरू किए पहले मेरी कमिज़ निकाला…फिर मेरी पैंट। अब मैं पैंटी और ब्रा में थी।
भाई बोला..क्या बात है बहना तुम तो बहुत सेक्सी पैंटी और ब्रा पहनती हो। मैंने कहा इसीलिए पहनी थी कि कोई लड़का मुझे नंगी करेगा तो उसे अच्छा लगे। भाई के साथ ये करते हुए बहुत सेक्सी लग रहा था…मैं अपने चचेरा के साथ नंगी होने जा रही थी..हाय क्या मज़ा आ रहा था..मेरी चूत बस फुदक रही थी..तभी भाई ने अपना हाथ मेरी पैंटी में डाल दिया और मेरी चूत को बुरी तरह मसलने लगे। मुझे बहुत मज़ा आने लगा…मैं सिसकारी भर गई। भाई और जोश में मसलते रहे चूत को।
फिर मैंने कहा भैया अब ये पैंटी और ब्रा भी उतार दो ना..नंगी करो मुझे..मुझे नंगी होना है आपके सामने। बस भाई ने एक झटके में ब्रा खोल दी और पैंटी भी उतरकर फेक दी। हाय अब मैं आखिरकार नंगी थी। पूरी नंगी। भाई मुझे घूर रहे थे। कहने लगे तुम तो बहुत सेक्सी हो..क्या जवान है तू..बहुत दिनों से तुझे नंगी करनें की सोच रहा था। आज मज़ा आएगा। और मेरे ब्रेस्ट को मसलने लगे फिर एक ब्रेस्ट को अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगे..क्यों मज़ा आ रहा था हाय…मीठा सा दर्द हो रहा था भाई कस-कस के एक ब्रेस्ट को दबा रहा था और दूसरा चूस रहा था। और उनका दूसरा हाथ मेरी चूत को मसल रहा था। मसल मसल के मैं 2-3 बार झड़ चुकी थी तो गिला हो गया था बहुत। भाई के हाथ भी गिले हो गए थे सारा पानी निकल रहा था मैं झूम रही थी।
तब भाई ने अपने कपड़े उतारे और खुद नंगे हो गए और उनका लंड फड़फड़ा उठा 7 इंच का रॉड था मैंने कहा भैया ये कितना मस्त लग रहा है…मेरे अंदर जाए तो बहुत मज़ा आएगा। भाई बोला तू चिंता मत कर मेरी बहना तुझे जन्नत दिखाऊंगा मैं आज। फिर भाई मेरे दोनों टांगो के बीच बैठ गए और मेरी चूत को चाटने लगे..वाह क्या मज़ा आ रहा था। वो मेरा सारा रस चाट रहा था। जीभ से चाट रहा था कभी चूस रहा था कभी हलका सा काट रहा था। मैं पूरी तरह गरम हो गई थी।
अब मुझे चुदवाना था। मैं मचल रही थी सेक्स के लिए। भाई अब अपने घुटनों पर बैठ गए और अपना लंड मेरी चूत पर सेट किया…और कहने लगे..बहना तैयार हो जा। मैं लंड को अंदर डालने वाला हूँ। मैंने कहा हाँ भैया डालो ना अंदर डालो..मैं बेचैन हूँ। तब भाई ने एक झटका लगाया और उनका लंड आधा अंदर गया। मैं चीख गई..भाई बोला क्या हुआ..मैंने कहा दर्द हो रहा है..यह क्या हो रहा है..भाई बोला घबरा मत एक बार तेरी कुंवारी छूट जाएगी तो दर्द नहीं होगा थोड़ा सहन कर ले।
मैंने कहा ठीक है..तो उन्होंने एक और झटका लगाया तो मेरी तो जान ही निकल गई। बहुत जोर से दर्द हो रहा था। मैंने कहा भैया दर्द हो रहा है मुझे…से नहीं होगा रुक जाओ..तो भाई ने बोला आरे राणी दो मिनट की बात है सह ले फिर बहुत मज़ा आएगा.. चुदाने की लालच में मैंने हाँ कर दी। और भाई ने लंड अंदर बाहर करना शुरू किया। दर्द बहुत हो रहा था..फिर भाई ने एक और झटका लगाया तो बस ऐसा लगा जैसे कुछ टूट गया अंदर और मैं चिल्लाने लगी भैया बस करो बस करो मुझे नहीं चोदना बहोत दर्द हो रहा है। भाई ने बोला ठीक है मैं रुकता हूँ 2 मिनट मैंने कहा ओके थैंक भैया मगर उन्होंने लंड बाहर नहीं निकाला वैसे ही रुके रहे..फिर 5 मिनट बाद बोले अब तुझे नहीं दुखेगा तो मैंने कहा ठीक है फिर करो। भाई धीरे-धीरे दबके लगाने लगे।
पहले थोड़ा दर्द हुआ फिर वो काम होने लगा और मुझे मज़ा आने लगा। मैं चुद रही थी किसी से आज पहली बार..वो ख्याल ही मजा दे रहा था..और उनका लंड जो अंदर बाहर हो रहा था हाय बहुत ही मज़ा आने लगा…फिर भाई ने स्पीड बढ़ा दी और तेज़-तेज़ चुदने लगे। और मैं नशे में चूर हो गई..10 मिनट बाद भाई ने बोला अब मैं झड़ने वाला हूँ..तो मैंने कहा फिर बाहर निकालो..मैं प्रेग्नेंट हो जाऊंगी? भाई बोले तू प्रेग्नेंट हो या ना हो मैं तो अंदर ही निकल जाऊंगा तुम मेरी हो आज से किसी और से कंडोम से चुदवा ले लेकिन मेरे साथ कोई नाटक नहीं करेगी। बहुत समझाने पर भी भाई ने मना किया और जोर-दर धक्के लगाकर अंदर ही झड़ गए नरम नरम उनका पानी मेरी अंदर निकला..कैसा फीलिंग था हाय मैं भी बहुत बार झड़ चुकी थी।
अब वर्जिन नहीं थी।
भाई बोले तू तो बहुत अच्छी माल बन रही है बहन बहुत चुदासी है…बनेगी ना मेरी रंडी? मैंने शर्मिंदा होकर कहा भैया रंडी तो वो होती है जो 2-3 मर्द एक साथ चोदते हैं?..भाई समझ गया बोला है बहना तूने तो दिल खुश कर दिया ये कहके..कल से ही मेरे दोस्तों से चुदवाऊंगा तुझे…तुझे मेरे सभी दोस्तों के सामने नंगी करूंगा। मैंने कहा हाँ भैया अपने दोस्तों को बुलाओ मैं सबसे चुदवाऊंगी। और जब घर पे कोई नहीं होगा तो मैं आपके लिए नंगी ही रहूंगी इसलिए आप मुझे जब चाहे चोद सकते हैं।
भाई ने फिर उस दिन मुझे 2-4 बार चोदा..और मुझे अपनी रंडी बनाया। बाद में 3 हफ्ते बाद भाई ने एक दोस्त के घर अपने दोस्तों के साथ मेरी चुदाई की। उसकी कहानी मैं तब सुनाऊंगी जब आप मुझे अपने गंदी गंदी कमेंट्स ईमेल करेंगे। गंदी बातें करो मुझसे ईमेल में। सोचकर मुंह भी मारो फिर बताऊंगी तब तक के लिए बाय।