डायरेक्टर ने मेरी चूत लेके फीस माफ़ की-1
हेलो दोस्तों मैं आप सभी का हॉट सेक्स स्टोरी में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ. मैं पिछले कई सालो से इसकी नियमित पाठिका रही हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी सेक्सी स्टोरीज नही पढ़ती हूँ. आज मैं आपको अपनी कहानी सूना रही थी. आशा है की ये आपको बहुत पसंद आएगी. मेरा नाम आरती यादव है। मै सुल्तानपुर में रहती हूँ। Director Ne Meri Chut Leke Fees Maf Ki.
मेरी उम्र 21 साल है।
मेरी कद 5 फुट 3 इंच है। मेरी बदन खूब गोरी है। मेरी हिप्प निकली हुई है। मेरी चूत खूब चिकनी और गोरी है। मेरे गाल एक दम लाल लाल टमाटर की तरह हैं। मेरे बूब्स उछल उछल के धमाका करते रहते हैं। संतरे की तरह मेरी बूब्स को देख बच्चे बूढ़े जवान सब इसको चूसकर मजा लेना चाहते हैं। कुछ लोगो को ही अब तक मेरी चूत का दर्शन हो पाया हैं। अभी अभी ही तो मैं जवान हुई हूँ। मेरे बॉयफ्रेंड ने अब तक अपने छोटे लौड़े से मेरी कई बार चुदाई की है। मेरा फ्रेंड 18 साल का थी। तभी से चोदकर कर मेरी चूत की प्यास बुझाते था।
लेकिन अब मैं बड़ी हो गयी हूँ। कई सारे लड़के मेरे पीछे घुमते रहते हैं। मेरी मटकती गांड को देख कर अप डाउन बोलते रहते है। मुझे भी चुदवाने में बहुत मजा आता है। मुझे चोदने को लड़के बेकरार रहते है। मेरी खूबसूरती के आगे टीचर भी अपना लंड खड़ा करके सलाम करता हैं। टीचर भी मुझे मौका पाते ही छू लेते है। कई टीचर तो मेरी बूब्स को दबा देते हैं। दोस्तों मै अब अपनी कहानी पर आती हूँ।
दोस्तों मैं एक मिडिल परिवार की लड़की हूँ। मेरे पापा का खुद का बिज़नस है। मैं सिर्फ दो बहन हूँ। मेरी दीदी की शादी हो गई। वो अपने ससुराल रहती हैं। मेरा कोई भाई नहीं है। मुझे मेरे पापा ने तैयारी के लिए कानपुर भेजा था। मैं एक साल से कानपुर में तैयारी कर रही थी। एक साल बाद मुझे फिर से तैयारी करनी थी। “Meri Chut Leke Fees Maf Ki”
लेकिन घर की स्थिति ठीक न होने के कारण पापा मुझे घर आने को बोल रहे थे। मैंने पापा से आने को मना कर दिया। दूसरे दिन मैं डाइरेक्टर सर के ऑफिस में गई। डायरेक्टर सर का मुँह मुझे देखकर खुला का खुला रह गया। उन्होंने मुझे अपने सामने रखी कुर्सी पर बैठने को कहा। मैंने अपनी सारी प्रॉब्लम सर को बताई। उनका नाम अतुल था। अतुल सर मुझे घूर घूर के देख रहे थे। मुझे बहुत डर लग रहा था। उन्होंने कहा तुम्हारी फीस माफ़ हो सकती है। लेकिन मेरी एक शर्त है। मैंने उनकी शर्त सुनी तो मै चौक गई। उन्होंने उस रात अपने घर पर बुलाया था। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मैंने रात तक सोचने के बाद अतुल सर के घर रात को 8 बजे पहुँची। अतुल सर मेरा ही इंतजार कर रहे थे। अतुल सर के अलावा उनके घर पर कोई नहीं था। अतुल सर से पूंछा तो बताया।
मम्मी पापा गांव पर ही रहते हैं। अभी उनकी शादी नहीं हुई थी तो कोई और घर पर कोई नहीं था। मुझे अंदर ले जाकर अतुल सर ने मुझे चुदवाने को कहने लगे। उन्होंने कहा बहुत दिनों की प्यास है मेरी। तुम मेरी चुदाई की प्यास बुझा दो मै तुम्हारी फीस माफ़ कर दूंगा। मैंने सर से विनती की लेकिन वो बस यही बात कहते रहे। मुझे भी चुदने का मन हो रहा था। मैंने अतुल सर का तना हुआ लंड पैजामे से घूर रहा था। अतुल सर कक लंड काफी बड़ा और मोटा लग रहा था। मैंने अतुल सर से हाँ बोल दिया। “Meri Chut Leke Fees Maf Ki”
अतुल सर मुझे अपनी बाहों में पकड़ कर उठा लिया। मुझे पकडे हुए मेरी गालो पर किस करने लगे। मै भी अब चुदने के लिए बेकरार होने लगी। अतुल सर मेरी गालो से लेकर गले तक को चूम रहे थे। मुझे अतुल सर का लंड चुभ रहा था। अतुल सर मुझे खड़े खड़े चूम रहे थे। अतुल सर मेरी होंठ पर अपना होंठ रख कर जम के चुसाई कर रहे थे। मै भी अतुल सर का साथ दे रही थी। अतुल सर मेरा बाल पकड़ कर मेरी होंठो को चूम चूम कर चूस रहे थे। मेरी गुलाबी गुलाब जैसी होंठो को चूस चूस कर और ज्यादा गुलाबी कर दिया। मै भी अतुल सर के होंठ की जबरदस्त चुसाई कर रही थी। अतुल सर को बहुत मजा आ रहा था। वो मेरी मुह में मेरी जीभ को चूस रहे थे। मैंने भी अतुल सर की तरह किया। मैंने भी उनकी होंठो से लेकर जीभ तक को चूसना शुरू किया। अतुल सर मेरी बूब्स पर अपना हाथ रख कर दबाने लगे। मुझे अब और ज्यादा चुदने का मन करने लगा। अतुल सर मेरी गांड में ऊपर से ही धक्का मार रहे थे।
मेरी चूंचियों दबाते दबाते मुझे अतुल सर किस कर रहे थे। कभी कभी वो मेरी बूब्स जोर से दबा देते। मेरी मुँह से सी… सी…सी….सी ….इस्स… स्स… स्स निकल जाता था। अतुल सर ने मुझे अपने बेडरूम में जाकर मुझे अपने बेड पर लिटा दिया। मेरे ऊपर खुद चढ़ गए। मेरी चूंचियों को किस करते हुए। अतुल सर मेरी चूत को जीन्स के ऊपर से ही किस करने लगे। मै धीऱे धीऱे गरम हो रही थी। मुझे किस करते हुए खड़ी कर दिया। अतुल सर मेरी टी शर्ट निकाल दी। मैंने उस दिन सफ़ेद रंग की टी शर्ट और ब्लू रंग की जीन्स पहनी थी। “Meri Chut Leke Fees Maf Ki”
मेरी गांड जीन्स में उभरी उभरी दिख रही थी। मेरी टाइट ब्रा में कसी हुई चूंचियों को अतुल सर निहारने लगे। मै काले रंग की ब्रा में बहुत ही हॉट लग रही थी। मुझे ब्रा में देख कर अतुल सर कहने लगे। तू तो और भी सेक्सी लग रही है। तुझे तो कोई पोर्न स्टार होना चाहिए। अतुल सर मेरी चूंचियों को सहलाने लगे। अतुल सर का तना लंड मै अपनी हाथों से छूने लगी। अतुल सर और उत्तेजित होकर मेरी चूंचियों को किस करते हुए दबाने लगे। मेरी चूंचियों को ब्रा सहित अपने मुँह में भर लिया। मेरी ब्रा की पट्टियों को खिसकाते हुए पीछे अपना हाथ करके मेरी ब्रा की हुक खोलने लगे। मेरी ब्रा की हुक फंसी हुई थी। अतुल सर मेरी पीठ पर किस करते हुए। मेरी ब्रा को निकाल कर रख दिया। अतुल सर मेरी आगे आके मेरी मुसम्मी का रस पीने लगे। मेरी गोरी गोरी मक्खन की तरह मेरी चूंचियों का रस निचोड़ रहे थे।
मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैं भी अतुल सर को कस के पकडे हुई थी। अतुल सर मेरी चूंचियो को पीते पीते मेरे भूरे निप्पल को काट रहे थे। उनके बीच बीच में निप्पल काटते ही मेरी मुह से सी…सी…सी… सी…सी..इस्स. .सुह्ह निकल जाती। अतुल सर मेरी चूंची को अच्छे से पी रहे थे। मेरी चूत में अब जोर जोर से खुजली हो रही थी। मै अपना हाथ जीन्स में डालकर चूत में उंगली कर रही थी। अतुल सर ने मेरी जीन्स से बेल्ट को खोलकर निकाल दिया। मेरी जीन्स का बटन खोलकर मेरी जीन्स निकाल कर मुझे पैंटी में कर दिया। “Meri Chut Leke Fees Maf Ki”
मुझे पैंटी में देखकर अतुल सर बहुत ही उत्तेजित होकर जल्दी से अपना पैजामा निकाल कर फेंका। उनका लंड अंडरवेअर में तना खड़ा था। लग रहा था जैसे अंडरवेअर फाड़ के अभी बाहर कूद आएगा। अतुल सर का बड़ा मोटा लंड देखकर अंदर से मेरी चूत धुक धुक करने लगी। मुझे अपनी चूत की फिक्र होने लगी। अतुल सर मेरी पैंटी को निकाल कर सूंघने लगे। मेरी पैंटी को सूंघते ही अतुल सर का लंड अंडरवेअर में उछलने लगता। अतुल सर ने मेरी दोनों टांगो को खोलकर मेरी चूत के दर्शन किया।