दोस्त की गर्लफ्रेंड की गांड
दोस्त की गर्लफ्रेंड की गांड – एक हॉट और मसालेदार कहानी
हाय दोस्तों, मेरा नाम रोहित है और मैं हरियाणा से हूँ, लेकिन अभी चेन्नई में जॉब कर रहा हूँ। ये कहानी मेरी और मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड जानवी के बीच की सच्ची सेक्स स्टोरी है। जानवी थोड़ी मोटी है, उसका फिगर 38-34-40 का है, उसकी जांघें भारी और गोरी हैं, और उसके सामने मैं पतला लगता हूँ। तो चलो, अब सीधे स्टोरी पर आते हैं।
ये बात तब की है जब मैं इंजीनियरिंग के चौथे साल में था। मैंने कॉलेज में एक योगा वर्कशॉप ऑर्गनाइज़ की थी। वहाँ जानवी पहली बार आई। उसने पंजाबी सलवार सूट पहना था, हाथ-पैरों में लाल नेल पॉलिश लगाई थी, और वो पूरे वर्कशॉप में सबसे हॉट लग रही थी। उस दिन हमारी बात नहीं हुई, लेकिन वर्कशॉप के आखिरी दिन एक छोटी पार्टी थी, जहाँ सबको अपने पार्टनर के साथ आना था। मैं अपनी गर्लफ्रेंड के साथ गया, और वो किसी दोस्त के साथ आई थी। पार्टी के अंत में वो उदास खड़ी थी। मैंने उससे पूछा, “वर्कशॉप कैसी लगी? और तुम उदास क्यों हो?” उसने बताया कि उसका बॉयफ्रेंड दीपेश नहीं आया, इसलिए वो परेशान थी।
मैंने उसे चीयर करने के लिए कहा, “कोई बात नहीं, हम हैं ना!” वो हंस पड़ी और मेरा नाम पूछकर चली गई। उसी रात मैंने उसे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। चैट शुरू हुई, और पहले दिन ही मैंने उसे बोल दिया, “तू बहुत सुंदर है।” उसने कहा, “नहीं यार, मैं तो मोटी हूँ।” मैंने रिप्लाय किया, “मुझे मोटी लड़कियाँ पसंद हैं।” वो हंसने लगी और मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछने लगी। मैंने कहा, “हम बस दोस्त हैं, कुछ ज़्यादा नहीं।” फिर उसने बताया कि उसका बॉयफ्रेंड दीपेश है। मैंने पूछा, “क्या मैं एक सवाल पूछूँ?” उसने हाँ कहा। मैंने पूछा, “कभी किसी को किस किया?” मुझे लगा वो गुस्सा होगी, पर वो खुली किताब थी। उसने कहा, “हाँ, किया है।”
फिर मैंने और डीप में पूछा। उसने बताया कि वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करती है, महीने में एक बार। मैंने डिटेल्स पूछीं – “वो तेरी चूत चाटता है? कौन-कौन सी पोजीशन ट्राय की?” मैंने भी खुलकर कहा, “मुझे चूत चाटना और गांड किस करना पसंद है।” उसने मज़ाक में कहा, “कभी मेरी चूत को ठंडा करना पड़ा तो तुझसे करवा लूँगी।” मैंने तुरंत हाँ बोल दिया।
बस, फिर मैंने ठान लिया कि कॉलेज छोड़ने से पहले इसे चोदूँगा। मैं उसे बार-बार बोलता, “प्लीज़ एक चांस दे दे।” आखिरकार एक दिन वो पार्क में मिलने आई, पर बोली, “कुछ नहीं करने दूँगी।” मैंने कहा, “बस बात करने बुलाया है।” हम बैठे, उसका हाथ पकड़ा, और पूछा, “सेक्स में क्या पसंद है?” वो खुलकर बोली, उसकी साँसें तेज़ हुईं। मैंने कहा, “चल नाइट में कहीं चलें?” वो बोली, “तेरे इरादे ठीक नहीं।” मैंने कहा, “तू भी तो यही चाहती है।” वो शरमाई और बोली, “हॉस्टल का टाइम हो रहा है।” मैंने पूछा, “रात को आ जाऊँ?” वो हंसकर चली गई।
रात को फोन पर मैंने फिर कोशिश की। वो बोली, “नहीं, मेरा बॉयफ्रेंड तेरा दोस्त है।” मैंने इमोशनल कार्ड खेला, “मुझे दोस्त नहीं मानती?” खूब मनाने के बाद वो मानी, पर बोली, “छूना नहीं।” मैंने हाँ कहा, पर मन में सोचा, “छू तो लूँगा।” हमने प्लान बनाया कि होली की छुट्टियों में एक रात साथ रहेंगे। मैंने सेक्स की गोलियाँ और वोड्का लिया। उसने मुझे हॉस्टल के बाहर बुलाया। हमने एक पुराने होटल में भाई-बहन बनकर रूम लिया। वो लाल लिपस्टिक में कमाल लग रही थी।
मैं खाना लेने गया और कामसूत्र हनीमून पैक भी ले आया। रूम में वो नाइट सूट में थी – डीप नेक टॉप, टाइट कैप्री। उसकी चूचियाँ साफ दिख रही थीं। हमने वोड्का के साथ खाना शुरू किया। उसका फोन आया, वो बात करने गई, तो मैंने उसकी ड्रिंक में तीन गोलियाँ डाल दीं। मैंने भी दो खाईं। नशा चढ़ा, वो मेरे पास बेड पर बैठी। मैंने उसका कंधा पकड़ा, उसने मेरा कंधा पकड़ा। वो मेरी जांघ पर हाथ फेरने लगी। मेरा लंड खड़ा हो गया।
मैंने उसे जोर से किस किया। वो भी मदहोश होकर साथ देने लगी। मैंने उसके टॉप में हाथ डाला – कोई ब्रा नहीं थी। मैं उसकी चूचियों और कमर की मसाज करने लगा। वो मेरी कमर पर नाखून गड़ाने लगी, सिसकियाँ लेने लगी। 20 मिनट किसिंग के बाद हम पसीने से तर थे। मैंने उसके कपड़े उतारे – वो नीली पैंटी में थी। उसकी गोरी चूचियाँ मस्त लग रही थीं। उसने मेरा लंड देखा (6.5 इंच) और डर गई। बोली, “आराम से, दीपेश का तो 4 इंच का है।”
मैंने उसे लिटाया, पैरों से किस शुरू किया, जांघों तक आया, चूत को छोड़कर नाभि और बूब्स चूसने लगा। वो चिल्लाई, “आह्ह उह्ह, जोर से रोहित, साले कुत्ते!” मैंने निप्पल काटे। फिर उसने मेरे बाल पकड़े, “मेरी चूत गीली है, चाट!” मैंने चूत चाटी, वो पागल हो गई, अपनी जांघों से मेरा मुँह दबाया। वो झड़ गई। उसका पानी टेस्टी था। फिर उसने मेरा लंड चूसा, मैं 10 मिनट में झड़ गया।
उसकी चूत फिर तैयार थी। मैंने चाटा, फिर लंड उसकी चूत पर रगड़ा। वो बोली, “साले, अंदर डाल!” मैंने एक झटके में पूरा लंड पेल दिया। उसकी चूत टाइट नहीं थी, पर मज़ा आया। 20 मिनट चोदने के बाद मैं उसकी चूत में झड़ गया। उस रात हमने चार बार और चुदाई की, नंगे सो गए। सुबह वो कन्फ्यूज थी, पर खुश थी। मैंने वादा किया कि किसी को नहीं बताऊँगा। फिर मैंने कहा, “एक बार और?” वो बोली, “पहले नहाते हैं।”
नहाते वक्त हमने किस और सक किया। नाश्ते में मैंने उसकी चूचियों पर जैम लगाकर चाटा, उसने मेरे लंड पर। फिर मैंने कहा, “चूत और गांड मारनी है।” वो बोली, “गांड में आराम से, पहली बार है।” मैंने उसकी चूत घोड़ी बनाकर चोदी, फिर गांड में लंड डालने की कोशिश की। थूक लगाया, उंगली डाली, फिर आधा लंड गया। वो चिल्लाई, पर मैंने होंठ बंद किए। धीरे-धीरे उसे मज़ा आया, वो बोली, “जोर से चोद, मैं तेरी रंडी हूँ!” 25 मिनट बाद मैं उसकी गांड में झड़ गया।
उसे चलने में तकलीफ हुई, मुझे भी लंड में दर्द था। मैंने उसे हॉस्टल छोड़ा। बाद में भी मैंने उसे कई बार चोदा। दोस्तों, ये थी मेरी हॉट स्टोरी।