दोस्त ने बीबी को जमकर चोदा-3
उस्मान खुश होते हुए बोला – ठीक है मालिनी मै आपके साथ सो जाता हूँ पर अभी आपने ही कहा की मै कोई गैर नहीं तो फिर आप भी मुझसे कोई शर्म मत करो न आप भी j जैसे सोती हो वैसे सो जाओ न, मालिनी बोली – दरअसल मैंने मैक्सी के अंदर ब्रा नहीं पहनी उस्मान बिच में ही बात काटता हुआ बोला तो क्या हुआ आप भी सिर्फ अंडरवियर में सो जाओ दोनों सेम तो सेम हो जायेंगे, मालिनी मुस्कुराते हुए बोली – अगर आपको कोई फर्क नहीं पड़ता तो फिर मुझे क्या मै तो पेंटी उतार कर पूरी पूरी नंगी ही सो जाऊ, और वो हसंने लगी, उस्मान ने भी हस दिया.
अचानक छुटकी रोने लगी तब मालिनी ने अपनी एक चूची छुटकी के मुँह में लगा दी, कुछ तो छुटकी के दूध पिने से और कुछ उस्मान के चूचियों को लगातार घूरने से मालिनी के चुंचुक पूरी तरह पूरी तरह तन गए और उसकी चुत बेतहाशा चूँ रही थी और उसकी चुत का पानी बिस्तर पर रिसने लगा इसका मतलब ये था की मालिनी चुदाई के लिए पूरी तरह तैयार हो गई थी. थोड़ी ही देर में छुटकी सो गयी तब मालिनी ने उसके मुह से अपना निप्पल निकालकर उसे थोड़ा उमेठते लगी और उस्मान के तरफ गांड कर के सोने की कोशिस करने लगी.
उसी समय छुटकी थोड़ा सा कुनमुने लगी तब उस्मान बोला – मालिनी मै जाकर सोफे पर ही सो जाता हूँ, छुटकी को यहाँ जगह नहीं होगी मै रात में इधर उधर पैर डालता हूँ उसको परेशानी होगी, मालिनी बोली – आपको सोफे पर सोने की कोई जरुरत नहीं है, मै छुटकी को सोम्या के साथ सुला देती हूँ आप रिलैक्स होकर मेरे साथ सो जाओ ये बोलकर उसने छुटकी को सोम्या के साथ किड्स बेड पर सुला दिया और खुद आकर उस्मान के बगल में सो गई.
मै समझ गया की अब फाइनल का वक्त आ गया, वो उस्मान के तरफ गांड करके सोई थी वो रह रह कर अपनी चूचियों को दबा रही थी, उस्मान ने पूछा – कोई समस्या है, क्या? तो वो बोली – ये छुटकी भी न थोड़ी देर दूध पि के सो जाती है, अब मेरी चूचियों में जो दूध भर गया उसका क्या करू मेरे हाथ से तो निकलेगा नहीं और फीडर पंप भी मैंने आज ही फेंक दिया ये मेरे भरे हुए थन मुझे सोने नहीं देंगे. तब उस्मान बोला – क्या मैं कुछ मदद कर सकता हूँ.
मालिनी – नहीं आपसे ये नही होगा या इसके लिए तो फीडर पंप ही लगेगा या फिर छुटकी इसे चूस चूस कर इसका दूध निकाल दे. उस्मान – मालिनी ऐसी ही समस्या मेरी बेगम जैनब के साथ भी आयी थी, जब मेरा छोटा बेटा कुछ समय तक दूध नहीं पिता था पर हम उस समय फीडर पंप का उसे नहीं करते थे मैंने सुना था की उसका ज्यादा उपयोग करने से स्तन का कसाव कम हो जाता है. तब मालिनी बोली – तो फिर आप उनका दूध कैसे निकलते थे तो उस्मान बोला – आपको थोडा अजीब लगे परन्तु मै उसकी चुचियो को चूस कर उसका पूरा दूध पि लेता था बल्कि मुझे तो उसका दूध पीना बहुत अच्छा लगता था, यदि आप बुरा न मानो तो क्या मै क्या मै आपकी चूची चूस कर आपका दूध पि लू, वैसे भी मुझे एक अरसा हो गया है ताजा दूध पिए हुए.
इतना सुनना था की मालिनी भी तुरंत पलट गयी और अपनी एक चूची उस्मान के मुँह में लगा दी, उस्मान ने एक चूची को अपने मुँह में लेकर जोर जोर से चूसने लगा और दूसरे हाथ से वो दूसरी चूची को जोर से दबा रहा था मालिनी अपने हाथ उसके सर को अपनी चूची पर जोरो से दबा रही थी, अब वो जोर जोर से आआआआह उफ्फ्फफ्फ्फ़ उस्माआआन उफफ्फ्फ्फ़ थोड़ा जोर जोर से चुसो एससससससस ऐसे आवाजे निकालने लगी. उस्मान ने अब चुचियो को चुसना छोड़ कर उन्हें अब वो अपने दांतो से बारी बारी से काटने लगा फिर उसने तुरंत ही मालिनी को अपनी बाहो में जोरो से जकड लिया और उसे गर्दन में किस करने लगा वो मालिनी को जोर जोर से बड़बड़ा रहा था – आई लव यू मेरी जान, कब से तड़पा रही है.
मालिनी भी सिसकारियों को लेते हुए बोली – तडपा तो तुम रहे हो जब से बाथरूम में तुम्हारी स्वादिस्ट, गाढ़ी गाढ़ी मलाई तब से ही तुम्हारे लंड को अपनी चुत में लेकर मैं तुमसे चुदने के लिए तड़प रही हूँ, बस आप ही नहीं समझ रहे हो.
मालिनी उस्मान से लिपटकर उसे पागलों की तरह किस करने लगी और करीब 15 मिनट तक वो एक दूसरे के अंगो से खेलते रहे. उस्मान अब मालिनी के शरीर के ऊपर आ गया मालिनी उस्मान के चौड़े शरीर में पूरी दब गई. वो उस्मान से चुदने के की खुमारी में बुरी तरह तड़प रही थी और उस्मान उसके निप्पल को चूस रहा था और बीच बीच में काट भी रहा था.. जिससे मालिनी सिसककर चीख उठती. फिर उस्मान ने दोनों के बदन पर बचे एकमात्र कपड़ो को भी उतार फेका दोनों अब मादरजात नंगे थे और एक दूसरे के नंगे जिस्मों को मसल रहे थे.
मालिनी – आह्ह्हहह मेरी जान कुछ करो प्लीज फाड़ डालो मेरी चुत, चीथड़े उड़ा दो मेरी गांड के अब और मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है प्लीज.. मेरी प्यास बुझा दो.
उस्मान – आज तुझे हर आसन में चोदूंगा, चिथड़े उड़ा दूंगा तेरी चुत और गांड के आज से तू मेरी रांड है रांड आज से तेरे हर छेद को अपने लंड के अमृत से भर दूंगा.
मालिनी – तुम जो चाहो करो.. लेकिन प्लीज एक बार मेरी प्यास बुझा दो.. में कब से प्यासी हूँ. मेरे पति मेरी चुत ढंग से नहीं मार पाता और न हीं मेरी आग ठंडी कर पाता, मूंगफल्ली सा लंड है, बस अब तू मेरी गांड में अपना खूंटा गाड़ दे.
फिर उस्मान उठ गया और अब उसका पूरा तना हुआ लंड मुझे साफ साफ दिख रहा था.. वो बहुत विशालकाय था.. जो गधे के लंड के समान दिख रहा था, उसका लंड मुझसे लगभग ६ गुना बड़ा और ८ गुना मोटा (करीब १२ इंच लम्बा और ३ इंच चौड़ा) मैंने जब अपने लंड की तुलना की तो पाया की मेरे पुरे लंड बराबर लम्बा तो उसका सिर्फ सुपाड़ा ही था, उस्मान का लंड तो शायद मनुज के लंड से भी बड़ा ही लग रहा था. मालिनी की किस्मत वाकई बड़ी शानदार थी.
फिर उस्मान ने मालिनी के दोनों पैरों को विपरीत दिशा में फैला दिया और अपनी जीभ से चूत को चाटने लगा. दोस्तों मैंने कभी मालिनी की चूत को नहीं चाटा था और वो जोश से पागल हुई जा रही थी और उत्तेजना के मारे वो तड़प रही थी. तभी उसका पूरा शरीर हवा में उठकर अकड़ने लगा.
उस्मान अब मालिनी की चुत में अपनी जीभ को नुकीली बना कर जीभ से चुदाई करने लगा, मालिनी के लिए ये नया अनुभव था वो जोर जोर से आवाजे निकाल रही थी आअहह उईईइ एसससससस उफ्फफ्फ्फ़ ओह्ह्ह्हह माहहह उस्मान प्लीज अपना मुहं हटाओ.. उफ्फ्फअफ में तो गयी और फिर मालिनी भरभरा कर झड़ने लगी उसके चुत सा गाढ़ा गाढ़ा, चिपचिपा माल तेजी से निकलने लगा जिसे उस्मान ने चाटकर ज़ोर ज़ोर से चूसकर उसका सारा जूस पीता रहा और मालिनी करीब एक मिनट तक झड़ती रही और वो कुछ देर बाद एकदम शांत होकर लेट गई.. उस्मान अभी भी उसकी झांटो वाली चूत पर जीभ घुमा रहा था कुछ माल मालिनी के चुत के बालो पर भी लगा था, जिसे उस्मान ने चाट लिया.
मालिनी के चुत से निकलते हुए गाढ़े गाढ़े, चिपचिपे पानी को उस्मान ने अपने जीभ से चाट लिया फिर उसने मालिनी की चुत को अपने एक हाथ से फैलाते हुए, दूसरे हाथ की दो उंगलियों से उसकी चुत की मलाई कुरेदने लगा, इधर मालिनी फिर से तैयार होने लगी, वो बेड पर पड़ी चादर पर इधर उधर सर पटकने लगी, उसके निप्पल फिर से तनने लगे. अब उस्मान ने पूरा का पूरा मुँह भी मालिनी की चुत में घुसेड़ दिया साथ ही दोनों हाथो से वो मालिनी के दोनो दूध अपनी मुट्ठी मे दबोच लिए और उन्हे बेरहमी से मसल्ने लगा….
मालिनी —आआहह….हाअ…..ऐसे ही खूब ज़ोर ज़ोर से दबाओ मेरे थनो को उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ निचोड़ डालो इनका सारा रस …… मेरी हमेशा से ख्वाहिश थी कि कोई मुझे खूब बेरहमी से चोदे….खूब ज़ोर ज़ोर से मेरे दूध दबाए…आआआ…आआ….मसल डालो और दबा डालो ….अपनी रांड के दूध….
चूची और चुत पर हो रहे दोहरे हमले से वो जल्दी ही फिर से हीट में आ गई (गरम हो गई) और अपनी गान्ड उपर उठाने लगी, उस्मान अब मालिनी के चुत के चने को अपने दांतो से काटने लगा, मालिनी का धैर्य जवाब देने लगा और उसके चुत का लावा फट पड़ा और वो फिर से झड़ने लगी.
उस्मान ने एक बार फिर मालिनी के चुत से निकले स्वादिष्ट, चिपचिपे और गाढ़े माल को बिना एक बून्द भी निचे गिराए उसे अपने मुँह में भर सारा का सारा पि गया.
इसके बाद उस्मान मालिनी के ऊपर सवार हो गया उसने मालिनी के ओठो से अपने ओठ भिड़ा दिया और अपनी जीभ मालिनी के मुँह में डालकर उसको चूसने लगा, वो उसके बालो को पकड़ कर जोर जोर से चूमने लगा, मुझे बड़ा आश्चर्य हो रहा था की मालिनी को झड़ाने के बाद भी वो अपना लंड उसकी चुत या गांड में ने डाल कर अभी भी उसे प्यार कर रहा था. मालिनी फिर से जोरो से आआआआआह इस्स्स्सस्स ओफ्फ्फफ्फ्फ्फो ऐसे सिसकारी लेकर गर्म होने लगी सच में मालिनी में जो आग थी उसे या तो मनुज ही बुझा सकते थे या फिर उसका नया यार उस्मान, मैंने अपनी ८ साल की शादीशुदा जिंदगी में मालिनी को एक बार भी झड़ा नहीं पाया था जबकि उसके दोनों यार उसे बार बार झड़ा रहे थे.
अब उस्मान ने मालिनी को पलटा दिया और उसकी दोनों टांगो को विपरीत दिशा में फैला दिया जिससे मालिनी की गांड उस्मान के सामने खुल कर आ गई, मालिनी की गोरी, गांड देखकर उस्मान पागल सा हो गया वो अपने लंड से उसके कूल्हों पर डंडे के तरह मारने लगा मालिनी की चीख मिश्रित सिसकारियां निकलने लगी.