कुंवारी गर्लफ्रेंड की पहली चुत चुदाई
मेरा नाम मनोज हूँ और मेरी उम्र 21 साल है। मैं काफी हैंडसम और अच्छे दिखने वाला हूँ। मैं इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई कर रहा हूँ और बहुत खुश हूँ। मेरी ऊँचाई 5’10 इंच है और मेरे लिंग का आकार भी काफी अच्छा है जो किसी भी लड़की को शांत कर सकता है।
आज मैं आपके लिए एक बहुत ही अच्छी और मजेदार कहानी लेकर आया हूँ जिसे पढ़कर आपको बहुत मज़ा आएगा। मुझे पता है कि मेरे लिंग ने कई दिलों में हलचल जरूर मचा दी होगी।
तो दोस्तों, कहानी शुरू करने से पहले थोड़ी बात मैं आपसे करना चाहता हूँ। जैसा कि मैं एक मस्त और खुशमिजाज इंसान हूँ, मैं खुलकर और भरपूर आनंद लेता हूँ। तो दोस्तों, चलो अब मैं और कुछ नहीं बोलता और अपनी कहानी पर चल देता हूँ।
मेरी एक गर्लफ्रेंड है जिसका नाम सोनम है। अगर मैं सोनम की बात करूं तो सब कुछ फीका पड़ जाता है। क्योंकि मेरी सोनम इतनी सुंदर है कि हाथ लगाने पर मेल हो जाए। या फिर कह सकते हैं कि वह बहुत ही मस्त है।
बस नाम जानने से कुछ नहीं होता इसलिए मैं आपको सोनम के बारे में थोड़ा और बताना चाहता हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड का हुस्न बहुत प्यारा है। उसका फिगर देखकर हर कोई उसका दीवाना हो जाता है। खासकर उसकी गांड़ को जब कोई देखता है तो अपने लिंग का पानी निकालने बिना नहीं रह सकता है। और जब वह अपनी गांड़ हिला-हिला कर चलती है तो पता नहीं कितने लाखों दिलों को मार कर चलती है।
तो दोस्तों, अब मैं आपका ज्यादा समय बर्बाद नहीं करता हूँ और सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ। आपको यह पता ही होगा कि मैं कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा हूँ तो उसकी ट्रेनिंग भी होती है। वो अलग-अलग शहरों में होती है और ट्रेनिंग लेना बहुत जरूरी होता है। लेकिन किस शहर से लेनी है वह हमारी खुद की मर्जी होती है।
तो उस समय मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझे दिल्ली से ट्रेनिंग लेने को कहा क्योंकि वह दिल्ली में रहती है और मेरे मामा-मम्मी भी वहीं रहते हैं। तो मैंने बिना किसी रोक-टोक के हां कर दी और फिर मैं दिल्ली चला गया।
दिल्ली जाने से पहले ही मैंने मम्मी को बताया था कि मैं कुछ महीनों के लिए दिल्ली आ रहा हूँ और फिर भी यह खबर सुनकर मम्मी बहुत खुश हो गईं और फिर उन्होंने सबसे ज्यादा स्वागत करके फोन काट दिया। वैसे मैं आपको बता दूं कि मेरी और मम्मी की बहुत बांट भी है इसलिए मेरा अच्छा समय बीताने वाला था।
अब मैं दिल्ली के लिए निकल गया और फिर उसके बाद मैं अपनी मम्मी के घर गया। वहाँ पर मैं सबसे मिला और खूब आनंद भी लिया।
मम्मी मुझे देखते ही बहुत खुश हो गईं और उन्होंने मुझे अपने गले से लगा लिया और बहुत प्यार किया। फिर मम्मी ने मुझे कुछ स्नैक्स खिला दिए और मैं थका हुआ था इसलिये मैं अंदर जाकर कमरे में सो गया और फिर दोपहर को 12 बजे मम्मी ने मुझे उठाया।
अब उठकर मैं टीवी देखने लगा और फिर मैंने नहा धोकर फिर से खाना खाया और अपनी फैमिली के साथ समय बिताने लगा। अब जब मैं यहाँ आया था तो मुझे अपनी गर्लफ्रेंड से भी मिलना था इसलिये मैंने उसे किसी रेस्टोरेंट में मिलने को कहा और उसे समय दिया।
उसके आने से पहले मैं वहाँ पहले पहुँच गया था और फिर मैंने जब उसका इंतजार किया तो मुझे वह बहुत अच्छा लगा। क्योंकि यह मेरे लिए बहुत नई काम नहीं होती है और वैसे भी हम काफी समय बाद मिल रहे थे। अब थोड़ी देर इंतजार करने के बाद वह मुझे नजर आई। जब मैंने उसे देखा तो मैं उसे देखता ही रह गया।
उसने ब्लैक टॉप और ब्लू जीन्स पहनी थी जिसमें वह बहुत ही सुंदर लग रही थी। मैं तो उसे बस खड़ा देखता ही रहा और जब वह मेरे पास आई तो मैंने उससे हेलो किया और फिर वह मेरे पास आकर बैठी। हम दोनों बैठकर बातें करने लगे और ऐसे ही बातें लंबी होती चली गईं।
हम काफी देर तक बात करते रहे कि बाद में ख्याल आया कि काफी समय हो गया है। पर अभी भी हमारा मन भर नहीं रहा था इसलिये हमारी बातें जारी रहीं और फिर आइए 3 बजे गये। तब एकदम से सोनम को याद आया कि उनके घरवालों ने किसी की शादी में जाना है और वह शाम 5 बजे तक निकल जाएंगी और फिर रात को देर से वापस आएंगी।
यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गया और फिर सोनम ने मुझसे कहा कि तुम आज मेरे घर आओ और अब मैं यहाँ से चलती हूँ। मैं तुम्हें फोन करूंगी तो मैं उसका फोन का इंतजार करने लगा।
मुझसे उसके फोन का इंतजार बहुत बेसब्री से था और मैं हर 2 मिनट बाद फोन को देख रहा था। फिर आखिरकार काफी समय बाद उसका फोन आया और मैंने पिक किया तो उसने मुझसे कहा कि अब घरवालों चले गए हैं तो तुम भी अब घर पर आ जाओ।
मैंने उसकी यह बात सुनते ही फोन काट दिया और जल्दी से उसके घर की तरफ चल दिया। अब मैं जैसे ही उसके घर पहुँचा तो मेरी सांसें फुलने लगीं और फिर मैंने उसके घर की दरवाजे की बेल बजाई तो वह कुंडा खोलने आई तो मैं तो बस उसे देखता ही रहा।
वह नाइटी में थी और क्या खूबसूरत लग रही थी। उसने नेट वाली लाइट शेड में नाइटी पहनी थी और उसके नीचे उसने ब्लैक रंग की ब्रा और पैंटी भी पहनी थी। बस उसे देखते ही मेरा दिमाग खराब होने लगा और फिर उसने मुझे अंदर आने को कहा तो मैं उसके साथ उसके घर अंदर चला गया।
घर में जैसे ही गया तो काफी रिलैक्स वाली फीलिंग आई और फिर मैं और वह दोनों बैठकर बातें करने लगे। हम काफी देर तक ऐसे ही बातें करते रहे और फिर मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया।
बाहों में भरते भी वो थोड़ी ब संकोच कर गई तो मैंने उसको हिम्मत दी और फिर उसके बाद वो मेरा साथ देने लगी। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही थी कि उसने मेरी बात मान ली थी और फिर मेरे साथ चिपक कर बैठी।
मैंने अब उसके होंठों को अपने होंठों में लिया और जोर-जोर से चुसा। वह भी मेरा साथ दे रही थी और फिर मैंने उसका जीभ को मुंह में लिया और चुसना शुरू कर दिया। मेरे इस करने से वह बहुत उत्साहित हो गई थी कि अब वह मेरा साथ देने लगी थी और फिर मैंने उसे अपने कमरे में ले गया और फिर वह मुझे वहाँ पर ले गई।
बिस्तर पर बैठकर मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया लेकिन वो खुद को मुझसे पीछे करने लगी पर ज्यादा देर तक ऐसा नहीं कर पाई क्योंकि वह भी वही चाहती थी जो कि मैं भी चाहता था।
अब मैंने धीरे-धीरे करके उसके कपड़े उतार दिए और उसे पूरी नंगी कर दी। मैं उसे नंगी देखकर पागल हो गया और मेरा लिंग भी खड़ा हो गया। मैंने अब उसके बूब्स को हाथों में लिया और जोर-जोर से दबाना शुरू कर दिया। वह भी अब आह्ह आह्ह कर रही थी कि मैंने अपना लिंग भर निकाल लिया और उसे चुसने को दे दिया पर वो मना करने लगी पर फिर मैंने उससे रिक्वेस्ट की तो वो मान गई।
अब वह मेरे लिंग को बहुत ही मजे से चूस रही थी और मैं पागल हो रहा था। अब मैंने उसे बिस्तर पर लेट दिया और उसको चुत पर अपना मुंह रख दिया और अपनी जीभ अंदर डालकर चुसना शुरू कर दिया। मुझे यह सब करने में बहुत मजा आ रहा था और बस फिर उसके बाद वह भी अपनी गांड़ उठाकर मेरा साथ देने लगी।
मैंने धीरे से उंगली उसकी चूत में डाली तो वो चीख पड़ी पर मैंने उसे एक ना सुनि और फिर मौन तेल लगाकर लिंग को चूत में डाल दिया और पागल की तरह उसको चोदने लगा। उसकी आँखों में मस्ती छा गई थी आ और मैं नहीं रुका और धीरे धीरे उसे चोदता ही चला गया।
थोड़ी देर बाद उसकी चीखने की आवाज कम हुई तो मैंने उसकी चूत को धीरे धीरे से चोद ही रहा था और 10 मिनट बाद उसकी चूत में पानी छोड़ दिया और उस पर लेट गया और फिर उसे बहुत प्यार से छूने लगा। मुझे भी उसे चूमने में बहुत मजा आ रहा था और फिर उसके बाद हमने फिर खूब बातें की और खूब प्यार भी किया।
मैं तो वैसे और भी बहुत कुछ करना चाहता था पर जब मैंने समय देखा तो रात के 10 बजे हो चुके थे और तब हम कोई रिस्क नहीं ले सकते थे। तो मैं घर को वापस आ गया।