मजबूरी में रंडी बना दिया फ्रेंड ने
मेरा फिगर है 36-28-38 ये एक बिलकुल परफेक्ट साइज है। मेरी तो इतनी मस्त है कि अच्छे-अच्छे लंड का पानी निकाल देती है देखते ही। आप लोग सोच रहे होंगे कि एक लड़की इस तरह के शब्द कैसे इस्तेमाल कर सकती है। मैंने जो कहा वो सच है।
जी हाँ बिलकुल सही सोचा आपने, मैं एक बहुत सीधी-सादी लड़की थी, अपने काम से मतलब रखने वाली लेकिन जो घटना मैं आपको बताने जा रही हूँ, उसके बाद से मैं ऐसी बन गई हूँ।
जैसे कि आप लोग जानते हैं दिल्ली में रहना, खाने-पीने, घूमने का खर्चा कितना महंगा होता है, ऐसा ही मेरे साथ था। मेरी जितनी सैलरी थी, उससे मैं सिर्फ अपने फ्लैट का किराया और खाने का खर्चा ही उठा पाती थी।
मेरे घरवालों की मौत के बाद मैं बिलकुल अकेली हो गई थी। उस समय मैं 12वीं कक्षा में थी और माँ-बाप की एकमात्र बेटी होने के कारण मुझे बहुत सदमा लगा था, इसलिए मैंने स्कूल जाना भी बंद कर दिया था। कुछ दिन तो जो रकम बची थी, उनसे खर्च चलाती रही फिर जब कुछ नहीं बचा तो घर में ऐसे ही रहने लगी। कभी-कभी पड़ोसी कुछ दे देते थे खाना खाने के लिए तो खा लेती थी।
ऐसे ही एक महीना निकल गया। एक दिन मेरी एक दोस्त घर आई। उसने बताया कि जॉब वैकेंसी निकली है, तुम apply कर दे। मैंने उस कंपनी में आवेदन किया तो मेरा चयन हो गया लेकिन मैं फ्रेशर थी तो मुझे कोई कंपनी सर्विस प्रोवाइड नहीं हुई। मैं खुद ही बस से आना-जाना करती थी। ऐसे ही मेरी जिंदगी चल रही थी। अप्रैल की शुरुआत की बात है, मैं अपने डेली रूटीन पर जा रही थी उस दिन पता नहीं बस में इतनी भीड़ कहाँ से आई और वही बस ने मेरी जिंदगी ही बदल दी।
जब मैं बस के अंदर जैसे-तैसे करके पड़ी तो एक लड़का मेरे पीछे आकर खड़ा हो गया। मेरा ऑफिस काफी दूर था इसलिए समय लगता था जाने में। बस की जाँच के कारण उसका सारा शरीर मेरी बैक से लग रहा था। उसने मौका देखकर मेरी गांड पर हाथ घुमाना शुरू कर दिया। पहले मैंने उसे कुछ नहीं बोला फिर मैंने पीछे मुड़कर धक्का दिया तो वो डर गया तो उसने कुछ देर हाथ नहीं लगाया।
फिर तोड़ी ही देर में मुझे गांड के छेद में कुछ महसूस हुआ तो मैंने पीछे हाथ करके महसूस किया वो उसका लंड था जो पहले से ही खड़ा हुआ था। मैंने उसे गुस्से से धक्का दिया लेकिन कुछ नहीं बोली मैं और उसने अपना लंड अंदर डालकर खड़ा रखा। कुछ ही देर में मेरा स्टॉप आया और मैं सही समय पर ऑफिस की तरफ चलने लगी तो वो भी पीछे से आकर मेरे साथ साथ चलने लगा। पहले उसने मुझे सॉरी बोला और कहा कि खुद को रोक नहीं पाया आपकी फिगर देखकर।
उस लड़के के बारे में बताती हूँ, उसका नाम समीर था। वो एक 6 फीट का लड़का था, उसके लंड का साइज 6 इंच और 3 इंच मोटा था। दिखने में भी बहुत हैंडसम था, रिच फैमिली से लगता था। उसके ड्रेसिंग सेंस देखकर लग रहा था।
मैंने उसे गुस्से से धक्का दिया तो फिर से सॉरी बोलने लगा। मैं अपने रास्ते चलती रही वो फिर से मेरे पीछे-पीछे चलने लगा और कहने लगा दोस्त ही बन लो मुझे इस तरह फिर हमारी बहसें होने लगीं और बाद में मैंने मोबाइल निकालकर धक्का दिया तो ऑफिस टाइम निकल चुका था। मुझे और गुस्सा आया लेकिन मैंने उसे कुछ नहीं बोला वो वहाँ से वापस मुड़कर घर की तरफ आने लगा।
तो वो भी पीछे-पीछे आने लगा। मैं एक पार्क में जाकर रोने लगी कि आज मेरी सैलरी से फिर से 500 रुपये कट होंगे क्योंकि इसी के चलते मेरी आँखों से आंसू आने लगे।
मैंने खुद को संभाला जैसे ही खड़ी हुई वो मेरे सामने आया और बोला कि क्या हुआ, क्यों इतना परेशान हो तुम मुझे बताओ मैं परेशानी दूर कर दूंगा तुम्हारी। मेरे लिए वो एक अजनबी था इसलिए मैंने उसे कुछ नहीं बताया और वहाँ से चलने लगी। तब उसने मुझे पीछे से पकड़कर हाथ पकड़कर बोला कि दुश्मन ही नहीं सही दोस्त ही मान कर बता दो फिर मैंने उसे सब कुछ कैसे मेरी जिंदगी चलती हूँ।
घर का खर्चा चलाना और किराया देना और बिल वगैरह तो मैंने उसे बताया कि पिछले 2 महीने से किराया नहीं दिया है, मालिक पीछे पड़ रही है किराया देने के लिए और घर खाली करने के लिए। उसने मेरी बात सुनते ही 5000 रुपये दिए और कहा कि लो रख लो पहले मैंने मना किया कि नहीं, नहीं चाहिए बाद में मैंने उसे वापस करने के लिए 3 महीने का समय मांगा तो वो सहमत हो गया और इसी तरह हमारी दोस्ती हुई और हम घूमने लगे, मिलने लगे और बात करने लगे लेकिन कभी ना गलत बात की और ना कुछ हमने गलत किया।
एक दिन अचानक समीर का कॉल आया सुबह-सुबह कि आज मुझे मेरे पैसे चाहिए वरना बहुत बुरा होगा तुम्हारे साथ। मैं डर गई कि अब ये क्या करेगा अगर मैंने पैसे नहीं दिए तो उसने बोला कि थोड़ी देर में घर आकर बात करूंगा तुमसे। वो थोड़ी ही देर में घर आया और उसके अंदर से ड्रिंक की बहुत गंदी बदबू आ रही थी। उसने मुझसे पैसे मांगे और मैंने उसे कहा कृपया समीर मुझे कुछ दिन का समय दो मैं धीरे-धीरे लौटा दूंगी तुमहें लेकिन वो मेरी बात नहीं सुन रहा था। मेरे शरीर को दबाकर लंड सहला रहा था।
उसने मुझे एकदम से अपने पास खींच लिया और अपनी बाहों में लेकर बोला कि अपना जन्म मेरा नाम कर दे मुझे ये पैसे नहीं चाहिए फिर मैं बहुत घबरा गई लेकिन मेरे पास कोई और रास्ता नहीं था। मैंने उसकी बात मान ली और कहा कि कृपया बात तुम किसी को मत बताओ और मैं तुम्हारे साथ सब कुछ करने को तैयार हूँ। उसने मुझे अपने पैरों पर बैठाकर मेरे होंठों से अपने होंठ मिलाकर चूसने लगा उसके मुंह से काफी बदबू आ रही थी।
तो मुझे सांस लेने में भी समस्या हो रही थी, उसने मुझे गोद में उठाकर बेडरूम में ले गया और वहाँ जाकर मुझे नंगा कर के मेरी चुत चाटने लगा और मेरी चुत के अंदर जीभ डालकर चोदने लगा कुछ देर ऐसे ही होने के बाद मुझे बहुत अजीब लगा और जैसे मेरे अंदर से कुछ निकलने वाला है।
मैंने उसका सर हटा दिया लेकिन उसने मेरी एक न सुनी और लगातार करता रहा थोड़ी ही देर में मेरी चुत से गरम-गरम पानी निकला जो मेरी टांगों पर महसूस हुआ वो सब पी गया। उसे मेरे अंदर उसने चुदाई की आग जला दी थी।
फिर वो मेरे बूब्स पर टूट पड़ा और उसको चूस-चूस कर लाल कर दिए मुझे बहुत दर्द हो रहा था बूब्स पर क्योंकि ये सब मेरे लिए पहली बार था। वो खड़ा होकर अपने कपड़े उतारने लगा और सारे कपड़े उतारकर उसने अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया। मुझे बहुत गुस्सा आ रही थी लेकिन कर्ज उतारना था इसीलिए चूसना पड़ा बाद में मुझे भी अच्छा लगने लगा उसका लंड चूसना। लंड चूसते-चूसते मैंने एक उंगली अपनी चुत में डाल रखी थी मेरी चुत एकदम गरम थी और लंड लेने के लिए तड़प रही थी।
उसने लंड मेरे मुंह से जैसे ही भर निकला मैंने बोला अब और मत तड़पा जल्दी से अंदर डाल दो फाड़ दो मेरी चुत उसने तुरंत ही लंड चुत पर सेट कर दिया और एक धीरे से एक झटका मारा और उसका आधा लंड मेरी चुत में चला और मेरी चीख निकल गई और आँखों से आंसू आने लगे मैंने उसे रोके की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं रही उसने मेरी एक न सुनी और दूसरे झटके में लंड पूरा अंदर उतार दिया मेरी चुत से रस निकलने लगा लेकिन लगातार मुझे चोदने लगा रहा।
25-30 की चुदाई के बाद उसने मेरे मुंह में अपना पानी निकाल दिया। इसी तरह मैं उससे उस दिन और रात में 6 बार चुदाई हुई और उसने मेरी गांड भी मारी और आज भी ये सिलसिला चल रहा है हम दोनों के बीच सुबह जब हम सोकर उठते हैं तो उसने फिर से एक बार और मेरी अच्छी तरह से चुदाई करी और कपड़े पहनकर जाते हैं। उसने मुझे 5000 और दिए और कहा ये मेरी तरफ से इनाम है मुझे खुश करने के लिए। फिर वो अक्सर आता मेरे पास और शराब पीता और मुझसे भी पीलाने लग गया अब और फिर जमकर मेरी चुदाई करता है।
और अब तो मैंने अपनी नौकरी भी छोड़ दी क्योंकि वो अपने दोस्त से भी मुझे चुदाने लगा है। मुझे एक रात के 5000 देकर जाते हैं सब मिलकर लेकिन आजकल समीर का कुछ आता पता नहीं और ना ही उसके दोस्त आते हैं।