पड़ोसन संग चुदाई की तमन्ना-2
Mast Chudai Padosan Ki
मस्त चुदाई पड़ोसन की फिर मैंने 15 मिनट बाद नहाकर उसके दरवाज़े पर दस्तक दी तो दरवाज़ा खुद खुल गया और में अंदर चला गया और दिया को आवाज़ लगाई। दिया अंदर से बोली कि ललित तुम बेडरूम में आ जाओ। फिर में जैसे ही उसके बेडरूम में गया तो मैंने देखा कि दिया सिर्फ़ पर्पल कलर की ब्रा पेंटी में नहाकर खड़ी हुई थी, क्योंकि अभी उसके बाल पूरे गीले थे और बालों से सरकता हुआ पानी ऊपर से लेकर नीचे तक आ रहा था, वो उस समय पूरी काम देवी लग रही थी और में तुरंत उसके पास चला गया और मैंने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए और करीब 15-20 मिनट तक हम एक दूसरे को चूमते रहे।
उसके बाद दिया ने मुझसे कहा कि ललित मेरी अगली इच्छा है कि तुम मेरी चूत को चाटो। दोस्तों सच पूछो तो में यह शब्द इससे पहले भी उससे फोन पर सुन चुका था, लेकिन जब कोई औरत वो भी जो आपको पहली बार बिस्तर पर मिली हो इस तरह के गंदे गंदे शब्द बोले तो आप सोच सकते है कि आदमी का लंड पेंट फाड़कर बाहर आ जाता है।
फिर वो धीरे से उछलकर बेड पर लेट गई और खुद अपनी पेंटी को हटाकर उसमें उंगली करने लगी और मुझसे बोली कि ललित सारी शरम उतार दो, इस शरम की वजह से ही में अपने पति को अपनी ज़रूरत नहीं बता सकी कि कहीं वो मुझे ग़लत ना समझे और इस तरह में आज भी प्यासी हूँ, तुम आ जाओ मेरी चूत को चाटो, इसे आज तक प्रभात ने भी नहीं चूसा, तुम आज मेरी सारी हसरते पूरी कर दो और में भी आज तुम्हारी सारी अधूरी ख्वाइशे पूरी कर दूँगी।
दोस्तों मैंने भी अपने घुटनो के बल बैठकर अपना मुहं उसकी चूत में घुसा दिया और पेंटी के ऊपर से ही चूत को चाटना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से अब दिया ने सिसकियाँ लेना शुरू किया ऊऊह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हहह आईईईईई हाँ खा जाओ मुझे, उफ्फ्फ्फ़ हाँ तुम मेरी पूरी पेंटी उतारकर चाटो, खा जाओ इसे हाँ इसे गीली कर दो।
दोस्तों वो अब तक इतनी गरम हो गई थी कि उसके एक झटके में अपनी पेंटी को उतारकर अपने पैरों को पूरा फैलाकर मेरे मुहं पर अपनी चूत को रख दिया और फिर बोलने लगी कि हाँ ले प्रभात देख ले किस तरह चूत चुसवाने का शौक है मुझे। दोस्तों वो उसके मन में जो था वो बोले जा रही थी ऑश हाँ चूस ले चूस उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह चूस ले साले सारा जूस निकाल दे इस चूत का, कब से सिर्फ़ सोच सोचकर पानी निकाला है, लेकिन आज में इस चूत को चुदवाऊँगी।
फिर वो थोड़ा सा अपना सर उठाकर मुझसे बोली कि ललित मुझे किस करो, में भी तो अपनी चूत के रस का मज़ा लूँ आजा साले प्रभात देख आकर देख ले कितनी चुदक्कड़ हूँ में और देख किस तरह यह बहनचोद ललित मुझे चोदेगा? आजा साले क्यों कैसी लगी मेरी चूत ललित, यह बहुत टाईट भी है, इसने सिर्फ़ आज तक प्रभात का लंड लिया है, आह्ह्ह्ह चूस और ज़ोर से चूस मेरी आहह हूऊओ ऊईईईईई और फिर वो खुद ही अपनी गांड को ज़ोर ज़ोर से उठाकर मेरा मुहं भी पूरी ताक़त से अपनी चूत में घुसाये जा रही थी और कह रही थी आहूऊओ हूफफफफफ ललित बहन के मस्त चुदाई पड़ोसन की लोड़े वाह मज़ा आ रहा है अहहहहह आईईईइ वाह मेरा रस निकल गया, ऑश मज़ा आ गया, ललित तुमने मेरी दो हसरते पूरी कर दी और फिर दिया मेरे मुहं में पूरी तरह से अपनी जीभ को डालकर फ्रेंच किस करने लगी।
दोस्तों शायद वो अपनी चूत के रस का भी मज़ा ले रही थी। करीब 10 मिनट के बाद वो मुझसे अलग हुई और बोली कि तुम मेरे बारे में क्या सोच रहे हो कि में किस तरह की औरत हूँ? तो मैंने उससे कहा कि सेक्स का मज़ा लेना या अपनी इच्छाये रखना सिर्फ़ आदमी का हक़ नहीं है औरत की भी ज़रूरत है और में इसे ग़लत नहीं समझता, यह सबका हक है। फिर दिया मेरे मुहं से यह बात सुनकर बहुत खुश हुई और उसके तुरंत बाद मुझे अपने गले लगा लिया। फिर वो मुझसे बोली कि अब तुम बताओ कि तुम्हारी क्या कोई इच्छा जो में पूरी कर सकूं? तो मैंने कहा कि सेक्स को लेकर मुझे ऐसा कुछ नहीं करना, क्योंकि प्रिया के साथ मैंने सब कुछ किया है।
फिर दिया बोली कि हाँ ठीक है, लेकिन फिर भी कुछ तो ऐसा होगा जो तुमने मेरे साथ करने के बारे में सोच रखा है? तभी मैंने तुरंत उससे कहा कि मुझे तुम्हारी गांड मारने की बहुत इच्छा है और वो मुझे बड़ी मस्त लगती है, जब तुम्हे इंडिया गेट पर देखा था तो पीछे से तुम्हारी गांड बहुत मस्त लग रही थी और मेरा मन उसको देखकर बहुत ललचा रहा था।
फिर दिया बोली कि हाँ वो तो मेरी भी बहुत इच्छा है और में आज वो भी जरुर पूरा करूँगी, लेकिन बहुत दर्द होगा, तुम ऐसा करो मुझे कुछ नशे की चीज़ दे दो, जिससे में नशे में उस दर्द को सह लूँ। फिर मैंने तुरंत उससे पूछा कि क्या प्रभात ड्रिंक करता है तो वो मुझसे बोली कि ड्रिंक करता तो में नशे में ही उनसे बहुत कुछ करवा लेती वो ना तो ड्रिंक करता है और ना ही ढंग से मस्त चुदाई करता है। फिर मैंने कहा कि मेरे घर में बियर है, लेकिन 2:30 बजे बच्चे आ जाएँगे तो फिर तुम क्या करोगी?
वो बोली कि आज यह दिन सिर्फ़ मेरे लिए है और आज में अपनी ज़िंदगी जरुर जी कर देखूंगी, तुम रूको में इसका इंतजाम भी करती हूँ, वो बिल्कुल नंगी ऐसे ही खड़ी हुई थी, उसके अपने मोबाईल पर एक नंबर मिलाया और फिर बोली कि भाई आज आप बच्चो को स्कूल से ले लेना और घर ले जाना में भी शाम को आ जाउंगी और इन्हें भी बोल दूँगी, वो भी उधर आ जाएगे और फिर वो इतना कहकर फोन रखकर मुस्कुराने लगी और बोली कि चलो आज नशे में भी चुदवाने का मज़ा लें। फिर मैंने उससे पूछा कि क्या कभी तुमने ली है? तो उसने कहा कि नहीं, तो मैंने उससे कहा कि ठीक है।
फिर तुम थोड़ा कम लेना और में कपड़े पहनकर घर जाकर दो बियर ले आया और मैंने दिया के साथ चियर्स किया, दिया जैसे जैसे घूँट पीती गयी वैसे वैसे ही उस पर नशा चड़ने लगा, सिर्फ़ एक बियर ही उसके लिए बहुत थी। मैंने भी अब धीरे धीरे उसकी गांड पर हाथ लगाना शुरू कर दिया और फिर में उससे बोला कि दिया अब तुम घोड़ी बन जाओ। फिर दिया लड़खड़ाने लगी और फिर बिस्तर पर घोड़ी बन गई। मैंने उसकी अलमारी से वेसलिन निकाली और पूरी तरह से उसकी गांड पर लगाने लगा और वो भी पीछे मुड़कर हंसते हुए मुझसे बोली कि आज मज़ा आएगा जब मेरी गांड चुदेगी, ललित आ जाओ डाल दो लंड पूरा मेरी गांड में।
फिर मैंने जैसे ही अपनी उंगली पर वेसलिन लगाकर उसकी गांड में डाली और वो एकदम से उछल पड़ी। मैंने उससे पूछा कि क्यों क्या हुआ? तो वो बोली कि ऐसे नहीं होगा, में दीवार की तरफ हाथ रखकर खड़ी होती हूँ, तुम पीछे से अपना लंड मेरी गांड में डालना जिससे में आगे से खुद को रोक सकूं। अब मैंने फिर से अपनी उंगली को उसकी गांड में डाल दिया तो उसके मुहं से चीख निकल गई, लेकिन इस बार में रुका नहीं और अपनी उंगली से उसे चोदने लगा और उसको भी अब बहुत मज़ा आने लगा था।
फिर दिया मुझसे बोली कि ओह्ह्हह्ह्ह वाह ललित कितना मज़ा आ रहा है गांड चुदवाने में ऐसा लग रहा है कि जैसे शादी के बाद पहली बार चूत चुदवाई थी, ओहहहह उफ्फ्फ्फ़ हाँ मारो और ज़ोर से डालो मेरी गांड भी फाड़ दो, अब तुम उंगली नहीं अपना लंड इसके अंदर डाल दो। तो मैंने पोज़िशन ली और एक झटके में पूरा का पूरा लंड उसकी गांड के अंदर डाल दिया। उसकी तो चीखे निकल गई और मैंने उससे कहा कि थोड़ा धीरे चिल्लाओ तुम्हारी बाहर तक आवाज़ जा रही है।
फिर उसने कहा कि जाने दो मुझे अब कोई डर नहीं है, तुम अब बस अब जमकर चोदो मुझे। फिर उसने अपनी चूत में भी आगे से अपनी दो उंगलियां डाल ली तो मुझे और भी मज़ा आने लगा और मेरा जोश बढ़ गया। में भी उससे बोलने लगा कि साली रंडी वाह कितना मज़ा आ रहा है तुझे चोदने में। फिर वो बोली कि यह भी तो मेरी इच्छा है कि मुझे दो लोग एक साथ चोदे एक मेरी चूत में लंड डाले दूसरा गांड में और अब तो तुमने मेरी गांड भी खोल दी है आहहह हाँ चोदो मुझे, ज़ोर से चोदो, में तुम्हारी रंडी हूँ बहनचोद चोद मुझे।
फिर मैंने कहा कि हाँ में तो बहनचोद हूँ, उन सबके सामने तू मुझे भैया बोलती है और यहाँ बिस्तर पर मेरी रंडी बनी हुई है, साली बहन की लोड़ी ले खा मेरा लंड, तेरी तो में आज गांड को भी चोद चोदकर बड़ी कर दूंगा। अब दिया भी बोलने लगी कि साले बहनचोद हम दोनों एक जैसे है में भी चुदक्कड़ और तू भी चोदू। फिर मैंने अपने झटकों की स्पीड तेज़ कर दी तो वो भी फुल मस्त हो गई उफ्फ्फ्फ़ हाँ चोद अब, मेरी गांड में निकाल दे अपना पानी उफफ्फ्फ्फ़ में अब मर जाउंगी तेरा लंड लेते लेते। फिर मैंने भी अपनी स्पीड को बढ़ाकर बोला कि हाँ ले साली ले मेरा लंड, ले मरवा अपनी गांड और फिर में बिस्तर पर एक साइड में गिर गया, करीब 15 मिनट तक हम दोनों में से कोई भी नहीं हिला।
फिर दिया सीधी हुई और मुझ पर चढ़ गई और वो मुझसे बोली कि ललित सच में आज तक मैंने ऐसा सेक्स कभी नहीं किया, तुमने मुझे जो एहसास सेक्स में करवाया है मुझे ऐसा लग रहा है जैसे शरीर बिल्कुल हल्का हो गया है और मेरे दिमाग़ में एक शांति सी आई है। फिर मैंने कहा कि अभी तो हमे चुदाई करते हुए सिर्फ़ दो घंटे हुए है अभी बहुत सारा मज़ा लेने के लिए हमारे पास पूरा दिन बाकी है और तभी मैंने खिड़की से बाहर देखा तो बरसात शुरू हो गई जिसको देखकर मेरे मन में चुदाई करने का एक दूसरा विचार आया और दोस्तों में उसे फिर से बाहों में लेकर लेट गया आप अपनी राय जरूर दें कि आपको मेरी मस्त चुदाई की कहानी कैसी लगी।