मेरी बीवी की चुदाई ट्रिप पर अपने जीजू के साथ
मेरा नाम राहुल है और मेरी बीवी का नाम प्रिया है। प्रिया बहुत सीधी-सादी औरत है, मेरे अलावा किसी को भी नहीं देखती और ना ही सोचती। पूरी तरह से मेरी बीवी, उसके लिए कोई और पसंद नहीं है। यही चीज उसकी सबसे अच्छी लगती थी और मुझे उस पर पूरा भरोसा था। 2 साल पहले मेरी साली की शादी हुई जिसका नाम पारुल है और उसके पति का नाम विक्की है। वैसे मेरी साली और मेरी बीवी दोनों फिगर बहुत मस्त हैं, मेरी बीवी का फिगर 34-32-36 है और मेरी साली का फिगर 36-32-36 है। मुझे हमेशा से पारुल को चोदने की इच्छा थी लेकिन मेरा सपना डर के कारण पूरा नहीं हो पाया। विक्की और मेरे बीच ट्रिप दार्जिलिंग के लिए तय हुई। हम लोग तैयारी करने लगे, मैं और प्रिया स्टेशन पहुँच गए।
प्रिया ने सूट पहना था जिससे उसके बूब्स साफ-साफ दिख रहे थे। लड़का उसके बूब्स को देखते हुए जा रहा था। 34 बूब्स बिलकुल राउंड शेप में, किसी भी लड़के के लंड को खड़ा कर सकते हैं। कुछ देर बाद विक्की और पारुल भी स्टेशन पर आ गए। विक्की और हमने टिकट देखा तो हम लोगों की कोई भी सीट कन्फर्म नहीं हुई थी। टीटी से बात की तो कोई भी सीट उपलब्ध नहीं थी। मजबूरी में हम लोगो को जनरल डिब्बे में चढ़ना पड़ा। बहुत भीड़ होने के कारण उस डिब्बे में भी सीट नहीं मिली, किसी तरह से हम चारों डिब्बे में घुस गए। डिब्बे में जगह न होने के कारण सबके सब सट के खड़े थे। चलती ट्रेन में विक्की की कोनी बार-बार प्रिया के बूब्स के पास आ रही थी।
पर प्रिया को कुछ ध्यान नहीं था, वह अपनी बहन पारुल से बात कर रही थी कि कितने गंदे लोग हैं, डिब्बे में इतनी बदबू है। डिब्बे में मुझ पर भी गुस्सा कर रही थी किसी और ट्रेन से चलते चलते। पर मेरी नजर विक्की की कोनी पर थी जो उसकी बूब्स के पास आ रही थी। विक्की भी मुझसे बात करने लगा, उसकी कोनी प्रिया के बूब्स में लगती देख मुझे गुस्सा और जलन होने लगी लेकिन मैं कुछ नहीं कह सका। ट्रेन स्टेशन पर रुकने पर और लोग चढ़ने लगे। भीड़ और बढ़ गई तो हम लोगों को फिर से सत के खड़े होना पड़ा। अब फिर प्रिया के बूब्स विक्की की बाहों में चिपके हुए थे और उसपर कोई ध्यान नहीं दे रही थी, बस सामान्य रूप से खड़ी थी।
तभी मेरे शरीर में कुछ हो रहा था और मेरा लंड अपने आप तंग होने लगा। मैंने सहकर विक्की को दबाया तो विक्की प्रिया के पास चिपक कर खड़ा हो गया। अगले स्टेशन पर कुछ लोग उतर गए तो कुछ जगह हुई। मैंने प्रिया का साइड बदलकर अपने करीब कर दिया लेकिन दूसरी तरफ लोग फिर से चढ़ने लगे। भीड़ फिर से अंदर आई तो विक्की ने धक्का दिया। विक्की प्रिया के पीछे खड़ा हो गया और पारुल विक्की के सामने खड़ी थी। विक्की का लंड प्रिया के हिप्स से टकरा रहा था। प्रिया के सामने एक बूढ़ा आदमी खड़ा था जो प्रिया को घूर रहा था। मेरे दिमाग में अब गंदी ख्याल आ रहे थे कि कैसे प्रिया को विक्की से मज़ा दिलवाऊं, प्रिया का क्या रिएक्शन होगा? सबमें हमेशा वो ही कहती है कि मुझे तुमसे अच्छा कोई नहीं लगता।
प्रिया का एग्जाम था तभी मैंने प्रिया के कान में कहा कि बूढ़ा आदमी खड़ा है तो थोड़ा पीछे हो जाओ कहीं बदतमीजी न करे। जैसे ही प्रिया पीछे हुई, उसके हिप्स विक्की के लंड से चिपक गए। बस ये देखकर मेरा लंड पूरी तरह तंग हो गया कि मेरी बीवी किसी दूसरे पुरुष के लंड से चिपकी खड़ी है। विक्की थोड़ा पीछे हटने पर मुझे लगा शायद प्लान खराब हो गया तो मैंने सहकर विक्की से हंसते हुए बात करने लगे। बात करते-बात करते विक्की फिर प्रिया के हिप्स से चिपक गया, अब और कसकर चिपका हुआ था। तभी पारुल ने पानी मांगा तो विक्की अलग हो गया। मैंने फौरन विक्की के लंड पर ध्यान दिया कि विक्की का लंड पूरी तरह फूल चुका था। ऐसा लग रहा था कि विक्की अंदर कुछ नहीं पहने है। मैं समझ गया कि विक्की को मज़ा आ रहा है। विक्की फिर उसी पोजीशन में खड़ा हो गया। ट्रेन से ज़्यादा विक्की प्रिया के हिप्स से चिपक कर हिल रहा था, पर प्रिया मुझसे सामान्य रूप से बात कर रही थी। तभी अचानक प्रिया घूम गई और मुझे देखने लगी। मुझे लगा कि प्रिया विक्की की लंड की हरकत महसूस कर चुकी है तो हट गई। मैंने सोचा कि प्रिया कितनी अच्छी है, वाकई वो कभी किसी और को नहीं सोचती। अगले 2 मिनट में प्रिया उसी पोजीशन में फिर खड़ी हो गई। प्रिया को देखकर मैं हैरान था और मुझसे हंसते हुए बात करने लगा। अब प्रिया को भी मज़ा आ रहा था। तभी स्टेशन आया हम लोग ट्रेन से उतर गए।
मैंने विक्की के लंड पर ध्यान दिया कि उसकी पेंट कुछ गीली थी। मैंने समझ गया कि विक्की का वीर्य निकल चुका है। प्रिया के हिप्स को देखा तो उसमें भी विक्की के वीर्य के धब्बे थे। मैंने प्रिया के बगल में चलते हुए पूछा कि तुम्हारे पीछे गिला धब्बा कैसा है? प्रिया थोड़ा शर्मिंदा और पानी हो गई। “अरे होगा तो कुछ” उसने कहा। मैं समझ गया कि उसे पता है विक्की का वीर्य है। खैर हम लोग होटल पहुँचे और अपने कमरों में चले गए। होटल पहुंचते ही प्रिया बोली, “मुझे बहुत फील हो रहा है, मेरी थकान उठाइए” प्रिया विक्की के लंड की वजह से हवास से भर चुकी थी। मुझे भी हवास पूरी करनी थी। मैंने प्रिया को लिटाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया।
प्रिया हिप्स उचलकर चुदवाने लगी। ये अदा देखकर मैं और पागलपन चढ़ाने लगा कि प्रिया इस तरह कभी सेक्स नहीं करती थी। मैं प्रिया को चोदते समय बस यही सोच रहा था कि प्रिया विक्की के साथ कैसे रिएक्शन देगी। मैंने डाउन हो गया तो प्रिया बोली, “इतनी जल्दी? मुझे और करना था”। मैंने कहा, “बस”। अब मेरे दिमाग में प्लान बनने लगा कि कैसे प्रिया को विक्की से चुदवाऊं और मैं देखूँ। मैंने सोचा बहुत समझदारी से काम लेना होगा। प्रिया और पारुल शॉपिंग करने चली गई तो मैं विक्की के कमरे आया। मैं विक्की के दिमाग को स्टडी करना चाहता था कि विक्की कितना हरमी है। मैंने विक्की से कहा, “यार हम लोग शादी से पहले ट्रिप पर जाते थे तो इस तरह के कमरों में की होल से कपल्स को सेक्स करते देखते थे”। विक्की बोला, “यार वो तो एक मशीन चलती है”। मैंने पूछा, “लेकिन तुम्हें क्या पसंद है?” विक्की बोला, “34 बूब्स और पतली कमर जिसे पढ़कर कस-कस के झटके दे फिर मैं तेज़ या धीमा”।
मैंने सोचा कि प्रिया के 34 बूब्स भी हैं, कमर भी 32 है और प्रिया को ये झटके भी पसंद हैं। मैं खुश हो गया कि काम बन सकता है। तभी मेरी नजर कमरे पर पड़ी कि हमारे दोनों का कमरा एक दरवाजे से जोड़ा हुआ है। तो मैंने उठा और अपने कमरे में आया। मैंने दरवाज़े को देखा कि उसमें की होल है। अब मैंने प्लान बनाना शुरू कर दिया। विक्की से बात करके कहूँगा कि जब हम लोग शादी से पहले ट्रिप पर जाते थे तो इस तरह के कमरों में की होल से कपल्स को सेक्स करते देखते थे। फिर मैं उसके कमरे के की होल से देखूंगा कि मेरा आधा बिस्तर साफ दिख रहा है। विक्की बोला, “अगर इसमें कोई कुछ लगा दे तो”। मैंने कहा, “उसके पिन से हटा देते हैं”। विक्की हंसने लगा। मैंने मजाक में कहा, “मैं तुम्हें ऐसे भी देख सकता हूँ”। विक्की बोला, “प्रिया को अपनी बहन को नहीं दिखाएगी”। मैंने कहा, “जब देखना होगा तो प्रिया को नींद की दवा दूंगा”। विक्की बोला, “तुम बहुत हरमी हो”। मैंने कहा, “मजाक कर रहा था”। मैं ये सब विक्की को इस वजह से बता रहा था कि विक्की ऐसा करे। रात में बने से विक्की से कहा, “बहुत सर्दी है, गर्मी लेना जरूरी है”। कुछ देर बाद विक्की उठकर जाने लगा तो पारुल ने पूछा कि कहाँ जा रहे हो? विक्की बोला, “कुछ खाने-कुछ लाने के लिए”। प्रिया और पारुल ने चिप्स के लिए कहा। मैंने भी उठा और जाने लगा कह कर कि विक्की के साथ जा रहा हूँ। मैं देखना चाहता था कि विक्की क्या करता है। विक्की मेडिकल स्टोर गया।
मैं पीछे से उसको देख रहा था। मैं भी वही मेडिकल स्टोर गया। मैंने पूछा, “सर मेरे कौन सा दवा लेके गए हैं? मुझे भी दवा लेनी है बीवी के लिए”। उसके पास फर्जी नाम नहीं मिल रहा था। मेडिकल वाले ने कहा कि नींद की दवा तो मैंने कहा, दर्द की नहीं। मैं समझ गया कि आज विक्की हम लोगों की चुदाई देखेगा। मैं भी उत्साहित हो गया। होटल पहुँचे तो मैंने कहा, “पता नहीं कहां चला गया विक्की”। तभी विक्की आया। मैंने पूछा कि कहाँ गया था? विक्की बोला, “कहीं नहीं, ठहरने का मन कर रहा था”। मैं सब जानता था पर चुप रहा। तब मैंने कहा, “प्रिया चलो चल के सोते हैं”। मैं अपने कमरे में आया और सोने की तैयारी करने लगा। 1 घंटे बाद मैंने विक्की को रूम नॉक किया कि विक्की सिगरेट दो सर्दी लग रही है, मुझे चेक करना था पारुल सोई है या नहीं।
मैंने देखा पारुल सो रही थी। मैंने सोचा विक्की ने अपना काम कर लिया है अब मेरी बारी है। मैंने सहकर की होल में कागज लगा दिया कि अगर कागज हटा तो समझ जाऊँगा कि विक्की देख रहा है। 5 मिनट बाद कागज हट गया। मैं समझ गया विक्की पूरी तैयारी में है। मैं जानता था की होल से बिस्तर का कितना हिस्सा दिखेगा उस हिस्से पर ही मुझे सेक्स करना होगा। मैंने प्रिया के बूब्स दबाना शुरू कर दिया। मेरा दिल कस-कस कर धड़क रहा था कि विक्की हम दोनों को देख रहा है। मैंने प्रिया की कुर्ती उतारी। अब प्रिया ब्रा में थी। मैंने लैंप बंद करके ट्यूबलाइट जला दी कि विक्की पूरी तरह से खुले से देख ले। मेरे हाथ कांप रहे थे कि आज मेरी बीवी को कोई और मुझसे चुड़ाएगा। मुझे प्रिया को पागल बनाना था क्योंकि जब प्रिया वाइल्ड होती है तो बहुत अच्छा सेक्स करती है लेकिन उसे वाइल्ड होने में बहुत समय लगता है, इसलिए मुझे शॉर्टकट ढूंढना था। तभी मैंने प्रिया के कान में कहा कि उस दिन तुम बेवजह गुस्सा हुई थी जब तुम्हारे हिप्स में गीला कुछ लगा था। प्रिया बोली, “सॉरी बाबी”।
प्रिया के दिमाग में विक्की के लंड की फीलिंग्स का ख्याल आना शुरू हो गया। वही हुआ। प्रिया 5 मिनट में वाइल्ड हो गई। मैंने प्रिया के ब्रा उतार दी। मैं और पागलपन चढ़ाने लगा। मैंने “की होल” पर कुर्सी रखी और बैठा गया और प्रिया को लंड चुसाना शुरू कर दिया। मैं चाहता था विक्की इतने करीब से देखे कि प्रिया लंड चुस रही है। प्रिया मेरा लंड चुस रही थी, जीभ से लंड के टिप हिला रही थी और मेरा पूरा लंड अंदर तक ले रही थी। तभी मैंने विक्की को प्रिया के बूब्स दिखाने के लिए ऊपर उठाया और उसके लिप्स को चुसना शुरू कर दिया। मैंने सहकर सब इतना सही सेट कर रहा था कि मुझे पता था की होल से कितना दिखेगा। मैं रोक नहीं रहा था। मैंने प्रिया को घुमाकर खड़ा करा और कुर्सी पकड़ने को कहा और पीछे से उसकी चूत में लंड डालना शुरू कर दिया। मेरा लंड की होल के सामने था। विक्की को साफ दिख रहा होगा कि कैसे मेरा लंड प्रिया की चूत में जा रहा है।
मैंने धक्के मारना शुरू कर दिया। प्रिया के बूब्स भाई की तरह लटक रहे थे। प्रिया की आवाज निकल रही थी, “आह जानु बहुत मज़ा आ रहा है आह आह आह आह आह” और कस-कस के करो आह आह हम्मम् ओह्ह्ह्हव्हव्ह आह्ह्ह्ह ईएएएएएएएएए। कुछ देर धक्के देने के बाद हम लोग बिस्तर पर चले गए। मैं उस हिस्से में लेटा जहाँ से दिखता मेरा सिर की होल की तरफ था और प्रिया मेरे ऊपर बैठी। अब मैं विक्की को दिखाना चाहता था कि प्रिया कैसे राइडिंग करती है। प्रिया मेरे ऊपर उचलने लगी। प्रिया के बूब्स बहुत खूबसूरत लग रहे थे। प्रिया की आवाज निकल रही थी, “ओह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह उफ़्फ्फ जानु आह्ह्ह्ह आह्ह्ह”। मैं डाउन होने वाला था तभी मैंने प्रिया को सीधा लिटाकर कस-कस के धक्के देने लगे। मुझे पता नहीं कहां से इतनी जान आई, इतने तेज़ धक्के मैंने कभी नहीं दिए थे। मुझ पर शायद पागलपन चढ़ गया था और मैं डाउन हो गया। वही हुआ प्रिया मुझसे पूछने लगी कि “बैबी आज तुममे इतनी जान कहाँ से आई? इतने तेज धक्के तो मैंने कभी नहीं खाए”। मैंने मजाक में कहा, “अभी भूख है”। प्रिया हंसते हुए बोली, “हम्म और तेज़ होते तो और मज़ा आता”। मैं और उत्साहित हो गया। फिर मैंने लाइट ऑफ कर दी। अगले दिन विक्की से मैं सामान्य रूप से behave कर रहा था कि उसे कुछ पता नहीं चला।