रुचिका भाभी की रात भर चुदाई 1
Ruchika bhabhi ki raat bhar chudai-1
हाय दोस्तो, मैं आपको अपनी सच्ची कहानी का भागीदार बनाना चाहता हूँ। (शेयर करना चाहता हूँ।)
ये कहानी मेरे पहले अनुभव (एक्सपीरियेन्स) की है हमारे ही शहर की एक भाभी के साथ।
मैं गुजरात का रहने वाला हूँ,
स्मार्ट और खूबसूरत, पच्चीस साल का हूँ और नौकरी करता हूँ।
मेरा नाम करण है।
अब भाभी का परिचय देता हूँ।
भाभी की उम्र इकतीस साल है और नाम रुचिका।
उनका रंग गोरा और साइज़ 34-30-36।
तो अब आता हूँ कहानी पर।
मैं बताना चाहता हूँ कि मैं एक नियमित पाठक हूँ और अनेक कहानियों पर टिप्पणी करता हूँ।
हर बार की तरह एक कहानी पढ़कर बाद में टिप्पणी कर रहा था कि किसी तरह मैं किसी सेक्स-चैट की वेबसाइट पर पहुँच गया।
वहाँ मैं एक भाभी से मिला।
पहले तो लगा कि वो एक छलावा है क्यूंकि कई सारे झूठे मेल एड्रेस होते हैं।
तो मैंने उनसे पूछा कि क्या सबूत है कि तुम झूठी नहीं हो?
जब उन्होंने ने मुझे अपनी दो-तीन फोटो भेजी तो मुझे यकीन हुआ।
रात में मैंने भाभी को सेक्स चैट में बहुत मज़ा दिया।
पूरी रात में चैट से भाभी का तीन बार पानी निकलवा चुका था।
उसके बाद भाभी ने मुझे सामने से रियल सेक्स के लिए ऑफर किया और कहा – मैं तुम्हारे शहर में ही रहती हूँ।
मेरे पति काम के सिलसिले में तीन-चार दिन बाहर जाने वाले हैं तब तुम्हें कॉल करूँगी।
फिर हमने एक दूसरे के नंबर लिए और दूसरे दिन शाम को उनका फोन आया कि मैं अब से तीन दिन अकेली हूँ।
तुम जब चाहो मुझे कॉल करके आ जाना।
उस रोज मैं रात को दफ़्तर का सारा काम ख़त्म कर, घर जाकर खाना खाकर तैयार हो गया।
फिर घर पर बहाना बना दिया कि दोस्त के घर जा रहा हूँ, सोने।
बाहर निकल कर भाभी को फोन किया।
भाभी तो तैयार ही थीं।
उन्होंने अपना पता दिया जो मेरे घर से ज़्यादा दूर नहीं था।
मैं उनके बताए पते पर चला गया।
मैं रात ग्यारह बजे भाभी के घर पहुंचा और घर की डोरबेल बजाई।
जैसे ही दरवाज़ा खुला, मेरे तो होश ही उड़ गये।
क्या ग़ज़ब लग रही थीं भाभी जी।
ऐसे लगा रहा था जैसे कोई परी ज़मीन पर आसमान से उतरी हो।
मैं तो भाभी को देख कर चौंक गया।
मेरे पास शब्द नहीं हैं कि मैं कैसे भाभी की खूबसूरती को शब्दों में बयान करूँ।
जैसा देखा था उससे भी ज़्यादा सुंदर लग रही थीं।
एकदम मॉर्डन टाइप की काली नाइटी पहने हुए थीं।
क्या मस्त बूब्स थे उनके।
फिर उन्होंने मुझे अंदर बुलाया।
पहले हम ड्रॉयिंग रूम में बैठे।
थोड़ी बातचीत की यहाँ-वहाँ की।
फिर मुझे अपना घर दिखाने के बहाने वो मुझे बेडरूम में ले गयीं।
यहीं से शुरुआत हुई।
मैंने पीछे से अपना हाथ लेजा कर उनकी कमर पर डाल दिया।
इस दौरान मेरी धड़कनें तेज़ हो रही थीं।
फिर मैने हल्के-हल्के पीछे से भाभी के बूब्स दबाना शुरू किया।
गले के आस पास चूमते हुए और भाभी को कसके पकड़े जा रहा था।
भाभी ने अपनी बाहें मेरे गले के आस पास लपेट ली।
और आँखें बंद कर लीं।
थोड़ी देर ऐसे ही चूमने के बाद भाभी खुद ही पलट के मेरे सामने अपना चेहरा ले आईं।
उसके बाद मैं भाभी को स्मूच करते हुए उनकी नाइटी खोलने लगा और वो भी मेरे कपड़े खोलने लगीं।
हम दोनों ने एक-दूसरे के कपड़े निकाले।
भाभी काली ब्रा और पैंटी में थीं।
क्या लग रही थीं?
सच में मेरा तो देख कर ही खड़ा हो गया।
फिर भाभी ने कहा कि आज मेरी जी भर कर चुदाई कर दो।
बस मैंने भाभी को दोनों हाथों से उठाया और बिस्तर पर पटक दिया।
मैंने उसकी आँखों और नाक पर किस किया।
फिर उनके दोनों गालों पर चूमा।
फिर मैंने उनके होंठों पर चूमा तो भाभी ने अपने होंठ मेरे होंठों पर टच होते ही खोल दिए।
मैंने भाभी के होंठ अपने मुँह में ले लिए और उनको चूसना शुरू कर दिया।
अब भाभी ने अपनी ज़ुबान मेरे मुँह में डाल दी और मेरी ज़ुबान चूसनी शुरू कर दी।
क्या मिठास थी भाभी के होंठों और ज़ुबान में।
मैं तो मदहोश ही हो गया।
साथ-साथ मैं भाभी की कमर को अपने हाथों से सहलाता रहा और सहलाते हुए मेरे हाथ उनके कुल्हों पर चले गये।
क्या नरम-नरम कूल्हें थे उनके।
फिर चूमते हुए दोनों बूब्स हाथों से पकड़ कर ब्रा के उपर से बहुत प्यार से मसला।
उसके बाद चूमते-चूमते उनके गले के आस-पास आया।
फिर वहाँ पर चूमने लगा।
मैं कान के नीचे गले के आस पास सब जगह हल्के-हल्के काटते हुए चूम रहा था।
फिर मैंने भाभी के पीछे साइड में हाथ डाल कर ब्रा का हुक खोल दिया और हल्के से भाभी के कंधों पर चूमते हुए ब्रा के स्ट्रिप्स को हटाया।
अब भाभी के बूब्स आधे दिख रहे थे।
भाभी सस्स्स्स्स्स्स्शह.. अहह.. करते हुए सिसकारियाँ ले रही थीं और मेरा सिर पकड़ कर अपने चुचों के बीच दबा रही थीं।
इस दौरान मैंने भाभी की ब्रा पूरी निकल दी।
कहानी जारी रहेगी ..