चुदाई की मारी चाची बेचारी-3
सेक्सी चाची सेक्स कथा में हेलो दोस्तो. मैं अजय फिर से हाजिर हूँ मेरी एक और कहानी लेकर। अगर आपने मेरी पिछली कहानी पढ़ी है तो आप लोग जानते होंगे मैं ज्यादा इधर उधर की बात नहीं करता। तो मैं डायरेक्ट अपनी नई कहानी पर आता हूँ। मेरी बीवी मुझसे कुछ नहीं छुपती।
ऐसा ही अक्सर वो मुझे बताती रहती है कि वो अपने मायके में अपनी लड़की से सब कुछ शेयर करती है। यहां तक कि वो डोनो सेक्स के बारे में भी बातें करती रहती है और अपना सेक्स अनुभव भी एक दूसरे से शेयर करती रहती है। मेरी बीवी बताती रहती है कि उसकी चाची और चाहा लगभाग रोज सेक्स करते हैं।
चाची की उमर करीब 35-36 साल है और 2 छोटे बच्चे भी हैं। फिर भी चाचा चाची ऐ दिन सेक्स के मजे लेते रहते हैं। बीवी से ये सब बातें सुनते मेरे अंदर चाची को चोदने की जबरदस्त इच्छा पैदा हो गई। इतना तो मुझे समझ में आ गया था कि उसकी चाची भी सेक्स की बड़ी दीवानी है और मौका लगाने पर उसको चोदा जा सकता है।
मुझे गांड चोदने का बड़ा शौक है. मैं अक्सर अपनी बीवी की गांड चोदता था और मेरी बीवी ये बात अपनी चाची से शेयर कर चुकी थी। ऐसे ही एक बार मैं अपने ससुराल घूमने 1 हफ्ते के लिए गया।वहां रुकने के 2 दिन बाद की बात है। घर के सारे सदस्य मेरी बीवी को घुमाने बाहर ले गए। मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं लग रही थी इसलिए मैं साथ में नहीं गया।
घर में मैं और चाची अकेली थीं। चाची के बच्चे बाहर खेलने चले गए। थोड़ी देर बाद चाची ने मुझे अपने कमरे में बुला लिया पीने। मेरे कमरे पूछते ही उन्हें कमरे का दरवाजा बंद कर चितक्नी लगा दी और अपने कमरे में रखे स्टोव पे बनाने लगी। मैं सोफे पर बैठा था. चाची चाय और बिस्किट ले के आई और एक चाय मुझे पकड़ा कर दूसरे ले कर सोफे पर मेरे बाजू में बैठ गई।
हलाकि अब तक कुछ भी ऐसा वैसा नहीं हुआ था, पर मेरी बीवी की बताई हुई बातें मेरे दिमाग में घूम रही थी, और हम पर मैं और चाची बैंड कमरे में एक ही सोफे पर बैठे हुए थे। चाय पीते पीते हम इधर उधर की बात करने लगे। चाय पीते पीते में नज़र चुरा कर चाची के बदन को सर से पाँव तक निहार रहा था।
चाची यू तो देखने में कुछ खास नहीं थी और ना ही उसका बदन बहुत सेक्सी था। पर एक चीज़ उनमें बहुत अच्छी थी। वो थी उनकी गोल गोल गदराई हुई गांड. बातें करते करते चाची मुझसे बोलीं “अच्छा मैंने सुना है तू अपनी बीवी को बहुत परेशान करता है:.मैं बोला “चाची ऐसा क्यों लगा आपको, मैं तो उसको बिल्कुल भी परेशान नहीं करता”।
चाची बोलीं, ”दीपा (मेरी बीवी का नाम) बता रही थी कि सेक्स करते वक्त तू बड़ा ही परेशान करता है उसको”। ये बात है चाची के मुँह से सुन के मैं हेयरन हो गया और शर्मा भी गया। मैं कुछ नहीं बोला. चाची फिर बोली, “तूने मेरी बात का जवाब नहीं दिया, तेरा चाचा भी मुझे रोज़ चोदता है पर परेशान नहीं करता। तू क्यों दीपा को चोदते समय परेशान करता है”।
चाची के मुँह से “चोदना” शब्द सुन कर मैं हक्का-बक्का रह गया। मैं शर्मते हुए बोला “चाची आप ये कैसी बातें कर रही हैं” चाची ने कहा “देख मुझे सब पता है, दीपा मुझसे सारी बातें शेयर करती है और मैं दीपा से। मुझे ये भी पता है कि वो मेरी सेक्स की बातें भी तुझे बताती है कि कैसे तेरे चाचा मुझे चोदते हैं।”
सेक्सी चाची सेक्स कथा की बातें सुन कर मुझे हेयरानी और शरम दोनों महसूस हो रही थी। पर अब जब चाची ने ये कहा कि मैं उनकी सेक्स लाइफ के बारे में जानती हूं तो मेरी शर्म कुछ कम होने लगी। पर एक अंदाज़ भी हो गया कि चाची की नियत कुछ ठीक नहीं और शायद वो मेरी उनको चोदने की ख्वाहिश पूरी करने वाली है।
फिर भी मैंने कुछ न समझने का दिखावा करते हुए कहा “चाची आप ये सब क्या बोल रही हैं”।अब चाची मुझसे बैठ गई. मेरे बदन में एक करंट सा दौड़ गया। चाची आगे बोलीं “चल अब ज्यादा बन मत. अगर तुझे मेरी सेक्स लाइफ के बारे में सब पता है तो मुझे भी तेरे और दीपा की सेक्स लाइफ के बारे में सब पता है।
मुझे तो ये भी पता है तेरा कितना लंबा और कितना मोटा है। तू कहे तो मैं बताउ क्या”। चाची की इस बात ने तो मेरे होश ही उड़ा दिये। पर अब भोला बनने से कुछ फ़ायदा नहीं था। मैं बोला “चाची अब जब आपको सब पता है तो मैं क्या बोलूं। पर आपको ऐसा क्यों लगेगा कि मैं उसको परेशान करता हूं”।
चाची के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान दौड़ गई। वो आगे बोली “दीपा बता रही थी तू उसकी गांड भी चोदता है और बड़ा मजा आता ही तुम दोनों को इसमें”। मैंने शर्म से सिर झुका लिया।
चाची फिर बोली “तेरे चाचा तो मुझे आये दिन चोदते हैं, पर गांड कभी नहीं मारी। अब तू शर्मा मत और दीपा की तरह तू भी मुझसे खुल के बात कर सकती है। अच्छा बता तो गांड चोदने में ऐसा क्या मजा आता है।” मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि चाची की बातों का जवाब किस तरह दो।
फिर भी मैंने कहा, “अब चाची मैं आपको कहती हूं कि गांड चोदने में क्या मजा आता है”। चाची ने भी झट से कहा “कह के नहीं बता सकता तो कर के बता दे”। मैं फटे मुँह से चाची को देखने लगा। चाची मुझे खुला ऑफर कर रही थी। मैंने कहा “चाची मैं कुछ समझ नहीं पाई”।
चाची ने पेंट के ऊपर से ही मेरे लंड पर हाथ रख कहा “मैंने कहा अगर बोल नहीं सकता तो कर के बता ना कि गांड चोदने में कितना मजा आता है” और ये कहता है वो मेरे लू और को पेंट के ऊपर से ही मसलने लगी। मेरा लंड जो अब तक हुई बातों से आधा खड़ा था, चाची की इस हरकत से सन्न से कड़क और लंबा होने लगा जिसे चाची ने भी मेहसूस कर लिया।
मैं थोड़ा घबरा गया. मैंने उनका हाथ अलग कर उठे हुए कहा, “चाची ये सब आप क्या कर रही हैं, मैं जा रहा हूं”। और मैं उठ कर कमरे से बाहर जाने लगा। चाची दुआ के आई और मुझे पकड़ के पास रखे पलंग की या जोर से धक्का दिया। मैं पीठ के बाल पलंग पर जा गिरा।
चाची झट से मेरे ऊपर चढ़ गई और फिर एक हाथ से मेरे लंड को मसलते हुए बोली, “देख तेरा पप्पू सब समझ गया और तू न समझने का नाटक कर रहा है। चल अब अपनी चाची को भी एक बार गांड चोदने का ऐसा दे”। मैं एक बांध में उलझा हुआ था। मैं जो चाहता था वो मौका मेरे हाथ में था। पर क्या करूं और कुछ समझ नहीं आ रहा था।
इतने में चाची ने मेरी पेंट की ज़िप खोल कर अन्दर हाथ डाल कर मेरे लंड को ज़ोर से पकड़ लिया। अब मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं भी पकड़ के साली को आज मसल डालूं।पर मैं बोला ‘चाची ये सब गलत है, आप मुझसे बड़ी हैं और रिश्ते में चाची लगती है, मैं कैसे आपके साथ…’। चाची बोली ‘तू ज्यादा सयाना मत बन.’ मैं जानती हूं तू भी मुझे चोदना चाहता है, वरना तेरा ये पप्पू लोहे की रॉड की तरह यू खड़ा नहीं होता, चल अब शर्मा मत और मुझे अपनी बीवी समझ के मजे दे।
अब और ज्यादा नाटक करेगा तो मैं चिल्ला चिल्ला के लोगो को इकट्ठा करके बुलाऊंगी और कहूंगी कि मुझे अकेला पाकर तूने मेरी इज्जत लूटने की कोशिश की। बोल अब क्या बोलता है”। मैंने भी अब मौका और टाइम गवाना अच्छा नहीं समझा और चाची को जोर से जकड़ लिया। अभी तक सेक्सी चाची सेक्स कथा मेरे ऊपर थी। मैंने झट से पलटी मारी और अब मैं चाची के ऊपर था।