ऑफिस की औरत ने लंड झाड़ दिया मेरा
मैं मोंटी, गुरुग्राम से आये हूँ आज आप सबके लिए अपनी जीवन की प्रेम कहानी लेकर आया हूँ। मैं एक साधारण परिवार का हूँ। वैसे तो मुझे कोई कहानी लिखने का शौक नहीं है, लेकिन… मैं वह आदमी हूँ, जब तक मैं कोई बात किसी को नहीं बताता, तब तक मेरी पीठ में खुजली रहती है। इसलिए मैंने सोचा कि किसी को बताने से अच्छा है कि मैं यह बात एक कहानी के जरिए आप सब को बता दूँ।
इससे मेरा मन भी शांत हो जाएगा और आप सब को मजा भी आएगा। तो चलिए अब मैं और देर न करते हुए इस कहानी शुरू करता हूँ।
मैं एक विवाहित पुरुष हूँ, मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा है। मेरी शादी 13 साल हो चुकी है। मैंने अपनी 12 साल की शादी में कभी किसी दूसरी महिला के साथ यौन संबंध नहीं बनाए हैं।
क्योंकि मैं किसी भी हालत में अपने पत्नी का सम्मान करना चाहता था। लेकिन पिछले कुछ सालों में मेरी पत्नी ने मुझे बहुत परेशान किया है। वह मुझे बिलकुल खुश नहीं करती। शायद उसके अंदर अब यौन संबंध बनाने की इच्छा खत्म हो गई थी।
अब मैंने फैसला कर लिया था कि अब मुझे बाहर ही अपनी प्यास शांत करनी होगी। इसलिए अब मैं बाहर अपने तरह की सेक्स पार्टनर देखने लगा। मेरे साथ ऑफिस में एक महिला काम करती थी।
उसका नाम सुनीता था, वह भी मेरी तरह विवाहित थी। उसके 2 बच्चे थे, लेकिन वह दिखने में आज भी काफी मस्त दिखती थी। उसे देखकर मुझे लगता था कि यह वही है जो मेरी प्यास को शांत कर सकती है।
क्योंकि मैंने कई बार उसकी आंखों में वही प्यास देखी है, जो मेरी आंखों में हर समय रहती है। इसलिए मैं उसके मन की बात को अच्छी तरह समझ सकता था। वह मेरे साथ ऑफिस में भी काफी बातें करती थी।
हम दोनों एक दूसरे से बात करना काफी अच्छा लगता था। हम दोनों को करीब एक साल हो गया था, कि हम दोनों एक दूसरे के टच में थे। मैं अपनी तरफ से कभी शुरुआत नहीं करना चाहता था। क्योंकि मुझे डर था कि क्या वह मेरी बात का बुरा मान जाएगी और मुझसे दूर चली जाएगी।
मैं उसकी तरफ से किसी इशारे का इंतजार कर रहा था। और भगवान ने मेरी सुन ली, और एक दिन मैं अपने घर पर ही था। तब मेरे पास सुनीता का फोन आया, फोन पर उसने मुझसे मिलने के बारे में पूछा। मैंने जल्दी से उसे हाँ कह दिया और उसने कहा कि मुझे आज अकेले में मिलना है।
मैं – बोला सुनीता जी कहां मिलना है?
सुनीता – जहां हम दोनों को कोई न देख सके, पर ऐसी जगह चलना है जहां से हम दोनों जल्दी से घर वापस आ सकें।
मैं – ठीक है, आप जल्दी से तैयार होकर मुझे चौंक पर मिलो मैं अभी अपनी कार लेकर आता हूँ।
उसका फोन कट होते ही, मैंने अपने दोस्त को फोन किया और उससे ऐसी जगह के बारे में पूछा। तो उसने मुझे अपने किसी जानकार के होटल में एक कमरा बुक करवा दिया। मैं खुशी से पागल हो रहा था, आज मेरे पैर जमीन पर नहीं लग रहे थे।
मुझे ऐसा लग रहा था, मानो मैं आज पहली बार सेक्स कर रहा हूँ। मैंने जल्दी से कार लेकर सुनीता को लेने चला गया। उसे लेकर मैं सीधे उसे होटल में ले गया। होटल के मैनेजर से मैंने दो मिनट बात की, फिर उसका एक लड़का मुझे और सुनीता को एक कमरे में ले गया।
रूम में आते ही मैंने दरवाजा अंदर से लॉक कर दिया। फिर हम दोनों ने एक दूसरे को मगन्ट की तरह चिपका लिया। हम दोनों एक दूसरे से ऐसे चिपके थे, जैसे ना जाने कबसे हम दोनों दूर हो।
फिर सुनीता ने मुझे किस करना शुरू कर दिया, मैं भी उसके होंठों को जोर-जोर से चुसने लगा। हम दोनों करीब 15 मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे। फिर तब मैंने महसूस किया कि, सुनीता मेरे लंड को बाहर से ही मसल रही थी।
उसने किस बंद करके नीचे बैठी और मेरी पैंट और अंडरवियर को उतारकर मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चुसने लगा। उसका यह अंदाज मुझे पागल कर रहा था। जैसे सुनीता मेरा लंड चुस रही थी, वैसे तो कभी मेरी पत्नी ने भी ऐसा मेरा लंड नहीं चुसा था।
उसके लंड चुसने का अंदाज मुझे धीरे-धीरे उसका दीवाना बना रहा था। थोड़ी देर में ही उसने मेरा लंड पूरी तरह अपने गले में उतार लिया था। इसी से मेरा लंड पूरा गिला हो गया, और वह खड़ी हो गई और बिस्तर पर लेटकर बोली।
सुनीता – आओ जी जल्दी से मेरी चुत में अपना लंड डालो।
मैं – यार कपड़े तो निकाल दो।
यह सुनते ही सुनीता ने एक ही मिनट में ही अपने सारे कपड़े उतार दिए। और अपनी दोनों टांगें खोलकर लंड डालने का इशारा करने लगी। मैंने उसकी चुट को थोड़ा सा चूस कर गिला कर दिया। फिर मैंने अपना लंड उसकी चुत पर लगाया और धीरे-धीरे लंड अंदर डालने लगा।
सुनीता – कृपया धीरे-धीरे डालो, आपका लंड बहुत मोटा और लंबा है।
मैं – तुमको क्या तनाव, तुम्हारे तो दो बच्चे भी हैं।
सुनीता – मैंने 6 साल से सेक्स नहीं किया है। इसलिए चुत काफी टाइट हो गई है समझो।
मैंने धीरे-धीरे लंड थोड़ा सा अंदर डाला। पर वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी। लेकिन अब क्या हो सकता था, मैंने अपनी पूरी ताकत से उसकी चुत को चोदना शुरू कर दिया। मेरे जोरदार धक्कों ने उसकी चुत को पूरा मस्त चोद दिया जिससे उसकी चुत से पूरी मस्त हो चुकी थी।
करीब 5 मिनट की चुदाई में ही उसकी चुत ने अपना पानी निकाल दिया था। लेकिन मेरा लंड आज काफी समय बाद चुत मिला था, इसलिए वह अपना पानी निकालने का नाम नहीं ले रहा था।
करीब 20 मिनट बाद मेरे घर से फोन आने लगा। इसलिए मैंने उसे पूरी ताकत से चोदना शुरू कर दिया। फिर उसकी चुत में अपने लंड का पानी निकालकर मैं और सुनीता वहाँ से निकल गए। उस दिन के बाद हम दोनों ने बहुत बार चुदाई की। आज हम दोनों एक दूसरे से बहुत खुश हैं।
हम दोनों आज भी एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं, और जहाँ भी मौका मिलता है। वहाँ पर चुदाई शुरू कर देते हैं।