पड़ोसी की चुदाई

सेक्सी किरायेदारनी शीला की चुदाई

Sexy Kirayedarni Sheela ki chudai

हाय दोस्तों, लड़कियाँ और सेक्सी आंटियों, मैं आप सभी से परिचय कराऊं, मैं राज हूँ, 25 वर्षीय हूँ। और मेरे एक किरायेदार हैं जिनका नाम शीला है, उनकी उम्र 26 वर्ष है। वह बहुत ही सुंदर और सेक्सी है, उनका फिगर बहुत ही अच्छा है और वे बहुत ही सेक्सी हैं। उनके परिवार में उनका पति और दो छोटे से बच्चे हैं। अब मैं आपको अपनी कहानी सुनाता हूं, 1 साल पहले की बात है जब मैं 22 वर्षीय था। मैं शीला को जब भी देखता था, मेरा लंड खड़ा हो जाता था और उसके बारे में सोचता रहता था। मैं उसके साथ सेक्स करना चाहता था और उसके बूब्स जो कि बहुत ही सुंदर हैं, उन्हें दबाना चाहता था और उसके होंठों को चूसना चाहता था लेकिन कुछ नहीं कर पाता था। मैं उसके घर में उसके बच्चे को खेलाने के बहाने से जाता रहता था, उसके पति एक स्कूल में टीचर थे, जब वह नहीं रहते थे तो मैं जाता था। और उसके बच्चे को खिलाता था और उसके पास बैठकर उससे बातें किया करता था और उसके नजर बचा कर उसे देखता था, उसके बूब्स को देखता था और जब वह अपने बच्चे को दूध पिलाते थे तो मैं चुपके से उसकी नजर बचाकर उसके बूब्स को देख लेता था, उसको भी यह बात पता थी कि मैं उसे देख रहा हूँ और वह मेरे सामने जानकर बच्चे को दूध पिलाने लगती थी।

एक दिन ऐसा आया कि मुझे ऐसा मौका मिला जिसका मुझे इंतेज़ार था, मेरी पत्नी और पापा को 1 हफ्ते के लिए आउट ऑफ स्टेशन एक शादी में जाना था उसे समय उसके पति को भी काम से बाहर जाना था 5-7 दिन के लिए, मेरे पापा और पत्नी जाने से पहले शीला से कहा कि तुम घर में अकेले हो और तुम्हारे बच्चे छोटे हैं और सुशील भी घर में ही रहेगा तो वह भी अकेला है तुम ऐसा करना कि अपने बच्चे के साथ हमारे यहां ही आ जाना और ख़्याल रखना और यहीं रहना और वह भी मान गए और मम्मी पापा चले गए और उसका पति भी चला गया मैं ऑफिस से घर आया दोपहर में तो मैंने फ्रिज से कुछ निकाल कर खाया और जिस कमरे में टीवी है मैं टीवी देखने चला गया मैंने देखा कि शीला भी उसे कमरे में अपने बच्चे के साथ सो रही हैं।

वह साड़ी पहने हुए थे और बहुत ही सुंदर लग रहे थी, मैंने टीवी का रिमोट उठाया और टीवी देखने लगा और मैं शीला को बार-बार देख रहा था और उसके पास जाना चाहता था पर मुझे डर लग रहा था कि वह जाग ना जाए और फिर घर में मुझे डंट पड़ेगी लेकिन मैंने उसे देखा, वह बहुत ही सेक्सी लग रहे थे, मैं कंट्रोल नहीं कर पा रहा था और मैं धीरे-धीरे उसके पास गया और उसके चेहरे को देखा और फिर मैंने उसके होंठों पर अपने उंगली से छूआ और धीरे-धीरे फिराने लगा, वह वैसे ही सोते रहे और फिर मैंने उसके होंठों को चुमा और उसके ब्लाउज के नीचे उसका पार को सहलाया, वह फिर भी नहीं उठे तो मैंने धीरे से उसके ब्लाउज के ऊपर से उसके बूब्स को छूआ जब वह नहीं जागे तो मैंने उसके बूब्स पर दबाव बनाया और धीरे-धीरे दबाने लगा वह फिर भी नहीं जागे लेकिन मुझे ऐसा लगा जैसे वह जाग रहे हैं और कुछ नहीं कह रहे हैं।

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और मैं सही था वह जाग रहे थे, उसने कुछ नहीं कहा और ऐसे ही चुपचाप लेटे रहे, फिर मैंने उसके पैरों के पास गया और उसका पेटीकोट थोड़ा ऊपर करने लगा और उसके पैरों को चूमता हुआ उसे ऊपर करने लगा, उसने कुछ भी नहीं कहा और लेटे रहे, फिर मैंने धीरे-धीरे उसका पेटीकोट पूरा ऊपर कर दिया, फिर उसके पैंटी देखने लगे, वह पिंक कलर की पैंटी पहने हुए थे, मैंने उसके पैंटी के ऊपर से ही उसके चूत को सहलाने लगा फिर अचानक उसके बेबी जाग गये और रोने लगे तो मैं उसके पास से हाथ गया और शीला भी उठ गए और बेबी को गोध में उठा कर चुप करने लगे उसे दूध पिलाने लगे मैं उसके बूब्स ही देखता रहा और सोच रहा था कि ये क्यों उठ गये और फिर मैं बाहर चला गया, शाम को जब मैं घर आया तो शीला ने कहा खाना खा लो हमसे साथ बैठ कर खाया और फिर हम सोने जाने लगे मैं अपने कमरे में जाने लगा और शीला दूसरे कमरे में चले गए।

मैं शीला के बेबी को खिला के बहाने से उसके कमरे में गया और उसे कहने लगा फिर कुछ देर बाद मैं उठ कर अपने कमरे में जाने लगा तो शीला ने कहा सुशील तुम यही सो जाओ मुझे यहाँ अकेले अच्छा नहीं लगेगा तो मैं मान गया ये तो मेरे दिल की बात पूरी हो गई थी मैंने हां कर दी और वहीं रुक गया उस कमरे में एक बेड थे शीला बेड के एक तरफ थीं बीच में उसके बेबी थे और दूसरे तरफ मैं था मैं उसे देख रहा था और मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरी नींद लग गई रात के करीब 1 बजे मुझे कुछ एहसास हुआ कि कोई मुझे छू रहा है।

मैंने कुछ ऐसा देखा कि शीला के बेबी जो बीच में थे, वो बीड़े की एक तरफ़ थे, और शीला मेरे पास थीं और मेरे पैंट के ऊपर से मेरे लंड को सहला रही थीं। मैंने सोचा कि चुपचाप देखता रहूँ कि क्या करते हैं, और मैं सोता रहा। फिर मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा कि “शीला, तुम क्या कर रही हो?” तो उसने कहा, “तुम्हारे लंड का साइज़ चेक कर रहे थे।” मैंने पूछा, “क्यों?” तो वो बोली, “दोपहर में मैं सो रही थी तो तुम क्या कर रहे थे?” तो मैंने सोचा कि साइज़ तो चेक कर लू। मैंने उससे पूछा, “तो क्या रिज़ल्ट है चेक करने के बाद?” उसने कहा, “तुम बहुत अच्छे डिवीज़न से पास हुए हो, तुम्हारा लंड बहुत मोटा और लंबा है। इसे तो मैं नहीं छोड़ूंगी।” मैंने कहा, “फिर इसे ऊपर से क्यों चेक कर रहे हो?” रुको, मैं पैंट उतार देता हूँ।”

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मैं बेड से उठा और अपने पैंट उतार दिए, और अंडरवियर भी उतार दिया। मेरा लंड शीला को सलामी दे रहा था, उसने मेरे लंड को देखा और देखते ही रहे। फिर मैंने कहा, “क्या ऐसे ही देखते रहोगे या कुछ करोगे?” नहीं किया। फिर शीला मेरे पास आई और उसने मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगे। फिर उसने मेरे लंड को मुंह में लेकर सुक करने लगे और ज़ोर ज़ोर से सुक करने लगे। मैं देखता रहा, वो छोड़ ही नहीं रहे थे। तो मैंने उसके सिर पर हाथ रखा कि उसको पूछ कर दूँ जिससे मेरा लंड उसके हलके तक चला गया। और वो घबराकर मेरा लंड छोड़ कर खड़े हो गए और कहने लगे, “क्या कर रहे हो?” तो मैंने उसको पकड़ कर उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर चूसने लगा और अपनी जीभ उसके मुंह में डालने की कोशिश करने लगा, उसे लगा कि मैं जीभ डालना चाहता हूँ, तो उसने अपना मुंह खोल दिया और मेरा जीभ उसके मुंह में डाल दिया। मैं और उसकी जीभ को सुचाने लगा, मुझे उससे किस करने में बहुत मज़ा आ रहा था और उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था।

हम 10-15 मिनट तक किस करते रहे, फिर मैंने किस करते हुए उसके बूब्स को दबाना लगा और फिर मैंने उसके होंठों को छूर छूर कर उसके बूब्स दबाने लगा। उसका ब्लाउज़ खोल दिया, उसने ब्रा नहीं पहनी थी। मैंने उसके निप्पल को चूसने लगा और दूध दबाना शुरू किया, उसके निप्पल को चूस रहा था और वह सिसकियां ले रही थी, “आआआआआस्स्स्स्स्स्स्स… आआआआस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स… बहुत जोर से वो सिसकियां ले रही थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर मैंने उसका पेटीकोट भी उतार दिया और उसकी पैंटी भी उतार दी। अब वह मेरे सामने पूरी नंगी थी और मैं भी उसके सामने नंगा था। फिर मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और उसकी चूत को सुकना लगा और अपनी उंगली उसकी चूत में डाल कर अंदर-बाहर करने लगा।

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वह बहुत गरम हो गई थी और सिसकियां ले रही थी और बहुत मधुश सी आवाज़ें आ रही थीं, “आआआआआआआआआआ स्स्स्स्स्स्स्सस्स्स्स्स्स्स्स … आमाँ… आह…” कर रही थी। उसकी आवाज़ से पूरा कमरा गूंज रहा था। उसने मुझसे कहा, “सुशील, डार्लिंग, अब और मत सताओ, अब नहीं रहा जा रहा, जल्दी से तुम्हारा लंड डाल दो चूत में, नहीं तो मैं मर जाऊँगी।” और वह तड़प रही थी। फिर मैंने पाना लंड पकड़ा और उसके जंघों को फेलाया और उसकी चूत के ऊपर रगड़ने लगा, वह और तड़पने लगी और उसने कहा जल्दी से डाल दो। फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रख कर अंदर करने का प्रयास किया और धीरे-धीरे जोर लगाकर आधा लंड अंदर किया तो वह चिल्ला उठी, “ओह… आह…” मैं वहीं रुक गया।

मैंने कहा कि तुम्हें दर्द हो रहा है ना, उसने कहा है होने दो, तुम अपना काम करते रहे। फिर मैंने आधा लंड जो अंदर गया था, उसे अंदर बाहर करने लगा। फिर जब उसे मज़ा आने लगा तो मैंने और ज़ोर का धक्का कर पूरा लंड अंदर कर दिया उसके चूत में। फिर मैं धक्के लगाने शुरू कर दिया और वह भी कमर उछाल उछाल कर मेरे साथ देने लगे। फिर वह थोड़े देर बाद झड़ गए और मैं कंटिन्यू धक्के देता रहा, उसको मैं उसके बूब्स भी प्रेस करता रहा। १० मिनट बाद वह फिर से झड़ गए। फिर कुछ देर तक धक्के देने के बाद मैं भी वह ३ बार जरने वाले थे और मैं भी झरने वाला था। मैंने उससे कहा कि मैं झरने वाला हूँ, बाहर निकाल लो अपना लंड। तो वह बोले कि नहीं, इसे अंदर ही रहने दो और अंदर ही डाल दो सारा पानी। फिर मैं झड़ गया और उसके अंदर ही छोड़ दिया सारा पानी। फिर हम दोनों नंगे एक-दूसरे के साथ ऐसे ही लेटे रहे और थोड़े देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। हम फिर से तैयार हो गए थे अगले पेरे के लिए। इस बार मैंने उसे डॉगी स्टाइल में करके उसके चूत में डॉगी स्टाइल में डाला। उसको भी बहुत मज़ा आया। फिर बहुत देर तक मज़ा करने के बाद दोनों झड़ गए। मैंने उससे उस रात ३-४ बार चोदा और फिर पूरे १ हफ्ते तक चोदता रहा। फिर उसका पति भी आ गया और मेरे पापा और पत्नी भी आ गई। फिर जब कभी मुझे मौका मिलता मैं उसे चोद देता था।