लघु कहानी- बुआ की गान्ड चुदायी
(Short story- Bua ki gaand ki chudai)
हेल्लो दोस्तो मेरा नाम है विशाल और मै बिहार का रहने वाला हूं।ये बात नवंबर की है मेरे घर में मेरी बुआ आयी थी। उस दिन बुआ और उनका बेटा एक साथ सोते थे लेकिन बुआ को भूत से डर लगता है,तो उन्होंने मुझे बोला की विशाल तुम भी मेरे साथ सो जाओ मुझे डर लगता है।
मैंने बोला ठीक है फिर हम सब सो गए। रात को 3 बजे मेरी आंख खुली तो मैंने देखा बुआ की गान्ड मेरी लंड से सटी हुई है पैंट के ऊपर से ही। मेरा लंड खड़ा हो गया था मै पीछे हटा रजाई के अन्दर हाथ डाल के एक हाथ उनकी गान्ड पर रखा साड़ी के ऊपर से ही फिर घुमाता रहा।
फिर कुछ देर के बाद हाथ को साड़ी के अंदर ले गया फिर मैंने साड़ी को उठा दिया और हाथ को गान्ड पर रगड़ने लगा।मेरा लंड तो जैसे पैंट को फ़ाड़ देता आपको बता दू उस टाइम मेरी आगे 18 साल थी।कुछ देर के बाद बुआ हिली,मैंने हाथ हटा लिया।
फिर 2 मिनट के बाद मैंने अपना लन्ड निकाला और बुआ की गान्ड में घुसाने लगा लेकिन गान्ड में मेरा लन्ड नहीं गया।फिर मैंने हाथ से उनकी चूत को मसलने लगा।और अपना लंड उसमें घुसाने लगा लेकिन बहुत कोशिश करने के बाद भी सिर्फ लंड के आगे का पार्ट ही गया।फिर मैंने वही मुट्ठ मर के अपना सारा माल बुआ की गान्ड पे छोड़ दिया और साड़ी नीचे करके सो गया।