Aunty Sex Storyग्रुप सेक्स स्टोरी

गर्मियों की छुट्टियों में चाची और बुआ के साथ हॉट सेक्स

हाय रीडर्स, ये कहानी उस वक्त की है जब मैं 11वीं क्लास में था। गर्मियों की छुट्टियां चल रही थीं, और मैं अपनी चाची के घर रहने गया था। मेरी चाची और बुआ दोनों एक ही शहर में रहती थीं। चाची की एक बेटी है, लेकिन उस वक्त चाचा और उनकी बेटी को एक शादी में शहर से बाहर जाना पड़ा। अब घर में सिर्फ मैं और चाची अकेले थे।

शाम का वक्त था। हम दोनों टीवी देख रहे थे। चाची अचानक कुछ काम से अपने रूम में चली गईं। मैं चैनल बदल रहा था कि तभी स्टार मूवीज पर एक हॉट सीन आ गया। उसमें इतना सेक्सी माहौल था कि मैं देखता ही रह गया। मेरा लंड तन गया, और मुझे पता ही नहीं चला कि चाची कब वापस आ गईं। जैसे ही मुझे एहसास हुआ, मैंने फटाफट चैनल बदल दिया, लेकिन मेरा खड़ा लंड मेरे लोअर में साफ दिख रहा था। तभी डोरबेल बजी। चाची ने कहा, “जाओ, देखो कौन आया है।” मैं उठा और दरवाजे की ओर बढ़ा। मेरा लंड अभी भी तना हुआ था, और लोअर में उसका उभार साफ नजर आ रहा था।

दरवाजा खोला तो सामने बुआ खड़ी थीं। बुआ ने मुझे गले से लगा लिया। उनके भारी-भारी बूब्स मेरी छाती से टकराए, और मेरा लंड और सख्त हो गया। हम तीनों सोफे पर बैठ गए। मेरी नजर बार-बार चाची और बुआ के बड़े-बड़े बूब्स पर जा रही थी। उनकी कसी हुई साड़ियों में उनके कर्व्स इतने सेक्सी लग रहे थे कि मेरा मन मचलने लगा। थोड़ी देर बाद दोनों उठकर चाची के रूम में चली गईं। मैं सोचने लगा, “काश इन दोनों को चोदने का मौका मिल जाए, तो जिंदगी बन जाए।”

कुछ देर बाद मैं भी चाची के रूम की ओर गया। दरवाजे तक पहुंचा तो कुछ आवाजें सुनाई दीं। बुआ की आवाज थी, “अह्ह्ह… अनिता, बहुत दिन हो गए चुदे हुए… आज कंट्रोल नहीं हो रहा।” चाची ने जवाब दिया, “सही कह रही है पूनम, चल, वो रबर का नकली लंड निकाल, जो तू लाई थी।” मेरी सांसें तेज हो गईं। मैं की-होल से झांकने लगा।

Hot Sex Story :  वंदना ने मुझे नौकर से चुदवाया - रोमांचक और कामुक सेक्स कहानी

चाची ने खड़े होकर अपनी कामीज उतारी, फिर सलवार। बुआ भी अपने कपड़े उतारने लगी। चाची ने बुआ के बूब्स पकड़ लिए और बोली, “साली रंडी, कहती है चुदे हुए दिन हो गए, और बूब्स इतने बड़े-बड़े कर रखे हैं।” बुआ ने हंसते हुए कहा, “अरे, अपने देख ना, मेरे बूब्स तेरे से कितने बड़े हैं।” मेरा लंड तो अब फटने को तैयार था। चाची ने अपनी पैंटी उतारी और बोली, “पूनम, चल, अब घुसा दे ये नकली लंड मेरी चूत में।”

बुआ ने नकली लंड लिया और चाची की चूत में धीरे-धीरे घुसाने लगी। चाची सिसकारियां भरने लगी, “आह्ह्ह… बहुत मजा आ रहा है… काश कोई असली लंड मिल जाए… आह्ह्ह!” बुआ ने चुटकी लेते हुए कहा, “अरे, बाहर तो बैठा है एक लंड का मालिक।” चाची ने कहा, “सही कह रही है, लेकिन उसे कैसे बताएं कि हम दोनों चुदना चाहती हैं?” बुआ बोली, “अनिता, तू रुक, मैं अभी उसे पटा के लाती हूं।”

मैं फटाफट भागकर सोफे पर बैठ गया और टीवी देखने का नाटक करने लगा। पांच मिनट बाद बुआ बाहर आईं। साफ पता चल रहा था कि उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी। उनके निप्पल्स उनकी टाइट कुर्ती से साफ दिख रहे थे। वो मेरे पास आकर बैठ गईं। मैंने जानबूझकर उन पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन उनका हाथ धीरे-धीरे मेरे लंड की ओर बढ़ रहा था, जो पहले से ही तना हुआ था। अब मुझसे भी कंट्रोल नहीं हो रहा था।

मैं खड़ा हुआ और एक झटके में अपना लोअर और टी-शर्ट उतार फेंका। अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था। बुआ ने नाटक करते हुए कहा, “ये क्या कर रहा है? तुझे शर्म नहीं आती?” मैंने कहा, “बुआ, आप जैसी सेक्सी रंडी को देखकर शर्म कैसी?” मैंने उनकी कुर्ती के ऊपर से ही उनके बूब्स दबाने शुरू कर दिए। बुआ ने नखरे दिखाते हुए कहा, “पागल हो गया है क्या? तेरी नीयत ठीक नहीं है।” मैंने कहा, “चुप कर साली रंडी, मैंने तुम दोनों की सारी बातें सुन ली हैं। अब नखरे मत कर, चल अंदर, जहां वो दूसरी रंडी चुदने को तैयार है।”

Hot Sex Story :  Dost ki Maa ki Chut-1

बुआ हंसने लगी। मैंने वहीं उनकी कुर्ती और सलवार उतार दी। अब वो सिर्फ पैंटी में थी। बुआ बोली, “अरे, इतनी भूख है क्या? चल अंदर, हम तुझे दिखाएंगे कि सेक्स क्या होता है।”

हम दोनों चाची के रूम में पहुंचे। चाची सिर्फ ब्रा में लेटी थी और वो नकली लंड अपनी चूत में डाले हुए थी। मैंने अंदर घुसते ही दरवाजा बंद कर दिया। फिर मैंने बुआ को अपनी बाहों में खींच लिया और उनके हिप्स को जोर-जोर से दबाने लगा। चाची भी दौड़कर मेरे पास आई और मेरा लंड पकड़ लिया। मैंने दोनों को बेड पर लिटाया और कहा, “चलो, अब लेट जाओ।”

पहले मैंने चाची के बूब्स चूसने शुरू किए। चाची सिसकारियां भरने लगी, “आह्ह्ह… साले हरामी, मेरे दोनों मम्मों का सारा दूध पी जा… आह्ह्ह!” फिर मैंने बुआ के बूब्स चूसने शुरू किए। उनके निप्पल्स इतने सख्त थे कि मेरा लंड और तन गया। चाची ने मेरा लंड पकड़ा और उसे लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।

मैंने फिर दोनों को लेटने को कहा। पहले मैंने बुआ की चूत में अपना लंड घुसाया। बुआ चिल्लाने लगी, “हरामी, मेरी चूत फाड़ देगा क्या?” मैंने उनकी एक न सुनी और जोर-जोर से झटके मारने लगा। चाची बुआ के निप्पल्स चूसने लगी। फिर मैंने अपना लंड बुआ की चूत से निकाला और चाची के मुंह में दे दिया। चाची उसे लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

चाची बोली, “चल, अब मेरी बारी। मुझे भी चोद।” मैंने चाची को अपने लंड पर बिठा लिया। चाची कूदने लगी और सिसकारियां भरने लगी, “आह्ह… जोर से… और जोर से… आह्ह्ह… बहुत मजा आ रहा है… आह्ह्ह!” कुछ ही देर में मेरा पानी चाची की चूत में निकल गया। मैं थककर बेड पर लेट गया।

लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। हम तीनों नंगे ही बाथरूम में गए। वहां मैंने दोनों को फिर से चोदा। गर्म पानी की फुहारों के बीच चाची और बुआ की सिसकारियां पूरे बाथरूम में गूंज रही थीं। चाची की चूत इतनी गीली थी कि मेरा लंड बार-बार फिसल रहा था। बुआ ने मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत में घुसाया और बोली, “साले, अब मेरी बारी है। फाड़ दे मेरी चूत।” मैंने पूरी ताकत से बुआ को चोदा, और चाची मेरे पीछे से मेरे हिप्स दबा रही थी।

Hot Sex Story :  Bua Ko Patake Choda

उस रात हमने कई बार सेक्स किया। हर बार चाची और बुआ कुछ नया ट्राई करतीं। कभी वो दोनों एक-दूसरे की चूत चाटतीं, तो कभी मेरा लंड दोनों मिलकर चूसतीं। सुबह तक हम तीनों थककर चूर हो गए थे, लेकिन चेहरों पर एक सेक्सी मुस्कान थी।

उसके बाद जब भी मौका मिलता, मैं चाची और बुआ के साथ ऐसे ही मस्ती करता। उनकी सेक्सी सिसकारियां और गर्म बदन आज भी मेरे दिमाग में बसे हुए हैं।