टीचर की सेक्सी वाइफ के साथ पोर्न सीन
जस्ट इंडियन पोर्न, हेलो दोस्तों, मेरा नाम सुशील है और मैं झारखंड से हूँ। ये मेरी पहली कहानी है जिसमें मैंने अपने ही सेंटर के टीचर की वाइफ को चोद दिया था। ये मेरी पहली कहानी होने के साथ-साथ मेरे पहले सेक्स संभोग की भी कहानी है। मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी ये पहली कहानी पसंद आएगी।
अब मैं आप सबका ज्यादा समय न लेते हुए अपनी कहानी शुरू करता हूँ। तो चलिए अब आप मुठ मारने के लिए तैयार हो जाइए।
ये बात आज से 2 साल पहले की है। उन दिनों मैंने अपने +2 के एग्जाम दे दिए थे। और 3 महीने के लिए बिल्कुल फ्री था। इसलिए मैंने सोचा कि क्यों न मैं कंप्यूटर सीख लूँ।
वैसे तो मुझे कंप्यूटर आता था, पर मुझे फिर भी और ज्यादा ज्ञान लेना था। इसलिए मैं अपने घर के पास नए खुले हुए कंप्यूटर सेंटर में जाने की इच्छा हुई। मैंने अपने घरवालों से बात की, मैं घर में फ्री था इसलिए मुझे घरवालों ने जाने की परमिशन दे दी।
मैंने वहाँ जाकर एडमिशन ले लिया और एडमिशन के बाद उन्होंने मुझे अगले दिन से आने के लिए कह दिया। मैं अगले दिन अच्छे से तैयार होकर क्लास में चला गया। मेरी बैच की क्लास में हम 12 लड़के थे और एक करीब 30 साल की उम्र का टीचर हमें पढ़ाने लगा। मुझे उनका नेचर काफी अच्छा लगा, उनका पढ़ाने का तरीका सच में बहुत अच्छा लगा।
अगले दिन जब मैं गया तो मैंने देखा कि एक 25 साल की लड़की बैठी हुई थी। मेरे घर के पास होने की वजह से मैं सबसे पहले क्लास में आ जाता था। मुझे लगा कि ये नया एडमिशन है।
मैंने उससे बातें शुरू कर दीं। उसने मेरा दिल चुरा लिया था। मेरा दिल उस पर आ गया था, वो सच में बहुत ही खूबसूरत थी। कुछ ही देर में मेरी क्लास में सारे बच्चे आ गए थे। और जब सब आ गए थे तो वो खड़ी हुई और अपना इंट्रोडक्शन दिया।
जब उसने हमें बताया कि वो हमारे टीचर की वाइफ है और उसका नाम सोनम था। इतना खूबसूरत उसका नाम था, उतना ही खूबसूरत उसका जिस्म और वो थी। मुझे वो बहुत पसंद थी, वो मुझे बार-बार देख रही थी और मेरी नजरें उस पर टिकी हुई थीं। वो मुझे देखकर मस्त-मस्त स्माइल कर रही थी। क्लास कब खत्म हुई, मुझे पता ही नहीं चला।
फिर मैं अपने घर गया और घर जाकर मैं पागल सा हो गया। मैं अपने रूम में गया और सोनम के नाम की मुठ मारने लग गया। मुठ मारने के बाद मैं शांत हुआ और अपने लंड को भी शांत किया। अगले दिन मैं सोनम मैडम से मिलने के चक्कर में और भी जल्दी क्लास में गया। पर अफसोस उस दिन हमारे टीचर आए हुए थे। मेरा दिल टूट सा गया, पर कुछ देर बाद उनकी वाइफ सोनम भी आ गई। और वो दोनों मिलकर हमें पढ़ाने लग गए।
ऐसे ही कुछ दिन निकल गए और मेरी और सोनम मैडम की नजरें टकराने लग गईं। अब हम दोनों आँखों ही आँखों में बातें करने लग गए। मुझे लग रहा था कि वो मुझसे बात करना चाहती है, पर सर की वजह से शायद वो मुझसे बोल नहीं पाती। वैसे सर 30 साल से भी ऊपर के थे और मैडम अभी 25 साल की थी। वो सच में उनकी छोटी बहन लगती थी, जो एक नंबर की पटाका गर्ल थी।
मैं उसे चोदना चाहता था, अब मैं रोज नई हिंदी कहानी पढ़ने लग गया और सीखने लग गया कि कैसे एक प्यासी औरत को हम खुश कर सकते हैं। मैं अब तक बहुत कुछ पढ़कर सीख लिया था, अब तो बस मुझे एक मौके की तलाश थी। और मुझे वो जल्दी ही मिल गया।
एक दिन सर क्लास में थे और जब क्लास खत्म होने वाली थी, तभी उन्होंने कहा कि मुझे किसी जरूरी काम से 2 हफ्तों के लिए बाहर जाना पड़ेगा।
इसलिए कल से तुम सबको मैडम आगे की पढ़ाई करवाएँगी। ये सुनकर मैं बहुत खुश हुआ और मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। मैं अगले दिन 30 मिनट पहले ही क्लास में आ गया। ये कहानी आप हॉट सेक्स स्टोरी पर पढ़ रहे हैं।
मैडम वहाँ पर अकेली बैठी हुई थी। वो मुझे देखकर खुश हो गई और बोली, “क्या बात, तुम बहुत जल्दी आ जाते हो।” मैंने कहा, “मैं इसलिए जल्दी आ जाता हूँ ताकि आपसे कुछ देर बातें कर लूँ। क्योंकि घर में तो सारा दिन बोर हो जाता हूँ।”
फिर मैडम बोली, “हाँ, तुम सही कह रहे हो, मैं भी घर में बोर हो जाती थी। इसलिए मैंने तुम्हारे सर से कहकर ये सेंटर ओपन करवाया था ताकि मेरा मन लगा रहे।” मैंने कहा, “सर आपसे काफी बड़े लगते हैं।” मैडम ने कहा, “हाँ, ये सही है क्योंकि मेरी शादी छोटी उम्र में ही हो गई थी। मेरे मम्मी-पापा की अचानक एक एक्सीडेंट में डेथ हो गई थी। इसलिए फैमिली वालों ने मेरी शादी इनसे करवा दी।”
ऐसे ही हम कुछ देर बातें करते रहे और फिर इतने में बाकी बच्चे भी आ गए। क्लास शुरू हो गई और हम दोनों की आँखें आपस में कुछ-कुछ कह रही थीं। मुझे उसके बूब्स और गांड बहुत ही मस्त कर रहे थे। मेरा दिल कर रहा था कि अभी साली को घोड़ी बनाकर चोद दूँ। पर मैं ऐसा नहीं कर सकता था, तभी मेरे दिमाग में एक आइडिया आया। क्लास खत्म करने के बाद मैं घर चला गया।
और अगले दिन मैं 45 मिनट पहले सेंटर चला गया। सोनम मैडम मुझे देखकर फिर से बहुत खुश हो गई और बोली, “मुझे तुम्हारा ही इंतजार था कि कब तुम आओगे।”
फिर हम दोनों बातें करने लग गए। मैंने कहा, “मैडम, प्लीज आप मेरी एक हेल्प कर दो।” वो बोली, “हाँ, बोलो क्या हुआ।” मैंने कहा, “मैडम, क्या मुझे विंडोज की सीडी दे सकते हो क्योंकि मेरा लैपटॉप खराब हो गया है।” वो बोली, “हाँ, पर वो मेरे घर पर है।”
मैंने कहा, “कोई बात नहीं, मैं आपके घर से ले लूँगा।” वो बोली, “आज तुम ऐसा करो, 2 बजे अपनी बाइक लेकर आ जाना, मैं जब लंच करने जाऊँगी तो तुम मेरे साथ आ जाना। फिर मैं तुम्हें दे दूँगी।” मैं ये सुनकर बहुत खुश हुआ। ठीक 2 बजे मैं पास वाली शॉप में छिप गया क्योंकि मैं देखना चाहता था कि मैडम के दिल में कुछ है भी या नहीं।
2:05 पर मैडम बाहर आई और सेंटर को लॉक करके मुझे इधर-उधर देखने लग गई। फिर मैं एकदम उनके सामने आया और वो मुझे देखकर बोली, “मुझे लगा शायद तुम नहीं आओगे।” फिर हम दोनों उनके घर चले गए और घर में जाते ही वो बोली, “ऐसा करो कि तुम कुछ देर मेरा वेट करो, मैं अभी आती हूँ नहाकर।”
मैं सोफे पर बैठ गया और जब वो नहाकर बाहर आई तो मैं उसे देखता ही रह गया। उसका बदन पूरा भीगा हुआ था, उसने बस एक तौलिया लिया हुआ था। हम दोनों एक-दूसरे की आँखों में ही देख रहे थे। फिर मैं खड़ा हुआ और उसके पास जाकर उसके होंठों को अपने होंठों में लेकर किस करने लग गया। वो भी मुझे किस करने लग गई, हम दोनों की आँखें बंद थीं।
करीब 10 मिनट किस करने के बाद वो बोली, “चलो बेडरूम में चलते हैं, वहाँ जाकर सब कुछ करेंगे।” मैंने उसे गोद में उठाया और उसे बेड पर लेटा दिया। फिर मैंने उसके पूरे जिस्म को अच्छे से चाटा और चूसा। मैंने उसकी चूत का पानी अपने मुँह से चाट-चाटकर सारा पानी पी लिया। वो बहुत ही गर्म हो गई थी।
फिर मैंने उसे लंड चूसने को कहा, वो बोली, “ये लंड है क्या, इतना बड़ा और मोटा।” मैंने कहा, “जान, इसे ही असली लंड कहते हैं जो चूत को फाड़कर रख दे।” फिर क्या था, मैंने अपना लंड उसके मुँह में ठूंस दिया और अच्छे से उसका मुँह चोदने लग गया। मुँह को चोदने के बाद मैंने उसकी चूत को अपने लंड से फाड़कर रख दिया।
शुरू-शुरू में तो उसकी गांड फट गई थी, पर बाद में वो मजे से मुझसे चुदने लग गई। फिर मैंने उसे रात तक चोदा और सेंटर की छुट्टी करवा दी। अब मैं उसे रोज लंच टाइम में चोदने लग गया और सेंटर को मैंने रंडीखाना बना दिया था। जब मेरा दिल करता, उसे मैं बाथरूम में ले जाकर चोद देता।