जूही की चूत से ख़ाता खोला
हॉट इंडियन गर्ल सेक्स में जय और उसकी दूर की रिश्तेदार जूही की उत्तेजक चुदाई की कहानी पढ़ें। गुजरात के हिम्मतनगर में शुरू हुई इस गर्मागर्म स्टोरी में पहली बार सेक्स का नशा, जूही की चूत और बाद में उसकी बहन पिंकी के साथ मज़े शामिल हैं। इस कामुक अनुभव को मिस न करें।
हाय दोस्तों, मेरा नाम जय है। मैं गुजरात के हिम्मतनगर शहर से हूँ। मेरे घर में मम्मी-पापा और एक छोटा भाई है। ये कहानी मेरी और मेरी दूर की रिश्तेदार जूही के बीच की है—एक ऐसी हॉट इंडियन गर्ल, जिसने मेरी ज़िंदगी में पहली बार चुदाई का वो नशा चढ़ाया, जो आज तक उतर नहीं पाया। मैंने अपनी ज़िंदगी में कई लड़कियों, भाभियों और आंटियों को खुश किया है, लेकिन ये कहानी मेरे पहले अनुभव की है—जब मेरे लंड ने जूही की चूत का खाता खोला। तो चलिए, इस गर्मागर्म कहानी में डूबते हैं।
जूही यहाँ अपने कॉलेज के पहले साल के एग्जाम देने आई थी। वो मेरे घर पर रुकी थी, क्योंकि एग्जाम करीब 10 दिन तक चलने वाले थे। हमारा रिश्ता दूर का था, इसलिए हम पहले बहुत कम मिले थे। इस बार भी कई सालों बाद उससे मुलाकात हुई थी। मैं उस वक्त 11वीं साइंस में था—दिनभर स्कूल और ट्यूशन में व्यस्त रहता, लेकिन रात को हम साथ बैठकर पढ़ाई करते। जूही खूबसूरत थी—गोरी, भरे हुए होंठ, कसी हुई कमर और एक ऐसा फिगर, जो किसी को भी बेकाबू कर दे। जब वो बोर होती, तो मैं उसे अपनी एक्टिवा पर शाम को घुमाने ले जाता या हम छत पर टहलते हुए बातें करते।
उसके एग्जाम शुरू होने से एक हफ्ते पहले वो हमारे घर आ गई थी। दिन में मेरी गैरमौजूदगी में वो पढ़ाई कर लेती, और रात को जब मैं घर लौटता, तो हमारी बातें शुरू हो जातीं। एक रात हम किताबें लेकर बैठे थे। मैंने शरारत के मूड में अपना फोन वाइब्रेशन मोड पर रखा और उसे 2-3 बार टच कराया। उसने हँसते हुए मुझसे कहा, “सिग्नल तो वाइब्रेटिंग फोन से मैंने ही दिया था!” उसकी इस बात से मेरे दिल की धड़कन तेज हो गई। फिर वो भी मस्ती में आ गई और मुझे छूने लगी। पहले हाथ, फिर कंधे—और धीरे-धीरे उसका हाथ मेरे सीने से होता हुआ मेरे लंड तक पहुँच गया। उसने पैंट के ऊपर से ही उसे हल्के से रगड़ा। मेरा पहली बार था—मुझे समझ नहीं आया कि क्या करूँ, लेकिन जब उसने मेरे लंड को जोर से पकड़ लिया, तो मेरे जिस्म में आग लग गई।
मैंने हिम्मत जुटाई और उसके चुचों को कमीज़ के ऊपर से दबाना शुरू किया। वो गर्म हो रही थी। मैंने अपना हाथ उसकी कमीज़ के अंदर डाला और उसके नर्म, भरे हुए चुचों को जोर-जोर से मसला। लेकिन घर में सब थे, इसलिए हर पल ये डर था कि कोई आ न जाए। फिर भी, हम एक-दूसरे को छूते रहे। मैंने उसकी चूत में उंगली डाली तो वो सिसकारियाँ लेने लगी। जूही ने मेरा लंड पकड़कर हिलाना शुरू कर दिया। ये हमारा रोज़ का खेल बन गया—रात को किस करना, एक-दूसरे को दबाना, और सुबह स्कूल जाने से पहले मौका मिले तो थोड़ा मज़ा ले लेना। हर दिन कम से कम 3-4 बार हम एक-दूसरे का पानी निकाल देते। लेकिन घर में सबके होने की वजह से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे।
फिर एक रात मौका मिल ही गया। मम्मी-पापा और भाई किसी फंक्शन में गए थे। हमने पढ़ाई का बहाना बनाकर जाने से मना कर दिया। मैंने पहले ही पता कर लिया था कि वो 11:30 बजे से पहले नहीं लौटेंगे। हमारे पास ढाई-तीन घंटे थे—और इतने दिनों की भूख मिटाने के लिए ये काफी था। उनके जाने से पहले ही हम तैयार थे। जैसे ही सब गए, मैंने गेट बंद किया और बालकनी से देखता रहा कि कब तक वो चले जाएँ। जूही ने घर के सारे खिड़की-दरवाज़े बंद कर दिए। बालकनी का दरवाज़ा बंद करते ही वो मुझ पर टूट पड़ी। हम एक-दूसरे से लिपट गए और पागलों की तरह किस करने लगे। उसके होंठों का रस, उसकी गर्म साँसें—हम 10 मिनट तक बस चूसते रहे। फिर मैंने उसके कान की लोब को चूसा। मुझे पता था कि ये उसका सबसे संवेदनशील हिस्सा था। वो सिहर उठी, उसका जिस्म तपने लगा।
हम सोफे पर आ गए। मैं उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसकी टी-शर्ट में हाथ डालकर उसके चुचों को दबाने लगा। उसे लिटाकर मैंने उसकी टी-शर्ट ऊपर की और उसके पेट और नाभि को चूमने लगा। जूही मदहोश हो चुकी थी—बस मेरा नाम ले रही थी और मेरे बालों में उंगलियाँ फेर रही थी। मैंने उसकी टी-शर्ट और ब्रा ऊपर सरकाई। उसके 30 साइज़ के गोल, मखमली चुचे देखकर मैं पागल हो गया। इतने दिनों तक इन्हें दबाया था, लेकिन आज पहली बार देख रहा था। मैं बारी-बारी से उन्हें चूसने लगा। जब एक को चूसता, तो दूसरे के निप्पल को जोर से दबाता। वो चिहुँक उठती और मेरे सिर को अपने चुचों में दबा देती।
फिर वो पलटी और मेरे ऊपर आ गई। उसने अपनी टी-शर्ट और ब्रा उतार फेंकी, मेरी शर्ट खींचकर निकाली और मेरे सीने पर जोर-जोर से चूमने लगी। उसने मेरे सीने पर ऐसे निशान छोड़े जैसे कोई जंगली बिल्ली हो। मेरे हाथ उसके पजामे में घुस गए। उसकी पैंटी पूरी गीली थी। वो अंदर ही झड़ चुकी थी। मैं उसकी चूत सहलाता रहा, और वो मेरे मुँह में अपना चुचा ठूँसकर मेरे सिर पर किस करती रही। फिर वो नीचे सरकी, मेरी पैंट और निक्कर उतारा और हॉट इंडियन गर्ल सेक्स मेरा 6 इंच का लंड चूसने लगी। ये मेरा पहला मौका था—पॉर्न में देखा था, लेकिन अब खुद उस मज़े को जी रहा था। जूही चूसने में माहिर थी। मैं उसका मुँह ठूँसता रहा, और वो पूरा लंड गले तक लेकर चूसती रही। जब तक मेरा माल नहीं निकला, उसने छोड़ा नहीं। मैंने उसे उठाया और बेडरूम में ले आया।
बेड पर लिटाकर मैंने उसकी सलवार और पैंटी उतार दी। उसकी चूत से मादक खुशबू आ रही थी। मैंने उसे चूमना शुरू किया, फिर धीरे-धीरे चाटने लगा। पहले स्वाद अजीब लगा, लेकिन फिर मज़ा आने लगा। जूही को भी मेरा लंड चूसना था, तो हम 69 की पोजीशन में आ गए। वो एक बार फिर झड़ गई। उसका नमकीन रस मैंने पहली बार चखा—और वो स्वाद मेरे होश उड़ा गया।
अब हमसे रहा नहीं जा रहा था। मैं उसके ऊपर आया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा। वो पागल हो रही थी—“जय, अंदर डाल दो!” उसने मेरा लंड पकड़ा और चिल्लाई, “अभी डाल दो, नहीं रहा जाता!” उसे तड़पते देख मुझे मज़ा आ रहा था। फिर मैंने लंड उसकी चूत पर सेट किया और एक धक्का मारा। टोपा अंदर गया, और वो चीख पड़ी। कुछ सेकंड रुककर मैंने दूसरा धक्का मारा—आधा लंड अंदर चला गया। मेरा लंड भी छिल गया, जलन होने लगी। हम दोनों 1-2 मिनट तक बिना हिले किस करते रहे। फिर जब उसका ध्यान मेरे होंठों पर था, तीसरे धक्के में मैंने पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया। वो रोने लगी, छटपटाने लगी। उसकी चीखें मेरे मुँह में दब गईं। मैंने उसके आँसू चाटे, उसे प्यार से सहलाया। जब उसका दर्द कम हुआ, उसने अपनी गांड हिलाकर मज़े लेना शुरू किया। फिर मैंने पूरी रफ्तार से उसे चोदना शुरू कर दिया। वो हर धक्के के साथ मुझे और अंदर खींच रही थी।
वो झड़ने वाली थी। उसने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने को कहा। मैंने रफ्तार बढ़ाई, और उसने मेरी पीठ पर नाखून गड़ा दिए। वो झड़ गई। मैं लगातार धक्के मारता रहा। जब मेरा होने वाला था, उसने कहा, “अंदर मत निकालना, मुझे पीना है।” वो फिर मेरा लंड चूसने लगी और सारा माल पी गई। फिर उसने तब तक चूसा, जब तक मेरा लंड दोबारा खड़ा नहीं हो गया।
मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से चोदना शुरू किया। वो चिल्ला रही थी—“ज़ोर से करो, और ज़ोर से!” करीब 20 मिनट तक हम चुदाई करते रहे। फिर मैं लेट गया, और वो मेरे ऊपर बैठकर चुदने लगी। उसके उछलते हुए चुचे मैं दबाता रहा। जब वो थक गई, मैं उसके ऊपर आया और पूरे जोश से धक्के मारता रहा। इस बार हम दोनों साथ में झड़ गए। मैं उसकी चूत में ही निकल गया। हम एक-दूसरे से लिपटकर लेट गए, फिर किस किया और एक और राउंड खेला।
वक्त हो चला था। हम बाथरूम गए, एक-दूसरे को साफ किया, कपड़े पहने। मैं मेडिकल स्टोर से उसके लिए आई-पिल लाया। फिर हम आइसक्रीम खाकर घर लौटे। पार्किंग में गाड़ी देखकर पता चला कि सब आ चुके थे। लिफ्ट में हमने आखिरी बार किस किया। घर में सब थे, तो हम छत पर टहलकर लौट आए। इसके बाद भी हमारा सिलसिला चलता रहा। जब तक वो रुकी, दो बार और मौका मिला, और हमने जमकर मज़े किए। एक बार मैं उसे एग्जाम का बहाना बनाकर दोस्त के रूम पर ले गया और वहाँ भी खूब चुदाई की।
अगले साल वो फिर एग्जाम देने आई। तब तक उसकी सगाई हो चुकी थी, लेकिन उसने फिर भी मेरे साथ जमकर सेक्स किया। आज जूही की शादी हो चुकी है। उसका 6 साल का बेटा भी है। शादी से पहले जब भी मौका मिला, हमने चुदाई का एक भी मौका नहीं छोड़ा। अब वो मेरे घर से 2 किलोमीटर दूर अपने पति और बच्चे के साथ रहती है। उसकी छोटी बहन पिंकी भी वहीं पढ़ाई के लिए रहती है। जूही अब चुदाई के लिए तैयार नहीं होती, लेकिन उसकी शादी में मैंने पिंकी को पटा लिया। आज जूही के घर में उसी के बेड पर पिंकी मुझसे चुदवाती है। जूही के पति दिनभर नौकरी पर रहते हैं, तो महीने में 2-3 बार मुझे पिंकी की चूत का मज़ा लेने का मौका मिल ही जाता है। जूही को भी हमारे रिश्ते से कोई ऐतराज़ नहीं, तो उसके घर में ही हम मज़े ले लेते हैं।
तो दोस्तों, मेरी पहली हॉट इंडियन गर्ल सेक्स कहानी कैसी लगी? मुझे अपने ईमेल पर ज़रूर बताएँ। आपका प्यार मिलता रहा, तो पिंकी की कहानी भी जल्द सुनाऊँगा।