स्कूल टाइम की सेक्स कहानी: पहली बार वर्जिनिटी खोई
पढ़ें एक 19 साल के लड़के की रोमांचक सेक्स कहानी, जब उसने स्कूल टाइम में अपनी गर्लफ्रेंड कोमल के साथ पहली बार चुदाई की। दिल्ली के एक नामी स्कूल में हुई इस हॉट और कामुक कहानी को हिंदी में जानें।
हाय सबको… मैं आर्यन हूँ (नाम बदला हुआ)… ये कहानी मेरे स्कूल टाइम की है जब मैंने अपनी वर्जिनिटी खोई। अब मैं 19 साल का हूँ। ये कहानी मैं हिंदी में लिख रहा हूँ क्योंकि मुझे हिंदी में कहानी पढ़ने और लिखने में सबसे ज़्यादा मज़ा आता है।
ये बात तब की है जब मैं नया-नया 12वीं क्लास में आया था। मैं दिल्ली में रहता हूँ और एक अच्छे परिवार से हूँ। मेरी हाइट 5 फीट 11 इंच है, गोरा रंग और थोड़ा-थोड़ा आतिफ असलम जैसा दिखता हूँ (ऐसा मेरे दोस्त कहते हैं)। मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी आंटी या लड़की को संतुष्ट कर सकता है। ये मेरी पहली कहानी है, तो अगर कोई गलती हो तो माफ करना और अपने कमेंट्स या कुछ जानने के लिए मुझे मेल करें।
अब कहानी शुरू करता हूँ। मैं दिल्ली के एक बहुत अच्छे और नामी स्कूल में पढ़ता था। जब मैं 10वीं क्लास में आया, तब मेरी एक गर्लफ्रेंड बनी जिसका नाम कोमल था। कोमल बहुत सुंदर थी। भरा हुआ शरीर, मोटे चूचे और मस्त गांड। इस उम्र में भी उसका फिगर 36C-30-38 था। मुझे उसकी गांड बहुत पसंद थी।
एक दिन की बात है, मैं क्लास में कोमल के साथ लास्ट बेंच पर बैठा था। कोमल को बहुत थरक मची हुई थी, पता नहीं क्यों। मुझे ये भनक लग गई थी। सर्दियों के दिन थे, तो मैंने अपना स्वेटर उतारा और कोमल की जांघों पर रख दिया ताकि कोई न देख सके कि मेरे हाथ कहाँ जा रहे हैं। मैंने धीरे से अपना हाथ कोमल की स्कर्ट के अंदर डाल दिया। मैं उसकी सॉफ्ट-सॉफ्ट जांघों का मज़ा ले रहा था। वो हल्की-हल्की आहें भर रही थी… “आह्ह्ह… आह्ह्ह…”
मैं ऐसे ही करते-करते अपना हाथ उसकी पैंटी तक ले गया। वो मचल सी उठी। उसने भी अपना हाथ मेरी पैंट में बने टेंट पर रख दिया और धीरे-धीरे मेरा लंड सहला रही थी। मैंने अपना हाथ उसकी पैंटी में घुसा दिया और उसकी चूत पर फेरने लगा। उसकी चूत बहुत मस्त थी, एकदम उसके नाम की तरह कोमल। बहुत हल्के-हल्के बाल फील हो रहे थे। हमें क्लास में क्या हो रहा है, इसका बिल्कुल होश नहीं था। कोमल बहुत हॉट हो चुकी थी। उसने धीरे से मेरे कान में कहा, “अवि, आज मुझे लड़की से औरत बनना है, प्लीज़… आह्ह्ह…”
फिर अचानक स्कूल की घंटी बजी और हमें होश आया। हमने अपने कपड़े ठीक किए और मैंने कोमल के गाल पर किस करते हुए कहा, “नेक्स्ट पीरियड में मेडिकल रूम का बहाना करके ऑडिटोरियम में आ जाना।” उसने ऐसा ही किया। मैं ऑडिटोरियम में उसका इंतज़ार कर रहा था। मैंने उसे बैकस्टेज बुलाया, वहाँ कुछ गद्दे पड़े हुए थे। उसके आते ही मैंने उसे पीछे से अपनी बाहों में ले लिया। वो पलट गई और पलटते ही उसने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए। उसके होंठ क्या मस्त थे। उसने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और मेरे मुँह को चूस रही थी।
किस करते-करते मेरे हाथ उसकी पूरी बॉडी का मज़ा ले रहे थे। करीब 10 मिनट तक किस करने के बाद मैंने कोमल को गद्दे पर फेंक दिया और उसकी शर्ट उतारने लगा। वो गद्दे पर गिरी हुई बहुत सेक्सी लग रही थी। मैं उस पर टूट पड़ा। मैंने उसकी शर्ट उतार दी और ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स चूसने लगा। वो आहें भर रही थी… “आह्ह्ह… हार्डर अवि… आह्ह्ह…” वो भी मेरा लंड पकड़कर उसे सहला रही थी।
उसने आहें भरते हुए कहा, “अवि, मैं तुम्हारा लंड चूसना चाहती हूँ।” मैं तो हैरान रह गया। मैंने झट से अपना लंड उसके हाथ में दे दिया। उसने ज़रा भी देर न करते हुए मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया। वो मेरा लंड लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी। मैं सातवें आसमान पर था। मेरी ज़िंदगी में ये सब पहली बार हो रहा था। मैं झड़ने वाला था, तो मैंने कोमल से कहा, “डार्लिंग, मैं झड़ने वाला हूँ।” उसने मेरा लंड अपने मुँह से निकाला और बोली, “झड़ दो, अपना रस मेरे चेहरे पर।” मैंने अपना सारा सामान उसके चेहरे पर निकाल दिया।
फिर उसने कहा, “अब तुम्हारी बारी है।” मैंने झट से उसे लिटाया और उसकी पैंटी उतार दी। उसकी स्कर्ट ऊपर करके मैं उसकी मखमली, टेस्टी वर्जिन चूत को चाटने लगा। “हम्म्म…” मैंने अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दी। वो मछली की तरह तड़प रही थी और मेरे बाल पकड़कर अपनी चूत पर दबा रही थी। मैं उसकी चूत चाट रहा था। करीब 10 मिनट चाटने के बाद वो झड़ गई और मैं उसका सारा रस पी गया। बहुत टेस्टी था वो। वो तड़प रही थी और कह रही थी, “बस अवि, और नहीं स सहा जाता। मेरी चूत को तुम्हारे लंड की प्यास है। मेरी चूत की इस प्यास को शांत कर दो, मेरी आग को अपने झरने से बुझा दो।”
बिना देर किए मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया। उसकी चूत बहुत टाइट थी, वो एकदम वर्जिन थी। मैंने एक ज़ोरदार झटका मारा और अपना 2 इंच लंड अंदर घुसा दिया। दर्द के मारे उसकी आँखों से आँसू निकल आए और वो चिल्ला उठी, “आह्ह्ह…” वो रोने लगी, “अवि, निकाल दो इसे, बहुत दर्द हो रहा है।” लेकिन मैंने उसकी एक न सुनी और एक और झटका मारकर पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया। उसकी चूत से खून बहने लगा। मैं थोड़ी देर वैसे ही रुक गया। फिर मैंने धीरे-धीरे झटके मारने शुरू किए। वो दर्द से कराह रही थी। मैं उसे स्मूच करने लगा ताकि वो चिल्लाए नहीं। फिर मैंने झटके तेज़ कर दिए।
करीब 15 मिनट तक उसे चोदने के बाद मैं झड़ने वाला था। मैंने उससे कहा, “मैं झड़ने वाला हूँ।” उसने कहा, “मेरे राजा, आज तुमने मुझे औरत बनाया है। मैं तुम्हारा ये तोहफा अपने साथ रखना चाहती हूँ। मेरे अंदर ही झड़ दो।” मैं उसके अंदर ही झड़ गया और उसके ऊपर ही लेट गया। वो भी साथ में झड़ गई। मैंने उसे “आई लव यू” कहा और स्मूच करने लगा। वो भी मेरी बाहों में लिपटकर मुझे स्मूच करने लगी।
फिर हमने कपड़े पहने और वापस क्लास में चले गए। इस दिन के बाद से हम अक्सर स्कूल में और घर पर चुदाई करने लगे। अगले पार्ट में मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने कोमल की गांड मारी। अपने कमेंट्स मुझे ज़रूर दें। और कोई भी आंटी या लड़की अगर सीक्रेटली चुदवाना चाहती हो तो मुझे मेरे आईडी पर कॉन्टैक्ट करें। आपके राज़ को राज़ ही रखा जाएगा।