Aunty Sex Story

पटना की आंटी के बड़े बड़े दूध-1

Bade Dudh wali aunty ki chudai ki kahani

उस दिन मैं उही सड़क पर टहल रहा था कि अचानक कोई मुझसे टकराया, मैंने नज़र उठा कर देखा तो करीब 45-46 साल की उम्रदराज़ महिला राही होगी, लेकिन बहुत थी मैं उस वक़्त ख्याली दुनिया में था और वो पता नहीं मुझसे कैसे टकरा गई। मुझे अचानक हो गया और फिर मैं हदबदा कर उनसे सॉरी बोला उनके पॉली बैग से कुछ सामान गिर गया था और वो बैठ कर उठा रही थी उनका ब्लाउज काफी टाइट था जिसका अंदर उनकी बड़ी, बड़ी चूचियां बार बार हिल रही थी, अनहोन पिंक कलर की पतली सी सादी पहिनी थी जिसे सब साफ नज़र आ रहा था।

मैं खड़े-खड़े उनके स्तनों का नजारा देख रहा था तब ही जैसे मैं नींद से जगा और मैं भी उनका सामान उठाने में मदद करने लगा तभी मैंने कहा सॉरी आंटी मेरी वजह से आपका सामान बिखर गया वो बोली कोई बात नहीं बेटा यह ठीक है और सारा सामान रखने के बाद वो मुझसे बोली बेटा तुम नई पीढ़ी की यही एक समस्या है और हर कोई कहीं ना कहीं खोया रहता है। मैं सरमिंदा होते हुए बोला नहीं आंटी ऐसी बात नहीं है आप गलत सोच रही हैं।

फिर उनसे मुझसे पूछा कि बेटा क्या तुम कॉफी पीना पसंद करोगे? मैंने तुरंत जवाब दिया और फिर हम लोग वहीं पास के कॉफी शॉप पर बैठ गए, वहां ज्यादा तार स्कूल वाले लड़के और लड़कियां ही थे वो उन सबको देख रही थी फिर अचानक मेरी तरफ देख कर पूछ बेटा आप क्या करते हो? मैंने कहा आंटी मैं इंजीनियरिंग कर रहा हूं वो बोली बहुत खूब मगर तुम्हारा ध्यान किधर था? क्या तुम भी सब स्कूली लड़कों की तरह नई तितलियों को ताक रहे थे?

अन्होन जिस अंदाज में ये बात कहीं मुझे अजीब सा लगा मैंने हदबदाते हुए कहा नहीं आंटी ऐसे कोई बात नहीं है खैर आप बताएं आप कहां से आ रही थी तब वो जल्दी ह्यू बोली के क्या बेवकूफी भरा सवाल करा? अरे भाई मार्कटिंग कर के आ ही रही थी कि तुमने धक्का मार दिया अच्छा बेटा ये बताओ आपके घर में और कौन कौन है? मैंने कहा मेरा संयुक्त परिवार है आपके, और आपके घर में? मैं और मेरी बेटी उनका छोटा सा जवाब मिला मैंने पूछा और अंकल?

वो बोली बेटा वो एयरफोर्स में है और मेरा बेटा भी वहां ट्रेनिंग कर रहा है बहुत उदासी भरी थी उनकी बातों में तब ही अचानक मौसम खराब हो गया और बारिश होने लगी हम लोग बहुत देर तक इधर उधर की बातें करते रहे करीब 2 घंटे बाद भी पानी नहीं रुका तो आंटी कुछ परेशान हो गई मैंने पूछा क्या बात है आंटी आप कुछ परेशान सी हैं तब उन्हें घड़ी देखते हुए कहा बेटा 9 बज रहे हैं और पानी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा और अब कोई टेम्पो भी नहीं मिलेगी।

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टैब मैंने कहा आंटी मेरा घर करीब में ही हैं आप चाहें तो चल सकती हैं तब वो बोली बेटा असल में घर पर नेहा अकेली होगी और आजकल का महीना तो तुम जानते ही हो जवान लड़की को अकेला नहीं चोदना चाहिए।तब मैंने कहा आंटी आप यहीं रुके मैं अभी कार ले के आता हूं तब वो बोली कि बेटा तुम भीग जाओगे तब मैंने कहा आंटी जवान लोगों पर बारिश का असर नहीं होता और मैं भाग कर घर गया और कार लेकर कॉफी शॉप पहुंच गया पानी अभी भी बहुत तेज था, वो जैसा हाय दुकान से बाहर मेरी गाड़ी तक आई काफी हद तक भीग चुकी थी और मैं तो पहले से भी बड़ा चुका था क्यों कि घर तक जाने में कुछ समय लगा।

खैर थोड़ी ही देर बाद मैं एक बड़ी सी अपार्टमेंट के सामने रुका अपार्टमेंट देख कर मैं हेयरांरे गया तब हाय वो कार से उतरते हुए बोली बीटा कार पार्किंग में पार्क करके फ्लैट में चले आओ बहुत भीगे हो चेंज कर लो नहीं तो सर्दी लग जाएगी मैंने कहा नहीं आंटी ऐसे कोई बात नहीं आपको घर तक छोड़ दिया अब मेरा काम खत्म मैं चलता हूं इजाज़त दीजिए।

तब आंटी ने थोड़ा दांत कर कहा जितना कह रही हूं उतना करो आखिर मैं तुम्हारी मां की तरह हो जाओ गाड़ी पार्क करके आओ इतनी देर की बहास में आंटी बिल्कुल भी बहुत बड़ी थी मैं गाड़ी पार्क करने के बाद जब आया तो आंटी वहीं खड़ी थी थी उनकी सदी बिल्कुल भीग कर उनके बदन से चिपक चुकी थी गुलाबी सदी के नीचे उनकी काली डिजाइनर ब्रा साफ नजरआ रही थी हल्की मेरे आदमी में अभी तक उनके लिए कोई गलत विचार नहीं, मगर आखिर कब तक अंदर का शैतान सोया रहता।

उनको इस पोज़ में देख कर मेरा औज़ार अंदर पैंट में हिलने लगा। मैं कुछ देर तक उनको निहारता रहा तब ही वो मेरी आंखों के आगे चुटकी बजाते हुए बोली कहां खो गए बेटे? फिर वो मेरा हाथ पकड़ कर अंदर जाने लगी अंदर दखिल होते ही मुझे एक बहुत ही खूबसूरत लड़की की नजर आई जिसकी उम्र करीब 18, 19 साल की होगी वो मिडी पहने हुए थी और सूरत से बहुत परेशान नजर आ रही थी आंटी को देखते ही उनसे लिपट गई मम्मी कहां चली गई थी आप मैं घबरा रही थी।

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आंटी ने उसको अलग करते हुए कहा कि मेरी रानी बेटी बहार पानी बरसाने लगा था, इस लिए देर हो गई और मैं फोन लगा रही थी तो एंगेज जा रहा था खैर कोई बात नहीं अब तो मैं आ गई हूं मेरी बहादुर बच्ची तुमने खाना खाया? उसने कहा जी मम्मी अभी थोड़ी ही देर पहले काका खाना दे कर अपने घर चले गए हैं। अब मुझे भी बहुत नींद आ रही है मैं भी सोने जा रही हूं अचानक मुझे देख कर वो थोड़ा संभालते हुए बोली मम्मी ये साहब कौन है?

मम्मी ने कहा बेटा आज मैं कार नहीं ले गई थी और आज ही पानी को बरसाना था तो इसने ही मुझे लिफ्ट दी है इनका नाम राजेश है और ताबी वो मुझे नमस्ते कर के अपने रूम में सोने चली गई और अब रूम में मैं और आंटी ही रह गईं टैब ही आंटी ने मुझे एक बरमूडा देते हुए कहा लो ये पहन लो मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और बरमूडा पहन ली।

मैंने गूंजी और जॉकी नहीं उतारी थी तब आंटी बोली बेटा सारे कपडे उतार दो अभी थोड़ी ही देर में मैं सूख जाऊंगा तब पहन लेना और बनियान भी उतार कर निचोड़ लो बहुत भीगी है तब मैंने झंझटते हुए बनियान उतार कर निकलनी पर टांग दी और वहीं वॉशरूम मुझे जाकर अपनी जॉकी भी उतार कर सूकने को डाल दी अब मैं सिर्फ लूंगी में था और अभी तक आंटी ने अपनी साड़ी नहीं उतारी थी जब मैं रूम में आया तब देखा कि वो अपनी सदी का पल्लू निचोड़ रही थी।

और आंचल हटा होने की वजह से गुलाबी ब्लाउज के अंदर उनके बड़े नंगे दूध साफ नजर आ रही थी जैसे मैं घूर रहा था मुझे अचानक इस तरह देखते हुए आंटी ने कहा क्या देख रहे हो बेटे तुमने अपने तो कपड़े उतार लिए अब मैं भी चेंज कर लूं मेरा आदमी अब तक आंटी को चोदने के बारे में सोचने लगा था पर हिम्मत नहीं हो पा रहा था, तब ही थोड़ी देर बाद आंटी एक बहुत ही पतली सी नाइटी पहनकर आई और देखने से साफ पता चल रहा था कि उन्हें अंदर न ही ब्रा पहनना है और न ही पैंटी। .

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या इसी वजह से उनकी दूध पेंडुलम की तरह इधर उधर हिल रहे थे। नाइटी के ऊपर से ही उनका खरा निपल दिख रहा था। फ़िर आंटी आई और वहीं सोफ़े पर बैठ गई और कॉफ़ी बनाने लगी। उवो कॉफ़ी बना रही थी और मुख्य लालची नज़रों से उनकी उबरी हुई चूची देख रहा था और दिल ही दिल में सोच रहा था कि काश ये आंटी मुझसे चुदवा ले तो कितना मज़ा आएगा यहीं सब सोच कर मेरा लंड अपनी औकात में आ चुका था और मुझे इस बात का एहसास ही नहीं हुआ कि कब वो मेरी हाफ पैंट पे तन चुकी थी और आंटी चोर नजरों से उधर ही देख रही थी।

मेरा पूरा ध्यान आंटी की चूची की तरफ था और आंटी का ध्यान मेरे औज़ार की तरफ तब ही मैंने आंटी की नजरों की तरफ देखा तो उनकी नजर मेरे लौड़े पर टिकी देख कर अंदर ही अंदर खुश हो गया और धीरे से अपनी हिला दी ताकि आंटी और अच्छी तरह से जमीन का मजा लेने दूं। फिर उसके बाद हम दोनों ने कॉफी पे और उसके बाद मैं अपने कपड़े पहनने लगा और दिल ही दिल में सोच रहा था कि साली अगर आज रोक कर चुदवा ले तो क्या हो जाएगा।

तड़प तो इसकी भी छूट रही है पर हाय रे इंडियन नारी लाज की मारी लैंड खायेगी गज बार के मगर चुड़वाने से पहले सरमायेगी इतना की पूछो ही मत और जब मुझे कपडे पहने हुए आंटी ने देखातब वो करीब आयी और बोली बेटा अभी कपडे पूरी तरह से सूखे नहीं है तुम ऐसा करो कि आज यहीं रुक जाओ घर पर कॉल करो कर दो मम्मी को तब मैंने नाटक करते हुए कहा नहीं आंटी जाना है मुझे तब वो मेरे हाथ से कपड़े छीन कर बोली बेटा मैं तेरी मां जैसी हूं जैसा कह रही हूं वैसा करो कहीं बीमार पड़ गई तो तुम्हारी मम्मी को कौन जवाब देगा। फिर मैंने घर पर कॉल कर दी कि आज पानी बहुत बरस रहा है मैं आज यहीं दोस्त के घर रुक जाऊंगा और फिर थोड़ा बहुत खाना खाने के बाद आंटी ने मुझसे कहा बेटा तुम यहां बिस्तर पर सो जाना।