कॉल बॉय की चुदाई की कहानी
दोस्तों, मेरा नाम अमन है, और मैं वाराणसी का रहने वाला हूँ। उम्र मेरी 25 साल की है, कद 5 फीट 8 इंच, और देखने में इतना स्मार्ट कि लड़कियाँ एक बार पलटकर जरूर देखें। वैसे तो मैं शरीफ इंसान हूँ, लेकिन दिल में एक शोखी और बदमाशी का जज़्बा हमेशा जागता रहता है। आज मैं आपको अपनी ज़िंदगी का वो हसीन और रंगीन किस्सा सुनाने जा रहा हूँ, जो मेरे पहले कॉल-बॉय अनुभव की गर्मागर्म कहानी है। तैयार हो जाइए, क्योंकि ये कहानी आपका दिल धड़काने वाली है!
कहानी की शुरुआत
बात कुछ महीने पहले की है। मैं एक रात अपने लैपटॉप पर बैठा नेट पर चैटिंग कर रहा था। तभी एक कॉमन चैट रूम में एक मैसेज फ्लैश हुआ। मैसेज में लिखा था, “हम मैन और वूमन के लिए स्पेशल सर्विस प्रोवाइड करते हैं।” साथ में एक मोबाइल नंबर भी था। मेरे दिमाग में शरारत सी जगी, और मैंने फट से वो नंबर नोट कर लिया। अगले दिन मैंने हिम्मत जुटाकर उस नंबर पर कॉल कर दिया। दूसरी तरफ से एक लड़के ने जवाब दिया और कहा, “अगर इंटरेस्टेड हो तो मिलते हैं।”
हमारी मुलाकात वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर हुई। उसने मुझसे कुछ फीस ली और बताया कि हर हफ्ते एक क्लाइंट मिलेगी, और फीस भी वही क्लाइंट देगी। मैंने सोचा, “क्यों ना ट्राई किया जाए?” और हाँ कर दी। मुझे क्या पता था कि ये फैसला मेरी ज़िंदगी का सबसे सेक्सी और रोमांचक अनुभव बनने वाला है!
पहला कॉल और हसीन मुलाकात
एक हफ्ते बाद उस लड़के का कॉल आया। उसने कहा, “अमन, तैयार हो जाओ। तुम्हें इलाहाबाद के सिविल लाइन्स में जाना है।” दोस्तों, ये मेरा पहला कॉल-बॉय असाइनमेंट था, और मेरे दिल में एक अजीब सी बेचैनी और उत्साह का तूफान चल रहा था। मैंने अपने बेस्ट कपड़े पहने, परफ्यूम की महक बिखेरी, और बताए हुए पते पर पहुँच गया।
जैसे ही मैंने दरवाजे की बेल बजाई, दरवाजा खुला, और सामने खड़ी थी एक 33-34 साल की ऐसी हसीना कि मेरे होश उड़ गए। उसकी साड़ी में लिपटा हुआ फिगर, गहरी कजरारी आँखें, और होंठों पर वो कातिलाना मुस्कान—हाय, मैं तो बस देखता ही रह गया! मैंने उसे रेफरेंस दिया, और उसने मुझे अंदर बुलाया। उसकी मीठी-मीठी स्माइल और नशीली नजरों ने मेरा 8.5 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड पहले ही सलामी देने को तैयार कर दिया।
हवस की शुरुआत
वो मुझे ड्राइंग रूम में ले गई और पानी का ग्लास थमाया। हमने थोड़ी इधर-उधर की बातें की, लेकिन उसकी आँखों में वो भूख साफ दिख रही थी। कुछ ही मिनटों बाद वो मुझे अपने बेडरूम में ले गई। वहाँ जाते ही वो मुझसे ऐसे लिपट गई, जैसे बरसों की प्यासी हो। मैंने भी देर ना की और उसके रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए। हम एक-दूसरे को इतनी जोश में चूम रहे थे कि कमरे में बस सिसकारियों की आवाज गूंज रही थी।
10-12 मिनट तक हमारी किसिंग का सिलसिला चलता रहा। फिर मैंने धीरे से उसकी सलवार का नाड़ा खोला और अपनी उंगलियाँ उसकी मुलायम, गीली चूत पर फेर दीं। वो सिहर उठी और उसकी साँसें तेज हो गईं। मैंने देखा कि वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी। अब मुझसे भी सब्र नहीं हो रहा था। हमने जल्दी-जल्दी एक-दूसरे के कपड़े उतार फेंके और बेड पर लेट गए।
चूत की चटाई और मम्मों की मस्ती
उसके गोरे-गोरे मम्मे इतने शानदार थे कि मैं खुद को रोक ना सका। मैंने उन्हें अपने मुँह में लिया और चूसने लगा। वो आहें भर रही थी, और उसकी सिसकारियाँ मुझे और जोश दिला रही थीं। कुछ मिनट बाद मैं नीचे की ओर बढ़ा और उसकी प्यारी सी चूत को चाटना शुरू कर दिया। दोस्तों, मुझे चूत चाटना इतना पसंद है कि मैं घंटों तक ये काम कर सकता हूँ। मैंने उसकी चूत को 10 मिनट तक चाटा, और इस बीच वो झड़ गई। उसका पानी मेरे मुँह में आया, और वो थोड़ी शांत हो गई।
लेकिन मेरा हथियार तो अभी भी तना हुआ था। मैंने अपना लंबा, मोटा लंड उसके मुँह में दे दिया। वो एक भूखी शेरनी की तरह उसे चूसने लगी। उसकी चूसने की आवाज और जोश देखकर मेरा लंड और सख्त हो गया। वो कहने लगी, “अब और मत तड़पाओ, जल्दी से चोद दो मुझे!”
चुदाई का तूफान
मैंने उसकी टाँगें फैलाईं और अपने लंड को उसकी चूत के छेद पर रखा। एक जोरदार धक्का मारा, और आधा लंड उसकी चूत में समा गया। वो चिल्लाई, “आह, धीरे करो!” मैंने पूछा, “तुम्हारी चूत तो पहले से खुली है, फिर दर्द क्यों?” उसने बताया, “मैं अपने पति से एक साल से दूर हूँ, और किसी और से नहीं करवाया, इसलिए थोड़ा दर्द हो रहा है।”
मैंने एक मिनट रुककर फिर एक और झटका मारा, और इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया। अब मैंने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया। कुछ ही पलों में उसे भी मजा आने लगा। वो अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी। 15 मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई में वो दो बार झड़ चुकी थी, और मेरा भी निकलने वाला था। लेकिन उसकी चूत इतनी रसीली थी कि मैं और रुकना चाहता था। मैंने अपने लंड को कंट्रोल किया और 5 मिनट और चोदा। आखिरकार जब मैं झड़ने वाला था, मैंने लंड निकाला और उसके मुँह में दे दिया। उसने मेरा सारा रस गटक लिया और बोली, “आज बरसों बाद मुझे स्वर्ग का सुख मिला है!”
बाथरूम में दूसरा राउंड
हम दोनों बाथरूम में गए और शॉवर के नीचे नहाने लगे। वहाँ भी हम एक-दूसरे से चिपट गए। मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मैंने कहा, “एक बार और हो जाए?” उसने हँसकर हाँ कर दी। इस बार मैंने उसे कुतिया स्टाइल में चोदा। मैंने दो बार उसकी गांड में लंड डालने की कोशिश की, लेकिन उसे दर्द हुआ, तो मैंने फिर उसकी चूत में ही झड़ दिया।
अलविदा और इनाम
नहाने के बाद हमने कपड़े पहने। मैंने जाने की बात की, तो उसने मुझे 5000 रुपये दिए, एक प्यारी सी किस दी, और बोली, “अगली बार फिर बुलाऊँगी। अपना नंबर दे दो।” मैंने उसे अपना मोबाइल नंबर दिया और खुशी-खुशी अपने घर लौट आया।
आखिरी बात
दोस्तों, ये थी मेरी पहली कॉल-बॉय की चुदाई कहानी। कैसी लगी, जरूर बताना! लड़कियों, भाभियों, और आंटियों को मेरे तगड़े लंड का सलाम! चुदाई का मजा लो, खुश रहो, और अगर मुझसे बात करनी हो, तो मेल करो: [email protected]।
चोदते रहो, चुदवाते रहो, और ज़िंदगी को मस्ती से जियो!