दूल्हे ने दुल्हन की दोस्त को चोदा
नमस्ते दोस्तों, यह मेरी सच्ची घटना है। मैं कैसे अपनी पत्नी की दोस्त के साथ शादी की रात में संबंध बनाया, इस कहानी को मैं आपको बताने जा रहा हूँ। मेरा नाम सचिन है और मैं बड़ौदा का रहने वाला हूँ।
मेरी कहानी की नायिका वंदी है, जो एक डॉक्टर हैं और मेरी पत्नी की सबसे अच्छी दोस्त हैं। वह बहुत ही खूबसूरत है। उसके बड़े-बड़े स्तन, पतली कमर और मोटी गांड हैं। उसका फिगर 36-28-36 है। मैं उससे शादी से पहले से ही बात करता था और उसके साथ संबंध बनाने का सपना देखता था, लेकिन मुझे यकीन नहीं था कि यह सच हो पाएगा।
मेरी शादी दिसंबर में हुई थी। मेरी पत्नी का घर मेरे घर के पास ही था, इसलिए मैं उसकी दोस्तों को भी जानने लगा था। मैंने उन सभी को शादी में आमंत्रित किया था। रात को मेरी पत्नी के घर पर होने वाले कार्यक्रम खत्म हो गए और उसके दोस्त वंदी और दीपिका मेरे घर आ गईं। लगभग दो बजे हो चुके थे, मेहमानों ने जाने शुरू कर दिया था और मैं थका हुआ था। मैंने उन दोनों के साथ बैठकर बातें कीं।
अचानक वंदी बोली: “जीजू, कल की तैयारी कैसी है?”
मुझे लगा कि वह शादी की बात कर रही हैं, इसलिए मैंने सामान्य उत्तर दिया: “बस सुबह-सुबह देखेंगे जो भी करना है।”
वंदी और दीपिका दोनों हंसने लगीं।
फिर मैंने सोचा, चलो यह अच्छा मौका है, तो मैंने भी तीर चला दिया: “अभी बोलो तो मैं अभी भी तैयार हूँ।”
दीपिका बोली: “अभी दीदी भी तैयार ही है।”
मैंने सोचा कि वह मेरी पत्नी के बारे में बात कर रही हैं, लेकिन वंदी ने उसे प्यार से मारा और कहा: “तुम कुछ भी नहीं समझ रही हो।”
दीपिका बोली: “जीजू, मैं वो वाली दीदी की बात कर रही हूँ, वंदी दीदी की। वह आपको बहुत समय से पसंद करती है।”
मैंने वंदी की तरफ देखा तो वह शरमा गई। मैंने सोचा, चलो आज ही उसे चोद दूं। सब जा चुके थे और जो मेहमान थे, वे सो गए थे।
मैंने कहा: “आई लाइक यू टू वंदी, मुझे तुम बहुत सेक्ससी लगती हो।”
दीपिका बोली: “जीजू, इसे कल की तैयारी के बारे में बताओ ना।”
मैंने कहा: “हाँ चलो,” और मैं उन दोनों को छत पर ले गया।
वंदी बोली: “जीजू आप यहाँ सुहागरात मनाने वाले हो?” फिर वह हंसने लगी।
मैंने कहा: “मनवाऊंगा तो नीचे ही, लेकिन कैसे मनवाऊंगा वो दिखाऊंगा।” मैंने दीपिका से पूछा: “मुझे तुम्हें भी दिखाना है?”
दीपिका बोली: “अभी तो वंदी दीदी को दिखा दो, मैं बाद में देखूँगी।”
वंदी बोली: “वो पहले से ही सुहागरात मनाकर आई है, अभी एक घंटे पहले ही उसके बॉयफ्रेंड ने उसे जमकर चोदा है।”
यह सुनकर मैं और भी उत्तेजित हो गया।
मैंने कहा: “ठीक है, दीपिका नीचे से कोई आता दिखे तो बताना, अभी मैं तेरी इस दीदी को सुहागरात दिखाऊंगा।”
मैंने वंदी को अपनी तरफ खींचा और उसने गुलाबी रंग की चोली पहनी थी, जिसमें उसकी कमर साफ़ दिख रही थी। चाँदनी रात में यह मस्त बदन मौहल को और भी सेक्ससी बना रहा था। मैंने उसके कोमल होंठों पर अपने होंठ रख दिए। किस करते-करते मैं अपने हाथ उसकी गांड पर घुमाने लगा, इतनी मस्त गांड थी उसकी कि क्या बताऊँ? अब वह भी किस करते-करते मेरे लंड पर हाथ घुमाने लगी। फिर मैंने उसकी पीठ जो कि बैकलैस चोली में थी, उस पर हाथ घुमाना शुरू कर दिया।
मैंने उसे दूसरी साइड घुमाया और पीछे से उसके बूब्स पकड़ लिए तो उसने ज़ोर से सिस्सकारी दी। फिर धीरे-धीरे मैंने उसकी पीठ को चूमना शुरू किया, और चूमते-चूमते मैंने अपने दाँतों से उसकी चोली की गाँठ खोल दी। मैंने उसकी चोली निकाल दी, उसने नीली रंग की ब्रा पहनी थी, उसमें उसके 36 साइज़ के बूब्स थे।
मैंने पीछे से ही उसके चनिये में हाथ डालना शुरू किया और साथ में उसकी गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया। मैंने उसके कपड़े उतार दिए और वापस अपने दाँतों से ब्रा खोल दी। अपने दाँतों से ब्रा खोलने का मज़ा ही कुछ और होता है। अब वह सिर्फ पैंट में थी, एक पराई लड़की को मेरे सामने सिर्फ पैंट में देखकर मेरा लंड और टाइट हो गया था जो कि अब सीधा वंदी की पैंट के ऊपर से उसकी गांड पर महसूस हो रहा था।
मैंने उसे घुमाया और उसके बूब्स दबाना शुरू किया, अब वह अपने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़कर दबा रही थी। अब उसके बूब्स से बहुत सेक्ससी खुशबू आ रही थी, तो मैं ज़ोर से दबाता रहा और चूसता रहा। अब वह आँखें भर रही थी और बोली: “जीजू बहुत अच्छा लग रहा है और ज़ोर से चूसो।” फिर मैंने उसके बूब्स और ज़ोर से चूसना शुरू किया और पैंट को साइड में करके उसकी चूत पर हाथ रख दिया, उसकी एकदम चिकनी चूत थी, जैसे आज ही क्लीन करके आई हो।
फिर मैंने देखा कि अब उसकी चूत गीली हो गई है तो मैंने देर करना ठीक नहीं समझा और मैं सीधा अपना सिर उसकी पैंट के पास ले गया। अब मैं उसकी पैंट उतारने लगा था, चाँदनी रात में क्या मस्त चिकनी चूत थी उसकी? ऐसा लग रहा था कि अभी के अभी अपना लंड उसकी चूत में डाल दूँ, लेकिन मैंने सोचा कि थोड़ा ज़्यादा मज़ा लेते हैं। अब मैंने उसकी चूत पर अपना मुँह रख दिया और चूसने लगा तो उसने जोर से सिस्सकारी दी: “आआआह्ह जीजूउुउ आआआह्ह, मुझे बहुत मज़ा आ रहा है आहह।”
फिर थोड़ी देर तक उसकी चूत चूसने के बाद उसने अपना पानी छोड़ दिया तो मैंने उसका पूरा पानी पी लिया। उसकी चूत से एक अलग सा टेस्ट आ रहा था। मैंने इतनी चूत का रस पीया था, लेकिन उन सबसे ये कुछ अलग था।
उसने मुझे खड़ा किया और फिर नंगा किया और अब वो मेरे 7 इंच के लंड को देख रही थी और हिला रही थी। फिर अचानक से उसने अपने होंठ मेरे लंड पर रख दिए। चाँदनी रात और एक लड़की के होंठ आपके लंड पर इससे बढ़िया बात क्या हो सकती है? फिर वह धीरे-धीरे अपने होंठ मेरे लंड पर ऊपर करने लग गई और लंड ऊपर नीचे करने लग गया। अब वो मेरा लंड बिलकुल पॉर्न स्टार की तरह चूस रही थी।
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उससे कहा कि मेरा निकलने वाला है। फिर उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी, लेकिन मेरा लंड मुँह के बाहर निकाला तो मैं समझ गया कि उसे मेरा रस पीना है।
फिर थोड़ी देर के बाद मेरा रस निकल गया तो वो मेरे लंड का पूरा पानी पी गई। अब उसने लंड को वापस मुँह में लिया और चूसने लग गई, अब मेरा लंड वापस टाइट हो गया। फिर मैंने कहा: “वंदी अब इसे अपनी चूत में डालने दो, अब रहा जा रहा है।”
फिर उसने कहा: “मैं तो कब से इस लंड की प्यारसी हूँ जीजू, आप ही देर कर रहे हो।” ये सुनकर मैंने उसे उठाया और रजाई जो कि मैं नीचे से लाया था, उस पर लेटा दिया।
अब मैं उसकी चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा तो वो मेरा लंड चूत में लेने के लिए तड़प रही थी। अब मैं जानबूझकर उसे तड़पा रहा था। अब वह बहुत गर्म हो गई और बोली: “जीजू प्लिज ये लंड आपकी इस साली की चूत में डाल दीजिए।” फिर मैंने यह सुनकर एक झटके में अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। मुझे पता था कि वो चिल्लाएगी तो उसके चिल्लाने से पहले मैंने अपने होंठ उसके होंठ पर रख दिए थे।
उसकी चूत कुंवारी तो थी, लेकिन ज़्यादा चुदी हुई भी थी, इसलिए उसकी चूत टाइट थी। फिर मैंने देखा कि मेरा लंड पूरा अंदर गया था। फिर मैंने वापस अपना लंड बाहर खींचा और ज़ोर से धक्का मारा तो अब मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया था। फिर उसने कहा: “आआआआह्ह जीजू ये तो बहुत बड़ा है प्लिज निकालो इसे, आअहह मेरी चूत फट जायेगी, आआआअहह।”
अब मैं ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा और उसे किस कर रहा था और बूब्स दबा रहा था। फिर अब उसे थोड़ा अच्छा लग रहा था तो अब वो अपनी गांड हिलाने लगी तो मैं समझ गया कि अब उसे मज़ा आ रहा है।
फिर मैंने भी धक्के लगाना शुरू कर दिए: “आआआह्ह्ह वंदी मेरी जान तेरी चूत तो बहुत ही गर्म है, इतनी गर्म चूत मैंने आज तक नहीं देखी।” फिर उसने कहा: “आआहह जीजू आपका लंड भी कुछ कम है आआहह, मुझे आज तक इतना मज़ा मेरे बॉयफ्रेंड ने भी दिया था।” अब मैं समझ गया कि उसको किसने चुदा था, लेकिन मुझे क्या? मुझे तो चूत मिल रही थी और उसे लंड मिल रहा था। बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड को चीट करके सेक्स करने का अपना एक अलग ही मज़ा है।
अब मैं अपनी गर्लफ्रेंड जो कि कल मेरी पत्नी बनने वाली है, उसको चीट कर रहा था और वो अपने बॉयफ्रेंड को चीट कर रही थी। अब करीब 15 मिनट हो गए थे और अब वो दो बार झड़ चुकी थी। फिर मैंने उससे कहा: “चलो अब डॉगी स्टाईल में आ जा, तो अब वो घूमकर डॉगी स्टाईल में आ गई। अब उसकी पीछे से क्या मस्त गांड लग रही थी? फिर 1 मिनट तक तो मैंने सोचा कि इसकी गांड में ही डाल दूँ।
फिर मैंने उससे कहा: “वंदी तेरी गांड बहुत मस्त है और मुझे मारनी है तो उसने कहा: “जीजू अभी मेरी चूत की प्यास बुझाओ, मैं गांड मरवाने के लिए आपको किसी स्पेशल दिन बुलाऊँगी, अब तो मैं कल आपकी आधी घरवाली बनने वाली हूँ।” फिर मैंने सोचा चलो कोई बात नहीं। फिर कभी गांड मार लूँगा। अब मैंने पीछे से उसकी गीली चूत पर अपना लंड रखा और एक धक्के में पूरा डाल दिया तो उसके मुँह से आआआहह निकल गई। अब मैं उसे धीरे-धीरे चोदने लगा।
अब करीब 20 मिनट हो गए और उसका दो बार और पानी निकल गया। फिर उसने कहा: “जीजू अब दर्द हो रहा है प्लिज निकाल लीजिए, अभी तो घर भी जाना है आहा आहाआ।” तभी अचानक मेरी नज़र उसकी फ्रेंड दीपिका के ऊपर गयी, जिसके बारे में अभी तक भूल चुका था। अब वो अपनी चूत में उंगली कर रही थी। ये देखकर मैं और भी उत्तेजित हो गया और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा।
फिर मैंने वंदी से कहा: “मेरा निकलने वाला है, मैं कहाँ निकालूँ?” तो उसने कहा: “जीजू मेरी चूत में ही निकालो, मुझे आपका रस मेरी चूत में महसूस करना है, मैं बाद में आई-पिले ले लूँगी।” फिर मैंने पीछे से उसके बूब्स पकड़े और अपनी स्पीड बढ़ा दी तो 5 मिनट के बाद मेरा पानी निकल गया और उधर दीपिका और वंदी दोनों का भी पानी निकल गया।
फिर वंदी ने अपने कपड़े पहने और दीपिका ने अपने कपड़े ठीक किए और बोली: “जीजू लगता है कल सुहागरात में तो दीदी की चूत का भोसड़ा बन जायेगा।” फिर मैंने कहा: “तुम दोनों खुद ही देख लेना, तो उन्होंने कहा कैसे? तो मैंने कहा कि मैं रिकॉर्डिंग कर लूँगा। फिर हम तीनों साथ में बैठकर देखेंगे। फिर उन्होंने मान गई और बोली: बाए अब हम चलते है, सुहागरात बहुत मस्त रही मज़ा आ गया, अब हम ऐसी सुहागरात मनाते रहेंगे” और ये कहकर वो दोनों चली गईं।