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रिश्तेदार की चूत फिर से चोदी-2

Rishtedar ki choot fir se chodi-2

हर्षिता : हाँ लेकिन यहाँ पर नहीं, यहाँ हमे (पालतू कुत्ता) भी देखेगा ना हमें वो सब करते हुए.

में : अरे यहाँ पर ही सब ठीक है वो एक कुत्ता है और उसे कुछ भी समझ नहीं आएगा कि हम क्या कर रहे है.

हर्षिता : हाहाहा अच्छा ठीक है.

में : इसका मतलब क्या हुआ, अब आ क्यों नहीं रहे, क्या शरम आ रही है कि कौन पहले शुरुवात करे?

हर्षिता : हाँ क्या में तुझे टाइट से हग कर लूँ?

में : क्या इसमे भी कोई पूछने की बात है? हाँ आ जाओ.

फिर उसने मुझे हग करके उसने मुझे किस करने के लिए अपने होंठ आगे बढ़ाए और में उसको किस करते करते उसका एक बूब्स दबाने लगा और फिर मैंने उससे कहा कि तुम इन्हे भी अब बाहर निकालो, तो उसने बिल्कुल भी देर नहीं की और एक बार में अपनी शर्ट, ब्रा और पेंटी को तुरंत उतार दिया. तब उसने मेरी तरफ देखते हुए मुझसे कहा कि तुम क्या ऐसे ही रहोगे क्या?

फिर मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि तुम मेरी मदद करो और फिर उसने मेरी शर्ट उतारी और फिर मैंने अपनी जीन्स को खुद ही उतार लिया. फिर किस करते करते उसके मुलायम मुलायम बूब्स को अपने दोनों हाथों से दबा रहा था. वो मेरे नीचे थी और वो अब मुझे पागलों की तरह स्मूच कर रही थी मेरे मन में था कि आज मुझे इसको पूरी तरह से संतुष्ट करना है और में यह बात अपने घर से ही सोचकर आया था कि मुझे आज इसकी चुदाई कौन कौन सी स्टाईल में करनी है.

फिर मैंने उसने कहा कि तुम अब सीधी लेट जाओ और मेरे वो मेरी तरफ आ गई और उसने मेरे बिना कुछ कहे लंड को पकड़ा और चूसने लगी. मैंने हाथ उसके सर पर हाथ रखकर सहला रहा था. मैंने उससे कहा कि दांत मत मारो और नीचे तक चूसो तो उसने वैसे ही चूसा और वो मेरे लंड को ऊपर, नीचे, इधर, उधर चाटने लगी.

फिर मैंने उसके घर पर आने से पहले ही अपने लंड के पूरे बाल साफ किए थे, इसलिए वो एकदम चिकना हो रहा था. फिर उसने मेरे आंड भी चूसे, जिसकी वजह से मुझे बहुत गुदगुदी सी होने लगी थी और मुझे हंसी आ गई.

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फिर वो भी मुझे हंसता हुआ देखकर हंस पड़ी और अब बिना कुछ बोले में उसके ऊपर आ गया और उसकी चूत को चाटने लगा. फिर मेरे कुछ देर चूत चाटते हुए वो अचानक से झड़ गई. तभी मैंने तुरंत अपना मुहं पीछे हटा लिया और फिर में उसकी चूत को अपने हाथ से घिसने लगा और फिर से थोड़ी देर किसिंग और बूब्स दबाए.

फिर उसी पुराने तरीके से मैंने अपना लंड पकड़ा और चूत पर सेट करके धक्का दिया तो लंड उसकी चिकनी चूत से एक तरफ फिसल गया. अब उसने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़कर चूत के मुहं पर सेट किया और मैंने थोड़ा सा दम लगाया और अपने लंड को उसकी चूत अंदर आधा डाल दिया और तभी उसके मुहं से बहुत ज़ोर से चीखने की आवाज बाहर आई आह्ह्ह्हह्ह माँ में मर गई उफफ्फ्फ्फ़ प्लीज थोड़ा धीरे करो उह्ह्ह्हह्ह मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

फिर मैंने उसके कहने पर बहुत आराम से धीरे धीरे धक्के देकर अपना पूरा लंड उसकी चूत के अंदर डाल दिया और में हल्के हल्के लगाने लगा उसने मेरी कमर पर अपने दोनों हाथ रख दिए और वो आअहहहह सस्शह ऊँईईईईईई माँ आह्ह्ह्ह ऐसी आवाजे करने लगी में धक्के देकर चुदाई करते हुए उसके चेहरे को देख रहा था और मैंने देखा कि उसकी दोनों आँखे बंद थी. वो लगातार मोन कर रही थी. फिर कुछ देर धक्के देने के बाद मैंने उसके कान के पास अपना मुहं ले जाकर हल्की आवाज से उससे पूछा कि क्यों तुम्हे कैसा लग रहा है? तो उसने मुझसे कहा कि मुझे तुम्हारे साथ यह सब करने में बहुत मजा आ रहा है उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ हाँ थोड़ा और अंदर तक जाने दे, हाँ बस तू मुझे ऐसे ही चोदता रह रोहित आअहह उउउंम आहहस्स.

दोस्तों वो मेरे धक्कों के साथ साथ लगातार मोन कर रही थी उसको चोदते हुए अब शायद मुझे करीब आधा घंटा हो गया था और में बहुत चकित था क्योंकि में अभी तक एक बार भी नहीं झड़ा था.

फिर मैंने उससे बोला कि अब मुझे नहाते हुए चुदाई करनी है, तो बाथरूम में जाकर मैंने पानी चालू किया और मैंने उसे दीवार से लगा दिया और पागलों की तरह में उसको किस करने लगा और अपने एक हाथ से उसकी चूत को भी सहला रहा था और दूसरे हाथ से उसका बूब्स दबा रहा था. दीवार से चिपके हुए ही मैंने उसका एक पैर उठा दिया जिसकी वजह से उसकी चूत फैल गई और फिर मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया. में अब उसे धक्के देकर चोदने लगा और उसका एक हाथ मेरे कंधे पर था और में उसके चेहरे को देखकर धक्के देकर उसकी चुदाई किए जा रहा था.

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फिर थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद मैंने पानी को बंद किया और फिर में उसको गोद में उठाकर चोदने लगा. कुछ देर की चुदाई के बाद मैंने उससे कहा कि तुम अब लेट जाओ, तो वो मुझसे पूछने लगी कि क्या यहीं पर? और फिर मैंने उससे कहा कि हाँ यहीं पर, उसने कहा कि में एक बार फिर से गीली हो जाउंगी हम अंदर बेड पर चलते है इसके बाद में बाकी मज़े कमरे में चलकर लेते है, प्लीज चलो ना.

दोस्तों उसके कहने पर मैंने उसको तुरंत अपनी गोद में उठा लिया और पास के कमरे में बेड पर ले गया. उसको लेटा दिया, लेकिन इस बार मैंने उसके दोनों पैरों को पकड़कर उसको खींचकर उसकी चूत को बेड के एकदम किनारे पर रखा और में खुद ज़मीन पर नीचे खड़ा हो गया.

मैंने उसके दोनों पैरों को अंदर की तरफ घुमाकर दबाकर पकड़ लिए, जिसकी वजह से उसकी चूत पूरी तरह से खुल गई और मैंने लंड को चूत के मुहं पर टिकाकर एक ज़ोर का धक्का दे दिया जिसकी वजह से मेरा लंड पूरा का पूरा अंदर चला गया फिर मैंने उसको धक्के देकर चोदना शुरू किया और इस बार मेरे धक्के बहुत स्पीड में थे और उस पूरे रूम में उसकी आहहह्ह्ह अईईईईईई और फच फच उफ्फ्फ माँ मर गई की आवाजें आ रही थी. में इतनी तेज़ धक्कों से चोद रहा था कि मुझे वो नशीलापन हर्षिता की आँखो में साफ साफ दिखाई दे रहा था. जब जब वो मुझे देख रही थी मुझे उसके चेहरे से संतुष्टि नजर आ रही थी, जिसको देखकर में बहुत खुश था.

कुछ देर धक्के देने के बाद मैंने उससे कहा कि अब में झड़ने वाला हूँ तुम बताओ में अपना वीर्य कहाँ निकालूं? तब उसने मुझसे कहा कि तुम मेरी चूत के अंदर ही डाल दो. में उसकी गरमी को अपनी चूत में महसूस करना चाहती हूँ और उसका भी मज़ा लेना चाहती हूँ और फिर मैंने उसके कहने पर तेज़ी से धक्के देते हुए अपना पूरा वीर्य उसकी चूत की गहराईयों में डाल दिया और फिर में कुछ देर उसके ऊपर ऐसे ही लेटा रहा.

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फिर कुछ देर बाद उसने लंड को अपनी चूत से बाहर निकालकर अपने मुहं के पास लाकर उसको अपने नरम गुलाबी होंठो से लगाया और अब उसने लंड को अपने मुहं में लेकर चूसना शुरू किया. में जल्दी कर रहा था, क्योंकि समय मेरे पास समय बहुत कम था और मुझे एक बार उसको डॉगी की तरह भी बैठकर उसकी चूत मारनी थी.

मैंने कुछ देर बाद जब उसने मेरे लंड को दोबारा चुदाई के लिए तैयार कर दिया तब मैंने उससे डॉगी बनने के लिए कहा और उसने ठीक वैसा ही किया और मैंने अपने लंड को अंदर सरकाकर उसकी चूत मारी दोस्तों इस पूरे सेक्स में वो तीन बारी झड़ गई थी. मैंने उसे एक लंबा सा किस किया. तो उसने मुझसे कहा कि काश तू आज यहीं पर रुक पाता तो मुझे तेरा साथ कुछ और समय तक मिलता.

हम दोनों उस बीच बहुत मज़े करते. फिर मैंने उससे कहा कि मुझे जाना तो जरुर पड़ेगा वरना तुम्हारे घरवालों ने मुझे देख लिया तो कहीं वो लोग भी मुझे यहीं पर ना रोक ले. फिर मैंने हम दोनों की साथ में एक पूरी नंगी फोटो ली और उसके बाद में अपने कपड़े पहनकर उसको किस करके वहां से चला गया. दोस्तों में वहां से पांच बजे निकला वो मेरी चुदाई से पूरी तरह से संतुष्ट भी थी और मुझे क्या चाहिए था? उसके बाद में अपने घर पर पहुंचकर भी अब बस उसकी चुदाई के बारे में सोचता रहा. दोस्तों वो सेक्स अनुभव मुझे आज तक भी अच्छी तरह से याद है.