पड़ोसी की चुदाई

गुजराती सेक्सी भाभी के साथ नवरात्रि रोमांस और हॉट चुदाई

मैं प्रतीक्षा को लाइन मारता था, और उसे ये बात पता थी। लेकिन उन्होंने कभी कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया। फिर नवरात्रि के दौरान हमारी थोड़ी-बहुत बात हुई। मैंने मौका देखकर अपना नंबर उनके साथ शेयर किया। लेकिन 10-12 दिन तक कोई जवाब नहीं आया। फिर एक दिन, जब मैं ऑफिस में था, अचानक उनका मैसेज आया। धीरे-धीरे हमारी बात शुरू हुई। शुरुआत में तो बातें नॉर्मल थीं, लेकिन एक दिन उन्होंने मुझे अपनी एक फोटो भेजी, जिसमें उन्होंने ब्लैक साड़ी पहनी थी। वो देखकर मैं पागल हो गया और मैंने कॉमेंट कर दिया, “भाभी, यू आर लुकिंग सो हॉट एंड सेक्सी!” बस, तभी से हमारी नजदीकियाँ बढ़ने लगीं।

बातों-बातों में एक बार मैंने बोल दिया, “आई लव यू!” ये सुनकर वो गुस्सा हो गईं और मेरा नंबर ब्लॉक कर दिया। कुछ दिन ऐसे ही बीत गए। फिर एक रात उनका मैसेज आया। वो गुस्से में बोलीं, “तू मेरे बारे में ऐसा कैसे सोच सकता है? मैं एक शादीशुदा औरत हूँ, मेरी फैमिली है। मैं अपने हसबैंड के साथ लॉयल हूँ और कभी उन्हें चीट नहीं कर सकती।” मैंने उन्हें शांत किया और कहा, “भाभी, मेरे दिल में आपके लिए बहुत रिस्पेक्ट है, लेकिन मुझे आपसे प्यार हो गया है। आप इतनी अच्छी और खूबसूरत हैं, मैं क्या करूँ?” मैंने उनकी तारीफों के पुल बाँधे, तो वो खुश हो गईं। उन्होंने कहा, “मैं सोचकर जवाब दूँगी।”

3-4 दिन तक बातें चलती रहीं। फिर एक दिन उन्होंने मुझे सामने से “आई लव यू” बोल दिया। मैं उस वक्त सातवें आसमान पर था।

एक दिन मैंने भाभी से कहा, “भाभी, मैं आपसे मिलना चाहता हूँ।” प्रतीक्षा ने जवाब दिया, “कल दोपहर मेरे घर आ जाओ। मैं अकेली हूँ, बच्चे ट्यूशन गए हैं, और दोपहर का टाइम है, किसी को पता नहीं चलेगा।” मुझे थोड़ा डर था क्योंकि मेरा घर पास में था। अगर किसी ने देख लिया तो क्या होगा? फिर भी मैंने हिम्मत की और उनके फ्लैट पर पहुँच गया। मैंने उन्हें कहा कि दरवाजा खुला रखें। मैं सीधा अंदर घुस गया और दरवाजा बंद कर दिया।

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अंदर जाते ही मैंने देखा, भाभी ने ब्लैक कलर का टाइट ड्रेस पहना था। वो किसी कयामत से कम नहीं लग रही थीं। उनका फिगर उस ड्रेस में और भी उभर रहा था। मन कर रहा था कि उन्हें यहीं खड़ी-खड़ी चोद दूँ। लेकिन मैंने खुद को कंट्रोल किया।

हम हॉल में बैठे और थोड़ी नॉर्मल बातें हुईं। फिर मैंने उनका हाथ पकड़ा और सहलाने लगा। मैंने उन्हें गले लगाया। उनकी बॉडी से एक अलग ही खुशबू आ रही थी, जो मुझे पागल कर रही थी। मैंने उनके चेहरे को अपने हाथों में लिया और उनके माथे पर किस किया, फिर गालों पर। मैंने कहा, “भाभी, मैं आपके लिप्स पर किस करना चाहता हूँ।” उन्होंने धीरे से अपने रसीले होंठ मेरे होंठों पर रख दिए। हम दोनों ने किस शुरू कर दिया। करीब 10-15 मिनट तक हम एक-दूसरे को चूमते रहे। इस दौरान मैंने उनके जिस्म पर हाथ फेरा, उनकी कमर, पीठ, और कूल्हों को सहलाया।

फिर मैंने धीरे से उनकी ड्रेस के ऊपर से उनके बूब्स को दबाया। वो एकदम सिहर उठीं और मेरे और करीब आ गईं। मैंने उनकी ड्रेस को ऊपर उठाया और उनके नंगे जिस्म को छुआ। उनकी स्किन इतनी सॉफ्ट थी कि मेरा लंड और टाइट हो गया। मैंने उनकी ब्रा उतारी और उनके 32 साइज के बूब्स को आजाद कर दिया। वो गोल, टाइट और रसीले थे। मैंने उनके निप्पल्स को मुँह में लिया और चूसने लगा। प्रतीक्षा की सिसकारियाँ निकलने लगीं, “आह्ह… अमित… धीरे…”

मैंने उन्हें सोफे पर लिटाया और उनकी पैंटी उतार दी। उनकी चूत एकदम क्लीन शेव्ड थी, जैसे कोई गुलाब की पंखुड़ियाँ। मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटना शुरू किया। वो तड़पने लगीं और मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगीं, “आह्ह… और करो… अमित… मजा आ रहा है…” मैंने उनकी चूत को इतना चाटा कि वो झड़ गईं। उनका रस मेरे मुँह में था, और मैंने उसे चखा।

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अब बारी मेरी थी। मैंने अपना लंड बाहर निकाला, जो 7 इंच का था और पूरी तरह तना हुआ था। प्रतीक्षा ने उसे देखा और मुस्कुराई। उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया और सहलाने लगीं। फिर धीरे से उसे अपने मुँह में ले लिया। वो जिस तरह मेरे लंड को चूस रही थीं, मैं सातवें आसमान पर था। “भाभी… आह्ह… क्या चूस रही हो…” मैंने कहा।

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कुछ देर बाद मैंने उन्हें फिर से लिटाया और उनके ऊपर चढ़ गया। मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। उनकी चूत इतनी टाइट थी कि लग रहा था जैसे कोई कुंवारी लड़की हो। वो चीखीं, “आह्ह… धीरे… अमित…” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। धीरे-धीरे उनकी सिसकारियाँ तेज होने लगीं, “और जोर से… अमित… फाड़ दो…”

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और उन्हें जोर-जोर से चोदने लगा। पूरा कमरा उनकी सिसकारियों और मेरे धक्कों की आवाज से गूँज रहा था। करीब 20 मिनट तक मैंने उन्हें अलग-अलग पोजीशन में चोदा। आखिर में मैं झड़ने वाला था। मैंने पूछा, “भाभी, कहाँ निकालूँ?” उन्होंने कहा, “मेरे मुँह में…” मैंने अपना लंड उनके मुँह में डाला और सारा माल उनके मुँह में निकाल दिया। वो सारा रस पी गईं और मुस्कुराईं।

उसके बाद हम दोनों नंगे ही सोफे पर लेट गए और एक-दूसरे को चूमने लगे। प्रतीक्षा ने कहा, “अमित, तुमने मुझे आज जन्नत की सैर करा दी।” मैंने कहा, “भाभी, ये तो शुरुआत है। अभी तो बहुत कुछ बाकी है।”

उस दिन के बाद हमारी मुलाकातें बढ़ गईं। जब भी मौका मिलता, हम एक-दूसरे के साथ हॉट और सेक्सी पल बिताते। प्रतीक्षा मेरी जिंदगी का वो हिस्सा बन गईं, जिसके बिना अब मेरा मन नहीं लगता।