नौकरानी की चुत का सहारा मिला प्यासे लंड को
यह बात एक साल पहले की है, जब मैं अपनी फैमिली के साथ गुजरात में काम करता था। वहाँ कंपनी ने मुझे रहने के लिए एक फ्लैट दिया था, जहाँ मैं अपनी फैमिली के साथ रहता था। नौकरानी की चुत का सहारा मिला प्यासे लंड को
मेरी फैमिली में मेरी खूबसूरत पत्नी प्रियंका और मेरा एक छोटा सा बेटा है। घर में काम करने के लिए हमने एक नौकर रखी थी। मैं शुरू से ही चुत का भूखा हूँ।
शादी के बाद भी मैं प्रियंका को जब चाहूँ, जहाँ चाहूँ चोद देता हूँ। हाल तो यह है कि अब प्रियंका मुझे बचती घूमती है। उसे मेरी चुत चोदने की आदत का काफी अच्छा से पता है।
इसलिए वो घर में एक दम काली, बदशूरत और काफी उम्र की नौकरानी रखती थी। ताकि मैं उनको चोद ना पाऊँ। क्योंकि अब मैं अपनी पत्नी की चुत से बोर हो चुका था। असल में मैं प्रियंका को बहुत चोदता था, जिससे अब उसकी चुदने की इच्छा खत्म सी हो गई है।
जब हम दोनों सेक्स करते हैं, तो प्रियंका थोड़ी ही देर में ठंडी हो जाती है। इसलिए मैं यहाँ वहाँ नई चुत का जुगाड़ कर रहा था। मेरा लंड चुत के लिए काफी ज्यादा तरस रहा था।
तबही मेरे घर पर एक नई नौकरानी आई। उसका रंग थोड़ा सा सांवला था, पर उसका शरीर बहुत ही कमाल का था। देखने से उसकी उम्र 18 साल की लग रही थी, पर वो असल में 20 साल की थी। उसके छोटे-छोटे बूब्स मुश्किल से 30 के होंगे।
उसकी पतली और चिकनी सी कमर करीब 28 या 27 की होगी। थोड़ा नीचे देखने पर उसकी गाल मुझे भी दीवाना कर गई थी। क्योंकि उसका काफी बाहर निकला हुआ था और उसका साइज 32 तो होगा ही। वो ज्यादातर साड़ी ही डालती थी।
इसलिए मुझे उसकी चिकनी कमर आराम से दिखाई देती थी। सच कहूँ तो मेरा दिल उस पर आ गया था। उसका नाम शीला था, उसको सोचकर मैं अब मुठ भी मारने लगा था।
जब भी मैं उसे देखता था, मेरा लंड उसे देखकर खड़ा हो जाता था। मेरा मन करता था कि अभी साली को नंगा कर के इसी की चुत में अपना लंड डाल दूँ। फिर इसको जोर-जोर से चोदना शुरू कर दूँ।
मेरी आँखें उसके शरीर पर ही लगी रहती थीं। मैं मन ही मन उसे कई बार नंगा कर चुका था। मेरी आँखों के सामने हमेशा उसके छोटे-छोटे बूब्स और बड़ी सी गाल रहती थी।
जैसे ही मुझे उसकी याद आती थी, तबही मेरा लंड उसके लिए मचलने लगता था। एक दिन मैं अपने बिस्तर पर लेटा हुआ था, वो मेरे सामने झाड़ू और पोछा लगा रही थी। तब मैंने अपना फोन का कैमरा खोला और ज़ूम करके उसका शरीर देखने लगा।
सच में उस समय मेरा क्या हाल हो रहा था ये सिर्फ मुझे ही पता था। मैंने उसे होंठों पर ध्यान दिया था। उसके होंठ बिना किसी लिपस्टिक के भी काफी गुलाबी और रसीले दिख रहे थे। मेरा दिमाग पूरा खराब हो गया।
फिर मैं उठा और बाथरूम में जाकर प्रियंका को वो ही वीडियो देखकर अपना लंड हिलाने लगा। कुछ ही देर में मेरा लंड और मैं शांत हो गया। मैं दिन-रात भगवान से प्रियंका को चोदने के लिए मंग रहा था। और कुछ ही दिनों बाद मुझे एक बात का एहसास हुआ कि
भगवान के घर देर है पर अंधेरा नहीं है। मेरी पत्नी प्रियंका को अचानक ही उसके घर से फोन आया और वो मेरे बेटे के साथ अपने घर सुबह ही निकल गई। उस दिन Sunday था, इसलिए मैं छुट्टी पर था।
मेरी पत्नी घर से निकल गई थी। कुछ ही देर बाद उसका फोन आया कि आज घर पर शितल आएगी तो मैं उसे अच्छे से घर साफ करवा लूँ। ये सुनते ही मेरी सारी नींद उड़ गई।
मैं जल्दी से खड़ा हुआ और बाथरूम में जाकर मैंने अपना लंड पूरी तरह से क्लीन शेव कर लिया। क्योंकि मुझे आज का मौका किसी भी हालत में नहीं खोना था। मैं चाहता था कि आज किसी भी तरह से, अपना लंड शितल की चुत में डाल दूँ।
कुछ ही देर में मैं पूरी तरह तैयार हो गया था। मैं बड़ी बेसबरी से उसका इंतजार कर रहा था। पूरे 11 बजे वो घर में आई और आते ही वो अपने काम में लग गई। उसने पहले मेरी पत्नी और बच्चे के बारे में पूछा। मैंने उसे बताया कि आज घर में हम दोनों एकदम अकेले हैं।
मेरा लंड तो शितल को चोदने के लिए एकदम तैयार था। पर ये बात मैं उसे कैसे कहूँ यह मुझे समझ नहीं आ रही थी। आखिर बहुत हिम्मत करके मैंने शितल से पूछा।
मैं – शितल अगर तुम बुरा न मानो मैं तुम्हें कुछ पूछ सकता हूँ?
शितल – जी मालिक पूछो आपने क्या पूछना है?
मैं – क्या तुम आज तक किसी ने तंग या छेड़ा है?
शितल – जी नहीं अभी तक तो नहीं।
उसका यह जवाब सुनकर मैं समझ गया कि माल एकदम फ्रेश है। फिर वो बोली:
शितल – वैसे मालिक आप आज ये सवाल क्यों पूछ रहे हो?
मैं – रहो, शितल तुम गुस्सा मान जाओगी।
शितल – नहीं मालिक आप बोले।
मैं – शितल मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ।
शितल – मैं भी आपको करती हूँ।
ये सुनकर मैं काफी खुश हो गया और बोला – शितल क्या मैं तुम्हें थोड़ा सा प्यार कर सकता हूँ?
यह सवाल पूछते ही, शितल अपने सभी पल्लू से खेलने लगी। उसकी आँखें नीचे जमीन पर थीं। मैंने समझ लिया कि शितल की हां है। फिर मैं उसके पास गया और उसका खूबसूरत चेहरा अपने हाथ में पकड़कर उसे ध्यान से देखने लगा।
मैं – शितल तुम बहुत ही खूबसूरत हो।
शितल की सांसें तेज हो रही थीं, मैंने उसके होंठ धीरे से अपने होंठों के पास लिए। और फिर अपने होंठ उसके होंठों में डालकर जोर-जोर से उसके होंठों में चूसने लगा। कुछ ही देर में शितल भी मेरा साथ देने लगी थी। हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे थे।
फिर धीरे-धीरे मेरा हाथ उसके बूब्स पर आ गया। मैं ब्लाउज के बाहर से ही उसके बूब्स को मसलने लगा। बूब्स मसलने से वो ज्यादा गरम होने लगी। फिर मैंने पीछे हाथ डालकर उसका ब्लाउज उतार दिया।
फिर उसकी ब्रा भी पीछे से खोलकर उतार दी। मैं उसके दोनों बूब्स एक आम की तरह चूसने लगा। कुछ देर चूसने के बाद मैंने उसे बेडरूम में उठाकर ले गया। वहाँ मैंने उसके सभी कपड़े निकाल दिए और खुद भी नंगा हो गया।
जब मैं नंगा हुआ तो उसकी आँखें मेरी लंड पर जमी हुई थीं। मैंने अपना लंड उसके हाथ में ही दे दिया। लंड को जैसे ही उसने छुआ तबही उसका शरीर में एक झटका लगा।
मैंने फिर उसे लंड की हिलाने को कहा और फिर चूसने को। वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चुत को अपनी उंगली से check कर रहा था। चुत एकदम टाइट थी, मैंने चुत पर काफी तेल लगा दिया।
उसके बाद मैंने अपना लंड तैयार किया और उसकी टांगें खोलकर मैंने अपना लंड उसकी चुत पर set किया। फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रखे और नीचे से एक जोरदार धक्का मारते हुए।
मैंने अपना आधा लंड उसकी चुत में डाल दिया। लंड अंदर जाते ही वो चिल्लाने लगी। पर उसकी आवाज मेरे होंठों में ही दबकर रह गई। उसके बाद उसका दर्द मजे में बदल गया। फिर वो भी मेरा साथ देते हुए अपनी चुत को चुदवाने लगी।
करीब 25 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ उसकी चुत में ही झड़ गए। मैंने चुत से अपना लंड निकालकर, शितल को चूसने के लिए दे दिया। शितल ने मेरा लंड अच्छे से चूस कर दे दिया। “नौकरानी की चुत”
उस दिन मैंने शितल को शाम तक चोदा और उसे जा रही हूँ 5000 रुपए दिए। जिसे वो ले कर बहुत खुशी और जा रही हूँ और जते-जते भी मेरा लंड वो चूस कर गई। अब मुझको जब भी मौका मिलता है या मेरी बीवी मायके जाती है, तब मैं शितल को घर में ही चोद देता हूँ। “नौकरानी की चुत”