सिम दिलाने के चक्कर मे पड़ोसी की चूत मारी
(Sim Dilaane Ke Chakkar me Padosi Ki Chut Maari)
हेलो दोस्तों! मैं लवलली राजपूत हूँ, फर्रुखाबाद की रहने वाली। मेरी उम्र 18 साल है। आज मैं आपको बताऊंगी कि कैसे मैंने पड़ोसी लड़की के साथ क्या किया। यह मेरी पहली सच्ची कहानी है, जो दो दिन पहले हुई थी।
मैं एक दुकान पर सॉफ्टवेयर का काम करता हूँ। मेरे पड़ोस में रहने वाली एक लड़की शीतल (नाम बदला हुआ), लगभग 22 साल की, वो देखने में बहुत खूबसूरत लगती है। एक दिन शीतल मेरे पास आई और बोली, “मुझे एक Jio की सिम चाहिए। मुझे अपनी अंटी को देना है, लेकिन ये बात किसी को बताना नहीं।” मैंने कहा, ठीक है, मैं तुम्हें तीन बजे बुलाने आऊंगा।
मेरे मन में समझ आया कि इसमें कुछ गड़बड़ जरूर है। वरना वो लड़की किसी को बताने के लिए तैयार नहीं होती।
तीन बजे मैं उसके घर गया तो उसने कहा कि उसका आधार कार्ड दूसरे घर पर है। “मैं साथ चलो, वहाँ दे दूंगी,” उसने कहा। मेरे मन में ठान लिया था कि आज उसकी चूत जरूर मारूंगा। लेकिन उसके घर से थोड़ी दूर मेरा ही घर है। हम दोनों उसी रास्ते से जाने लगे। वह मुझसे थोड़ी आगे थी। मेरे गेट के सामने पहुँच कर उसने कहा, “थोड़ी देर बाद आना।”
इस सुनकर मेरे पिता बाहर निकल आए। मैं डर गया कि आज तो मेरा खेल खत्म हो गया। लेकिन मेरे पिता ने कुछ नहीं कहा और बस कहा, “Lockdown में घर पर ही बैठो।” फिर थोड़ी देर बाद वो लड़की आई और बोली, “हम सिम लेने कल चलेंगे।” मैंने कहा ठीक है। फिर रात को मैं उसके नाम की मुठ्ठी मार कर सो गया।
अगले दिन मैं उसे दुकान के ऊपर बनने वाले कमरे में ले गया। वहाँ एक बेड और कुर्सी थी। जब हम दोनों कमरे में पहुँचे तो मेरा मालिक बिस्तर से उठकर कुर्सी पर बैठ गया। मैंने उसको आधार कार्ड दिया और कहा, “आप बाहर छत पर चलें जाओ। वहां नेटवर्क ज्यादा आएंगे।” वो समझ गया और चला गया। फिर मैंने शीतल का हाथ अपने हाथ में रख लिया। मुझे बहुत डर लग रहा था कि क्या वो चिल्लाएगी? लेकिन उसने ऐसा कुछ नहीं किया।
फिर मैंने उसके कान में कहा, “एक किस देदो।” उसने कहा, “अगर तुम्हारे मालिक ने देख लिया तो…” मैं समझ गया कि लड़की गरम है। मैं उठकर छत वाला गेट लगा आया। फिर मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसे किस करने लगा। यह मेरा पहला किस था। इससे पहले मैंने किसी भी लड़की को किस नहीं किया था, सिर्फ फिल्मों में देखा था। उसके बाद मैंने उसकी जीन्स भी उतार दी। अब वो सिर्फ टॉप और पैंटी में थी। वो बिलकुल कयामत लग रही थी। फिर मैंने उसका मुलायम दूध टॉप के ऊपर से ही दवा लगाई। फिर मैंने उसके टॉप को उतारने लगा तो उसने कहा, “इसे मत उतारो, ऐसे ही दवा लो।”
फिर मैंने उसकी पैंटी उतार कर अलग रख दी। मैं उसे किस करने लगा और उसकी चुत में उंगली डालने लगा। थोड़ी देर बाद वो कहने लगी, “अब और मत तड़पाओ, जल्दी से मेरी बुर् में अपना लंड डाल दो!” मैंने भी अपने लंड को थूक लगाकर उसकी चुत पर रखकर एक धक्का मारा। पूरा का पूरा लंड एक ही बार में उसकी चुत में छोड़ दिया। आगे की कहानी अगले भाग में लिखूंगा। अगर कहानी पसंद आई हो तो ईमेल करना न भूलें। मिलते हैं अगले भाग में! तब तक, बाय बाय!