First Time SexTeenage Girl Sex

बबीता की कुंवारी चूत की चुदाई की मैंने

मेरा नाम राज है। मैं दिल्ली में रहता हूँ। हर जवान लड़के की तरह, मुझे भी एक कुंवारी लड़की से प्यार करना था। यह चाहत हमेशा मेरे दिल में रही थी, लेकिन मैं शर्मीला था और ज्यादा कुछ नहीं बोलता था।

लेकिन पिछले दो सालों से सब बदल गया जब मैं अपने मामा के घर गया। मेरे चाचा कानपुर में रहते हैं। वहाँ उनके पड़ोस में एक लड़की रहती थी जिसका नाम बाबिता था। उसकी उम्र कम से कम २० साल की होगी, शायद 26 या 28। जब भी मैं मामा के घर जाता था तो मैं हमेशा बाबिता को देखकर सोचता था कि अगर मुझे कभी उसकी कुंवारी चुत मिल जाए तो क्या होगा। लेकिन अब मुझे लग रहा था कि मैं इसके लायक हूँ।

एक दिन, मैं घर के गेट पर खड़ा था और बाबिता भी अपने गेट पर थी। वह मुझसे देखकर कुछ कहने की कोशिश कर रही थी और बार-बार हंस रही थी। मुझे समझ आया कि वह मुझे इशारा कर रही है। मैंने भी इशारे से पूछा, “क्या हुआ?” उसने भी इशारे में कुछ कहा, फिर हम दोनों गेट पर काफी देर तक खड़े रहे। अचानक उसने मुझे एक इशारा किया जिसे देखकर मैं हैरान हो गया। उसके इशारे से वह मुझे छत पर आने के लिए कह रही थी। मैंने सोचा कि आज मेरी ज़िंदगी बदल गई है, और जल्दी से ऊपर चढ़ गया। वहाँ पहले से ही वह पहुँच चुकी थी।

पहले तो मैं उससे इशारों में बात कर रहा था, लेकिन जब मुझे लगा कि आस-पास कोई नहीं है तो मैंने उसके घर की दीवार पर कूदकर अंदर घुस गया। वह थोड़ी डर रही थी, लेकिन मैं उत्साहित था। आज उसके घर में कोई और नहीं था, सिर्फ उसकी दादी जो कभी ऊपर नहीं आती, हमेशा नीचे ही रहती है।

बाबिता के घर पर एक कमरा था जहाँ उसके भाई और बहू रहते थे। मैंने उससे बातें कीं, और शाम होते-होते रात हो गई। सब कुछ इतनी तेज़ी से हो रहा था कि मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना है और क्या नहीं। क्योंकि मुझे मौका मिला था कि आज मैं किसी कुंवारी चुत का आनंद ले सकता हूँ, इसलिए मैं बेचैन था। मैंने पहले शिष्टाचार से बातें कीं, फिर मैंने उसे देखा कि वह बार-बार अपनी आँखें इस तरह बंद कर रही है जैसे उसे कुछ चाहिए हो। शायद मेरे लिंग की तड़प। फिर मैंने उससे कुछ अलग तरह की बातें कीं, यानी सेक्स से जुड़ी बातें। वह भी बहुत मजे से मेरी बातें सुन रही थी। मुझे समझ गया कि आज मेरी इच्छा पूरी हो गई है।

Hot Sex Story :  सोनी की सोनी-सोनी कुंवारी चूत 1

कुछ देर बातें करते-करते वह भी चुप हो गई और मैं फिर उससे पूछा, “क्या हुआ?” उसने चुप रहना जारी रखा। मैंने फिर उसके करीब जाकर पूछा, “क्या हुआ?” उसने फिर कुछ नहीं कहा। मेरी हिम्मत बनी और मैंने उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और उसके होंठों को चुंबन करना शुरू कर दिया जैसे मैंने कभी किसी फिल्म में देखा था। वह बस चुप थी, कुछ नहीं कर रही थी। लेकिन मुझे उसकी चुप्पी से ही पता चला कि वह हां कह रही है। फिर मैंने उसके कंघी को दबाना शुरू कर दिया और वह “हम्म” निकाल रही थी बार-बार।

मैं उसे उसके भाई के कमरे में ले गया। वहाँ जाकर मैंने सबसे पहले उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए। उसके चुत देखकर मेरे होश ही उड़ गए। बाहर से कुछ और, अंदर से कुछ और। मैं बस उन्हें देखते ही पागल हो गया और ज़ोर-ज़ोर से दबाना शुरू कर दिया। वह चीखें भर रही थी। फिर मैंने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। उसने कहा, “कृपया ऐसा मत करो, मुझे जाने दो!” लेकिन मुझे समझ आया कि अब वह नाटक कर रही है।

जैसे ही वह बोली तो मैं उसके होंठों को चुंबन करने लगता था। कुछ देर रुके फिर से मैंने केंद्र से केंद्र मिलाया और फिर एक बार जटका दिया। कुछ इंच अंदर घुस गया, लेकिन उसे बहुत दर्द हो रहा था। इसलिए मैंने वहीं रुक गया। लिंग को उसके चुत में कुछ देर के लिए रखा। कुछ देर बाद मैंने फिर से एक बार जटका दिया, करीब 5 इंच अब उसके चुत में घुस गया। अब मैं रुक नहीं पाया और एक धक्का दिया। वह ज़ोर से चिल्लाई, “आह! मार गई! माँ! आओ!” मैंने कहा, “अब तुम्हें मज़ा आएगा।” कुछ देर बाद उसे भी मज़ा आने लगा। लेकिन मेरा लिंग बहुत बड़ा था, इसलिए अंदर और बाहर धक्के देने में डर बढ़ता जा रहा था।

Hot Sex Story :  मेरी जान निकल गई

लेकिन अब मैं रुक नहीं सकता था। मुझे किसी की परवाह नहीं थी। ज़ोर से धक्के देना शुरू कर दिया। वह चीख रही थी, बार-बार कह रही थी, “रुको! मुझे दर्द हो रहा है! रुको!” मैं उसे किस करने लगा। फिर वह चुप हो गई। अब उसे भी मज़ा आने लगा था। और वह मेरे कंधे पर हाथ रखकर जवाब दे रही थी। मैं अपनी पूरी ताकत से धक्के दे रहा था। बस वह अपनी आँखें बंद करके “आह! उफ़्फ! आह!” कह रही थी। मैं बार-बार उसके होंठों को चूमता रहता था। उसके होंठ बहुत नरम थे, बार-बार मैं उन्हें पीसकर चूसता रहता था। अब उसे लाल कर दिया था। मैंने सोचा कि अब फिल्म के अंदाज में उसकी चुत मारना चाहिए। फिर मैंने उसको घोड़ी बनाया और उसकी चुत में अपना 7 इंच का लिंग डाला तो बस उसकी हालत ऐसी हो गई जैसे वह अब मर जाएगी क्योंकि लिंग का आकार बहुत बड़ा था और उसकी कुंवारी चूत थी, इसलिए सहन करना थोड़ा मुश्किल था। लेकिन वह लड़की इतनी ही थी कि अब कुछ नहीं बोल रही थी। मैंने उसे घोड़ी के पोज में उसके कंधे को पकड़कर धक्के देने शुरू कर दिए। ज़ोर से धक्के दे रहा था। मेरे हाथों की पकड़ बहुत अच्छी थी इसलिए धक्के देने में बहुत मज़ा आ रहा था। जब तक मैं धक्के नहीं देता तब तक मैंने सोचा कि अब किसी और पोज़ में चूत मारना चाहिए। फिर मैं बिस्तर पर लेट गया और लिंग को सीधा किया और उससे कहा, “अब तुम मेरे लिंग पर बैठो।” वह आराम से उठी और जैसे मैंने कहा वैसा ही करने लगी।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

मुझे पता था कि इस पोज़ में चूत मारने का मज़ा कुछ अलग होता है। इस पोज़ में लड़की की जान निकल जाती है जब पूरा लिंग अंदर जाता है। पहले तो वह मेरे लिंग पर आराम से बैठी और मेरा पूरा लिंग अंदर ले लिया। फिर कुछ देर रुक गई, फिर अचानक खुद ही धक्के देने लगी। मुझे और मज़ा आने लगा और मैं नीचे से भी धक्के देने लगा। वह भी धक्के दे रही थी और मैं भी। फिर मुझे लगा कि मैं जल्द ही झड़ जाऊंगा। मैंने उसे पकड़कर लिया और उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी चुत पर जमकर जमा दिया, और थक कर उसके बराबर लेट गया। फिर उसने अपने स्तन को कपड़े से साफ किया और मेरे बराबर लेट गई।

Hot Sex Story :  कज़िन सिस्टर ने पूरा मज़ा दिया

हम 30 मिनट तक आराम से लेटे रहे। फिर मैं उठा और फिर से उसके होंठों को चूमने लगा। काफी देर तक चूमने के बाद मैंने हाथ हटाया और फिर कपड़े पहनना शुरू कर दिया। समय बीत रहा था, उसके भाई भी ऑफिस से आने वाले थे इसलिए वह जल्दी से अपने कपड़े पहनने लगी। उसने पूछा, “आप कब वापस जा रहे हैं?” मैंने कहा, “दो या चार बार और मज़ा लेने के बाद ही अब जाऊंगा।” उसने कहा, “कैसे पता? फिर ऐसा मौका कब मिलेगा?” मैंने कहा, “कल जब तुम्हारे भाई ऑफिस जाएंगे तो…” उसने कहा, “ठीक है लेकिन दो बजे तक आना वरना दादी शक करेगी।” मैंने कहा, “कोई बात नहीं।”

मैंने उसे तीन दिनों तक रोज़ चोदा और वह भी खुशी से मेरे साथ चुदाई करवाती। अब काफी दिनों से मामा के घर नहीं गया हूँ। लेकिन उसके फोन आते रहते हैं, बुलाती रहती है। इसलिए मैंने फैसला किया है कि जल्दी ही जाना चाहिए, और जब मैं वहाँ से वापस आऊंगा तो आपको फिर से अपने नए अनुभव के बारे में ज़रूर बताऊंगा।